Genesis
Genesis 1
Genesis 1:1
सृष्टि के आरंभ में परमेश्वर ने सबसे पहले क्या रचा था?
परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी की रचना की थी।
Genesis 1:2
आरंभ में परमेश्वर का आत्मा क्या करता था?
परमेश्वर का आत्मा जल के ऊपर मंडराता था।
Genesis 1:3-6
परमेश्वर ने प्रकाश की उत्पत्ति कैसे की थी?
परमेश्वर ने कहा, "उजियाला हो"।
Genesis 1:7
परमेश्वर ने दूसरे दिन क्या किया था?
परमेश्वर ने एक अन्तर बनाकर उसके नीचे के जल को और उसके ऊपर के जल को अलग-अलग किया।
Genesis 1:8-9
परमेश्वर ने दूसरे दिन क्या किया था?
परमेश्वर ने एक अन्तर बनाकर उसके नीचे के जल को और उसके ऊपर के जल को अलग-अलग किया।
Genesis 1:10
परमेश्वर ने सूखी भूमि और इकट्ठे हुए जल को क्या कहा?
परमेश्वर ने सूखी भूमि को पृथ्वी कहा, तथा इकट्ठे हुए जल को उसने समुद्र कहा।
Genesis 1:11
परमेश्वर ने तीसरे दिन क्या रचा था?
परमेश्वर ने पृथ्वी से हरी घास, तथा बीजवाले छोटे-छोटे पेड़, और फलदाई वृक्ष तीसरे दिन रचा।
Genesis 1:12-13
परमेश्वर ने तीसरे दिन क्या रचा था?
परमेश्वर ने पृथ्वी से हरी घास, तथा बीजवाले छोटे-छोटे पेड़, और फलदाई वृक्ष तीसरे दिन रचा।
Genesis 1:14-15
ज्योति का आकाश में क्या उद्देश्य था?
वे दिन को रात से अलग करने और नियत समयों, दिनों, और वर्षों का कारण है।
Genesis 1:16-20
परमेश्वर ने चौथे दिन क्या किया था?
परमेश्वर ने दो बड़ी ज्योतियाँ बनाईं और तारागण को भी बनाया।
Genesis 1:21
परमेश्वर ने पांचवे दिन क्या किया था?
पांचवे दिन परमेश्वर ने पानी के प्राणियों की और पक्षियों की रचना की।
Genesis 1:22-25
परमेश्वर ने जल के प्राणियों को और पक्षियों को क्या आज्ञा दी थी?
फूलो-फलो और बढ़ जाओं।
Genesis 1:26
परमेश्वर अपने ही स्वरूप में बनाया है?
परमेश्वर ने मनुष्य को अपने ही स्वरूप में बनाया है।
मनुष्य को किस चीज पर अधिकार दिया गया था?
परमेश्वर ने मनुष्यों कप समुद्र की मछलियों, और आकाश के पक्षियों, और घरेलू पशुओं, और सारी पृथ्वी पर, और सब रेंगनेवाले जन्तुओं पर जो पृथ्वी पर रेंगते हैं, अधिकार दिया।
Genesis 1:27
मनुष्य की रचना में क्या भिन्नता थी?
परमेश्वर ने मनुष्य को अपने स्वरूप के अनुसार उसकी समानता में बनाया था।
Genesis 1:28
परमेश्वर ने मनुष्य को क्या आज्ञा दी थी?
फूलो-फलो और पृथ्वी में भर जाओ, और उसको अपने वश में कर लो।
Genesis 1:29-30
परमेश्वर ने मनुष्य को भोजन के लिए क्या दिया था?
बीज वाले छोटे-छोटे पेड़ और बीज वाले फल उन्हें भोजन हेतु दिए थे।
Genesis 1:31
परमेश्वर ने अपनी सृष्टि को देखकर क्या सोचा?
परमेश्वर ने सब कुछ देखकर सोचा, “वह बहुत ही अच्छा है।”
Genesis 2
Genesis 2:2
परमेश्वर ने सातवें दिन क्या किया?
उसने अपने सारे काम से विश्राम किया, और परमेश्वर ने सातवें दिन को आशिष दी।
Genesis 2:3-5
परमेश्वर ने सातवें दिन क्या किया?
उसने अपने सारे काम से विश्राम किया, और परमेश्वर ने सातवें दिन को आशिष दी।
Genesis 2:6
इससे पूर्व कि परमेश्वर ने पृथ्वी पर वर्षा की, पृथ्वी की सींचाई कैसे होती थी?
पृथ्वी से कोहरा उठता था कि पृथ्वी की सींचाई हो।
Genesis 2:7
यहोवा ने आदम को कैसे बनाया था?
परमेश्वर ने आदम को भूमि की मिट्टी से रचा और उसके नथनों में जीवन का श्वांस फूंक दिया।
Genesis 2:8
यहोवा ने मनुष्य को सबसे पहले कहाँ रखा था?
यहोवा ने मनुष्य को अदन की वाटिका में रखा था।
Genesis 2:9-14
उस वाटिका के मध्य दो मुख्य वृक्ष कौन-कौन से थे?
जीवन का वृक्ष और भले और बुरे के ज्ञान का वृक्ष।
Genesis 2:15
मनुष्य को उस वाटिका में क्या करना था?
उसे उस वाटिका की देखभाल करके उसे संभालना था।
Genesis 2:16
फलों को खाने के सम्बन्ध में परमेश्वर ने मनुष्य को क्या आज्ञा दी थी?
तू वाटिका के सब वृक्षों के फल बिना खटके खा सकता है, पर भले और बुरे के ज्ञान का जो वृक्ष है उसका फल तू कभी न खाना।
Genesis 2:17
फलों को खाने के सम्बन्ध में परमेश्वर ने मनुष्य को क्या आज्ञा दी थी?
तू वाटिका के सब वृक्षों के फल बिना खटके खा सकता है, पर भले और बुरे के ज्ञान का जो वृक्ष है उसका फल तू कभी न खाना।
यहोवा ने आज्ञा न मानने का परिणाम क्या बताया था?
जिस दिन वह आज्ञा का उल्लंघन करेगा उसी दिन अवश्य मर जाएगा।
Genesis 2:18
परमेश्वर ने क्या देखा कि अच्छा नहीं है?
परमेश्वर ने देखा कि आदम का अकेला रहना अच्छा नहीं है।
Genesis 2:19
परमेश्वर ने आदम के प्राणियों के लिए क्या उत्तरदायित्व सौंपा था?
परमेश्वर सब प्राणियों को आदम के पास ले आया कि उनका नाम रखे।
Genesis 2:20-21
सब जीवित प्राणियों में जो न पाया गया वह क्या था?
मनुष्य से मेल खाने वाला एक सहायक।
Genesis 2:22
परमेश्वर ने नारी की रचना कैसे की?
परमेश्वर ने आदम को नींद में डालकर उसकी एक पसली निकाल ली और उस पसली से हव्वा की रचना की।
Genesis 2:23
आदम ने हव्वा को "नारी" क्यों कहा?
क्योंकि वह पुरूष से निकली गयी थी।
Genesis 2:24
स्त्री और पुरुष एक ही तन कैसे होते हैं?
पुरुष स्त्री के साथ एक होता है, अपनी पत्नी के रूप में।
Genesis 2:25
क्या आदम और उसकी पत्नी नंगे रहकर लजाते थे?
नहीं।
Genesis 3
Genesis 3:1-3
सर्प ने हव्वा से पहला प्रश्न क्या पूछा था?
सर्प ने हव्वा से पूछा, "क्या सच है कि परमेश्वर ने कहा, ‘तुम इस वाटिका के किसी भी वृक्ष का फल न खाना?’"
Genesis 3:4
जब हव्वा ने सर्प से कहा कि यदि वे वाटिका के मध्यस्थित उस वृक्ष का फल खाएंगे तो मर जाएंगे तब सर्प ने क्या कहा?
सर्प ने कहा, "तुम निश्चय न मरोगे"।
Genesis 3:5
सर्प ने क्या कहा कि उस फल को खाने का परिणाम होगा?
सर्प ने कहा कि वे परमेश्वर के तुल्य हो जायेंगे, उन्हें भले और बुरे का ज्ञान हो जायेगा।
Genesis 3:6
उस वृक्ष के फल की किस बात से हव्वा आकर्षित हुई थी?
उसने देखा कि उस वृक्ष का फल खाने के लिए अच्छा है और देखने में मनभाऊ है, और बुद्धि देने के लिए चाहने योग्य भी है।
किसने फल खाए?
स्त्री ने तोड़कर खाया; और अपने पति को भी दिया, और उसने भी खाया।
Genesis 3:7
फल खाने के बाद उनके साथ क्या हुआ था?
फल खाते ही उनकी आंखें खुल गईं और उन्हें अपने नंगेपन का बोध हुआ।
Genesis 3:8-9
जब परमेश्वर वाटिका में आये तब स्त्री और पुरूष ने क्या किया?
वे परमेश्वर से छिप गए थे।
Genesis 3:10-11
जब परमेश्वर वाटिका में आये तो आदमी ने अपने आपको उनसे क्यों छुपाया?
आदमी इसलिए छिपा क्योंकि वे नंगा था और वह डर गया।
Genesis 3:12
आदम ने उस फल को खाने का दोष किसे दिया था?
आदम ने हव्वा को दोष दिया था।
Genesis 3:13-14
हव्वा ने किसको दोष दिया था?
हव्वा ने सर्प को दोष दिया था।
Genesis 3:15
परमेश्वर ने सर्प और स्त्री के बीच कैसे संबंध स्थापित किया?
परमेश्वर ने कहा वो उनके बीच बैर उत्पन्न करूँगा।
Genesis 3:16
परमेश्वर ने स्त्री के प्रसव के समय उसे कैसा श्राप दिया?
परमेश्वर ने स्त्री के प्रसव पीड़ा को बहुत बढ़ाया।
Genesis 3:17-19
परमेश्वर ने पुरूष को क्या श्राप दिया?
परमेश्वर ने भूमि को श्राप दिया कि पुरूष पसीना बहाकर दुख के साथ पृथ्वी की उपज खायेगा।
Genesis 3:20
आदम ने अपनी पत्नी का क्या नाम रखा और क्यों?
आदम ने उसे हव्वा कहा क्योंकि वह सब जीवित मनुष्यों की माता हुई।
Genesis 3:21
परमेश्वर ने आदम और हव्वा के कैसे वस्त्र बनाये थे और क्यों?
परमेश्वर ने उनके लिए चमड़े के वस्त्र बनाये थे।
Genesis 3:22-23
परमेश्वर ने क्यों कहा कि आदम जीवन के वृक्ष का फल न खाये?
परमेश्वर ने कहा आदम को भले और बुरे का ज्ञान हो गया था इसलिए उसे जीवन के वृक्ष का फल नहीं खाना था, क्योंकि तब वह सदैव जीवित रहेगा।
Genesis 3:24
आदम को जीवन के वृक्ष का फल खाने से रोकने के लिए परमेश्वर ने क्या किया?
परमेश्वर ने उसे अदन की वाटिका से बाहर निकाल दिया और जीवन के वृक्ष के मार्ग में करूबों को नियुक्त कर दिया।
Genesis 4
Genesis 4:2
कैन और हाबिल क्या काम करते थे?
हाबिल चरवाहा था और कैन किसान था।
Genesis 4:3
कैन ने परमेश्वर को कैसी भेंट चढ़ाई थी?
कैन ने अपनी खेती की उपज का एक भाग चढ़ाया था।
Genesis 4:4
हाबिल ने यहोवा को कैसी भेंट चढ़ाई थी?
हाबिल ने अपने पशुओं के पहिलौठे बच्चों की चर्बी यहोवा के लिए चढ़ाई थी।
परमेश्वर ने कैन और हाबिल की भेंटों के प्रति कैसी प्रतिक्रिया दिखाई थी?
परमेश्वर ने हाबिल की भेंट स्वीकार की परन्तु कैन की नहीं।
Genesis 4:5-6
परमेश्वर ने कैन और हाबिल की भेंटों के प्रति कैसी प्रतिक्रिया दिखाई थी?
परमेश्वर ने हाबिल की भेंट स्वीकार की परन्तु कैन की नहीं।
कैन की प्रतिक्रिया क्या हुई?
कैन बहुत क्रोधित हुआ और उसके मुंह पर उदासी छा गई।
Genesis 4:7
यहोवा ने कैन से ग्रहणयोग्य होने के लिए क्या करने को कहा?
यहोवा ने उससे कहा कि वह भला करे और फिर वह ग्रहणयोग्य होगा।
Genesis 4:8
बाद में, कैन और हाबिल के मध्य खेत में क्या हुआ?
कैन ने हाबिल की हत्या कर दी।
Genesis 4:9-11
परमेश्वर ने कैन से पूछा कि उसका भाई हाबिल कहां है तो उसने क्या उत्तर दिया?
कैन ने उत्तर दिया, "मालूम नहीं, क्या मैं अपने भाई का रखवाला हूं?"
Genesis 4:12-14
कैन को परमेश्वर ने क्या श्राप दिया था?
पृथ्वी इसे अपनी पूरी उपज न देगी और वह भटकने वाला और भगोड़ा रहेगा।
Genesis 4:15
कैन की कोई हत्या न करे इसलिए परमेश्वर ने क्या किया?
परमेश्वर ने कैन के लिए एक चिन्ह ठहराया था।
Genesis 4:16-18
कैन कहां चला गया?
कैन अदन वाटिका के पूर्व में नोद नामक देश में रहने लगा।
Genesis 4:19-22
कैन के वंशज लेमेक की कितनी पत्नियां थीं?
लेमेक की दो पत्नियां थीं।
Genesis 4:23-24
लेमेक ने अपनी पत्नियों से अपने किस काम की चर्चा की?
लेमेक ने उनसे कहा कि उसने एक पुरूष की हत्या की है।
Genesis 4:25
आदम और हव्वा के तीसरे पुत्र का नाम क्या था?
आदम और हव्वा के तीसरे पुत्र का नाम शेत था।
Genesis 4:26
शेत के पुत्र एनोश के समय मनुष्य क्या करने लगे थे?
लोग यहोवा से प्रार्थना करने लगे थे।
Genesis 5
Genesis 5:1
उत्प* अध्याय 5 का वृतान्त क्या है?
अध्याय 5 आदम के वंशजों की वंशावली है।
मनुष्य किसके स्वरूप में बनाया गया था?
मनुष्य परमेश्वर के स्वरूप में बनाया गया था।
Genesis 5:2-4
परमेश्वर ने मनुष्य को किस-किस रूप में बनाया था?
परमेश्वर ने मनुष्य को नर और नारी बनाया था।
Genesis 5:5-7
आदम कब तक जीवित रहा?
आदम नौ सौ तीस वर्ष तक जीवित रहा।
Genesis 5:8-13
शेत कब तक जीवित रहा?
शेत नौ सौ बारह वर्ष तक जीवित रहा।
Genesis 5:14-19
केनान कब तक जीवित रहा?
केनान नौ सौ दस वर्ष तक जीवित रहा।
Genesis 5:20-23
येरेद कब तक जीवित रहा?
येरेद नौ सौ बासठ वर्ष तक जीवित रहा।
Genesis 5:24-28
हनोक का संबंध परमेश्वर के साथ कैसा था, और उसका अन्त कैसा हुआ?
हनोक परमेश्वर के साथ-साथ चलता था और परमेश्वर ने उसे उठा लिया।
Genesis 5:29-31
लेमेक ने अपने पुत्र नूह के बारे में क्या कहा था?
लेमेक ने कहा था कि नूह मानवाजि को परमेश्वर द्वारा श्रापित भूमि पर परिश्रम करने से राहम दिलायेगा।
Genesis 5:32
नूह के पुत्रों का नाम क्या है?
नूह के पुत्र शेम, हाम और येपेत थे।
Genesis 6
Genesis 6:2
मनुष्य जब पृथ्वी पर बहुत बढ़ने लगे तब परमेश्वर के पुत्रों ने क्या किया?
परमेश्वर के पुत्रों ने मनुष्यों की पुत्रियों से विवाह कर लिया था।
Genesis 6:3
परमेश्वर ने तब मनुष्य की आयु के संबंध में क्या कहा था?
परमेश्वर ने कहा कि मनुष्य की आयु एक सौ बीस वर्ष की होगी।
Genesis 6:4
प्राचीन काल के शूरवीर और कीर्तिमान मनुष्य कौन थे?
परमेश्वर के पुत्रों और मनुष्यों की पुत्रियों से उत्पन्न शूरवीर प्राचीन काल के दानव थे।
Genesis 6:5-6
उस युग में यहोवा ने मनुष्य के मन के विचारों में क्या देखा था?
यहोवा ने देखा कि मनुष्य की दुष्टता सीमा पार कर गई है और उसके मन के विचार बुरे हैं।
Genesis 6:7
यहोवा ने मनुष्य का क्या करने का निर्णय लिया?
यहोवा ने पृथ्वी पर से मनुष्य का सर्वनाश करने का निर्णय लिया।
Genesis 6:8
यहोवा के अनुग्रह की दृष्टि किस पर थी?
नूह पर यहोवा की दृष्टि बनी रही।
Genesis 6:9-13
नूह कैसा मनुष्य था?
नूह एक धर्मी एवं खरा मनुष्य था जो परमेश्वर के साथ-साथ चलता था।
Genesis 6:14-16
इससे पूर्व कि परमेश्वर मानव जाति को नष्ट करे उसने नूह से क्या करने को कहा था?
परमेश्वर ने नूह से कहा था कि वह एक बड़ी नाव बनाये।
Genesis 6:17
परमेश्वर ने पृथ्वी पर जीवन का प्राण रखने वाले सब प्राणियों को किस प्रकार नष्ट करने का संकल्प किया था?
परमेश्वर ने कहा था कि वह संपूर्ण पृथ्वी पर जल प्रलय लायेगा।
Genesis 6:18
परन्तु परमेश्वर ने किसके संग वाचा बांधी?
परमेश्वर ने नूह के संग वाचा बांधी।
परमेश्वर ने नाव में किस-किस को लाने को कहा था?
परमेश्वर ने नूह से कहा कि वह अपनी पत्नी, अपने पुत्रों एवं उनकी पत्नियों को नाव में ले आये।
Genesis 6:19-21
नाव में कौन-कौन से पशु पक्षियों को रखना था?
उसे अपनी नाव में सब पशु-पक्षियों के दो जोड़े लाने थे।
Genesis 6:22
नूह ने परमेश्वर की आज्ञा कैसे मानी?
नूह ने वह सब किया जो परमेश्वर ने कहा था।
Genesis 7
Genesis 7:2-3
नाव में जाने वाले कौन-कौन से पशुओं के सात जोड़े होने थे?
सब शुद्ध प्राणियों और पक्षियों के सात-सात जोड़े होने थे।
Genesis 7:4-5
परमेश्वर ने पृथ्वी पर कितने दिन पानी बरसाने की चर्चा की थी?
परमेश्वर ने कहा था कि चालीस दिन और चालीस रात तक पानी बरसेगा।
Genesis 7:6-8
पृथ्वी पर जलप्रलय के समय नूह की आयु कितनी थी?
जलप्रलय के समय नूह 600 वर्ष का था।
Genesis 7:9-10
नूह ने पशुओं को नाव में कैसे चढ़ाया था?
वे नूह के पास आये और नाव में चले गये।
Genesis 7:11-15
जलप्रलय के जल के कौन से दो स्रोत थे?
भूमिगत जल और आकाश की वर्षा।
Genesis 7:16-19
जब सब निर्देशित प्राणी नाव में चढ़ गये तब नाव का द्वार किसने बन्द किया था?
यहोवा ने उनके प्रवेश के पश्चात द्वार बन्द कर दिया था।
Genesis 7:20
पृथ्वी पर पानी कहां तक चढ़ गया था?
पानी पर्वतों की चोटियों से पन्द्रह हाथ ऊपर था।
Genesis 7:21-22
जल प्रलय के कारण पृथ्वी पर कौन-कौन नष्ट हुआ था?
सब प्राणी एवं सब मनुष्य मर गये।
Genesis 7:23-24
पृथ्वी पर जो जीवित बचे थे वे कौन थे?
केवल नूह और नाव में जो उसके साथ थे बच गये।
Genesis 8
Genesis 8:1
परमेश्वर ने जल प्रलय के पानी को कैसे रोका?
उसने पृथ्वी के जल स्रोतों को बन्द किया और वर्षा को रोक दिया।
Genesis 8:2-3
परमेश्वर ने जल प्रलय के पानी को कैसे रोका?
उसने पृथ्वी के जल स्रोतों को बन्द किया और वर्षा को रोक दिया।
Genesis 8:4-8
नाव पृथ्वी पर कहां आकर रूकी थी?
नाव अरारात नामक पहाड़ पर टिक गई थी।
Genesis 8:9-10
नूह ने पहले दिन कबूतरी को बाहर भेजा तो क्या हुआ?
कबूतरी को बैठने के लिए कोई स्थान नहीं मिला इसलिए वह लौटकर नाव में आ गई।
Genesis 8:11
नूह ने कबूतरी को दूसरी बार भेजा तब क्या हुआ?
वह जैतून के वृक्ष की एक पत्ती लेकर लौटी।
Genesis 8:12
नूह ने कबूतरी को दूसरी बार भेजा तब क्या हुआ?
तीसरी बार कबूतरी लौटकर नूह के पास नहीं आई।
Genesis 8:13-16
नूह ने नाव की छत खोलकर क्या देखा था?
नूह ने देखा कि पृथ्वी सूख गई है।
Genesis 8:17-19
जब सब पशु पक्षी नाव से बाहर निकल आये परमेश्वर ने उनसे क्या आज्ञा की थी?
परमेश्वर ने उनसे आज्ञा की थी कि वे सब फूले-फलें और पृथ्वी में भर जायें।
Genesis 8:20
नाव से बाहर निकल आने पर नूह ने क्या किया?
नूह ने एक वेदी बनाकर परमेश्वर के लिए होम बलि चढ़ाई।
Genesis 8:21-22
उस समय परमेश्वर ने मनुष्य से कौन सी दो प्रतिज्ञायें की थीं?
परमेश्वर ने प्रतिज्ञा की कि वह फिर कभी पृथ्वी को श्राप नहीं देगा और न ही कभी प्राणियों का सर्वनाश करेगा।
परमेश्वर ने मनुष्य के मन में बचपन से ही होने वाली किस बात की चर्चा की थी?
परमेश्वर ने कहा था कि मनुष्य के मन में बचपन से ही बुराई उत्पन्न होती है।
Genesis 9
Genesis 9:1-2
नाव से उतर आने के बाद नूह और उसके पुत्रों से परमेश्वर ने क्या कहा था?
फूलो-फलो और बढ़ो और पृथ्वी में भर जाओ।
Genesis 9:3
परमेश्वर ने अब भोजन हेतु नूह और उसके पुत्रों को क्या दिया था?
सब पेड़-पौधे और सब चलने वाले पशु भोजन हेतु दे दिए थे।
Genesis 9:4
परमेश्वर ने मांस खाने की क्या आज्ञा दी थी?
परमेश्वर ने नूह से कहा कि मांस लहू के साथ नहीं खाया जाए।
परमेश्वर ने लहू में किसकी उपस्थिति बताई थी?
परमेश्वर ने कहा कि लहू में प्राण होता है।
Genesis 9:5
मनुष्य का लहू बहाने का दण्ड परमेश्वर ने क्या रखा था?
जो मनुष्य का लहू बहाएगा उसका भी लहू बहाया जाएगा।
Genesis 9:6-8
मनुष्य का लहू बहाने का दण्ड परमेश्वर ने क्या रखा था?
जो मनुष्य का लहू बहाएगा उसका भी लहू बहाया जाएगा।
परमेश्वर ने मनुष्य को किसके स्वरूप में बनाया है?
परमेश्वर ने मनुष्य को अपने ही स्वरूप में बनाया है।
Genesis 9:9
परमेश्वर ने पृथ्वी पर सब जीवित प्राणियों के साथ क्या वाचा बांधी थी?
परमेश्वर ने वाचा बांधी कि मनुष्य जल प्रलय द्वारा फिर कभी नष्ट नहीं किया जाएगा।
Genesis 9:10
परमेश्वर ने पृथ्वी पर सब जीवित प्राणियों के साथ क्या वाचा बांधी थी?
परमेश्वर ने वाचा बांधी कि मनुष्य जल प्रलय द्वारा फिर कभी नष्ट नहीं किया जाएगा।
Genesis 9:11-12
परमेश्वर ने पृथ्वी पर सब जीवित प्राणियों के साथ क्या वाचा बांधी थी?
परमेश्वर ने वाचा बांधी कि मनुष्य जल प्रलय द्वारा फिर कभी नष्ट नहीं किया जाएगा।
Genesis 9:13-14
पृथ्वी के साथ बांधी गई इस वाचा का चिन्ह परमेश्वर ने क्या ठहराया था?
परमेश्वर ने अपनी इस वाचा का चिन्ह आकाश में मेघ धनुष ठहराया था।
Genesis 9:15
परमेश्वर ने पृथ्वी पर सब जीवित प्राणियों के साथ क्या वाचा बांधी थी?
परमेश्वर ने वाचा बांधी कि मनुष्य जल प्रलय द्वारा फिर कभी नष्ट नहीं किया जाएगा।
Genesis 9:16
पृथ्वी के साथ बांधी गई इस वाचा का चिन्ह परमेश्वर ने क्या ठहराया था?
परमेश्वर ने अपनी इस वाचा का चिन्ह आकाश में मेघ धनुष ठहराया था।
Genesis 9:17
पृथ्वी के साथ बांधी गई इस वाचा का चिन्ह परमेश्वर ने क्या ठहराया था?
परमेश्वर ने अपनी इस वाचा का चिन्ह आकाश में मेघ धनुष ठहराया था।
Genesis 9:18-19
नूह के तीनों पुत्रों के नाम क्या थे?
नूह के पुत्रों के नाम थे, शेम, हाम और येपेत।
Genesis 9:20
दाख की बारी लगाने के बाद नूह का क्या हुआ?
दाख की बारी लगाने के बाद वह दाख का रस पीकर नशे में सो गया था।
Genesis 9:21-22
दाख की बारी लगाने के बाद नूह का क्या हुआ?
दाख की बारी लगाने के बाद वह दाख का रस पीकर नशे में सो गया था।
Genesis 9:23-24
शेम और येपेत ने अपने पिता की नग्नता को कैसे ढंका था?
उन्होंने एक चादर लेकर उल्टे पांव चलकर, दूसरी ओर मुंह करके अपने पिता के शरीर को ढांक दिया था।
Genesis 9:25
नूह ने हाम को क्या श्राप दिया था?
नूह ने हाम को श्राप देकर कहा “कनान श्रापित हो: वह अपने भाई-बन्धुओं के दासों का दास हो।”
Genesis 9:26
नूह ने किसको आशीर्वाद दिया था?
नूह ने शेम और येपेत को आशीर्वाद दिया था।
Genesis 9:27-29
नूह ने किसको आशीर्वाद दिया था?
नूह ने शेम और येपेत को आशीर्वाद दिया था।
Genesis 10
Genesis 10:5-8
जलप्रलय के बाद नूह के वंशज अपने-अपने कुल के अनुसार पृथ्वी पर फैल गये तो प्रत्येक कुल की क्या विशेषता थी?
प्रत्येक कुल पृथ्वी पर फैल गये तो प्रत्येक कुल की अपनी-अपनी भाषा थी।
Genesis 10:9
हाम का वंशज निम्रोद किस बात के लिए प्रसिद्ध था?
निम्रोद यहोवा की दृष्टि में पराक्रमी शिकार खेलने वाला था।
Genesis 10:10
शिनार देश में निम्रोद के पहले प्रमुख नगर का नाम क्या था?
निम्रोद के प्रमुख नगरों में पहले नगर का नाम बाबेल था।
Genesis 10:11-14
शिनार देश के अतिरिक्त निम्रोद ने कौन कौन से नगर बसाये थे?
निम्रोद ने अश्शूर में भी नगर बसाये थे।
Genesis 10:15-19
कनान नूह के कौन से पुत्र का वंशज था?
कनान हाम का वंशज था।
Genesis 10:20-24
जलप्रलय के बाद नूह के वंशज अपने-अपने कुल के अनुसार पृथ्वी पर फैल गये तो प्रत्येक कुल की क्या विशेषता थी?
प्रत्येक कुल पृथ्वी पर फैल गये तो प्रत्येक कुल की अपनी-अपनी भाषा थी।
Genesis 10:25-30
शाम के वंशज का पेलेग के समय क्या हुआ था?
पेलेग के समय पृथ्वी का विभाजन हो गया था।
Genesis 10:31
जलप्रलय के बाद नूह के वंशज अपने-अपने कुल के अनुसार पृथ्वी पर फैल गये तो प्रत्येक कुल की क्या विशेषता थी?
प्रत्येक कुल पृथ्वी पर फैल गये तो प्रत्येक कुल की अपनी-अपनी भाषा थी।
Genesis 10:32
जलप्रलय के बाद पृथ्वी पर फैल जाने वाली जातियां कहां से आई थीं?
सब जातियां नूह के पुत्रों के कुलों से उत्पन्न हुई थीं।
Genesis 11
Genesis 11:1
जल प्रलय के तुरन्त बाद संपूर्ण पृथ्वी पर कितनी भाषायें थीं?
जल प्रलय के बाद पृथ्वी पर एक ही भाषा थी।
Genesis 11:2-3
मनुष्य ने अपना नगर और मीनार कहां बनाया था?
मनुष्य ने शिनार में अपना नगर और मीनार बनाया था।
Genesis 11:4-6
मनुष्यों ने पृथ्वी पर फैल जाने की परमेश्वर की आज्ञा मानने की अपेक्षा क्या करने का प्रयास किया था?
परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार पृथ्वी पर फैल जाने के बदले, लोगों ने एक नगर और एक मीनार बनाने का प्रयास किया।
मनुष्यों ने अपने लिए क्या बनाने की योजना बनाई थी?
मनुष्य अपना नाम बनाना चाहता था।
Genesis 11:7
यहोवा ने उतर कर उनका क्या किया?
यहोवा ने आकर उनकी भाषा में अव्यवस्था कर दी।
परमेश्वर ने ऐसा क्यों किया?
परमेश्वर ने उनकी भाषा में अव्यवस्था कर दी कि वे दूसरे की बात न समझ पाएं।
Genesis 11:8
परमेश्वर ने उन्हें क्या करने पर विवश किया?
परमेश्वर ने उन्हें पृथ्वी पर फैला दिया जैसी उसकी आज्ञा थी।
Genesis 11:9
मनुष्य जिस नगर का निर्माण करना चाहता था, उसका नाम क्या था?
उस नगर का नाम बाबेल था।
Genesis 11:10-25
इस अध्याय में नूह के किस पुत्र के वंशजों के नाम दिए गए हैं?
नूह के पुत्र शेम की वंशावली इस अध्याय में दी गई है।
Genesis 11:26
अब्राम के पिता का नाम क्या था?
अब्राम के पिता का नाम तेरह था।
Genesis 11:27
तेरह के पुत्र हारान के पुत्र का क्या नाम था?
तेरह के पुत्र हारान के पुत्र का नाम लूत था।
Genesis 11:28
तेरह का निवास स्थान क्या था?
तेरह कसदियों के ऊर नगर में रहता था।
Genesis 11:29
अब्राम की पत्नी का नाम क्या था?
अब्राम की पत्नी का नाम सारै था।
Genesis 11:30
अब्राम की पत्नी की समस्या क्या थी?
अब्राम की पत्नी बांझ थी, उसकी सन्तान नहीं थी।
Genesis 11:31-32
अब्राम, सारै और लूत के साथ तेरह कहाँ चला गया था?
तेरह, अब्राम, सारे और लूत के साथ कनान देश चला गया था।
Genesis 12
Genesis 12:1
जब अब्राम हारान देश में रहता था तब यहोवा ने अब्राम को क्या आज्ञा दी?
यहोवा ने अब्राम को आज्ञा दी कि वह अपने पिता का घर छोड़ कर वहां चला जाये जहां वह उसे ले जायेगा।
Genesis 12:2
यहोवा ने अब्राम से क्या प्रतिज्ञा की थी?
यहोवा ने अब्राम से प्रतिज्ञा की थी कि वह उसे आशिष देगा और उससे एक बड़ी जाति बनायेगा और उसके द्वारा पृथ्वी के सब कुलों को आशिषित करेगा।
Genesis 12:3-4
यहोवा ने अब्राम से क्या प्रतिज्ञा की थी?
यहोवा ने अब्राम से प्रतिज्ञा की थी कि वह उसे आशिष देगा और उससे एक बड़ी जाति बनायेगा और उसके द्वारा पृथ्वी के सब कुलों को आशिषित करेगा।
Genesis 12:5-6
अब्राम के साथ कौन गया था?
अब्राम के साथ उसकी पत्नी सारै और उसका भतीजा लूत था।
अब्राम किस देश की ओर जा रहा था?
अब्राम कनान देश जा रहा था।
Genesis 12:7
अब्राम को दर्शन देकर यहोवा ने क्या प्रतिज्ञा की थी?
यहोवा ने उससे प्रतिज्ञा की थी कि उसके वंशज कनान देश में रहेंगे।
Genesis 12:8-9
अब्राम ने यहोवा की उपासना कैसे की थी?
अब्राम ने यहोवा के लिए एक वेदी बनाई और उससे प्रार्थना की।
Genesis 12:10-11
कनान छोड़कर अब्राम कहां गया था?
कनान छोड़कर अब्राम मिस्र देश को गया था।
Genesis 12:12
मिस्र में प्रवेश करने पर अब्राम को किस बात की चिन्ता थी?
अब्राम की चिन्ता का कारण था कि सारै की सुन्दरता के कारण वे लोग उसकी हत्या करके सारै को ले जायेंगे।
Genesis 12:13-14
अब्राम ने सारै से क्या कहा कि वह उनसे कहे?
अब्राम ने सारै से कहा कि वह मिस्र वासियों से कहें कि वह उसकी बहन है।
Genesis 12:15-16
मिस्र में प्रवेश करने के पश्चात सारै के साथ क्या हुआ?
फिरौन सारै को अपने घर ले गया।
Genesis 12:17
इस कारण फिरौन के साथ क्या हुआ?
परमेश्वर ने फिरौन और उसके परिवार पर बड़ी-बड़ी विपत्तियां डालीं।
Genesis 12:18
फिरौन ने अब्राम से क्या प्रश्न किया था?
फिरौन ने अब्राम से कहा कि उसने सारै को अपनी पत्नी बताने की अपेक्षा बहन क्यों बताया।
Genesis 12:19
फिरौन ने अब्राम से क्या प्रश्न किया था?
फिरौन ने अब्राम से कहा कि उसने सारै को अपनी पत्नी बताने की अपेक्षा बहन क्यों बताया।
Genesis 12:20
फिरौन ने अब्राम और सारै के साथ कैसा व्यवहार किया?
फिरौन अब्राम और सारै को विदा कर दिया।
Genesis 13
Genesis 13:1
मिस्र को छोडकर अब्राम कहाँ गया?
अब्राम दक्षिण देश जा रहा था।
Genesis 13:2-5
अब्राम अपने साथ क्या लेकर गया?
अब्राम अपने साथ पशुओं और बहुत सोना-चांदी लेकर गया था।
Genesis 13:6
अब्राम और लूत के चरवाहों में झगड़ा क्यों हुआ था?
चरवाहों में झगड़े का कारण अब्राम और लूत की बढ़ती संपत्ति थी इसलिए वे इकट्ठे न रह सके।
Genesis 13:7-8
अब्राम और लूत के चरवाहों में झगड़ा क्यों हुआ था?
चरवाहों में झगड़े का कारण अब्राम और लूत की बढ़ती संपत्ति थी इसलिए वे इकट्ठे न रह सके।
Genesis 13:9
अब्राम ने लूत के समक्ष क्या प्रस्ताव रखा था?
अब्राम ने लूत से कहा कि वह अपने लिए भूमि को चुन ले और अब्राम उससे अलग रहने के लिए चला जाएगा।
Genesis 13:10
लूत ने कहाँ रहने को चुना और क्यों?
लूत ने पूर्व दिशा में यरदन के मैदान में रहने को चुना क्योंकि वह जल की बहुतायत थी।
Genesis 13:11
लूत ने कहाँ रहने को चुना और क्यों?
लूत ने पूर्व दिशा में यरदन के मैदान में रहने को चुना क्योंकि वह जल की बहुतायत थी।
Genesis 13:12
तब अब्राम ने कहाँ निवास किया?
अब्राम ने कनान देश में निवास किया।
Genesis 13:13
सदोम में कैसे लोग बसे हुए थे?
सदोम के लोग यहोवा की दृष्टि में दुष्ट पापी थे।
Genesis 13:14
यहोवा ने क्या कहा कि वह अब्राम को देगा?
परमेश्वर ने अब्राम से प्रतिज्ञा की कि वह जितनी भी भूमि को देख रहा है वह सब उसकी होगी।
Genesis 13:15
यहोवा ने क्या कहा कि वह अब्राम को देगा?
परमेश्वर ने अब्राम से प्रतिज्ञा की कि वह जितनी भी भूमि को देख रहा है वह सब उसकी होगी।
Genesis 13:16-17
परमेश्वर के अनुसार अब्राम के वंशज कितने होने थे?
परमेश्वर ने अब्राम से कहा कि उसके वंश उसकी गिनती से ज्यादा होंगे,"पृथ्वी की धूल के किनकों के समान अनगिनत"
Genesis 13:18
तब अब्राम किस नगर के पास आकर बस गया था?
अब्राम हेब्रोन नगर के पास आकर बस गया था।
Genesis 14
Genesis 14:11
सदोम नामक तराई में राजाओं के युद्ध के परिणाम-स्वरूप सदोम का क्या हुआ?
सदौम को पूर्णत: लूट लिया गया जिसमें लूत और उसकी पूरी सम्पत्ति थी।
Genesis 14:12-13
सदोम नामक तराई में राजाओं के युद्ध के परिणाम-स्वरूप सदोम का क्या हुआ?
सदौम को पूर्णत: लूट लिया गया जिसमें लूत और उसकी पूरी सम्पत्ति थी।
Genesis 14:14
जब अब्राम को समाचार मिला कि लूत को बन्दी बनाकर ले जाया जा रहा है तब अब्राम ने क्या किया?
अब्राम ने अपने 318 प्रशिक्षित पुरूषों के साथ उनका पीछा किया।
Genesis 14:15
अब्राम ने किस बड़े नगर के निकट उन राजाओं से युद्ध किया था और उस युद्ध का परिणाम क्या हुआ था?
अब्राम ने दमिश्क नगर के उत्तर में उन राजाओं से युद्ध किया और सारी सम्पदा, लूत और अन्य सब बन्दियों को लौटा लाया।
Genesis 14:16
अब्राम ने किस बड़े नगर के निकट उन राजाओं से युद्ध किया था और उस युद्ध का परिणाम क्या हुआ था?
अब्राम ने दमिश्क नगर के उत्तर में उन राजाओं से युद्ध किया और सारी सम्पदा, लूत और अन्य सब बन्दियों को लौटा लाया।
Genesis 14:17
जब अब्राम लौट रहा था तब कौन से दो राजा उससे मिलने आये थे?
सदोम का राजा और शालेम का राजा मेल्कीसेदेक उससे मिलने आये थे।
Genesis 14:18
जब अब्राम लौट रहा था तब कौन से दो राजा उससे मिलने आये थे?
सदोम का राजा और शालेम का राजा मलिकिसिदक उससे मिलने आये थे।
मलिकिसिदक का संबंध परमेश्वर के साथ कैसा था?
मलिकिसिदक परमप्रधान परमेश्वर का याजक था।
मलिकिसिदक अपने साथ क्या लाया जब वह अब्राम से मिलने आया?
मलिकिसिदक रोटी और दाखमधु साथ लाया जब वह अब्राम से मिलने आया।
Genesis 14:19
मलिकिसिदक ने अब्राम से क्या कहा था?
मलिकिसिदक ने अब्राम को आशीष दिया और सर्वोच्च परमेश्वर को धन्य कहा।
Genesis 14:20
मलिकिसिदक ने अब्राम से क्या कहा था?
मलिकिसिदक ने अब्राम को आशीष दिया और सर्वोच्च परमेश्वर को धन्य कहा।
मलिकिसिदक से बातें करके अब्राम ने क्या किया?
अब्राम ने मलिकिसिदक को संपूर्ण लूट का दसवां भाग भेंट में दिया था।
Genesis 14:21
सदोम के राजा ने अब्राम को क्या प्रस्तुत किया था?
सदोम के राजा ने अब्राम से कहा कि वह लूट का सब सामान रख ले परन्तु सदोम के निवासियों को लौटा दे।
Genesis 14:22
अब्राम उससे कुछ भी लेना क्यों नहीं चाहता था?
अब्राम ने यहोवा, परम-प्रधान परमेश्वर की ओर हाथ उठाकर कहा कि वह नहीं चाहता था कि सदोम का राजा कभी कहे कि उसके कारण अब्राम धनवान हुआ है।
Genesis 14:23
अब्राम ने सदोम के राजा के इस प्रस्ताव पर कैसी प्रतिक्रिया दिखाई थी?
अब्राम ने उत्तर में कहा कि उसको उस सम्पत्ति में से कुछ नहीं चाहिए, केवल उसके साथियों ने जो कुछ खाया और जो उनका भाग था उसे वह नहीं लौटायेगा।
अब्राम उससे कुछ भी लेना क्यों नहीं चाहता था?
अब्राम ने यहोवा, परम-प्रधान परमेश्वर की ओर हाथ उठाकर कहा कि वह नहीं चाहता था कि सदोम का राजा कभी कहे कि उसके कारण अब्राम धनवान हुआ है।
Genesis 14:24
अब्राम ने सदोम के राजा के इस प्रस्ताव पर कैसी प्रतिक्रिया दिखाई थी?
अब्राम ने उत्तर में कहा कि उसको उस सम्पत्ति में से कुछ नहीं चाहिए, केवल उसके साथियों ने जो कुछ खाया और जो उनका भाग था उसे वह नहीं लौटायेगा।
Genesis 15
Genesis 15:1
अब्राम को दर्शन देकर यहोवा ने अब्राम को कैसा प्रोत्साहन दिया था?
परमेश्वर ने अब्राम से कहा कि अब्राम डरे नहीं, वह उसकी ढाल और अत्यन्त बड़ा फल है।
Genesis 15:2
अब्राम को किस बात की चिन्ता थी?
अब्राम की चिन्ता का कारण था कि वह निःसन्तान है और उसकी सम्पदा का वारिस उसका भण्डारी होगा।
Genesis 15:3
अब्राम को किस बात की चिन्ता थी?
अब्राम की चिन्ता का कारण था कि वह निःसन्तान है और उसकी सम्पदा का वारिस उसका भण्डारी होगा।
Genesis 15:4
परमेश्वर ने अब्राम का वंशज किसे कहा था?
परमेश्वर ने कहा था कि उसका निज पुत्र ही उसका वारिस होगा।
Genesis 15:5
परमेश्वर के वचन के अनुसार अब्राम के वंशज कितने होने थे?
परमेश्वर ने अब्राम से कहा था कि उसके वंशज तारागण के जैसे असंख्य होंगे।
Genesis 15:6-7
अब्राम ने परमेश्वर की प्रतिज्ञा पर कैसी प्रतिक्रिया दिखाई थी और यहोवा ने क्या किया था?
अब्राम ने परमेश्वर पर विश्वास किया और परमेश्वर ने इसे उसकी धार्मिकता गिनी।
Genesis 15:8-9
अब्राम ने भूमि के विषय में परमेश्वर से क्या प्रश्न किया था?
अब्राम ने परमेश्वर से पूछा, “मैं कैसे जानूं कि मैं इसका अधिकारी होऊँगा?”
Genesis 15:10-11
परमेश्वर ने अब्राम से जो पशु लाने के लिए कहे थे उनका अब्राम ने क्या किया?
अब्राम ने उन पशुओं का दो-दो भाग करके आमने-सामने रख दिए।
Genesis 15:12
सूर्य अस्त होने पर अब्राम को क्या हुआ?
सूर्य अस्त होने पर अब्राम को भारी नींद आई और अत्यन्त भय और महा अंधकार ने उसे छा लिया।
Genesis 15:13
यहोवा यह कब तक कहता है कि अब्राम के वंश दास बने रहेंगे और दुःख भोगेंगे?
यहोवा ने अब्राम को बताया कि उसके वंश दास बन जाएँगे; और चार सौ वर्ष तक दुःख भोगेंगे।
Genesis 15:14
अब्राम के वंशजों को दास बनाने वाले देश के लिए परमेश्वर ने क्या भविष्यद्वाणी की थी?
परमेश्वर ने कहा था कि वह उस देश को दण्ड देगा।
Genesis 15:15
परमेश्वर ने अब्राम के जीवन के अन्त के लिए क्या कहा था?
परमेश्वर ने कहा था कि अब्राम बहुत वृद्ध होकर शान्ति से मरेगा।
Genesis 15:16
जब अब्राम के वंशज उस देश में लौटकर आयेंगे तब किस बात की पराकाष्ठा होगी?
जब अब्राम के वंशज उस देश में लौटकर आयेंगे तब तक अम्मोरियों के अधर्म की पराकाष्ठा होगी।
Genesis 15:17
उस रात पशुओं के उन अर्ध भागों के मध्य क्या हुआ था?
पशुओं के उन अर्ध भागों के मध्य धुआं देती हुई एक अंगीठी और एक मशाल दिखाई दी जो उन टुकड़ों के बीच में से होकर निकल गई थी।
Genesis 15:18
उस दिन परमेश्वर ने अब्राम के साथ क्या वाचा बांधी थी?
परमेश्वर ने अब्राम से वाचा बांधी थी कि वह उसके वंशजों को वह देश दे देगा।
Genesis 15:19
उस दिन परमेश्वर ने अब्राम के साथ क्या वाचा बांधी थी?
परमेश्वर ने अब्राम से वाचा बांधी थी कि वह उसके वंशजों को वह देश दे देगा।
Genesis 15:20
उस दिन परमेश्वर ने अब्राम के साथ क्या वाचा बांधी थी?
परमेश्वर ने अब्राम से वाचा बांधी थी कि वह उसके वंशजों को वह देश दे देगा।
Genesis 15:21
उस दिन परमेश्वर ने अब्राम के साथ क्या वाचा बांधी थी?
परमेश्वर ने अब्राम से वाचा बांधी थी कि वह उसके वंशजों को वह देश दे देगा।
Genesis 16
Genesis 16:1
अब्राम को वंशज देने की सारै ने क्या योजना बनाई थी?
सारै ने अब्राम से कहा कि वह उसकी दासी हागार के साथ सोकर संतान उत्पन्न करे।
Genesis 16:2-3
अब्राम को वंशज देने की सारै ने क्या योजना बनाई थी?
सारै ने अब्राम से कहा कि वह उसकी दासी हागार के साथ सोकर संतान उत्पन्न करे।
Genesis 16:4
हागार जब अब्राम से गर्भवती हो गई तब सारै और उसके मध्य क्या हुआ?
गर्भवती होने के बाद हागार सारै को तुच्छ समझने लगी थी।
Genesis 16:5
सारै ने अब्राम से क्या शिकायत की और अब्राम ने कैसी प्रतिक्रिया दिखाई?
सारै ने अब्राम से शिकायत की कि अब्राम की गलती थी कि हागार ने उसे तुच्छ जाना, और अब्राम ने सारै से कहा कि उसकी दासी के साथ जैसा उचित समझे उसके साथ करे।
Genesis 16:6-8
सारै ने अब्राम से क्या शिकायत की और अब्राम ने कैसी प्रतिक्रिया दिखाई?
सारै ने अब्राम से शिकायत की कि अब्राम की गलती थी कि हागार ने उसे तुच्छ जाना, और अब्राम ने सारै से कहा कि उसकी दासी के साथ जैसा उचित समझे उसके साथ करे।
हागार के गर्भवती होने के बाद सारै ने उसके साथ कैसा व्यवहार किया और हागार ने कैसी प्रतिक्रिया दिखाई?
सारै ने हागार के साथ कठोर व्यवहार किया जिसके कारण हागार भाग गई।
Genesis 16:9
जंगल में यहोवा के स्वर्गदूत ने हागार से क्या करने के लिए कहा था?
यहोवा के स्वर्गदूत ने हागार से कहा कि वह सारै के पास लौट जाए और उसके अधीन रहे।
Genesis 16:10
यहोवा के स्वर्गदूत ने हागार से क्या प्रतिज्ञा की थी?
यहोवा के स्वर्गदूत ने हागार से प्रतिज्ञा की थी कि उसके वंशज अनगिनत होंगे।
Genesis 16:11
हागार से क्यों कहा गया कि वह अपने पुत्र का नाम इश्माएल रखे?
हागार से अपने पुत्र का नाम इश्माएल रखने को कहा गया था क्योंकि परमेश्वर ने उसके दुःख का हाल सुन लिया था।
Genesis 16:12
इश्माएल अन्य लोगों के साथ कैसा व्यवहार करेगा?
इश्माएल सबके विरुद्ध उठेगा और वह अपने भाई-बन्धुओं से अलग निवास करेगा।
Genesis 16:13-15
हागार ने परमेश्वर को किस नाम से पुकारा था?
हागार ने परमेश्वर से कहा, “परमेश्वर जो मुझे देखता है।”
Genesis 16:16
इश्माएल के जन्म के समय अब्राम की आयु कितनी थी?
इश्माएल के जन्म के समय अब्राम की आयु छियासी वर्ष की थी।
Genesis 17
Genesis 17:1-4
अब्राम पर परमेश्वर दूसरी बार प्रकट हुआ था कि उसके साथ अपनी वाचा का पुष्टिकरण करे, तब अब्राम की आयु कितनी थी?
यहोवा से दूसरी बार दर्शन प्राप्त करने पर अब्राम की आयु निन्यानवे वर्ष की थी।
यहोवा ने अब्राम की जीवनशैली के बारे में क्या आज्ञा दी थी?
यहोवा ने अब्राम से कहा था- कि वह उसकी उपस्थिति में सिद्ध होता जाए।
Genesis 17:5-7
परमेश्वर ने अब्राम का नाम बदलकर क्या नाम रखा था?
यहोवा ने अब्राम का नाम बदलकर अब्राहम रखा जिसका अर्थ है, "असंख्य जातियों का पिता"।
Genesis 17:8-9
यहोवा ने अब्राहम के वंशजों को वाचा के अधीन क्या देने की प्रतिज्ञा की थी?
यहोवा ने अब्राहम के वंशजों को वाचा के अधीन कनान देश देने की प्रतिज्ञा की थी।
यहोवा ने अब्राहम से उसके वंशजों और अपने संबंध के बारे में क्या कहा था?
यहोवा ने प्रतिज्ञा की थी कि वह अब्राहम के वंशजों का परमेश्वर होगा।
Genesis 17:10
अब्राहम और यहोवा के मध्य वाचा के चिन्ह हेतु क्या आज्ञा दी थी?
यहोवा की आज्ञा के अनुसार अब्राहम और उसके मध्य वाचा का चिन्ह प्रत्येक पुरूष का खतना होगा।
Genesis 17:11
अब्राहम और यहोवा के मध्य वाचा के चिन्ह हेतु क्या आज्ञा दी थी?
यहोवा की आज्ञा के अनुसार अब्राहम और उसके मध्य वाचा का चिन्ह प्रत्येक पुरूष का खतना होगा।
Genesis 17:12
शिशु का खतना किस समय करना होता था?
आठ दिन पश्चात शिशु का खतना किया जाना था।
यहोवा की वाचा के परिवारों से संबंध करने वाले परदेशी के लिए क्या आज्ञा थी?
यहोवा की वाचा के परिवारों से संबंध करने वाले परदेशी को भी खतना करवाना अनिवार्य था।
Genesis 17:13
यहोवा की वाचा के परिवारों से संबंध करने वाले परदेशी के लिए क्या आज्ञा थी?
यहोवा की वाचा के परिवारों से संबंध करने वाले परदेशी को भी खतना करवाना अनिवार्य था।
Genesis 17:14
जिस पुरूष का खतना न किया गया हो उसके लिए क्या करना था?
जिस पुरूष का खतना न किया गया हो वह वाचा का उल्लंघन करने के कारण समुदाय से बाहर कर दिया जाये।
Genesis 17:15
यहोवा ने सारै का नाम बदलकर क्या रखा था?
यहोवा ने सारै का नाम बदलकर सारा रखा था।
Genesis 17:16
यहोवा ने सारा से किसके जन्म की प्रतिज्ञा की थी?
यहोवा ने प्रतिज्ञा की थी कि अब्राहम अपना पुत्र सारा से उत्पन्न करेगा।
Genesis 17:17-18
सारा को दी गई यहोवा की प्रतिज्ञा पर अब्राहम ने कैसी प्रतिक्रिया दिखाई थी?
अब्राहम ने हंस कर कहा कि वृद्ध स्त्री-पुरुष से सन्तान कैसे उत्पन्न होगी?
Genesis 17:19
सारा से उत्पन्न होने वाले पुत्र का क्या नाम रखने के लिए परमेश्वर ने अब्राहम को आज्ञा दी थी?
परमेश्वर ने कहा था कि अब्राहम सारा के पुत्र का नाम इसहाक रखे।
परमेश्वर ने इसहाक के साथ क्या करने की प्रतिज्ञा की थी?
परमेश्वर ने कहा था कि वह इसहाक के साथ भी वाचा बांधेगा।
Genesis 17:20
परमेश्वर ने इश्माएल के लिए क्या प्रतिज्ञा की थी?
परमेश्वर ने इश्माएल को आशीष करने, फलवन्त करने और एक बड़ी जाति बनाने की प्रतिज्ञा की थी।
Genesis 17:21-23
परमेश्वर ने इसहाक के साथ क्या करने की प्रतिज्ञा की थी?
परमेश्वर ने कहा था कि वह इसहाक के साथ भी वाचा बांधेगा।
Genesis 17:24
जब परमेश्वर अब्राहम के पास से चला गया तब अब्राहम ने उसी दिन क्या किया?
उसी दिन अब्राहम ने अपने कुटुम्ब के सब पुरुषों का खतना किया।
Genesis 17:25
जब परमेश्वर अब्राहम के पास से चला गया तब अब्राहम ने उसी दिन क्या किया?
उसी दिन अब्राहम ने अपने कुटुम्ब के सब पुरुषों का खतना किया।
खतना करते समय इश्माएल की आयु कितनी थी?
इश्माएल का खतना तेरह वर्ष की आयु में किया गया था।
Genesis 17:26
जब परमेश्वर अब्राहम के पास से चला गया तब अब्राहम ने उसी दिन क्या किया?
उसी दिन अब्राहम ने अपने कुटुम्ब के सब पुरुषों का खतना किया।
Genesis 17:27
जब परमेश्वर अब्राहम के पास से चला गया तब अब्राहम ने उसी दिन क्या किया?
उसी दिन अब्राहम ने अपने कुटुम्ब के सब पुरुषों का खतना किया।
Genesis 18
Genesis 18:2-3
अपने तम्बू के द्वार पर बैठे हुए अब्राहम ने दृष्टि की तो क्या देखा?
उसने अपने सामने तीन पुरुषों को खड़े देखा।
Genesis 18:4
अब्राहम ने उन पुरुषों के लिए क्या किया था?
अब्राहम ने उन्हें धोने के लिए पानी दिया और उन्हें भोजन करवाया।
Genesis 18:5-8
अब्राहम ने उन पुरुषों के लिए क्या किया था?
अब्राहम ने उन्हें धोने के लिए पानी दिया और उन्हें भोजन करवाया।
Genesis 18:9
आगन्तुक कि भविष्यद्वाणी के समय सारा कहाँ थी?
सारा तम्बू के भीतर थी।
Genesis 18:10-11
उनमें से एक आगन्तुक ने सारा के लिए क्या भविष्यद्वाणी की थी?
उस एक आगन्तुक ने कहा कि जब वह पुनः आएगा तब सारा को पुत्र कि प्राप्ति होगी।
Genesis 18:12-13
उस आगन्तुक की भविष्यद्वाणी सुनकर सारा ने कैसी प्रतिक्रिया दिखाई थी?
उस आगन्तुक भविष्यद्वाणी सुनकर सारा मन ही मन हंसी थी।
Genesis 18:14-15
उस आगन्तुक, यहोवा ने सारा की इस प्रतिक्रिया पर क्या कहा था?
उसने पूछा कि सारा क्यों हंसी और कहा, "यहोवा के लिए क्या कोई काम कठिन है।"
Genesis 18:16
अब्राहम के घर से प्रस्थान करके वे पुरूष कहां गये थे?
अब्राहम के घर से प्रस्थान करके वे सदोम की ओर गये थे।
Genesis 18:17-18
जब वे जा रहे थे तब यहोवा ने क्या कहा था?
यहोवा ने कहा, "यह जो मैं करता हूं, उसे क्या अब्राहम से छिपा रखूं"?
Genesis 18:19
यहोवा ने अब्राहम को क्या करने के लिए कहा कि वह अब्राहम से की गई प्रतिज्ञायें पूरी कर पाये?
यहोवा ने कहा कि अब्राहम अपने बाद आने वाले अपने पुत्रों और अपने परिवार को आज्ञा दे कि वे यहोवा के मार्ग में अटल बने रहें और धर्म और न्याय करते रहें।
Genesis 18:20
वे पुरूष सदोम क्यों जा रहे थे?
वे सदोम जा रहे थे क्योंकि सदोम और अम्मोरा की चिल्लाहट बढ़ गई थी और उनका पाप बहुत भारी हो गया था। इसलिए यहोवा उतर कर देखना चाहता था कि उन्होंने वैसा ही काम किया है या नहीं।
Genesis 18:21-22
वे पुरूष सदोम क्यों जा रहे थे?
वे सदोम जा रहे थे क्योंकि सदोम और अम्मोरा की चिल्लाहट बढ़ गई थी और उनका पाप बहुत भारी हो गया था। इसलिए यहोवा उतर कर देखना चाहता था कि उन्होंने वैसा ही काम किया है या नहीं।
Genesis 18:23-25
अब्राहम जब यहोवा के साथ रूका तब उसने यहोवा से क्या प्रतिज्ञा किया था?
अब्राहम ने पूछा था, "क्या तू सचमुच दुष्ट के संग धर्मी का भी न्याय करेगा?"
Genesis 18:26-27
यहोवा ने क्या कहा कि पचास धर्मियों के कारण भी वह क्या करेगा?
यहोवा ने कहा कि उनके कारण वह उस संपूर्ण स्थान को क्षमा कर देगा।
Genesis 18:28
यहोवा ने क्या कहा था कि वह पैंतालीस धर्मियों के कारण भी करेगा?
यहोवा ने कहा कि उनके कारण वह उस संपूर्ण स्थान को क्षमा कर देगा।
Genesis 18:29
यदि वहां चालीस धर्मी जन हुए तो यहोवा क्या करेगा?
यहोवा ने कहा कि उनके कारण वह उस संपूर्ण स्थान को क्षमा कर देगा।
Genesis 18:30
यदि उस स्थान में तीस धर्मी जन हुए तो यहोवा क्या करेगा?
यहोवा ने कहा कि उनके कारण वह उस संपूर्ण स्थान को क्षमा कर देगा।
Genesis 18:31
यदि उस नगर में बीस धर्मी जन हुए तो यहोवा क्या करेगा?
यहोवा ने कहा कि उनके कारण वह उस संपूर्ण स्थान को क्षमा कर देगा।
Genesis 18:32-33
यदि उस नगर में दस धर्मी जन हुए तो यहोवा क्या करेगा?
यहोवा ने कहा कि उनके कारण वह उस संपूर्ण स्थान को क्षमा कर देगा।
Genesis 19
Genesis 19:2
उन दो स्वर्गदूतों को देखकर लूत ने उनके लिए क्या किया?
लूत ने कहा कि वे रात में उसके घर विश्राम करके सुबह चले जाएं।
लूत के इस प्रस्ताव पर स्वर्गदूतों की प्रतिक्रिया क्या थी?
उन स्वर्गदूतों ने कहा कि वे नगर के चौक में ही रात बिताएंगे।
Genesis 19:3-4
लूत के बहुत आग्रह करने पर उन स्वर्गदूतों ने क्या किया?
अन्त में वे लूत के साथ रात में विश्राम करने उसके घर चले गए।
Genesis 19:5-7
नगर के निवासी जिन्होंने लूत के घर को घेर लिया था, लूत से क्या चाहते थे?
वे चाहते थे कि लूत उन दोनों अतिथियों को बाहर निकाले कि वे उसके साथ संभोग करे।
Genesis 19:8
नगर के निवासी जिन्होंने लूत के घर को घेर लिया था, लूत से क्या चाहते थे?
लूत ने अतिथियों की अपेक्षा अपनी दोनों पुत्रियों को उन्हें देने का प्रस्ताव रखा।
Genesis 19:9-10
उन लोगों ने लूत के इस प्रस्ताव का क्या उत्तर दिया था?
उन्होंने उसे पीछे धकेल कर घर के द्वार को लगभग तोड़ ही दिया था।
Genesis 19:11-12
उन स्वर्गदूतों ने तब क्या किया?
उन्होंने लूत को घर में खींच लिया और लोगों को अन्धा कर दिया।
Genesis 19:13
उन स्वर्गदूतों ने क्या कहा कि यहोवा ने उन्हें करने के लिए भेजा है?
उन स्वर्गदूतों ने कहा कि उन्हें उस नगर को नष्ट करने के लिए भेजा गया है।
Genesis 19:14
जब लूत ने अपने दामादों से कहा कि वे शीघ्र ही सदोम से बाहर निकल जाएं क्योंकि वह नगर नष्ट होने वाला है तो उनकी प्रतिक्रिया क्या थी?
उन्होंने सोचा कि वह व्यर्थ की बातें कर रहा है।
Genesis 19:15
जब सुबह हुई तब स्वर्गदूत ने लूत को क्या करने को कहा?
उन्होंने लूत से कहा कि वह अपनी पत्नी और पुत्रियों को लेकर नगर से बाहर निकल जाये।
Genesis 19:16
लूत के विलम्ब करने पर स्वर्गदूतों ने लूत और उसके परिवार का हाथ पकड़कर उन्हें नगर से बाहर क्यों किया था?
उन स्वर्गदूतों ने उन्हें नगर से बाहर कर दिया क्योंकि वह उनके साथ दया का व्यवहार कर रहे थे।
Genesis 19:17-21
लुत जब नगर से बाहर निकला तब स्वर्गदूतों ने क्या निर्देश दिया?
तब स्वर्गदूतों कहा "अपना प्राण ले कर भाग जा; पीछे की और न ताकना"
Genesis 19:22-23
उन स्वर्गदूतों ने लूत और उसके परिवार को कहां भाग जाने के लिए कहा था?
उन्होंने लूत को अपने परिवार के साथ सोअर भाग जाने को कहा।
Genesis 19:24-25
जब लूत सोअर पहुंच गया तब यहोवा ने क्या किया?
परमेश्वर ने सदोम और अमोरा पर आकाश से आग और गंधक बरसाई थी।
Genesis 19:26-27
लूत की पत्नी ने क्या किया और उसका परिणाम क्या हुआ?
लूत की पत्नी ने मुड़कर देखा और वह नमक का खंभा बन गई।
Genesis 19:28-29
जब सुबह हुई तब अब्राहम ने उस देश में क्या देखा?
अब्राहम ने देखा उस देश में से धधकती हुई भट्टी का सा धुआं उठ रहा है।
Genesis 19:30
तब लूत कहां चला गया और क्यों?
लूत सोअर में रहने से डरता था इसलिए वह पहाड़ों में रहने चला गया।
Genesis 19:31
लूत की पुत्रियों ने पिता के साथ क्या करने की योजना बनाई?
लूत की पुत्रियों ने पिता को मदिरा पिलाकर नशे की दशा में उसके साथ सोकर संतान उत्पन्न करने की योजना बनाई।
Genesis 19:32-36
लूत की पुत्रियों ने पिता के साथ क्या करने की योजना बनाई?
लूत की पुत्रियों ने पिता को मदिरा पिलाकर नशे की दशा में उसके साथ सोकर संतान उत्पन्न करने की योजना बनाई।
Genesis 19:37
लूत की पुत्रियों से कौन-कौन सी दो जातियां निकली थीं?
लूत की पुत्रियों से मोआब और अम्मोन की जातियां आयी थी।
Genesis 19:38
लूत की पुत्रियों से कौन-कौन सी दो जातियां निकली थीं?
लूत की पुत्रियों से मोआब और अम्मोन की जातियां आयी थी।
Genesis 20
Genesis 20:1
गरार में रहते समय अब्राहम ने सारा के बारे में क्या कहा?
अब्राहम ने कहा कि सारा उसकी बहिन है।
Genesis 20:2
गरार में रहते समय अब्राहम ने सारा के बारे में क्या कहा?
अब्राहम ने कहा कि सारा उसकी बहिन है।
Genesis 20:3-4
परमेश्वर ने अबीमेलेक से क्या कहाँ जब उसने सारा को रख लिया?
परमेश्वर ने स्वप्न में अबीमेलेक के पास आकर कहा, सुन, जिस स्त्री को तू ने रख लिया है, उसके कारण तू मर जाएगा, क्योंकि वह सुहागिन है।
Genesis 20:5-6
अबीमेलेक ने परमेश्वर से क्या कहा कि अब्राहम और सारा ने उससे क्या कहा था?
अबीमेलेक ने परमेश्वर से कहा कि अब्राहम और सारा ने कहा था कि वह उसकी बहन है।
Genesis 20:7
परमेश्वर ने अबीमेलेक को क्या करने के लिए कहा, अन्यथा उसका क्या होगा?
परमेश्वर ने अबीमेलेक से कहा कि वह सारा को अब्राहम के पास लौटा दे अन्यथा वह और उसकी संपूर्ण प्रजा नष्ट हो जाएगी।
Genesis 20:8-10
जब अबीमेलेक की प्रजा ने सुना कि परमेश्वर ने अबीमेलेक को कैसी चेतावनी दी तो उन्होंने क्या किया?
परमेश्वर की चेतावनी सुनकर वे बहुत डर गए थे।
Genesis 20:11
अब्राहम ने सारा को बहन बताने का क्या कारण स्पष्ट किया था?
अब्राहम ने कहा कि वह डरता था कि सारा के कारण अबीमेलेक उसकी हत्या कर देगा।
Genesis 20:12-15
सारा अब्राहम की बहन कैसे थी?
सारा अब्राहम के पिता की पुत्री थी परन्तु उसकी माता की नहीं।
Genesis 20:16
अबीमेलेक ने अब्राहम को क्या दिया?
अबीमेलेक ने अब्राहम को भेड़ और बैल, दास-दासियां दी।
अबीमेलेक ने सारा से उसके भाई को एक हजार चांदी के टुकड़े देने का क्या कारण बताया?
अबीमेलेक ने सारा को कहा कि उसके भाई को एक हजार चांदी के टुकड़े दिए ताकि वह तुम्हारे संगियों के सामने आँखों में परदा बने, और सभी के सामने।
Genesis 20:17-18
अब्राहम ने अबीमेलेक और उसकी प्रजा के लिए प्रार्थना की तो क्या हुआ?
परमेश्वर ने अबीमेलेक, उसकी पत्नी और दासियों को स्वस्थ कर दिया कि वे सन्तोत्पत्ति के योग्य हो गए।
Genesis 21
Genesis 21:2-3
यहोवा ने सारा के लिए क्या किया?
यहोवा ने सारा के साथ अपनी प्रतिज्ञा पूरी की और ठहराए समय में सारा को पुत्र प्राप्ति हुई।
Genesis 21:4-5
इसहाक जब आठ दिन का हुआ तब अब्राहम ने क्या किया?
इसहाक जब आठ दिन का हुआ तब अब्राहम ने उसका खतना किया।
Genesis 21:6-8
सारा ने क्या कहा कि परमेश्वर ने उससे करवाया था?
सारा ने कहा कि परमेश्वर ने उसे प्रफुल्लित किया था।
Genesis 21:9
जिस दिन इसहाक का दूध छुड़वाया गया उस दिन सारा ने क्या देखा?
सारा ने हागार के पुत्र को ठट्ठा करते देखा।
Genesis 21:10
सारा ने हागार और उसके पुत्र के साथ अब्राहम को क्या करने को कहा और क्यों?
सारा ने अब्राहम को कहा कि वह हागार और उसके पुत्र को निकाल दे क्योंकि अब्राहम का पुत्र उसके पुत्र इसहाक के साथ-साथ संगी वारिस नहीं होगा।
Genesis 21:11
सारा की इस बात पर अब्राहम की प्रतिक्रिया क्या थी और परमेश्वर ने उसको क्या कहा?
यद्यपि अब्राहम सारा की बात से दुखी हुआ।
Genesis 21:12-13
परमेश्वर ने अब्राहम को क्या करने को कहा था?
परमेश्वर ने अब्राहम से कहा कि वह सारा की बात माने।
Genesis 21:14-17
अब्राहम ने अब्राहम को निकाल दिया तो वे दोनों कहां गए?
हागार और उसका पुत्र जंगल में चले गए।
Genesis 21:18
परमेश्वर ने हागार को क्या कहा कि वह उसके पुत्र के साथ करेगा?
परमेश्वर ने कहा कि वह हागार के पुत्र से भी एक बड़ी जाति उत्पन्न करेगा।
Genesis 21:19
हागार और उसका पुत्र कैसे निर्वाह कर पाये?
परमेश्वर ने हागार की आंखें खोल दीं और उसे एक कुआं दिखाई दिया।
Genesis 21:20
बड़े होने पर हागार के पुत्र का क्या हुआ?
वह एक धर्नुधारी बना और उसकी माता ने उसका विवाह मिस्री से किया।
Genesis 21:21-22
बड़े होने पर हागार के पुत्र का क्या हुआ?
वह एक धर्नुधारी बना और उसकी माता ने उसका विवाह मिस्री से किया।
Genesis 21:23-24
अबीमेलेक क्या चाहता था कि अब्राहम उससे क्या शपथ खाए?
अबीमेलेक अब्राहम से यह चाहता था कि शपथ खाए कि वो उससे छल नहीं करेगा, और न कभी उसकी सन्तान और उसके वंश से। जैसी करुणा अबीमेलेक ने अब्राहम पर दिखाई है वैसी ही वो भी उस पर दिखाए।
Genesis 21:25-27
अबीमेलेक के बारे में अब्राहम ने क्या उलाहना दी?
अब्राहम ने अबीमेलेक को एक कुएँ के विषय में जो अबीमेलेक के दासों ने बलपूर्वक ले लिया था, उलाहना दिया।
Genesis 21:28
अब्राहम ने भेड़ की सात बच्चे अबीमेलेक को क्यों दी?
अब्राहम ने सात बच्चियों को अबीमेलेक को इस बात की साक्षी जानकर भेजा कि उसने यह विवादित कुआँ खोदा है।
Genesis 21:29
अब्राहम ने भेड़ की सात बच्चे अबीमेलेक को क्यों दी?
अब्राहम ने सात बच्चियों को अबीमेलेक को इस बात की साक्षी जानकर भेजा कि उसने यह विवादित कुआँ खोदा है।
Genesis 21:30-31
अब्राहम ने भेड़ की सात बच्चे अबीमेलेक को क्यों दी?
अब्राहम ने सात बच्चियों को अबीमेलेक को इस बात की साक्षी जानकर भेजा कि उसने यह विवादित कुआँ खोदा है।
Genesis 21:32
अबीमेलेक किस देश में लौट गया था?
अबीमेलेक लौटकर पलिश्तियों के देश आ गया।
Genesis 21:33
अब्राहम ने बर्शेबा में झाऊ का वृक्ष लगाकर क्या किया?
अब्राहम ने सनातन परमेश्वर यहोवा से प्रार्थना की।
Genesis 21:34
अब्राहम बहुत दिनों तक कहाँ रहा था?
अब्राहम बहुत दिनों तक पलिश्तियों के देश में रहा।
Genesis 22
Genesis 22:1
परमेश्वर ने अब्राहम को परखने के लिए क्या किया?
परमेश्वर ने अब्राहम से कहा कि वह मोरिय्याह देश जाकर उसके पुत्र इसहाक को होमबलि कर दे।
Genesis 22:2
परमेश्वर ने अब्राहम को परखने के लिए क्या किया?
परमेश्वर ने अब्राहम से कहा कि वह मोरिय्याह देश जाकर उसके पुत्र इसहाक को होमबलि कर दे।
Genesis 22:3-4
अब्राहम ने परमेश्वर की आज्ञा के प्रति कैसी प्रतिक्रिया दिखाई?
अब्राहम प्रातःकाल उठकर परमेश्वर के बताए हुए स्थान के लिए चल पड़ा।
Genesis 22:5-6
अब्राहम ने अपने दो युवा सेवकों से क्या कहा कि वह और इसहाक करने जा रहे हैं?
अब्राहम ने अपने सेवकों से कहा कि वह और इसहाक परमेश्वर की उपासना करके लौट आएंगे।
Genesis 22:7
जब अब्राहम और इसहाक जा रहे थे तब इसहाक ने अपने पिता से क्या पूछा?
इसहाक ने अब्राहम से पूछा, “होमबलि के लिए भेड़ कहाँ है?”
Genesis 22:8
अब्राहम ने इसहाक के प्रश्न का क्या उत्तर दिया?
अब्राहम ने कहा कि वे परमेश्वर होमबलि के लिए भेड़ का प्रबन्ध करेगा।
Genesis 22:9-11
इस स्थान पर पहुंचकर अब्राहम ने होमबलि के लिए तैयारी करी और कैसे?
अब्राहम ने इसहाक को बांधकर वेदी पर रखकर होमबलि की तैयारी करी।
Genesis 22:12
जब अब्राहम ने छुरी हाथ में ली तब परमेश्वर के दूत ने स्वर्ग से उसको पुकार कर क्या कहा था?
यहोवा के स्वर्गदूत ने अब्राहम से कहा कि वह इसहाक की हानि नहीं करे।
उस स्वर्गदूत ने अब्राहम के बारे में क्या कहा?
उस स्वर्गदूत ने कहा कि वह जान गया है कि अब्राहम परमेश्वर का भय मानता है।
Genesis 22:13
परमेश्वर ने तब अब्राहम के लिए बलि का प्रबन्ध कैसे किया?
वहां झाड़ियों में एक भेढ़ा फंसा हुआ था जिसकी अब्राहम ने होमबलि करी।
Genesis 22:14-15
उस होमबलि के स्थान को अब्राहम ने क्या नाम दिया?
अब्राहम ने उस स्थान का नाम रखा, "यहोवा उपाय करेगा"
Genesis 22:16
यहोवा के दूत ने अब्राहम को आशीष देने का क्या कारण दिया?
यहोवा के दूत ने कहा कि अब्राहम को आशीष इसलिए देगा क्योंकि अब्राहम ने अपने एकलौते पुत्र को भी, नहीं रख छोड़ा।
Genesis 22:17
यहोवा के दूत ने अब्राहम को आशीष देने का क्या कारण दिया?
यहोवा के दूत ने कहा कि अब्राहम को आशीष इसलिए देगा क्योंकि अब्राहम ने अपने एकलौते पुत्र को भी, नहीं रख छोड़ा।
Genesis 22:18-24
किस के द्वारा और क्यों पृथ्वी की सारी जातियाँ धन्य होगी?
अब्राहम द्वारा पृथ्वी की सारी जातियाँ अपने को उसके वंश के कारण धन्य मानेंगी: क्योंकि अब्राहम ने दूत द्वारा यहोवा की वाणी को माना है।
Genesis 23
Genesis 23:2
सारा के मरने पर अब्राहम ने सबसे पहले क्या किया?
सारा के मरने पर अब्राहम ने सबसे पहले रोकर उसके लिए विलाप किया।
Genesis 23:3
अब्राहम ने हित्तियों से क्या प्रतिज्ञा की थी?
अब्राहम ने कब्रिस्तान होने के लिए उससे भूमि मांगी।
Genesis 23:4
अब्राहम ने हित्तियों से क्या प्रतिज्ञा की थी?
अब्राहम ने कब्रिस्तान होने के लिए उससे भूमि मांगी।
Genesis 23:5
हित्तियों ने अब्राहम को क्या उत्तर दिया?
हित्तियों ने अब्राहम को अपनी कब्रों में से मनपसन्द कब्र चुनने के लिए कहा।
Genesis 23:6-9
हित्तियों ने अब्राहम को क्या उत्तर दिया?
हित्तियों ने अब्राहम को अपनी कब्रों में से मनपसन्द कब्र चुनने के लिए कहा।
Genesis 23:10
अब्राहम ने एप्रोन हित्ती की गुफा को कब्र के लिए मांगा तो एप्रोन की प्रतिक्रिया क्या थी?
एप्रोन वह गुफा ही नहीं उसके पास की भूमि अब्राहम को देने के लिए तैयार हो गया था।
Genesis 23:11
अब्राहम ने एप्रोन हित्ती की गुफा को कब्र के लिए मांगा तो एप्रोन की प्रतिक्रिया क्या थी?
एप्रोन वह गुफा ही नहीं उसके पास की भूमि अब्राहम को देने के लिए तैयार हो गया था।
Genesis 23:12
अब्राहम ने एप्रोन के प्रस्ताव पर कैसी प्रतिक्रिया दिखाई थी?
अब्राहम ने एप्रोन की मानकर उसकी भूमि और गुफा मोल लिया।
Genesis 23:13
अब्राहम ने एप्रोन के प्रस्ताव पर कैसी प्रतिक्रिया दिखाई थी?
अब्राहम ने एप्रोन की मानकर उसकी भूमि और गुफा मोल लिया।
Genesis 23:14
एप्रोन ने अब्राहम के प्रस्ताव पर कैसी प्रतिक्रिया दिखाई थी?
एप्रोन ने उस खेत और गुफा के चांदी के चार सौ शेकेल मांगे।
अब्राहम और एप्रोन के बीच बातचीत कैसे समाप्त हुई?
अब्राहम ने एप्रोन को भूमि के लिए चांदी के चार सौ शेकेल तौल दिया।
Genesis 23:15
एप्रोन ने अब्राहम के प्रस्ताव पर कैसी प्रतिक्रिया दिखाई थी?
एप्रोन ने उस खेत और गुफा के चांदी के चार सौ शेकेल मांगे।
अब्राहम और एप्रोन के बीच बातचीत कैसे समाप्त हुई?
अब्राहम ने एप्रोन को भूमि के लिए चांदी के चार सौ शेकेल तौल दिया।
Genesis 23:16
अब्राहम और एप्रोन के बीच बातचीत कैसे समाप्त हुई?
अब्राहम ने एप्रोन को भूमि के लिए चांदी के चार सौ शेकेल तौल दिया।
Genesis 23:17
एप्रोन की भूमि जो मकपेला में थी उसे खरीदने के साथ में क्या शामिल था ?
अब्राहम की खरीदने के साथ में भूमि सहित वह गुफा भी जो उस पर थी, तथा भूमि पर और भूमि के क्षेत्र में लगे सब पेड़ शामिल थे।
Genesis 23:18
एप्रोन की भूमि जो मकपेला में थी उसे खरीदने के साथ में क्या शामिल था ?
अब्राहम की खरीदने के साथ में भूमि सहित वह गुफा भी जो उस पर थी, तथा भूमि पर और भूमि के क्षेत्र में लगे सब पेड़ शामिल थे।
Genesis 23:19-20
अब्राहम ने उस गुफा का क्या किया?
अब्राहम ने उस गुफा में सारा को दफन किया।
Genesis 24
Genesis 24:2
अब्राहम ने अपने बूढ़े दास को किस बात की शपथ खिलाई थी?
अब्राहम ने अपने उस बूढ़े दास को शपथ खिलवाई कि वह अब्राहम के परिजनों में से इसहाक के लिए पत्नी लेकर आयेगा।
Genesis 24:3
अब्राहम ने अपने बूढ़े दास को किस बात की शपथ खिलाई थी?
अब्राहम ने अपने उस बूढ़े दास को शपथ खिलवाई कि वह अब्राहम के परिजनों में से इसहाक के लिए पत्नी लेकर आयेगा।
Genesis 24:4
अब्राहम ने अपने बूढ़े दास को किस बात की शपथ खिलाई थी?
अब्राहम ने अपने उस बूढ़े दास को शपथ खिलवाई कि वह अब्राहम के परिजनों में से इसहाक के लिए पत्नी लेकर आयेगा।
Genesis 24:5
अब्राहम ने किस बात पर बल दिया कि वह बूढ़ा दास इसहाक को नहीं करने देगा?
अब्राहम ने बल देकर कहा कि वह दास इसहाक को उस देश कभी नहीं ले जायेगा जहां से अब्राहम निकल कर आया था।
Genesis 24:6-11
अब्राहम ने किस बात पर बल दिया कि वह बूढ़ा दास इसहाक को नहीं करने देगा?
अब्राहम ने बल देकर कहा कि वह दास इसहाक को उस देश कभी नहीं ले जायेगा जहां से अब्राहम निकल कर आया था।
Genesis 24:12
अब्राहम के दास ने इसहाक के लिए पत्नी ढूंढने के मार्गदर्शन के लिए क्या विनती की थी?
उस दास ने परमेश्वर से विनती की थी कि जिस स्त्री से वह पीने के लिए पानी मांगे वह अपने बर्तन से उसे पानी पिलाए और उसके ऊँटों को भी पानी पिलाए, वही इसहाक के लिए पत्नी मानी जाए।
Genesis 24:13
अब्राहम के दास ने इसहाक के लिए पत्नी ढूंढने के मार्गदर्शन के लिए क्या विनती की थी?
उस दास ने परमेश्वर से विनती की थी कि जिस स्त्री से वह पीने के लिए पानी मांगे वह अपने बर्तन से उसे पानी पिलाए और उसके ऊँटों को भी पानी पिलाए, वही इसहाक के लिए पत्नी मानी जाए।
Genesis 24:14
अब्राहम के दास ने इसहाक के लिए पत्नी ढूंढने के मार्गदर्शन के लिए क्या विनती की थी?
उस दास ने परमेश्वर से विनती की थी कि जिस स्त्री से वह पीने के लिए पानी मांगे वह अपने बर्तन से उसे पानी पिलाए और उसके ऊँटों को भी पानी पिलाए, वही इसहाक के लिए पत्नी मानी जाए।
Genesis 24:15-16
रिबका अब्राहम के साथ किस सम्बन्ध में थे?
रिबका अब्राहम के भाई नाहोर की पोती थी।
Genesis 24:17
रिबका ने क्या किया जब अब्राहम के दास ने पानी पीने के लिए पूछा?
रिबका ने दास को पीने के लिए दिया।
Genesis 24:18
रिबका ने क्या किया जब अब्राहम के दास ने पानी पीने के लिए पूछा?
रिबका ने दास को पीने के लिए दिया।
Genesis 24:19-25
जब रिबका दास को पानी पिला चुकी थी तब उसने उससे क्या कहा?
जब रिबका ने सेवक को पानी पिला चुकी, तब उसने कहा, “मैं तेरे ऊँटों के लिये भी तब तक पानी भर-भर लाऊँगी, जब तक वे पी न चुकें।
Genesis 24:26
अब्राहम के दास ने क्या किया जब सुना कि रिबका अब्राहम के परिजनों में से है और वह एक रात उसके परिवार के साथ रुक सकता था?
इसहाक ने यहोवा को धन्य कहा और उसकी उपासना की।
Genesis 24:27-28
अब्राहम के दास ने क्या किया जब सुना कि रिबका अब्राहम के परिजनों में से है और वह एक रात उसके परिवार के साथ रुक सकता था?
इसहाक ने यहोवा को धन्य कहा और उसकी उपासना की।
Genesis 24:29-30
रिबका का भाई कौन था?
लाबान रिबका का भाई था।
Genesis 24:31-32
लाबान जब अब्राहम के दास को मिला तो उसने क्या किया?
लाबान ने अब्राहम के दस को उसके घर में रहने के लिए आमंत्रित किया।
Genesis 24:33-39
अब्राहम के दास ने भोजन ग्रहण करने से पूर्व किस काम को करने पर बल दिया?
उसने भोजन करने से पूर्व अपने आने का प्रयोजन प्रकट करने पर बल दिया था।
Genesis 24:40-46
अब्राहम ने कैसे कहा कि यहोवा उस दास को सफलता प्रदान करेगा?
अब्राहम ने कहा कि यहोवा अपना स्वर्गदूत उसके आगे-आगे भेजेगा कि वह वहां से इसहाक के लिए पत्नी ले आये।
Genesis 24:47-49
रिबका को अब्राहम के परिजनों में पाकर उस दास ने रिबका को क्या दिया?
अब्राहम के दास ने रिबका को सोने का नथ और हाथ के कंगन दिये।
Genesis 24:50
अब्राहम के दास ने जब उनसे पूछा कि रिबका के बारे में उनका क्या विचार है तो लाबान और बतूएल ने क्या कहा?
लाबान और बतूएल ने उत्तर दिया कि वह रिबका को लेकर जाये कि रिबका अब्राहम की पुत्रवधु हो।
Genesis 24:51
अब्राहम के दास ने जब उनसे पूछा कि रिबका के बारे में उनका क्या विचार है तो लाबान और बतूएल ने क्या कहा?
लाबान और बतूएल ने उत्तर दिया कि वह रिबका को लेकर जाये कि रिबका अब्राहम की पुत्रवधु हो।
Genesis 24:52
लाबान और बतूएल का उत्तर सुनकर अब्राहम के दास ने क्या किया?
अब्राहम के दास ने यहोवा को दण्डवत किया और रिबका को गहने एवं वस्त्र दिये और रिबका की भाई और माता को अनमोल वस्तुयें दीं।
Genesis 24:53
लाबान और बतूएल का उत्तर सुनकर अब्राहम के दास ने क्या किया?
अब्राहम के दास ने यहोवा को दण्डवत किया और रिबका को गहने एवं वस्त्र दिये और रिबका की भाई और माता को अनमोल वस्तुयें दीं।
Genesis 24:54
अगले दिन सुबह जब वे सोकर जागे तब रिबका के भाई और उसकी माता ने अब्राहम के दास से क्या कहा?
अगले दिन सुबह जब वे सोकर जागे तब वे चाहते थे कि अब्राहम का दास उनके पास दस दिन और रहे।
Genesis 24:55
अगले दिन सुबह जब वे सोकर जागे तब रिबका के भाई और उसकी माता ने अब्राहम के दास से क्या कहा?
अगले दिन सुबह जब वे सोकर जागे तब वे चाहते थे कि अब्राहम का दास उनके पास दस दिन और रहे।
Genesis 24:56
अब्राहम के दास ने अतिशीघ्र लौट जाने का अपना निर्णय स्पष्ट किया तब रिबका ने क्या कहा?
रिबका ने कहा कि वह उस दास के साथ जाना चाहती थी।
Genesis 24:57
अब्राहम के दास ने अतिशीघ्र लौट जाने का अपना निर्णय स्पष्ट किया तब रिबका ने क्या कहा?
रिबका ने कहा कि वह उस दास के साथ जाना चाहती थी।
Genesis 24:58-59
अब्राहम के दास ने अतिशीघ्र लौट जाने का अपना निर्णय स्पष्ट किया तब रिबका ने क्या कहा?
रिबका ने कहा कि वह उस दास के साथ जाना चाहती थी।
Genesis 24:60-62
रिबका जब अब्राहम के दास के साथ जाने वाली थी तब उसके परिवार ने उसे क्या आशीर्वाद दिया था?
उन्होंने उसे आशीर्वाद देते हुए कहा, “तू हज़ारों लाखों की आदि माता हो, और तेरा वंश अपने बैरियों के नगरों का अधिकारी हो।”
Genesis 24:63
रिबका जब अब्राहम के घर पहुंची तो उसने क्या देखा?
इसहाक बाहर मैदान में ध्यान करने के लिए निकला था।
Genesis 24:64
इसहाक को देखकर रिबका ने क्या किया?
इसहाक को देखकर रिबका ऊँट से उतरी और अपना मुंह घूंघट से ढांक लिया।
Genesis 24:65-66
इसहाक को देखकर रिबका ने क्या किया?
इसहाक को देखकर रिबका ऊँट से उतरी और अपना मुंह घूंघट से ढांक लिया।
Genesis 24:67
अपने दास से संपूर्ण वृत्तान्त सुनकर इसहाक ने क्या किया?
इसहाक रिबका को लेकर अपनी माता, सारा के तम्बू में लाया और रिबका को अपने पत्नी के रूप में ले लिया।
Genesis 25
Genesis 25:1-4
अपनी पत्नी सारा के मरणोपरान्त अब्राहम ने क्या किया?
अब्राहम ने कतूरा नामक एक स्त्री से विवाह किया।
Genesis 25:5
अब्राहम ने अपनी धन-सम्पदा का बंटवारा कैसे किया था?
अब्राहम ने अपनी रखेलियों के पुत्रों को कुछ-कुछ देखकर पूरब देश में भेज दिया और इसहाक को अपना सब कुछ दे दिया।
Genesis 25:6
अब्राहम ने अपनी धन-सम्पदा का बंटवारा कैसे किया था?
अब्राहम ने अपनी रखेलियों के पुत्रों को कुछ-कुछ देखकर पूरब देश में भेज दिया और इसहाक को अपना सब कुछ दे दिया।
Genesis 25:7-8
अब्राहम कितने वर्ष तक जीवित रहा था?
अब्राहम की आयु एक सौ पचहत्तर वर्ष की थी।
Genesis 25:9-17
अब्राहम को किसने मिट्टी दी थी?
इसहाक और इश्माएल ने अब्राहम को दफन किया था।
Genesis 25:18-20
इश्माएल के बारह पुत्रों में कैसा आपसी व्यवहार था?
उनका व्यवहार एक-दूसरे के प्रति वैरभाव का था।
Genesis 25:21-22
रिबका के सन्तान नहीं हो रही थी तो इसहाक ने क्या किया?
इसहाक ने यहोवा से प्रार्थना की और यहोवा ने उसकी प्रार्थना सुनी जिसके परिणामस्वरूप रिबका गर्भवती हो गई।
Genesis 25:23-24
रिबका के जुड़वां बालक जब गर्भ ही में संघर्ष कर रहे थे तब यहोवा ने क्या कहा था?
यहोवा ने कहा कि उसके गर्भ में दो जातियां हैं जिनमें एक दूसरे से अधिक शक्तिशाली होगी और बड़ा छोटे की सेवा करेगा।
Genesis 25:25
पहले किसका जन्म हुआ और वह कैसा दिखता था?
पहले एसाव का जन्म हुआ और वह लाल वर्ण का था, उसका संपूर्ण शरीर कम्बल के समान रोगमय था।
Genesis 25:26
दूसरा जन्म लेने वाला कौन था और वह प्रसव के समय क्या कर रहा था?
दूसरा याकूब था और वह एसाव की एड़ी पकड़े हुए उत्पन्न हुआ था।
Genesis 25:27
एसाव कैसा व्यक्ति था?
एसाव वनवासी होकर एक चतुर शिकारी हो गया था।
याकूब किस प्रकार का व्यक्ति था?
याकूब सीधा मनुष्य था और तम्बुओं में ही रहा करता था।
Genesis 25:28-29
इसहाक का प्रिय कौन था और रिबका का प्रिय कौन था?
इसहाक एसाव से प्रीति रखता था और रिबका याकूब से प्रीति रखती थी।
Genesis 25:30
एसाव का दूसरा नाम क्या था?
एदोम एसाव का दूसरा नाम था।
Genesis 25:31-32
एसाव भूख के कारण तड़प् रहा था और याकूब ने लाल रंग की दाल पकाई थी तो एसाव ने उससे भोजन मांगा और याकूब ने बदले में उससे क्या मांगा?
लाल व्यंजन के बदले याकूब ने एसाव से पहिलौठे का अधिकार मांगा था।
Genesis 25:33
याकूब के इस प्रस्ताव पर एसाव ने कैसी प्रतिक्रिया दिखाई थी?
एसाव ने शपथ खाई और अपने पहिलौठे का अधिकार याकूब को बेच दिया।
Genesis 25:34
एसाव ने याकूब को अपना पहिलौठे का अधिकार बेच कर कैसे व्यवहार का प्रदर्शन किया था?
एसाव ने अपने पहिलौठे के अधिकार को तुच्छ जाना था।
Genesis 26
Genesis 26:1
इसहाक पलिश्तियों के नगर, गरार क्यों चला गया था जहाँ अबीमेलेक राजा था?
अकाल के कारण इसहाक गरार चला गया था।
Genesis 26:2
इससे पूर्व कि एसाव गरार जाता यहोवा ने उससे क्या कहा था?
यहोवा ने इसहाक से कहा था कि वह मिस्र जाने की अपेक्षा उस देश में रहे जो यहोवा उसे बताएगा।
Genesis 26:3-4
अब्राहम के साथ खाई शपथ के बारे में यहोवा ने इसहाक से क्या कहा?
यहोवा ने कहा कि उसने अब्राहम के साथ जो शपथ खाई है, उसे वह पूरी करेगा।
Genesis 26:5-6
यहोवा ने क्यों कहा कि वह ऐसा करेगा?
यहोवा ने कहा कि अब्राहम ने उसकी वाणी सुनी और उसकी आज्ञाओं, विधियों और व्यवस्था का पालन किया।
Genesis 26:7-8
इसहाक ने गरारवासियों को रिबका के विषय में क्या कहा था?
इसहाक ने उनसे कहा कि रिबका उसकी बहन है।
Genesis 26:9
अबीमेलेक के अनुसार इसहाक का झूठ उसकी प्रजा पर अनर्थ का कारण क्यों बन सकता था?
इसहाक के झूठ के कारण कोई रिबका के साथ कुकर्म करता तो संपूर्ण प्रजा पाप का दण्ड भोगती।
Genesis 26:10
अबीमेलेक के अनुसार इसहाक का झूठ उसकी प्रजा पर अनर्थ का कारण क्यों बन सकता था?
इसहाक के झूठ के कारण कोई रिबका के साथ कुकर्म करता तो संपूर्ण प्रजा पाप का दण्ड भोगती।
Genesis 26:11-15
अबीमेलेक ने रिबका के विषय में क्या आज्ञा निकाली?
अबीमेलेक ने आज्ञा निकाली कि कोई भी रिबका को स्पर्श न करे अन्यथा वह मृत्यु-दण्ड के योग्य होगा।
Genesis 26:16-17
अबीमेलेक ने किस कारण इसहाक को पलिश्तियों से चले जाने को कहा?
अबीमेलेक ने इसहाक को पलिश्तियों से चले जाने को कहा क्योंकि “तू हम से बहुत सामर्थी हो गया है।”
Genesis 26:18-21
इसहाक को फिर से अब्राहम के दिनों में खोदे गए कुएँ को क्यों खुदवाना पड़ा?
कुएँ उसके अब्राहम के दिनों में खोदे गए थे, और उसके मरने के पीछे पलिश्तियों ने रोक दिए थे, उनको इसहाक ने फिर से खुदवाया।
Genesis 26:22
इसहाक ने कुएं का क्या नाम रखा जिसके बाद गरार के चरवाहे उनके साथ झगड़ा न करेंगे?
इसहाक ने कुवों का क्या नाम रहोबोत रखा जिस पर गरार की चरवाहे उनके साथ झगड़ा न करेंगे।
Genesis 26:23
यहोवा ने बर्शेबा में इसहाक को दर्शन देकर किस बात की पुष्टि की थी?
यहोवा ने इसहाक से कहा कि वह उसको आशिष देकर उसका वंश बढ़ायेगा।
Genesis 26:24-27
यहोवा ने बर्शेबा में इसहाक को दर्शन देकर किस बात की पुष्टि की थी?
यहोवा ने इसहाक से कहा कि वह उसको आशिष देकर उसका वंश बढ़ायेगा।
Genesis 26:28
अबीमेलेक इसहाक के साथ कैसी वाचा बांधना चाहता था और क्यों?
अबीमेलेक इसहाक के साथ वाचा बांधना चाहता था कि कोई भी पक्ष दूसरे पक्ष को हानि नहीं पहुंचायेगा क्योंकि उसने देखा था कि यहोवा इसहाक के साथ है।
Genesis 26:29
अबीमेलेक इसहाक के साथ कैसी वाचा बांधना चाहता था और क्यों?
अबीमेलेक इसहाक के साथ वाचा बांधना चाहता था कि कोई भी पक्ष दूसरे पक्ष को हानि नहीं पहुंचायेगा क्योंकि उसने देखा था कि यहोवा इसहाक के साथ है।
Genesis 26:30
वाचा बांधने से अबीमेलेक के प्रस्ताव पर इसहाक ने कैसी प्रतिक्रिया दिखाई थी?
इसहाक ने भोजन का आयोजन किया व दोनों ने शपथ खाई।
Genesis 26:31-33
वाचा बांधने से अबीमेलेक के प्रस्ताव पर इसहाक ने कैसी प्रतिक्रिया दिखाई थी?
इसहाक ने भोजन का आयोजन किया व दोनों ने शपथ खाई।
Genesis 26:34
एसाव की दोनों पत्नियां किस जाति की थीं?
एसाव की पत्नियां हित्तियों में से थीं।
Genesis 26:35
एसाव की पत्नियों के इसहाक एवं रिबका के साथ कैसे संबंध थे?
एसाव की पत्नियों के कारण इसहाक और रिबका के मन को खेद हुआ।
Genesis 27
Genesis 27:1-2
इसहाक वृद्धावस्था में किस कारण अयोग्य हो गया था?
वृद्धावस्था में इसहाक देखने के योग्य नहीं था।
Genesis 27:3
इसहाक ने एसाव से क्या कहा और क्यों?
इसहाक ने एसाव से कहा कि वह शिकार करके उसका मनभावन भोजन तैयार करे कि वह उसे आशिष दे।
Genesis 27:4-7
इसहाक ने एसाव से क्या कहा और क्यों?
इसहाक ने एसाव से कहा कि वह शिकार करके उसका मनभावन भोजन तैयार करे कि वह उसे आशिष दे।
Genesis 27:8
इसहाक के लिए भोजन तैयार करने में रिबका की क्या योजना थी और क्यों?
रिबका ने याकूब से कहा कि वह दो बकरियाँ वध करके ले आए कि रिबका इसहाक का मनभावन भोजन बनाए जिससे कि वह भोजन करके याकूब को आशिष दे।
Genesis 27:9
इसहाक के लिए भोजन तैयार करने में रिबका की क्या योजना थी और क्यों?
रिबका ने याकूब से कहा कि वह दो बकरियाँ वध करके ले आए कि रिबका इसहाक का मनभावन भोजन बनाए जिससे कि वह भोजन करके याकूब को आशिष दे।
Genesis 27:10
इसहाक के लिए भोजन तैयार करने में रिबका की क्या योजना थी और क्यों?
रिबका ने याकूब से कहा कि वह दो बकरियाँ वध करके ले आए कि रिबका इसहाक का मनभावन भोजन बनाए जिससे कि वह भोजन करके याकूब को आशिष दे।
Genesis 27:11
इसहाक के लिए भोजन ले जाने में याकूब को किस बात की चिन्ता थी?
याकूब की चिन्ता का विषय था कि एसाव के शरीर पर बहुत बाल थे और उसके शरीर पर बाल नहीं थे, अतः उसे स्पर्श करके इसहाक जान जाएगा कि वह याकूब है और आशिष देने की अपेक्षा वह उसे इस धोखे के लिए श्राप देगा।
Genesis 27:12-14
इसहाक के लिए भोजन ले जाने में याकूब को किस बात की चिन्ता थी?
याकूब की चिन्ता का विषय था कि एसाव के शरीर पर बहुत बाल थे और उसके शरीर पर बाल नहीं थे, अतः उसे स्पर्श करके इसहाक जान जाएगा कि वह याकूब है और आशिष देने की अपेक्षा वह उसे इस धोखे के लिए श्राप देगा।
Genesis 27:15
रिबका ने एसाव के रोंआर पुरुष होने, और याकूब का रोमहीन पुरुष होने की समस्या का समाधान कैसे किया?
रिबका ने एसाव के वस्त्र याकूब को पहनाकर उसके हाथों और गले में बकरी का खाल लपेट दी।
Genesis 27:16-19
रिबका ने एसाव के रोंआर पुरुष होने, और याकूब का रोमहीन पुरुष होने की समस्या का समाधान कैसे किया?
रिबका ने एसाव के वस्त्र याकूब को पहनाकर उसके हाथों और गले में बकरी का खाल लपेट दी।
Genesis 27:20-21
इसहाक के पूछने पर कि उसे शिकार अति शीघ्र कैसे मिल गया, याकूब ने क्या कहा?
याकूब ने कहा कि इसहाक को परमेश्वर यहोवा ने उसके लिए शिकार का प्रबन्ध शीघ्र कर दिया था।
Genesis 27:22
विश्वास न करने के कारण इसहाक ने कैसे जाना कि उसे भोजन देने वाला कौन था?
इसहाक ने याकूब के हाथों का स्पर्श करके देखा कि वे रोएंदार है।
Genesis 27:23
विश्वास न करने के कारण इसहाक ने कैसे जाना कि उसे भोजन देने वाला कौन था?
इसहाक ने याकूब के हाथों का स्पर्श करके देखा कि वे रोएंदार है।
Genesis 27:24-25
इसहाक ने याकूब से पूछा कि वह क्या वास्तव में उसका पुत्र एसाव है तो याकूब ने क्या उत्तर दिया था?
याकूब ने कहा, “हाँ, मैं हूँ।”
Genesis 27:26
अन्त में इसहाक किस बात से सन्तुष्ट हुआ कि भोजन लाने वाला एसाव ही है?
याकूब ने निकट आकर पिता को चूमा तो इसहाक को एसाव के वस्त्रों की गन्ध आई थी।
Genesis 27:27-28
अन्त में इसहाक किस बात से सन्तुष्ट हुआ कि भोजन लाने वाला एसाव ही है?
याकूब ने निकट आकर पिता को चूमा तो इसहाक को एसाव के वस्त्रों की गन्ध आई थी।
Genesis 27:29
इसहाक किसे कहता है की वह याकूब को दण्डवत् करेंगा?
इसहाक कहता है की और देश-देश के लोग याकूब को दण्डवत् करेंगे; और याकूब के माता के पुत्र तुझे दण्डवत् करेंगे।
Genesis 27:30
याकूब जैसे ही इसहाक के तम्बू से बाहर निकला तब एसाव ने क्या किया?
एसाव शिकार लेकर आया और भोजन तैयार करके इसहाक के पास लाया।
Genesis 27:31-33
याकूब जैसे ही इसहाक के तम्बू से बाहर निकला तब एसाव ने क्या किया?
एसाव शिकार लेकर आया और भोजन तैयार करके इसहाक के पास लाया।
Genesis 27:34
एसाव ने आशीर्वाद मांगा तो इसहाक ने क्या कहा?
इसहाक ने कहा कि याकूब ने धोखा करके उसकी आशिषें ले ली हैं।
Genesis 27:35
एसाव ने आशीर्वाद मांगा तो इसहाक ने क्या कहा?
इसहाक ने कहा कि याकूब ने धोखा करके उसकी आशिषें ले ली हैं।
Genesis 27:36-38
एसाव ने कौन सी दो बातें बताईं जिनसे याकूब ने एसाव के साथ धोखा किया था?
एसाव ने कहा कि याकूब ने उसके पहिलौठे के अधिकार और अब उसकी आशिषें लेकर उसके साथ धोखा किया है।
Genesis 27:39
इसहाक ने तब एसाव को क्या आशीर्वाद दिया?
इसहाक ने कहा, "तेरा निवास उपजाऊ भूमि से दूर हो अपने भाई के अधीन हो पर जब तू स्वाधीन हो जायेगा, तब उसके जूए को अपने कंधों पर से तोड़ फेंके"।
Genesis 27:40
इसहाक ने तब एसाव को क्या आशीर्वाद दिया?
इसहाक ने कहा, "तेरा निवास उपजाऊ भूमि से दूर हो अपने भाई के अधीन हो पर जब तू स्वाधीन हो जायेगा, तब उसके जूए को अपने कंधों पर से तोड़ फेंके"।
Genesis 27:41-42
इसहाक की मृत्यु के बाद एसाव ने क्या करने की योजना बनाई थी?
एसाव ने पिता की मृत्यु के बाद याकूब की हत्या करने की योजना बनाई थी।
Genesis 27:43-46
एसाव की योजना को जानने के बाद रिबका ने क्या किया?
रिबका ने याकूब को अपने भाई लाबान के पास हारान भेज दिया।
Genesis 28
Genesis 28:1
याकूब के प्रस्थान करने से पूर्व इसहाक ने उसे क्या आज्ञा दी थी?
इसहाक ने याकूब को आज्ञा दी कि वह कनानी पत्नी नहीं लायेगा।
Genesis 28:2-3
इसहाक ने याकूब को कहां से पत्नी लाने को कहा था?
इसहाक ने याकूब से कहा कि वह रिबका के भाई लाबान की पुत्रियों में से पत्नी लाये।
Genesis 28:4-7
इसहाक ने परमेश्वर से किसकी आशिष याकूब के लिए मांगी थी?
इसहाक ने परमेश्वर से अब्राहम की आशिष याकूब के लिए मांगी थी।
Genesis 28:8
एसाव ने देखा कि कनान की स्त्रियों से इसहाक प्रसन्न नहीं है तो उसने कहाँ से अपने लिए पत्नी ली?
एसाव ने अब्राहम के पुत्र इश्माएल की पुत्रियों में से अपने लिए पत्नी चुनी थी।
Genesis 28:9-11
एसाव ने देखा कि कनान की स्त्रियों से इसहाक प्रसन्न नहीं है तो उसने कहाँ से अपने लिए पत्नी ली?
एसाव ने अब्राहम के पुत्र इश्माएल की पुत्रियों में से अपने लिए पत्नी चुनी थी।
Genesis 28:12
हारान के मार्ग में याकूब ने स्वप्न में क्या देखा था?
याकूब ने स्वप्न देखा कि पृथ्वी से स्वर्ग तक एक सीढ़ी लगी हुई है और स्वर्गदूत उस पर चढ़ रहे हैं और उतर रहे हैं। सीढ़ी के अन्त में यहोवा खड़ा हुआ है।
Genesis 28:13-16
हारान के मार्ग में याकूब ने स्वप्न में क्या देखा था?
याकूब ने स्वप्न देखा कि पृथ्वी से स्वर्ग तक एक सीढ़ी लगी हुई है और स्वर्गदूत उस पर चढ़ रहे हैं और उतर रहे हैं। सीढ़ी के अन्त में यहोवा खड़ा हुआ है।
यहोवा ने उस भूमि के बारे में क्या कहा जहाँ याकूब लेटा था?
यहोवा ने कहा जिस भूमि पर याकूब लेटा था वह उसका और उसके वंशज का होगा।
यहोवा ने याकूब को किसकी आशीष दी?
यहोवा ने याकूब को अब्राहम की आशीष दी।
Genesis 28:17-18
याकूब ने उस स्थान को जहां उसने स्वप्न देखा था क्या कहा?
याकूब ने कहा कि वह स्थान परमेश्वर का घर है और स्वर्ग का द्वार है।
Genesis 28:19
याकूब ने उस स्थान को जहां उसने स्वप्न देखा था क्या कहा?
याकूब ने उस स्थान का नाम बेतेल रखा।
Genesis 28:20
उसका परमेश्वर होने के लिए यहोवा ने याकूब से क्या करने को कहा था?
याकूब ने यहोवा से कहा कि वह यात्रा में उसके साथ रहे और उसकी रक्षा करे कि वह अपने पिता के घर सुरक्षित लौट जाये।
Genesis 28:21
उसका परमेश्वर होने के लिए यहोवा ने याकूब से क्या करने को कहा था?
याकूब ने यहोवा से कहा कि वह यात्रा में उसके साथ रहे और उसकी रक्षा करे कि वह अपने पिता के घर सुरक्षित लौट जाये।
Genesis 28:22
यदि यहोवा ने ऐसा किया तो याकूब ने यहोवा को क्या देने की प्रतिज्ञा की थी?
याकूब ने प्रतिज्ञा की कि वह यहोवा की दी हुई हर एक वस्तु में से उसे दसवां भाग देगा।
Genesis 29
Genesis 29:4-5
याकूब जिससे बात कर रहा था वे पुरुष कहाँ के थे?
वे पुरुष हारान के थे।
Genesis 29:6-9
उस कुएं पर भेड़ें लेकर और कौन आया था?
लाबान की पुत्री राहेल भी अपनी भेड़ों को लेकर कुएं पर आई थी।
Genesis 29:10-11
याकूब ने लाबान की भेड़ों के लिए क्या किया?
याकूब ने कुएं के मुंह पर से पत्थर हटाया और भेड़ों को पानी पिलाया।
Genesis 29:12
याकूब ने राहेल से क्या कहा और उसने क्या किया?
याकूब ने राहेल से कहा कि वह उसके पिता का परिजन है, तब राहेल दौड़कर घर गई और अपने पिता को समाचार दिया।
Genesis 29:13-15
याकूब के आगमन का समाचार सुनकर लाबान ने क्या किया?
लाबान याकूब से भेंट करने के लिए दौड़कर गया और उसे गले लगाकर चूमा तथा उसे अपने घर ले आया।
Genesis 29:16
लाबान की दोनों पुत्रियों का वर्णन करें।
लिआ: बड़ी पुत्री थी और उसकी आँखें धुंधली थीं, छोटी पुत्री राहेल थी रूपवती और सुन्दर थी।
Genesis 29:17
लाबान की दोनों पुत्रियों का वर्णन करें।
लिआ: बड़ी पुत्री थी और उसकी आँखें धुंधली थीं, छोटी पुत्री राहेल थी रूपवती और सुन्दर थी।
Genesis 29:18-19
याकूब की सेवा के विषय में लाबान और याकूब के बीच क्या समझौता हुआ था?
उनमें समझौता हुआ कि राहेल को पाने के लिए याकूब सात वर्ष तक लाबान की सेवा करेगा।
Genesis 29:20-22
सात वर्ष की सेवा याकूब को थोड़े ही दिनों के बराबर क्यों लगी थी?
सात वर्ष की सेवा याकूब को थोड़े ही दिनों के बराबर लगी क्योंकि याकूब राहेल से प्रेम करता था।
Genesis 29:23
लाबान ने याकूब के साथ कैसा छल किया था?
विवाह की रात लाबान ने याकूब को राहेल के स्थान में लिआ दी थी।
Genesis 29:24
लाबान ने याकूब के साथ कैसा छल किया था?
विवाह की रात लाबान ने याकूब को राहेल के स्थान में लिआ दी थी।
लाबान ने अपनी बेटी लिआ को किस दासी को दिया।
लाबान ने अपनी बेटी लिआ को उसकी दासी होने के लिये अपनी दासी जिल्पा दी।
Genesis 29:25
लाबान ने याकूब के साथ कैसा छल किया था?
विवाह की रात लाबान ने याकूब को राहेल के स्थान में लिआ दी थी।
Genesis 29:26
लाबान ने याकूब से छल करने का क्या कारण बताया था?
लाबान ने याकूब से कहा कि पहिलौठी से पूर्व छोटी का विवाह करना उनकी प्रथा में नहीं था।
Genesis 29:27-28
याकूब की सेवा के विषय में लाबान और याकूब के बीच क्या समझौता हुआ था?
राहेल को पाने के लिए याकूब और सात वर्ष लाबान की सेवा करेगा।
Genesis 29:29-30
लाबान ने अपनी बेटी राहेल को किस दासी को दिया?
लाबान ने बिल्हा को अपनी बेटी राहेल की दासी होने के लिये दिया।
Genesis 29:31
यहोवा ने देखा कि याकूब लिआ से प्रेम नहीं करता है तो उसने क्या किया?
यहोवा ने लिआ को सन्तानोत्पति की क्षमता दी परन्तु राहेल निःसंतान रही।
Genesis 29:32-34
याकूब के लिए पुत्र उत्पन्न करने में लिआ को क्या आशा थी?
लिआ सोचती थी कि यदि वह पुत्रों को जन्म देगी तो याकूब उससे प्रेम करेगा।
लिआ के पहले बेटे का नाम क्या था?
लिआ के पहले बेटे का नाम रूबेन था।
Genesis 29:35
लिआ ने यहूदा को जन्म देने के बाद क्या कहा?
लिआ ने यहूदा को जन्म देने के बाद कहा, “अब की बार तो मैं यहोवा का धन्यवाद करूँगी।”
Genesis 30
Genesis 30:2
याकूब की समझ में राहेल के निःसंतान होने का कारण क्या था?
याकूब की समझ में यहोवा ने राहेल को निःसंतान रखा था।
Genesis 30:3-6
संतान प्राप्ति के लिए राहेल ने क्या किया?
राहेल ने याकूब को अपनी दासी बिल्हा को दिया था कि उसके लिए याकूब से संतान उत्पन्न करे।
Genesis 30:7
राहेल ने क्यों कहा कि वह अपनी बहन से जीत गई है?
राहेल ने कहा कि वह अपनी बहन से जीत गई है क्योंकि उसे अपनी दासी बिल्हा से याकूब के दो पुत्र उत्पन्न हुए थे।
Genesis 30:8
राहेल ने क्यों कहा कि वह अपनी बहन से जीत गई है?
राहेल ने कहा कि वह अपनी बहन से जीत गई है क्योंकि उसे अपनी दासी बिल्हा से याकूब के दो पुत्र उत्पन्न हुए थे।
Genesis 30:9
लिआ और अधिक सन्तानोत्पति नहीं कर पाई तो उसने क्या किया?
लिआ ने अपनी दासी जिल्पा याकूब को दी कि उसके लिए याकूब से सन्तान उत्पन्न करे।
Genesis 30:10
क्या कारण था कि लिआ ने स्वयं को भाग्यशाली और प्रफुल्लित क्यों कहा था?
लिआ ने स्वयं को भाग्यशाली और प्रफुल्लित कहा क्योंकि उसकी दासी जिल्पा के भी याकूब से एक पुत्र उत्पन्न हुआ।
Genesis 30:11-13
क्या कारण था कि लिआ ने स्वयं को भाग्यशाली और प्रफुल्लित क्यों कहा था?
लिआ ने स्वयं को भाग्यशाली और प्रफुल्लित कहा क्योंकि उसकी दासी जिल्पा के भी याकूब से एक पुत्र उत्पन्न हुआ।
Genesis 30:14
लिआ को अपने पुत्र द्वारा लाये गये दूदाफल के बदले राहेल ने क्या दिया?
रूबेन के दूदाफल के बदले राहेल ने लिआः को याकूब को उस रात उसके साथ सोने को दिया।
Genesis 30:15-19
लिआ को अपने पुत्र द्वारा लाये गये दूदाफल के बदले राहेल ने क्या दिया?
रूबेन के दूदाफल के बदले राहेल ने लिआ को याकूब को उस रात उसके साथ सोने को दिया।
Genesis 30:20-22
लिआ द्वारा याकूब को कितने पुत्र हुए?
लिआ और याकूब के छ: पुत्र हुए।
Genesis 30:23-24
राहेल ने क्यों कहा कि उसकी नाम धराई दूर की गई है?
याकूब के लिए एक पुत्र को जन्म देने के कारण राहेल ने कहा था कि यहोवा ने उसकी नाम धराई दूर की है।
Genesis 30:25
यूसुफ के जन्म के बाद याकूब ने लाबान से क्या निवेदन किया था?
याकूब ने लाबान से निवेदन किया कि वह उसे अपने देश में अपने परिवार के पास लौट जाने दे।
Genesis 30:26
यूसुफ के जन्म के बाद याकूब ने लाबान से क्या निवेदन किया था?
याकूब ने लाबान से निवेदन किया कि वह उसे अपने देश में अपने परिवार के पास लौट जाने दे।
Genesis 30:27-31
लाबान याकूब को क्यों नहीं जाने दे रहा था?
लाबान समझ गया था कि याकूब के कारण यहोवा उसे समृद्धि प्रदान कर रहा है।
Genesis 30:32-34
याकूब को सेवा के बदले में लाबान से कैसा परिश्रमिक मिलता था?
याकूब को परिश्रमिक में चित्ती वाली और चित्तकबरी भेड़-बकरी तथा काली भेड़ तथा चित्त कबरी और चित्ती वाली बकरियाँ मिली थीं।
Genesis 30:35
लाबान ने याकूब को परिश्रम के सम्बन्ध में कैसे छला था?
उसने पहले तो वे सब भेड़-बकरियां अलग कर लीं जो याकूब को मिलनी थीं तब उसे भेड़-बकरियां दीं।
Genesis 30:36
लाबान ने याकूब को परिश्रम के सम्बन्ध में कैसे छला था?
उसने पहले तो वे सब भेड़-बकरियां अलग कर लीं जो याकूब को मिलनी थीं तब उसे भेड़-बकरियां दीं।
Genesis 30:37
किस प्रकार की छड़ियों को याकूब ने छिला?
याकूब ने चिनार, और बादाम, और अर्मोन वृक्षों की हरी-हरी छड़ियाँ छिली की उन छड़ियों की सफेदी दिखाई देने लगी।
Genesis 30:38
याकूब ने छीली हुई छड़ियाँ के साथ क्या किया?
याकूब ने छीली हुई छड़ियों को भेड़-बकरियों के सामने उनके पानी पीने के कठौतों में खड़ा किया।
Genesis 30:39-41
भेड़-बकरियों का छड़ियों के सामने गाभिन करने से क्या होता है?
छड़ियों के सामने गाभिन होकर, भेड़-बकरियाँ धारीवाले, चित्तीवाले और चितकबरे बच्चे जनती है।
Genesis 30:42-43
याकूब द्वारा भेड़-बकरियों के प्रजनन का परिणाम क्या हुआ था?
इसका परिणाम यह हुआ कि लाबान की भेड़-बकरियाँ निर्बल रहीं, और याकूब की बलवन्त।
Genesis 31
Genesis 31:1
लाबान और उसके पुत्रों के विचार में याकूब की दी सम्पदा कहां से आई थी?
लाबान और उसके पुत्रों के विचार में याकूब ने लाबान की सम्पदा लूटी थी।
Genesis 31:2
लाबान और उसके पुत्रों के विचार में याकूब को दी सम्पदा कहां से आई थी?
लाबान और उसके पुत्रों के विचार में याकूब ने लाबान की सम्पदा लूटी थी।
Genesis 31:3-7
यहोवा ने याकूब को क्या आदेश दिया?
यहोवा ने याकूब से कहा कि वह अपने पितरों के देश लौट जाये।
Genesis 31:8
यहोवा ने लाबान के पशु कैसे याकूब को दिए?
यहोवा ने भेड़ बकरियों के बच्चे फारीवाले, चित्तीकम और चितकबरे कर दिये जो समझौते के अनुसार सब याकूब के थे।
Genesis 31:9-13
यहोवा ने लाबान के पशु कैसे याकूब को दिए?
यहोवा ने भेड़ बकरियों के बच्चे फारीवाले, चित्तीकम और चितकबरे कर दिये जो समझौते के अनुसार सब याकूब के थे।
Genesis 31:14
राहेल और लिआ का दृष्टिकोण अपने पिता के प्रति कैसा था?
राहेल और लिआ का कहना था कि उनका पिता उनके साथ परदेशियों का सा व्यवहार करता है और उनका पैसा खा बैठा है।
Genesis 31:15-18
राहेल और लिआ का दृष्टिकोण अपने पिता के प्रति कैसा था?
राहेल और लिआ का कहना था कि उनका पिता उनके साथ परदेशियों का सा व्यवहार करता है और उनका पैसा खा बैठा है।
Genesis 31:19
याकूब के साथ प्रस्थान करने से पूर्व राहेल ने क्या किया था?
राहेल ने अपने पिता के कुल देवताओं को चुरा लिया था।
Genesis 31:20-21
इस बार याकूब ने लाबान के साथ कैसा छल किया था?
याकूब लाबान को बताये बिना ही वहां से चला गया था।
Genesis 31:22
याकूब के पलायन का समाचार सुनकर लाबान ने क्या किया?
लाबान अपने परिजनों के साथ याकूब के पीछे चला और सात दिन बाद उसे पकड़ा।
Genesis 31:23
याकूब के पलायन का समाचार सुनकर लाबान ने क्या किया?
लाबान अपने परिजनों के साथ याकूब के पीछे चला और सात दिन बाद उसे पकड़ा।
Genesis 31:24-30
परमेश्वर ने लाबान को स्वप्न में क्या चेतावनी दी थी?
यहोवा ने लाबान से कहा कि वह याकूब को न तो भला कहे और न बुरा कहे।
Genesis 31:31
याकूब ने लाबान के पास से चुपचाप निकल आने का क्या कारण बताया?
याकूब ने कहा कि उसे डर इस बात का था कि लाबान उसकी पत्नियों को बलपूर्वक उससे ले लेगा।
Genesis 31:32-33
लाबान ने उस पर उसके कुल देवताओं को चुराने का दोष लगाया तो याकूब ने क्या कहा?
याकूब ने कहा कि जिसने लाबान के कुलदेवताओं को चुराया है, वह जीवित नहीं बचेगा।
Genesis 31:34
लाबान को याकूब के पास अपने कुल देवताओं की मूर्तियां क्यों नहीं मिली थीं?
लाबान को अपने कुल देवताओं की मूर्तियां नहीं मिली क्योंकि राहेल उन पर बैठ गई थी और कहा कि वह मासिक धर्म से है।
Genesis 31:35-40
लाबान को याकूब के पास अपने कुल देवताओं की मूर्तियां क्यों नहीं मिली थीं?
लाबान को अपने कुल देवताओं की मूर्तियां नहीं मिली क्योंकि राहेल उन पर बैठ गई थी और कहा कि वह मासिक धर्म से है।
Genesis 31:41-42
याकूब ने कितने वर्ष लाबान की सेवा की थी और लाबान से कितनी बार उसका पारिश्रमिक बदला था?
याकूब ने बीस वर्ष लाबान की सेवा की और लाबान ने दस बार उसका पारिश्रमिक बदला था।
Genesis 31:43-45
लाबान ने कैसे प्रकट किया कि उसके विचार में याकूब की सम्पदा लाबान की है?
लाबान ने कहा कि उसे याकूब की सम्पदा में जो कुछ दिखाई देता है सब उसी का है।
Genesis 31:46-48
याकूब और लाबान ने अपनी वाचा के स्थान पर क्या चिन्ह खड़ा किया था?
याकूब और लाबान ने उस स्थान पर पत्थरों का एक ढेर लगाया।
Genesis 31:49
याकूब और लाबान के बिच वाचा की विश्वासयोग्यता का साक्षी कौन बनाया गया था?
याकूब और लाबान के बीच वाचा का मध्यस्थ परमेश्वर थे कि वाचा की निष्ठा को सुनिश्चित करे।
Genesis 31:50
वाचा की विश्वासयोग्यता का साक्षी कौन बनाया गया था?
याकूब और लाबान के बीच वाचा का मध्यस्थ परमेश्वर थे कि वाचा की निष्ठा को सुनिश्चित करे।
Genesis 31:51
ढेर और खम्भा किस लिए थे?
यह ढेर और यह खम्भे दोनों इस बात के साक्षी है कि हानि करने की मनसा से न तो लाबान इस ढेर को लाँघकर याकूब के पास जाएगा, न तू इस ढेर और इस खम्भे को लाँघकर मेरे पास आएगा।
Genesis 31:52
याकूब और लाबान ने क्या वाचा बांधी थी?
दोनों ने यह समझौता किया कि वे किसी भी पक्ष की हानि के लिए इस पत्थर के ढेर के पार नहीं जाएंगे।
ढेर और खम्भा किस लिए थे?
यह ढेर और यह खम्भे दोनों इस बात के साक्षी है कि हानि करने की मनसा से न तो लाबान इस ढेर को लाँघकर याकूब के पास जाएगा, न तू इस ढेर और इस खम्भे को लाँघकर मेरे पास आएगा।
Genesis 31:53-54
वाचा से सहमत होने के लिए याकूब ने क्या किया?
लाबान से सहमती जताने के लिए याकूब ने उसकी शपथ खाई जिसका भय उसका पिता इसहाक मानता था।
Genesis 31:55
अगले दिन सुबह लाबान ने क्या दिया?
लाबान ने अपने पोतों को और पुत्रियों को चूमा और आशीर्वाद देकर घर लौट गया।
Genesis 32
Genesis 32:3-4
कनान के मार्ग पर चलते हुए याकूब ने किसे सन्देश भेजा था?
कनान के मार्ग पर चलते हुए याकूब ने अपने भाई एसाव को सन्देश भेजा था।
Genesis 32:5-6
याकूब द्वारा यह सन्देश भेजने का कारण क्या था?
याकूब एसाव के अनुग्रह की दृष्टि चाहता था।
Genesis 32:7
याकूब को जब समाचार मिला कि एसाव चार सौ पुरूषों के साथ आ रहा है तब याकूब ने क्या किया?
याकूब डर गया और अपने लोगों को दो भागों में बांट दिया कि यदि एसाव आक्रमण करे तो दूसरा दल भाग जाये।
Genesis 32:8-10
याकूब को जब समाचार मिला कि एसाव चार सौ पुरूषों के साथ आ रहा है तब याकूब ने क्या किया?
याकूब डर गया और अपने लोगों को दो भागों में बांट दिया कि यदि एसाव आक्रमण करे तो दूसरा दल भाग जाये।
Genesis 32:11
याकूब ने यहोवा से क्या विनती की?
याकूब ने यहोवा से विनती की कि वह उसे एसाव के हाथों से बचा ले।
Genesis 32:12-19
याकूब ने यहोवा को उसकी कौन सी प्रतिज्ञा का स्मरण करवाया था?
याकूब ने यहोवा को स्मरण कराया कि उसने याकूब को समृद्धि प्रदान करने की और उसके वंशजों को समुद्री बालू के किनकों के समान बढ़ाने की प्रतिज्ञा की है।
Genesis 32:20-21
याकूब ने क्या सोचा कि वह अपने भाई एसाव को भेट भेजकर पूरा कर सकता है?
याकूब सोचता था की यह भेंट जो मेरे आगे-आगे जाती है, उसके द्वारा वह एसाव के क्रोध को शान्त करेगा कि जब वह उस से मिले तब वह उसे स्वीकार करेगा।
Genesis 32:22-23
याकूब उस रात अकेला कैसे रह गया था?
उसने अपनी पत्नी और दासियों को बच्चों के साथ यब्बोक नदी के पार भेज दिया था।
Genesis 32:24
उस रात सूर्योदय तक याकूब ने क्या किया?
याकूब एक पुरूष के साथ सुबह तक मल्ल युद्ध करता रहा।
Genesis 32:25
याकूब को वह पुरूष हरा न सका तो उसने क्या किया?
उस पुरूष ने याकूब की जांघ को छुआ;और याकूब की जाँघ की नस चढ़ गई।
Genesis 32:26-27
उस पुरूष को जाने देने से पूर्व याकूब ने क्या मांगा?
याकूब ने उसे विवश किया कि वह उसे आशीर्वाद दे।
Genesis 32:28-29
उस व्यक्ति ने क्या कहा उसके बाद याकूब किस नाम से बुलाया जाएगा?
उसने कहा कि याकूब का नाम अब इस्राएल होगा।
Genesis 32:30-31
याकूब ने क्या कहा कि उसने उस रात आमने-सामने देखा?
याकूब ने कहा कि उसने परमेश्वर को आमने-सामने देखा है।
Genesis 32:32
उस रात के बाद याकूब के साथ कैसा शारीरिक विकार सदा के लिए हो गया था?
उस रात के बाद याकूब अपनी जांघ की क्षति के कारण सदा के लिए लंगड़ाता रहा।
Genesis 33
Genesis 33:2
एसाव याकूब के पास आ रहा था तो याकूब ने अपने पीछे अपनी पत्नियों को किस क्रम में रखा?
याकूब ने पहले अपनी दासियों को रखा फिर लिआ को और फिर राहेल को रखा।
Genesis 33:3
एसाव याकूब के पास आ रहा था तो याकूब ने अपने पीछे अपनी पत्नियों को किस क्रम में रखा?
याकूब ने पहले अपनी दासियों को रखा फिर लिआ को और फिर राहेल को रखा।
अपने भाई के निकट पहुंच कर याकूब ने क्या किया?
अपने भाई के निकट पहुंच कर याकूब ने उसे सात बार दण्डवत किया।
Genesis 33:4-8
अपने भाई के निकट पहुंचकर एसाव ने क्या किया?
एसाव ने दौड़कर याकूब को गले लगाया और उसे चूमा।
Genesis 33:9-10
याकूब ने एसाव के लिए जो भेंट पहले से भेज दी थीं, उनके लिए एसाव ने क्या कहा?
एसाव ने याकूब से कहा कि वह उन्हें रख ले क्योंकि उसे कोई कमी नहीं है।
Genesis 33:11
याकूब ने उस भेंट को ग्रहण करवाने के लिए कौन से दो कारण बताये थे?
याकूब ने कहा कि परमेश्वर ने उस पर अनुग्रह किया है और उसके पास बहुत है, इसलिए एसाव को उसका भेंट स्वीकार करना चाहिए।
Genesis 33:12
याकूब ने एसाव से क्यों कहा कि वह आगे चले और वह मन्दगति से चलेगा?
उसने एसाव से कहा कि वह आगे चले क्योंकि तीव्र गति से चलने के कारण उसकी भेड़ बकरियां मर जायेंगी।
Genesis 33:13
याकूब ने एसाव से क्यों कहा कि वह आगे चले और वह मन्दगति से चलेगा?
उसने एसाव से कहा कि वह आगे चले क्योंकि तीव्र गति से चलने के कारण उसकी भेड़ बकरियां मर जायेंगी।
Genesis 33:14-16
याकूब ने एसाव से क्यों कहा कि वह आगे चले और वह मन्दगति से चलेगा?
उसने एसाव से कहा कि वह आगे चले क्योंकि तीव्र गति से चलने के कारण उसकी भेड़ बकरियां मर जायेंगी।
याकूब ने अपने परिवार और भेड़ बकरियों को कहाँ लेकर जाने की बात की?
याकूब के कहा कि वह अपने परिवार और भेड़ बकरियों को एसाव के यहाँ सेईर में ले जाएगा।
Genesis 33:17
याकूब किस ओर गया और अपना घर बनाया?
याकूब सुपकोत पहुंचा और वहां अपना घर बनाया।
Genesis 33:18
याकूब ने कहां जाकर भूमि खरीदी थी?
याकूब ने शेकेम में जाकर भूमि खरीदी थी।
Genesis 33:19-20
याकूब ने कहां जाकर भूमि खरीदी थी?
याकूब ने शेकेम में जाकर भूमि खरीदी थी।
Genesis 34
Genesis 34:2-4
हामोर के पुत्र ने लिआ की पुत्री दीना को देखा तो क्या किया?
शेकेम ने दीना को पकड़कर बलपूर्वक उसे भ्रष्ट कर दिया।
Genesis 34:5-6
दीना के बारे में सुनकर याकूब ने क्या किया?
याकूब अपने पुत्रों के खेत से लौट आने तक चुप रहा।
Genesis 34:7
याकूब के पुत्रों ने जब सुना कि शेकेम ने दीना के साथ क्या किया तो उनकी प्रतिक्रिया क्या थी?
वे क्रोध से आग बबूला हो गये।
Genesis 34:8
शेकेम के पिता ने याकूब के समक्ष क्या प्रस्ताव रखा?
हामोर चाहता था कि याकूब दीना को शेकेम की पत्नी होने के लिए दे दे और याकूब के परिवार को उसके परिवार में विवाह करने दे।
Genesis 34:9-11
शेकेम के पिता ने याकूब के समक्ष क्या प्रस्ताव रखा?
हामोर चाहता था कि याकूब दीना को शेकेम की पत्नी होने के लिए दे दे और याकूब के परिवार को उसके परिवार में विवाह करने दे।
Genesis 34:12
दीना को अपनी पत्नी बनाने के लिए शेकेम किस बात के लिए तैयार हो गया?
शेकेम ने कहा कि जो याकूब जो भी कहेगा वह दीना को ब्याहने के लिए करेगा।
Genesis 34:13-14
याकूब के पुत्रों ने शेकेम को क्या उत्तर दिया और क्यों?
याकूब के पुत्रों ने शेकेम के साथ छल किया क्योंकि उसने दीना को भ्रष्ट किया था।
Genesis 34:15-22
याकूब के पुत्रों ने हामोर के समक्ष क्या मांग रखी कि वे हामोर के परिवार के साथ परस्पर विवाह करने पायें?
याकूब के पुत्रों ने कहा कि हामोर का पूरा परिवार खतना करवाये।
Genesis 34:23
नगर के निवासियों से हामोर और शेकेम ने क्या कहा कि यदि वे याकूब के परिवार के साथ विवाह करें तो उन्हें मिल जायेगा?
उन्होंने कहा कि याकूब का संपूर्ण पशुधन और सम्पदा तथा पशु उनके हो जायेंगे यदि वे याकूब के परिवार में विवाह करें।
Genesis 34:24
हामोर के नगरवासियों ने खतना करवाने की बात पर कैसी प्रतिक्रिया दिखाई थी?
उन्होंने हामोर और शेकेम की बात मानकर सबका खतना करवा लिया था।
Genesis 34:25-26
हामोर के परिवार का खतना हो जाने के बाद तीसरे दिन शिमोन और लेवी ने क्या किया?
शिमोन और लेवी ने हामोर के नगर के सब पुरूषों को मार डाला।
Genesis 34:27
तब याकूब के सब पुत्रों ने क्या किया?
उन्होंने उस नगर को लूट लिया, उनकी संपूर्ण धन सम्पदा और उनके बच्चों तथा पत्नियों को ले लिया।
Genesis 34:28
तब याकूब के सब पुत्रों ने क्या किया?
उन्होंने उस नगर को लूट लिया, उनकी संपूर्ण धन सम्पदा और उनके बच्चों तथा पत्नियों को ले लिया।
Genesis 34:29
तब याकूब के सब पुत्रों ने क्या किया?
उन्होंने उस नगर को लूट लिया, उनकी संपूर्ण धन सम्पदा और उनके बच्चों तथा पत्नियों को ले लिया।
Genesis 34:30
शिमोन और लेवी के इस काम पर याकूब की प्रतिक्रिया कैसी थी?
याकूब ने कहा कि शिमोन और लेवी उस पर विपत्ति ले आए हैं क्योंकि अब वहां के सब निवासी उसके परिवार को नष्ट कर देंगे।
Genesis 34:31
शिमोन और लेवी ने अपने काम का क्या कारण दिया?
शिमोन और लेवी ने कहा कि शेकेम ने उनकी बहन के साथ एक वैश्या का व्यवहार किया था इसलिए उन्होंने ऐसा किया।
Genesis 35
Genesis 35:1
यहोवा ने याकूब से क्या करने के लिए कहा?
यहोवा ने याकूब से कहा कि वह बेतेल जाकर उसके लिए एक वेदी बनाये।
Genesis 35:2-4
याकूब ने अपने परिवार से क्या करने को कहा?
याकूब ने कहा कि वे देवी-देवताओं की मूर्तियों को अलग करके अपना शोधन करके वस्त्र बदलें।
Genesis 35:5-6
जब वे जा रहे थे तब याकूब के पड़ोसी नगरों के लोगों ने उनका पीछा क्यों नहीं किया?
उन्होंने याकूब के परिवार का पीछा नहीं किया क्योंकि उन पर यहोवा का भय छा गया था।
Genesis 35:7-9
याकूब ने उस स्थान का नाम एलबेतेल क्यों रखा था?
याकूब ने उस स्थान का नाम एलबेतेल इसलिए रखा कि जब वह अपने भाई एसाव से भाग रहा था तब वहां यहोवा ने उसे दर्शन दिया था।
Genesis 35:10-11
परमेश्वर ने याकूब को कौन सा नया नाम दिया था?
परमेश्वर ने याकूब को एक नया नाम, इस्राएल दिया था।
Genesis 35:12-17
परमेश्वर ने याकूब के लिए क्या प्रतिज्ञा की थी?
यहोवा ने अपनी प्रतिज्ञा दोहराई कि याकूब से जातियों की एक मंडली उत्पन्न होगी और उसके वंश में राजा भी होंगे और जिस देश की प्रतिज्ञा परमेश्वर ने अब्राहम और इसहाक से की थी वह उसका और उसके वंशजों का होगा।
Genesis 35:18
बिन्यामीन के जन्म देते समय राहेल का क्या हुआ?
बिन्यामीन को जन्म देते समय राहेल की मृत्यु हो गई।
Genesis 35:19-21
बिन्यामीन के जन्म देते समय राहेल का क्या हुआ?
बिन्यामीन को जन्म देते समय राहेल की मृत्यु हो गई।
Genesis 35:22-23
इस्राएल ने रूबेन के बारे में क्या सुना था?
इस्राएल ने सुना कि रूबेन उसकी रखैल बिल्हा के साथ सोया था।
याकूब के कितने पुत्र थे?
याकूब के बारह पुत्र थे।
Genesis 35:24-27
राहेल से याकूब के कौन-कौन से पुत्रों का जन्म हुआ था?
यूसुफ और बिन्यामीन राहेल से उत्पन्न हुए थे।
Genesis 35:28
इसहाक की आयु कितनी थी जब तक वह जिया?
इसहाक 180 वर्ष का होकर मर गया।
Genesis 35:29
इसहाक को दफन किसने किया?
एसाव और याकूब ने इसहाक को दफन किया।
Genesis 36
Genesis 36:1
एसाव के वंशज और किस नाम से जाने जाते थे?
एसाव के वंशज एदोम नाम से भी जाने जाते थे।
Genesis 36:2-5
एसाव ने कहां से पत्नियां लाया था?
एसाव ने कनानी स्त्रियों से विवाह किया था।
Genesis 36:6
एसाव अपने भाई याकूब से दूर क्यों चला गया था?
एसाव अपने भाई याकूब से दूर चला गया था क्योंकि दोनों की सम्पदाओं के लिए वह स्थान कम पड़ रहा था।
Genesis 36:7
एसाव अपने भाई याकूब से दूर क्यों चला गया था?
एसाव अपने भाई याकूब से दूर चला गया था क्योंकि दोनों की सम्पदाओं के लिए वह स्थान कम पड़ रहा था।
Genesis 36:8-11
एसाव कहां जाकर बस गया था?
एसाव सेईर नामक पहाड़ी प्रदेश में जाकर बस गया था।
Genesis 36:12-14
एसाव के पहिलौठे पुत्र एलीपज की रखैल तिम्ना से उत्पन्न पुत्र का नाम क्या था?
तिम्ना के इस पुत्र का नाम अमालेक था।
Genesis 36:15
एसाव के पहिलौठे पुत्र एलीपज की रखैल तिम्ना से उत्पन्न पुत्र का नाम क्या था?
तिम्ना के इस पुत्र का नाम अमालेक था।
Genesis 36:16-19
एसाव के पहिलौठे पुत्र एलीपज की रखैल तिम्ना से उत्पन्न पुत्र का नाम क्या था?
तिम्ना के इस पुत्र का नाम अमालेक था।
Genesis 36:20-30
एदोम जिस स्थान में रहता था वहां के रहने वालों का पिता कौन था?
होरी जाति का सेईर उस स्थान के निवासियों का पिता था जहां एदोम रहने लगा था।
Genesis 36:31-42
इस्राएल से पूर्व एदोम के लोगों के पास क्या था?
इस्राएल पर कभी कोई राजा हो उससे पहले एदोम के राजा हो चुके थे।
Genesis 36:43
एदोमियों का मूल पिता कौन था?
एसाव एदोमियों का मूल पिता था।
Genesis 37
Genesis 37:1
याकूब कहां बस गया था?
याकूब कनान देश में बस गया था।
Genesis 37:2
यूसुफ अपने भाइयों के साथ भेड़ बकरियां चराता था, तब उसने अपने पिता को क्या जानकारी दी थी?
यूसुफ ने अपने पिता को भाइयों के विषय अशुभ समाचार दिया था।
Genesis 37:3
इस्राएल ने कैसे प्रकट किया कि वह यूसुफ को उसके भाइयों से अधिक प्रेम करता था?
इस्राएल ने यूसुफ के लिए एक रंग बिरंगा अंगरखा बनवाया था।
Genesis 37:4-6
यूसुफ के भाई उसके बारे में क्या सोचते थे?
यूसुफ के भाई उससे घृणा करने लगे थे और उसके साथ ठीक से बात भी नहीं करते थे।
Genesis 37:7
यूसुफ ने पहले स्वप्न में क्या देखा?
यूसुफ ने स्वप्न में देखा कि उसका पूला सीधा खड़ा हो गया है और उसके भाइयों के पूलों ने उसके पूले को दण्डवत किया।
Genesis 37:8
यूसुफ ने अपना स्वप्न सुनाया तो उसके भाइयों के मन में क्या हुआ?
उसके भाई उससे और भी घृणा करने लगे।
Genesis 37:9
यूसुफ ने दूसरे स्वप्न में क्या देखा?
यूसुफ ने स्वप्न देखा कि सूर्य, चांद और ग्यारह सितारे उसे दण्डवत कर रहे हैं।
Genesis 37:10-13
याकूब के दूसरे स्थान में सूर्य, चांद, सितारे किसका प्रतीक थे?
सूर्य, चांद और सितारे यूसुफ के पिता, माता और भाइयों के प्रतीक थे।
Genesis 37:14-19
याकूब ने यूसुफ को हेब्रोन की घाटी में क्यों भेजा था?
याकूब ने यूसुफ को भेजा कि उसके भाइयों की कुशल की जानकारी लाकर उसे दे।
Genesis 37:20-21
यूसुफ के भाइयों ने उसे आते देखा तो क्या योजना बनाई?
उन्होंने उसकी हत्या करके उसे एक गड्ढे में डाल देने की योजना बनाई।
Genesis 37:22-27
रूबेन ने अपने भाइयों को क्या परामर्श दिया और क्यों दिया?
रूबेन ने उनसे कहा कि वे यूसुफ को गड्डे में डाल दें कि वह बाद में उसे निकाल ले।
Genesis 37:28-30
यूसुफ के भाइयों ने यूसुफ को किस हाथ और कितने में बेचा?
यूसुफ के भाइयों ने यूसुफ को इश्माएलियों के हाथ चाँदी के बीस टुकड़ों में बेच दिया।
यूसुफ को कहां ले जाया गया?
यूसुफ को मिस्र ले जाया गया।
Genesis 37:31
यूसुफ के भाइयों ने कैसे सिद्ध किया कि वे मर चुका है?
यूसुफ के भाइयों ने एक बकरी मारकर उसे रक्त में यूसुफ का वस्त्र रक्तरंजित करके याकूब को दिया।
Genesis 37:32-33
यूसुफ के भाइयों ने कैसे सिद्ध किया कि वे मर चुका है?
यूसुफ के भाइयों ने एक बकरी मारकर उसे रक्त में यूसुफ का वस्त्र रक्तरंजित करके याकूब को दिया।
Genesis 37:34-35
याकूब ने यूसुफ की मृत्यु का विश्वास करके क्या किया?
याकूब ने अपने वस्त्र फाड़े और टाट पहनकर कई दिन विलाप किया।
Genesis 37:36
मिस्र में यूसुफ को किसे बेचा गया?
यूसुफ को मिस्र के फिरौन के एक अधिकारी, पोतीपर के हाथ बेच दिया।
Genesis 38
Genesis 38:2-6
यहूदा ने कहां से पत्नी ली?
यहूदा ने एक कनानी पुरूष की बेटी से विवाह किया था।
Genesis 38:7-8
यहोवा ने यहूदा के पहिलौठे पुत्र, एर के साथ क्या किया था और क्यों?
यहोवा ने एर को मार डाला क्योंकि वह दुष्ट था।
Genesis 38:9
यहूदा के दूसरे पुत्र, ओनान ने अपने भाई एर के लिए सन्तानोत्पत्ति का दायित्व कैसे नहीं निभाया।
तामार के पास जाकर ओनान अपना वीर्य भूमि पर गिरा देता था।
Genesis 38:10
यहोवा ने यहूदा के दूसरे पुत्र, ओनान के साथ क्या किया और क्यों?
यहोवा ने ओनान को मार डाला क्योंकि उसने जो किया वह बुरा था।
Genesis 38:11
तब यहूदा ने तामार से क्या प्रतिज्ञा की?
यहूदा ने तामार से प्रतिज्ञा की कि उसका तीसरा पुत्र युवा हो जाएगा तब वह उसका विवाह तामार से करवा देगा।
Genesis 38:12-13
बहुत समय बाद यहूदा को सांत्वना की आवश्यकता क्यों पड़ी थी?
यहूदा को सांत्वना की आवश्यकता थी क्योंकि उसकी पत्नी मर गई थी।
Genesis 38:14-17
तामार ने जब सुना कि यहूदा तिम्नाह जा रहा है तो उसने क्या किया?
तामार ने विधवा के वस्त्र उतारकर घूंघट करके तिम्नाह के मार्ग में बैठ गई।
तामार ने ऐसा क्यों किया?
तामार ने ऐसा इसलिए किया कि यहूदा का तीसरा पुत्र, शेला युवा हो गया था परन्तु उसका विवाह शेला से नहीं करवाया गया था।
Genesis 38:18-20
तामार ने यहूदा से रेहन में क्या लिया था?
यहूदा ने तामार को अपनी मुहर और बाजूबन्द और अपनी छड़ी दे दी।
Genesis 38:21-23
जब यहूदा ने अपनी प्रतिज्ञा के अनुसार उस वैश्या के पास बकरी का बच्चा भेजा तो उसे क्या जानकारी प्राप्त हुई?
यहूदा को ज्ञात हुआ कि उस क्षेत्र में कोई भी देवदासी नहीं थी।
Genesis 38:24
जब यहूदा को तामार के गर्भवती होने का समाचार मिला तो उसने क्या आज्ञा दी?
यहूदा तामार को जिलाकर मार डालना चाहता था क्योंकि वह वैश्यावृत्ति से गर्भवती हुई थी।
Genesis 38:25
जब तामार यहूदा के समक्ष लाई गई तो उसने क्या किया?
तामार ने कहा कि जिस पुरूष की मुहर, छड़ी और बाजूबन्द उसके पास है, उसी से वह गर्भवती है।
Genesis 38:26
अपनी छड़ी, मुहर और बाजूबन्द देखकर यहूदा ने क्या किया?
यहूदा ने कहा कि वह तामार से अधिक दोषी है क्योंकि उसने तामार का विवाह अपने पुत्र शेला से नहीं किया था।
Genesis 38:27
तामार से कितने पुत्र उत्पन्न था?
तामार के जुड़वे बच्चे थे।
Genesis 38:28
दाई ने क्या किया जब तामार के जुड़वे बच्चों में एक बालक का हाथ बाहर आया?
जब तामार के जुड़वे बच्चों में से एक बालक का हाथ बाहर आया, तो दाई ने लाल सूत लेकर उसके हाथ में यह कहते हुए बाँध दिया, “पहले यही उत्पन्न हुआ।”
Genesis 38:29
तामार के दोनों पुत्रों के नाम क्या थे?
तामार के दोनों पुत्रों के नाम पेरेस और जेरह था।
Genesis 38:30
तामार के दोनों पुत्रों के नाम क्या थे?
तामार के दोनों पुत्रों के नाम पेरेस और जेरह था।
Genesis 39
Genesis 39:1-2
मिस्र देश में यूसुफ को किसने मोल ले लिया?
मिस्र में फिरौन के अधिकारी पोतीपर ने यूसुफ को खरीद लिया था।
Genesis 39:3
मिस्र में यूसुफ भाग्यवान क्यों हुआ?
यूसुफ भाग्यवान था क्योंकि यहोवा उसके साथ था।
Genesis 39:4-5
मिस्र में यूसुफ भाग्यवान क्यों हुआ?
यूसुफ भाग्यवान था क्योंकि यहोवा उसके साथ था।
Genesis 39:6
पोतीपर ने यूसुफ को क्या दायित्व सौंपा था?
पोतीपर ने अपना सबकुछ उसकी देखरेख में कर दिया था।
Genesis 39:7
पोतीपर की पत्नी ने यूसुफ से क्या करने को कहा?
पोतीपर की पत्नी ने यूसुफ से कहा कि उसके साथ सोए।
Genesis 39:8
यूसुफ ने पोतीपर की पत्नी के आग्रह पर क्या प्रतिक्रिया दिखाई?
यूसुफ ने कहा कि वह परमेश्वर की दृष्टि में ऐसी दुष्टता एवं पाप नहीं कर सकता है।
Genesis 39:9-11
यूसुफ ने पोतीपर की पत्नी के आग्रह पर क्या प्रतिक्रिया दिखाई?
यूसुफ ने कहा कि वह परमेश्वर की दृष्टि में ऐसी दुष्टता एवं पाप नहीं कर सकता है।
Genesis 39:12-13
पोतीपर की पत्नी ने यूसुफ के कपड़े पकड़ लिए तो यूसुफ ने क्या किया?
यूसुफ अपना वस्त्र उसके हाथों में छोड़कर बाहर गया।
Genesis 39:14
पोतीपर की पत्नी ने यूसुफ पर क्या दोष लगाया?
उसने यूसुफ पर दोष लगाया कि वह उसके पास सोने के अभिप्राय से आया था।
Genesis 39:15-18
पोतीपर की पत्नी ने यूसुफ पर क्या दोष लगाया?
उसने यूसुफ पर दोष लगाया कि वह उसके पास सोने के अभिप्राय से आया था।
Genesis 39:19
यूसुफ पर लगाए गए दोष के कारण पोतीपर ने क्या किया?
पोतीपर क्रोधित हुआ और यूसुफ को बन्दीगृह में डलवा दिया।
Genesis 39:20
यूसुफ पर लगाए गए दोष के कारण पोतीपर ने क्या किया?
पोतीपर क्रोधित हुआ और यूसुफ को बन्दीगृह में डलवा दिया।
Genesis 39:21
उस समय यहोवा ने युसूफ पर क्या प्रकट किया?
उस समय यहोवा ने यूसुफ पर वाचा की विश्वासयोग्यता दिखाई थी।
Genesis 39:22
पोतीपर ने यूसुफ को क्या दायित्व सौंपा था?
बन्दीगृह के दरोगा ने सब बन्दियों को यूसुफ के अधीन कर दिया था।
Genesis 39:23
यूसुफ के हर एक काम का परिणाम क्या होता था और क्यों?
यूसुफ को हर एक काम में यहोवा उसे सफलता देता था।
Genesis 40
Genesis 40:1-4
मिस्र के राजा ने अपने पिलानेहारे और पकानेहारे को बन्दीगृह में क्यों डलवाया था?
उन्होंने राजा की दृष्टि में अपराध किया था।
Genesis 40:5-6
उसी रात पिलानेहारे और पकानेहारे के साथ क्या हुआ?
उन दोनों ने स्वप्न देखे।
Genesis 40:7
पिलानेहारा और पकानेहारा सुबह दुखी क्यों दिखाई दे रहे थे?
उनके दुख का कारण था कि उनके स्वप्नों का अर्थ बतानेवाला कोई नहीं था।
Genesis 40:8-11
पिलानेहारा और पकानेहारा सुबह दुखी क्यों दिखाई दे रहे थे?
उनके दुख का कारण था कि उनके स्वप्नों का अर्थ बतानेवाला कोई नहीं था।
किसके द्वारा यूसुफ कहता है कि वह स्वप्न का अर्थ बताता है?
यूसुफ ने कहा कि परमेश्वर उनके स्वप्न का अर्थ बता सकता है।
Genesis 40:12
पिलानेहारे के स्वप्न का अर्थ यूसुफ ने क्या बताया?
यूसुफ ने कहा कि तीन दिन में राजा पिलानेहारे को पुनः उसका पद दे देगा।
Genesis 40:13
पिलानेहारे के स्वप्न का अर्थ यूसुफ ने क्या बताया?
यूसुफ ने कहा कि तीन दिन में राजा पिलानेहारे को पुनः उसका पद दे देगा।
Genesis 40:14-17
यूसुफ ने पिलानेहारे को स्वप्न का अर्थ बताकर उससे क्या निवेदन किया था?
यूसुफ ने उससे कहा कि वह उसे स्मरण रखे और फिरौन से विनती करके उसे बन्दीगृह से निकलवाए।
Genesis 40:18
यूसुफ ने पकानेहारे के स्वप्न का अर्थ क्या बताया था?
यूसुफ ने उसके स्वप्न का अर्थ बताया कि तीन दिन बाद राजा उसे फांसी दे देगा।
Genesis 40:19
यूसुफ ने पकानेहारे के स्वप्न का अर्थ क्या बताया था?
यूसुफ ने उसके स्वप्न का अर्थ बताया कि तीन दिन बाद राजा उसे फांसी दे देगा।
Genesis 40:20
तीन दिन बाद क्या विशेष घटना घटी थी?
तीन दिन बाद फिरौन का जन्मदिन था।
Genesis 40:21
उस दिन फिरौन ने उसके पिलानेहारे और पकानेहारे के साथ क्या किया?
जैसा यूसुफ ने कहा था वैसा ही फिरौन ने पिलानेहार को उसे पद पर पुनः रख दिया और पकानेहारे को फांसी दे दी।
Genesis 40:22
उस दिन फिरौन ने उसके पिलानेहारे और पकानेहारे के साथ क्या किया?
जैसा यूसुफ ने कहा था वैसा ही फिरौन ने पिलानेहार को उसे पद पर पुनः रख दिया और पकानेहारे को फांसी दे दी।
Genesis 40:23
क्या पिलानेहारे ने यूसुफ का निवेदन स्मरण रखा था?
नहीं, पिलानेहारे ने यूसुफ की सहायता करना स्मरण नहीं रखा, वह यूसुफ को भूल गया था।
Genesis 41
Genesis 41:4-6
फिरौन के पहले स्थान में सात दुबली गायों ने सात मोटी गायों के साथ क्या किया?
उन सात दुबली गायों ने सात मोटी गायों को खा लिया था।
Genesis 41:7
फिरौन के दूसरे स्वप्न में सात पतली बालों ने सात भरी हुई बालों के साथ क्या किया था?
उन सात पतली बालों ने सात भरी हुई बालों को निगल लिया।
Genesis 41:8-11
फिरौन के जादूगरों और ज्ञानियों ने स्वप्न के क्या अर्थ बतायें?
वे फिरौन के स्वप्नों का अर्थ नहीं बता पाये थे।
Genesis 41:12
तब पिलानेहारों के हाकित ने यूसुफ के बारे में फिरौन से क्या कहा?
पिलानेहारे ने फिरौन से कहा कि जब वे बन्दीगृह में थे तब यूसुफ ने उसके और पकानेहारे के स्वप्नों का सही अर्थ बताया था।
Genesis 41:13-15
तब पिलानेहारों के हाकित ने यूसुफ के बारे में फिरौन से क्या कहा?
पिलानेहारे ने फिरौन से कहा कि जब वे बन्दीगृह में थे तब यूसुफ ने उसके और पकानेहारे के स्वप्नों का सही अर्थ बताया था।
Genesis 41:16-24
यूसुफ ने फिरौन के स्वप्न का अर्थ बताने वाला किसको बताया?
यूसुफ ने कहा कि परमेश्वर फिरौन के स्वप्न का शुभ अर्थ बतायेगा।
Genesis 41:25
यूसुफ ने क्या कहा कि परमेश्वर फिरौन को बताना चाहता है?
यूसुफ ने कहा कि परमेश्वर फिरौन पर प्रकट करना चाहता है कि वह क्या करने जा रहा है।
Genesis 41:26
फिरौन के स्वप्न में सात मोटी गायों और सात भरी हुई बालों का अर्थ क्या था?
सात मोटी गायों और सात भरी हुई बालों का अर्थ था, बहुतायत को सात वर्ष।
Genesis 41:27-31
फिरौन के स्वप्न में सात मोटी गायों और सात भरी हुई बालों का अर्थ क्या था?
सात मोटी गायों और सात भरी हुई बालों का अर्थ था, बहुतायत को सात वर्ष।
Genesis 41:32-33
यूसुफ के अनुसार फिरौन ने दो स्वप्न क्यों देखे थे?
फिरौन ने दो स्वप्न देखे क्योंकि परमेश्वर को यह विधान था और वह अतिशीघ्र ऐसा करेगा।
Genesis 41:34-37
मिस्र के फसल का कितना भाग अकाल के सात वर्षों के लिए रखने के लिए यूसुफ ने फिरौन को सुझाव दिया था?
यूसुफ ने फिरौन को सुझाया कि एक मनुष्य को नियुक्त करे कि वह फसल का पांचवा भाग लेकर संग्रह कर ले कि अकाल के सात वर्षों में वह काम आये।
Genesis 41:38-39
फिरौन क्या कहा कि यूसुफ अन्तर्वासी है?
फिरौन ने कहा कि यूसुफ में परमेश्वर का आत्मा वास करता है।
Genesis 41:40
फिरौन ने यूसुफ को क्या अधिकार दिया था?
फिरौन यूसुफ को संपूर्ण देश का अधिकारी बना दिया था, फिरौन के बाद दूसरे स्तर का।
Genesis 41:41-47
फिरौन ने यूसुफ को क्या अधिकार दिया था?
फिरौन यूसुफ को संपूर्ण देश का अधिकारी बना दिया था, फिरौन के बाद दूसरे स्तर का।
Genesis 41:48
यूसुफ ने समृद्धि के उन सात वर्षों में कितना अन्न एकत्र किया था?
यूसुफ ने समुद्र की बालू के समान अन्न एकत्र कर लिया था, यहां तक कि वह गिनती के परे असंख्य हो गया था।
Genesis 41:49
यूसुफ ने समृद्धि के उन सात वर्षों में कितना अन्न एकत्र किया था?
यूसुफ ने समुद्र की बालू के समान अन्न एकत्र कर लिया था, यहां तक कि वह गिनती के परे असंख्य हो गया था।
Genesis 41:50
अकाल से पूर्व यूसुफ के दो पुत्र उत्पन्न हुए थे, उनके नाम क्या थे?
यूसुफ के पुत्रों के नाम मनश्शे और एप्रैम थे।
Genesis 41:51
अकाल से पूर्व यूसुफ के दो पुत्र उत्पन्न हुए थे, उनके नाम क्या थे?
यूसुफ के पुत्रों के नाम मनश्शे और एप्रैम थे।
Genesis 41:52-53
अकाल से पूर्व यूसुफ के दो पुत्र उत्पन्न हुए थे, उनके नाम क्या थे?
यूसुफ के पुत्रों के नाम मनश्शे और एप्रैम थे।
Genesis 41:54
सात वर्ष का वह अकाल कितनी दूर-दूर तक था?
सात वर्ष का वह अकाल संपूर्ण पृथ्वी पर था।
Genesis 41:55
जब मिस्र के लोगों ने फिरौन से रोटी मांगी तब यूसुफ ने क्या किया?
यूसुफ ने गोदाम खोलकर उन्हें अन्न बेचा।
Genesis 41:56
जब मिस्र के लोगों ने फिरौन से रोटी मांगी तब यूसुफ ने क्या किया?
यूसुफ ने गोदाम खोलकर उन्हें अन्न बेचा।
Genesis 41:57
यूसुफ से अन्न मोल लेने कौन आया था?
संपूर्ण पृथ्वी के लोग अन्न मोल लेने यूसुफ के पास आते थे।
Genesis 42
Genesis 42:1
याकूब ने अन्न मोल लेने के लिए किसे मिस्र भेजा था?
बिन्यामीन को छोड़कर याकूब के दसों पुत्र अन्न मोल लेने मिस्र गए थे।
Genesis 42:2
याकूब ने अन्न मोल लेने के लिए किसे मिस्र भेजा था?
बिन्यामीन को छोड़कर याकूब के दसों पुत्र अन्न मोल लेने मिस्र गए थे।
Genesis 42:3
याकूब ने अन्न मोल लेने के लिए किसे मिस्र भेजा था?
बिन्यामीन को छोड़कर याकूब के दसों पुत्र अन्न मोल लेने मिस्र गए थे।
Genesis 42:4-5
याकूब ने अन्न मोल लेने के लिए किसे मिस्र भेजा था?
बिन्यामीन को छोड़कर याकूब के दसों पुत्र अन्न मोल लेने मिस्र गए थे।
Genesis 42:6
यूसुफ के भाइयों ने उसे आते देखा तो क्या योजना बनाई?
यूसुफ के भाइयों ने उसे दण्डवत् किया था।
Genesis 42:7-8
अपने भाइयों को पहचान कर यूसुफ ने क्या किया?
यूसुफ उनके सामने अनजान बन गया और कठोरता से उनसे पूछा कि वे कहां से आए हैं।
Genesis 42:9-12
यूसुफ ने अपने भाइयों पर क्या दोष लगाया?
यूसुफ ने उन पर भेदिये होने का दोष लगाया।
Genesis 42:13-14
यूसुफ के भाइयों ने अपने सबसे छोटे भाई को कहां बताया?
यूसुफ के भाइयों ने कहा कि उनका सबसे छोटा भाई पिता के पास कनान में है।
यूसुफ के भाईयों ने अपने खोये हुए भाई के बारे में क्या कहा?
यूसुफ के भाइयों ने कहा कि उनका खोया हुआ भाई जीवित नहीं है।
Genesis 42:15-16
यूसुफ ने अपने भाइयों को परखने के लिए कि वे भेदिये नहीं हैं, क्या करने को कहा?
यूसुफ ने कहा कि वे तब तक मिस्र से नहीं जा सकते तब तक कि उनका छोटा भाई मिस्र नहीं आएगा।
Genesis 42:17
यूसुफ ने अपने भाइयों को कहां रखा और कितने समय तक?
यूसुफ ने उन्हें तीन दिन तक बन्दी बना कर रखा था।
Genesis 42:18
यूसुफ ने कहा कि यदि वे जीवित रहना चाहते हैं तो क्या करें?
यूसुफ ने कहा कि एक भाई बन्दीगृह में रहे और शेष भाई अन्न लेकर कनान जायें और अपने छोटे भाई को लेकर आयें।
Genesis 42:19
यूसुफ ने कहा कि यदि वे जीवित रहना चाहते हैं तो क्या करें?
यूसुफ ने कहा कि एक भाई बन्दीगृह में रहे और शेष भाई अन्न लेकर कनान जायें और अपने छोटे भाई को लेकर आयें।
Genesis 42:20
यूसुफ ने कहा कि यदि वे जीवित रहना चाहते हैं तो क्या करें?
यूसुफ ने कहा कि एक भाई बन्दीगृह में रहे और शेष भाई अन्न लेकर कनान जायें और अपने छोटे भाई को लेकर आयें।
Genesis 42:21
यूसुफ के भाइयों ने इस समस्या का कारण क्या सोचा था?
उन्होंने सोचा कि यूसुफ के साथ किये गये दुर्व्यवहार का बदला पा रहे हैं।
Genesis 42:22-23
यूसुफ के भाइयों ने इस समस्या का कारण क्या सोचा था?
उन्होंने सोचा कि यूसुफ के साथ किये गये दुर्व्यवहार का बदला पा रहे हैं।
Genesis 42:24
यूसुफ ने सुना कि वे उसके साथ किये गये अत्याचार की चर्चा कर रहे हैं तो उसकी प्रतिक्रिया क्या थी?
अपने विषय में उन्हें चर्चा करते हुए सुनकर यूसुफ उनके पास से हटकर रोने लगा।
Genesis 42:25-27
यूसुफ ने हर एक भाई के बोरे में क्या रखवा दिया था?
यूसुफ ने हर एक भाई के बोरे में उसका पैसा रखवा दिया था।
Genesis 42:28-34
एक भाई के बोरे में उसका पैसा रखा होने की बात सुनकर सब भाइयों का क्या हाल हुआ था?
उनके जी में जी न रहा और वे भय से कांपते हुए बातें करने लगे।
भाइयों ने इस समस्या का दोष किसे दिया?
उन्होंने परमेश्वर को दोष दिया कि उसने उनके साथ ऐसा क्यों किया।
Genesis 42:35
जब उन भाइयों ने और यूसुफ ने बोरे खाली किये तो क्या देखा?
उन्होंने देखा कि हर एक भाई के बोरे में उसका पैसा था।
Genesis 42:36
इस परिस्थिति में यूसुफ को किस भावी घटना का डर था?
याकूब को भय था कि शिमोन और बिन्यामीन उससे अलग कर दिये जायेंगे।
Genesis 42:37
रूबेन ने अपने पिता से क्या शपथ खाई थी?
रूबेन ने शपथ खाई थी कि वह बिन्यामीन को मिस्र से सुरक्षित लौटा लायेगा अन्यथा रूबेन के दोनों पुत्रों की हत्या कर दी जाये।
Genesis 42:38
क्या याकूब ने बिन्यामीन को मिस्र ले जाने की अनुमति दी थी?
नहीं, याकूब ने रूबेन को अनुमति नहीं दी कि वह बिन्यामीन को मिस्र ले जाये।
याकूब ने क्या कहा कि बिन्यामीन के मर जाने पर उसके साथ होगा?
याकूब ने कहा कि वह बुढ़ापे में शोक के साथ अधोलोक में उतर जायेगा।
Genesis 43
Genesis 43:1
याकूब ने अपने पुत्रों को फिर से मिस्र जाकर भोजन लाने के लिए क्यों कहा?
अकाल अब भी अपनी चरम सीमा पर था और जो अन्न वे पहली बार मिस्र से लेकर आये थे वह समाप्त हो चुका था।
Genesis 43:2
याकूब ने अपने पुत्रों को फिर से मिस्र जाकर भोजन लाने के लिए क्यों कहा?
अकाल अब भी अपनी चरम सीमा पर था और जो अन्न वे पहली बार मिस्र से लेकर आये थे वह समाप्त हो चुका था।
Genesis 43:3
यहूदा ने क्या कहा कि उन्हें मिस्र पुनः जाने के लिए उनके साथ क्या होना आवश्यक है?
यहूदा ने कहा कि उन्हें पुनः मिस्र जाने के लिए आवश्यक है कि बिन्यामीन उनके साथ हो।
Genesis 43:4
यहूदा ने क्या कहा कि उन्हें मिस्र पुनः जाने के लिए उनके साथ क्या होना आवश्यक है?
यहूदा ने कहा कि उन्हें पुनः मिस्र जाने के लिए आवश्यक है कि बिन्यामीन उनके साथ हो।
Genesis 43:5-8
यहूदा ने क्या कहा कि उन्हें मिस्र पुनः जाने के लिए उनके साथ क्या होना आवश्यक है?
यहूदा ने कहा कि उन्हें पुनः मिस्र जाने के लिए आवश्यक है कि बिन्यामीन उनके साथ हो।
Genesis 43:9-10
यहूदा ने अपने पिता, इस्राएल से क्या शपथ खाई थी?
यहूदा ने कहा कि यदि वह बिन्यामीन को साथ ले कर न लौटे तो आजीवन दोषी ठहरे।
Genesis 43:11
इस्राएल ने अपने पुत्रों से किसे साथ ले जाने को कहा?
इस्राएल ने अपने पुत्रों से कहा कि वे उस देश के सर्वोत्तम उत्पाद और दो गणा पैसा मिस्र फिर जायें।
Genesis 43:12-13
इस्राएल ने अपने पुत्रों से किसे साथ ले जाने को कहा?
इस्राएल ने अपने पुत्रों से कहा कि वे उस देश के सर्वोत्तम उत्पाद और दो गणा पैसा मिस्र फिर जायें।
Genesis 43:14-17
इस्राएल ने अपने पुत्रों की मिस्र यात्रा के लिए परमेश्वर से क्या प्रार्थना की थी?
इस्राएल ने परमेश्वर से प्रार्थना की कि परमेश्वर उन पर दया करे और वे सब भाई सुरक्षित लौट आयें।
Genesis 43:18-20
जब सब भाई यूसुफ की उपस्थिति में लाये गये तब उन्होंने कैसी प्रतिक्रिया दिखाई और क्यों?
उन भाइयों को डर था कि उनके बोरों में पैसा होने के कारण वे बन्दी बनाकर दासत्व में ले लिए जाएंगे।
Genesis 43:21
उन भाइयों ने यूसुफ के घर के भण्डारी से क्या कहा?
उन्होंने उस भण्डारी से कहा कि वे उनके बोरों में रखा पैसा लौटा लाए हैं और साथ में अन्न मोल लेने के लिए भी पैसा लाए हैं।
Genesis 43:22
उन भाइयों ने यूसुफ के घर के भण्डारी से क्या कहा?
उन्होंने उस भण्डारी से कहा कि वे उनके बोरों में रखा पैसा लौटा लाए हैं और साथ में अन्न मोल लेने के लिए भी पैसा लाए हैं।
Genesis 43:23-25
उस भण्डारी ने उन्हें बोरों में रखे पैसों के बारे में क्या बताया?
उस भण्डारी ने कहा कि वह पैसा परमेश्वर ने उन्हें दिया होगा।
Genesis 43:26
जब यूसुफ लौटकर घर आया तब उन भाइयों ने क्या किया?
उन भाइयों ने घर से लाई हुई वस्तुएं उसे भेंट कीं और भूमि पर गिरकर उसे दण्डवत् किया।
Genesis 43:27-29
यूसुफ ने भाइयों से किसके बारे में पूछा?
यूसुफ ने अपने पिता के कल्याण की बात पूछी थी।
Genesis 43:30-31
यूसुफ शीघ्रता से अपने कक्ष में क्यों गया और क्या किया?
यूसुफ तुरन्त अपने कक्ष में चला गया क्योंकि वह बिन्यामीन के प्रति भावात्मक हो गया था और कक्ष में जाकर बहुत रोया।
Genesis 43:32
मिस्री और इब्रानी अलग-अलग भोजन क्यों करते थे?
इब्रानियों के साथ भोजन करना मिस्रियों के लिए घृणित काम था।
Genesis 43:33
भाइयों को मेज पर किस क्रम में बैठाया गया था?
भाइयों को उनके जन्म के उत्तराधिकार और आयु के अनुसार बैठाया गया था।
Genesis 43:34
भाइयों को जो भोजन दिया गया था उसके अनुपात में असाधारण बात क्या थी?
बिन्यामीन को दिया गया भोजन अन्य भाइयों से पांच गुणा अधिक था।
Genesis 44
Genesis 44:1
भाइयों के प्रस्थान से पूर्व यूसुफ ने अपने भण्डारी को क्या निर्देश दिया था?
यूसुफ ने निर्देश दिया कि उनके बोरों को भोजन वस्तुओं से भर दो और पैसा भी उन्हीं में रख दो परन्तु सबसे छोटे भाई के बारे में उसका चांदी का कटोरा रख दो।
Genesis 44:2-3
भाइयों के प्रस्थान से पूर्व यूसुफ ने अपने भण्डारी को क्या निर्देश दिया था?
यूसुफ ने निर्देश दिया कि उनके बोरों को भोजन वस्तुओं से भर दो और पैसा भी उन्हीं में रख दो परन्तु सबसे छोटे भाई के बारे में उसका चांदी का कटोरा रख दो।
Genesis 44:4
यूसुफ के भण्डारी ने उन भाइयों पर क्या दोष लगाया जब उसने उन्हें नगर के बाहर जाकर पकड़ा?
वे नगर से निकले ही थे, और यूसुफ के भण्डारी ने कहा कि उन्होंने भलाई के बदले बुराई क्यों की है और उन पर आरोप लगाया कि वे यूसुफ के कटोरा चुरा रहे हैं।
Genesis 44:5-8
यूसुफ के भण्डारी ने उन भाइयों पर क्या दोष लगाया जब उसने उन्हें नगर के बाहर जाकर पकड़ा?
वे नगर से निकले ही थे, और यूसुफ के भण्डारी ने कहा कि उन्होंने भलाई के बदले बुराई क्यों की है और उन पर आरोप लगाया कि वे यूसुफ के कटोरा चुरा रहे हैं।
Genesis 44:9
भाइयों ने क्या शपथ खाई कि यूसुफ का कटोरा किसी के पास पाया गया तो वे क्या करेंगे?
उन्होंने शपथ खाई कि जिसके पास कटोरा पाया गया वह मार डाला जाएगा और शेष सब दास हो जाएंगे।
Genesis 44:10-11
भण्डारी ने क्या कहा कि दंड दिया जाएगा जिसके पास से कटोरा निकलेगा?
भण्डारी ने कहा, जिसके पास कटोरा निकला वह दास बना लिया जाएगा और शेष सब निर्दोष माने जाएंगे।
Genesis 44:12
भण्डारी को क्या मिला और भाइयों ने कैसी प्रतिक्रिया की?
भण्डारी को कटोरा बिन्यामीन के बोरे में मिला और भाइयों ने अपने-अपने वस्त्र फाड़े।
Genesis 44:13
भण्डारी को क्या मिला और भाइयों ने कैसी प्रतिक्रिया की?
भण्डारी को कटोरा बिन्यामीन के बोरे में मिला और भाइयों ने अपने-अपने वस्त्र फाड़े।
Genesis 44:14-15
यूसुफ के भाइयों ने उसके घर पर पहुँचकर क्या किया?
भाइयों ने यूसुफ के सामने भूमि पर दण्डवत् किया।
Genesis 44:16
यहूदा क्या कहता है कि किसने उसके भाइयों के अधर्म को पकड़ा?
यहूदा कहता है कि परमेश्वर ने अधर्म को पकड़ लिया है।
यहूदा ने क्या कहा कि सभी भाई अब बन जाएंगे?
यहूदा कहता है कि अब सब भाई यूसुफ के दास बन जाएंगे।
Genesis 44:17-19
यूसुफ ने अपने भाइयों को क्या दण्ड बताया?
भण्डारी ने कहा, जिसके पास कटोरा निकला वह दास बना लिया जाएगा और शेष सब निर्दोष माने जाएंगे, वे शान्ति से जा पाएंगे।
Genesis 44:20-21
यहूदा ने सबसे छोटे भाई से पिता के अगाध प्रेम का कारण क्या बताया?
यहूदा ने कहा कि छोटा भाई उनके पिता की वृद्धावस्था का पुत्र है और उनकी माता का एकमात्र पुत्र है।
Genesis 44:22
भाइयों की चिन्ता का कारण क्या था, यदि सबसे छोटा भाई पिता से अलग हुआ?
भाइयों को चिन्ता इस बात की थी कि यदि छोटा भाई पिता के पास नहीं लौटा तो पिता मर जाएगा।
Genesis 44:23-25
भाइयों ने बिन्यामीन को लाने की विवशता का कारण क्या बताया?
यहूदा ने कहा कि वे बिन्यामीन को लाने के लिए विवश थे क्योंकि यूसुफ ने कहा था कि बिन्यामीन को लाए बिना वे यूसुफ का दर्शन नहीं करवाएंगे।
Genesis 44:26-27
भाइयों ने बिन्यामीन को लाने की विवशता का कारण क्या बताया?
यहूदा ने कहा कि वे बिन्यामीन को लाने के लिए विवश थे क्योंकि यूसुफ ने कहा था कि बिन्यामीन को लाए बिना वे यूसुफ का दर्शन नहीं करवाएंगे।
Genesis 44:28
इस्राएल के लिए यूसुफ के साथ क्या हुआ था?
इस्राएल ने मान लिया था कि यूसुफ किसी पशु द्वारा फाड़ दिया गया है।
Genesis 44:29-30
इस्राएल ने क्या कहा था, यदि बिन्यामीन उससे अलग हुआ तो उसके साथ होगा?
इस्राएल ने कहा था कि वे भाई उसे बुढ़ापे में शोक के साथ अधोलोक में उतार देंगे।
Genesis 44:31
यहूदा ने क्या कहा कि अपने पिता के साथ होगा यदि वे बिन्यामीन के बिना घर लौट आए?
यहूदा ने कहा कि उसका पिता मर जाएगा।
Genesis 44:32
यहूदा ने बिन्यामीन के लिए पिता से क्या शपथ खाई थी?
यहूदा ने कहा कि यदि वह बिना बिन्यामीन के लौटा तो वह सदा के लिए अपराधी ठहरा जायेगा।
Genesis 44:33-34
यहूदा ने यूसुफ के समक्ष क्या प्रस्ताव रखा जिससे कि बिन्यामीन अपने पिता के पास लौट जाए?
यहूदा ने कहा कि वह यूसुफ का दास बना लिया जाये और बिन्यामीन अपने पिता के पास लौट जाये।
Genesis 45
Genesis 45:1
यूसुफ ने अपने भाइयों पर स्वयं को प्रकट करके क्या किया जिसे मिस्रियों ने भी सुना था?
अपने भाइयों पर स्वयं को प्रकट करके यूसुफ चिल्ला चिल्लाकर रोया था।
Genesis 45:2
यूसुफ ने अपने भाइयों पर स्वयं को प्रकट करके क्या किया जिसे मिस्रियों ने भी सुना था?
अपने भाइयों पर स्वयं को प्रकट करके यूसुफ चिल्ला चिल्लाकर रोया था।
Genesis 45:3-6
यूसुफ ने जब स्वयं को अपने भाइयों पर प्रकट किया तब उनकी प्रतिक्रिया क्या थी?
वे स्तब्ध रह गए और कुछ बोल न पाये।
Genesis 45:7
यूसुफ की समझ में परमेश्वर यूसुफ को मिस्र क्यों लाया था?
परमेश्वर यूसुफ को मिस्र इसलिए लाया था कि वे पृथ्वी पर जीवित रहें और उनके प्राणों को बचाने से उनका वंश बढ़े।
Genesis 45:8
परमेश्वर ने यूसुफ को मिस्र में क्या बना दिया था?
परमेश्वर ने यूसुफ को फिरौन का पिता सा और उसके सारे घराने का स्वामी और सारे मिस्र देश का प्रभु ठहराया।
Genesis 45:9
यूसुफ ने अपने परिवार की देखभाल करने की क्या योजना बनाई थी?
यूसुफ ने अपने परिवार से कहा कि वे गोशेन देश में रहें और जहां वह उसके लिए व्यवस्था करेगा।
Genesis 45:10
यूसुफ ने अपने परिवार की देखभाल करने की क्या योजना बनाई थी?
यूसुफ ने अपने परिवार से कहा कि वे गोशेन देश में रहें और जहां वह उसके लिए व्यवस्था करेगा।
Genesis 45:11-12
यूसुफ ने अपने परिवार की देखभाल करने की क्या योजना बनाई थी?
यूसुफ ने अपने परिवार से कहा कि वे गोशेन देश में रहें और जहां वह उसके लिए व्यवस्था करेगा।
Genesis 45:13-15
यूसुफ ने अपने भाइयों से शीघ्रतापूर्वक क्या करने को कहा?
यूसुफ ने कहा कि वे अतिशीघ्र जाकर उसके पिता को मिस्र ले आयें।
Genesis 45:16
यूसुफ के भाइयों के किस आगमन पर फिरौन की प्रतिक्रिया कैसी थी?
फिरौन अत्यधिक प्रसन्न हुआ और उसने यूसुफ के भाइयों से कहा कि वे अपने कुटुम्ब को लेकर आएं और मिस्र के एक उत्तम स्थान में बस जाएं।
Genesis 45:17
यूसुफ के भाइयों के किस आगमन पर फिरौन की प्रतिक्रिया कैसी थी?
फिरौन अत्यधिक प्रसन्न हुआ और उसने यूसुफ के भाइयों से कहा कि वे अपने कुटुम्ब को लेकर आएं और मिस्र के एक उत्तम स्थान में बस जाएं।
Genesis 45:18-20
यूसुफ के भाइयों के किस आगमन पर फिरौन की प्रतिक्रिया कैसी थी?
फिरौन अत्यधिक प्रसन्न हुआ और उसने यूसुफ के भाइयों से कहा कि वे अपने कुटुम्ब को लेकर आएं और मिस्र के एक उत्तम स्थान में बस जाएं।
Genesis 45:21
यात्रा के लिए किसने वस्तुएं एवं रुपया अधिक पाया?
बिन्यामीन को चांदी के तीन सौ सिक्के और पांच जोड़े वस्त्र तथा इस्राएल के लिए भोजन वस्तुओं से लदी हुई दस गदहियां मिलीं।
Genesis 45:22
यात्रा के लिए किसने वस्तुएं एवं रुपया अधिक पाया?
बिन्यामीन को चांदी के तीन सौ सिक्के और पांच जोड़े वस्त्र तथा इस्राएल के लिए भोजन वस्तुओं से लदी हुई दस गदहियां मिलीं।
Genesis 45:23-25
यात्रा के लिए किसने वस्तुएं एवं रुपया अधिक पाया?
बिन्यामीन को चांदी के तीन सौ सिक्के और पांच जोड़े वस्त्र तथा इस्राएल के लिए भोजन वस्तुओं से लदी हुई दस गदहियां मिलीं।
Genesis 45:26-27
इस्राएल ने सुना कि यूसुफ जीवित है और मिस्र पर प्रभुता करता है तो उसकी प्रतिक्रिया क्या थी?
उसका चित्त स्थिर न रहा और उसने अपने पुत्रों की बात पर विश्वास नहीं किया।
Genesis 45:28
इस्राएल ने क्या कहा कि वह मरने से पूर्व करना चाहता है?
इस्राएल ने कहा कि वह मरने से पूर्व यूसुफ को देखना चाहता है।
Genesis 46
Genesis 46:1-2
इस्राएल ने बेर्शेबा में क्या किया?
इस्राएल ने अपने पिता इसहाक के परमेश्वर को बलि चढ़ाई।
Genesis 46:3
परमेश्वर ने बेर्शेबा में इस्राएल से क्या प्रतिज्ञाएं की थीं?
परमेश्वर ने इस्राएल को एक बड़ी जाति बनाने और उसके साथ मिस्र जाने और उसे मिस्र से लौटा लाने और यूसुफ के हाथों उसकी आँखें बन्द करने की प्रतिज्ञा की।
Genesis 46:4
परमेश्वर ने बेर्शेबा में इस्राएल से क्या प्रतिज्ञाएं की थीं?
परमेश्वर ने इस्राएल को एक बड़ी जाति बनाने और उसके साथ मिस्र जाने और उसे मिस्र से लौटा लाने और यूसुफ के हाथों उसकी आँखें बन्द करने की प्रतिज्ञा की।
Genesis 46:5
इस्राएल के साथ मिस्र कौन गया था?
इस्राएल के साथ उसके सब वंशज मिस्र गए थे।
Genesis 46:6
इस्राएल के साथ मिस्र कौन गया था?
इस्राएल के साथ उसके सब वंशज मिस्र गए थे।
Genesis 46:7-11
इस्राएल के साथ मिस्र कौन गया था?
इस्राएल के साथ उसके सब वंशज मिस्र गए थे।
Genesis 46:12-26
यहूदा के दो पुत्र कनान में मर गए थे, उनके नाम क्या थे?
एर और ओनान कनान में मर गए थे।
Genesis 46:27-28
याकूब के कुटुम्ब के कितने लोग मिस्र आए थे?
याकूब के कुटुम्ब के सत्तर जन मिस्र आए थे।
Genesis 46:29-33
यूसुफ ने पिता से भेंट करने के लिए क्या किया?
यूसुफ अपने रथ पर सवार होकर पिता से मिलने गोशेन गया था।
पिता को देखकर यूसुफ ने क्या किया?
यूसुफ पिता की गर्दन को चूमकर बहुत रोया।
Genesis 46:34
यूसुफ ने अपने भाइयों से क्या कहा कि वे फिरौन को अपना व्यवसाय बतायें?
उन्हें फिरौन से कहना था कि युवावस्था से ही उनका व्यवसाय पशुपालन है।
Genesis 47
Genesis 47:3
यूसुफ के भाइयों ने फिरौन को अपना व्यवसाय क्या बताया?
पांच भाइयों ने फिरौन को बताया कि वे चरवाहे हैं।
Genesis 47:4-5
भाइयों ने अपने को किस प्रकार के अप्रवासी बताया?
भाइयों ने कहा कि वे मिस्र में अस्थाई अप्रवासी हैं।
Genesis 47:6
फिरौन ने यूसुफ के परिवार के लिए यूसुफ को क्या करने के लिए कहा?
फिरौन ने यूसुफ से कहा कि वह अपने परिवार को मिस्र के सर्वोत्तम स्थान गोशेन में बसाये।
Genesis 47:7-8
फिरौन से भेंट करते समय और प्रस्थान करते समय याकूब ने फिरौन के लिए क्या किया?
उससे भेंट करते समय और प्रस्थान करते समय याकूब ने फिरौन को आशीर्वाद दिया।
Genesis 47:9
फिरौन से भेंट करते समय याकूब की आयु कितनी थी?
उस समय याकूब की आयु 130 वर्ष थी।
याकूब ने अपने पूर्वजों की तुलना में अपनी आयु को कितना बताया था?
याकूब ने कहा कि उसकी आयु उसके पूर्वजों के बराबर लम्बी नहीं है।
Genesis 47:10-13
फिरौन से भेंट करते समय और प्रस्थान करते समय याकूब ने फिरौन के लिए क्या किया?
उससे भेंट करते समय और प्रस्थान करते समय याकूब ने फिरौन को आशीर्वाद दिया।
Genesis 47:14-15
यूसुफ अन्न बेचकर क्या कर पाया था?
यूसुफ ने मिस्र और कनान का सारा धन एकत्र कर लिया था।
Genesis 47:16
मिस्रियों को भोजन वस्तुओं के बदले में यूसुफ ने क्या लिया?
यूसुफ ने भोजन वस्तुओं के बदले में मिस्रियों का संपूर्ण पशु धन एकत्र कर लिया था।
Genesis 47:17
मिस्रियों को भोजन वस्तुओं के बदले में यूसुफ ने क्या लिया?
यूसुफ ने भोजन वस्तुओं के बदले में मिस्रियों का संपूर्ण पशु धन एकत्र कर लिया था।
Genesis 47:18
जब फिरौन को पुरे रुपया और पशुओं के बदले भोजन लेने के बाद मिस्र के लोगों ने और भोजन के बदले में फिरौन को क्या सलाह दी?
मिस्र के लोगों ने भोजन के बदले में फिरौन को सलाह दी की वो उनकी भूमि और उन्हें दास बना ले।
Genesis 47:19-23
जब फिरौन को पुरे रुपया और पशुओं के बदले भोजन लेने के बाद मिस्र के लोगों ने और भोजन के बदले में फिरौन को क्या सलाह दी?
मिस्र के लोगों ने भोजन के बदले में फिरौन को सलाह दी की वो उनकी भूमि और उन्हें दास बना ले।
Genesis 47:24-26
यूसुफ ने संपूर्ण फसल का कौन सा भाग फिरौन के लिए देना अनिवार्य किया था?
यूसुफ ने फसल का पांचवां भाग फिरौन के लिए अनिवार्य कर दिया था।
Genesis 47:27
इस्राएल के लोग मिस्र देश में कैसे समृद्ध हुए थे?
इस्राएलियों ने मिस्र की भूमि पर अधिकार किया और वे फलवन्त हुए तथा अतिशीघ्र वृद्धिमान हो गए।
Genesis 47:28-29
याकूब की मृत्यु कितनी आयु में हुई थी?
याकूब की मृत्यु एक सौ सैंतालीस वर्ष की आयु में हुई थी।
Genesis 47:30-31
इस्राएल ने यूसुफ को किस बात की शपथ खिलाई थी?
याकूब ने यूसुफ को शपथ खिलाई कि वह उसे उसके पित्रों के कब्रिस्तान में दफन करेगा।
Genesis 48
Genesis 48:1-3
यूसुफ को उसके पिता के बारे में क्या सन्देश मिला और उसने क्या किया?
यूसुफ को सन्देश मिला कि उसका पिता अस्वस्थ है, अत: वह अपने पुत्रों को लेकर उसके पास गया।
Genesis 48:4
याकूब ने युसूफ के लिए परमेश्वर की कौन सी प्रतिज्ञायें दोहराई थीं?
याकूब ने स्मरण किया कि परमेश्वर ने उसे फूलने फलने और बुद्धिमान होने की और जातियों की मण्डली होने की तथा उसके वंशजों को सदा के लिए कमान देने की प्रतिज्ञा की है।
Genesis 48:5
याकूब ने उत्तराधिकार में यूसुफ के पुत्रों को क्या माना था?
याकूब ने कहा कि वह यूसुफ के दोनों पुत्रों को अपनी ही सन्तान मानता है।
Genesis 48:6-7
याकूब ने उत्तराधिकार में यूसुफ के पुत्रों को क्या माना था?
याकूब ने कहा कि वह यूसुफ के दोनों पुत्रों को अपनी ही सन्तान मानता है।
Genesis 48:8
इस्राएल यूसुफ के दोनों पुत्रों को पहचान क्यों नहीं पाया था?
इस्राएल यूसुफ के दोनों पुत्रों को पहचान नहीं पाया था क्योंकि आयु के कारण उसकी दोनों आंखें देखने में असक्षम थीं।
Genesis 48:9
इस्राएल यूसुफ के दोनों पुत्रों को पहचान क्यों नहीं पाया था?
इस्राएल यूसुफ के दोनों पुत्रों को पहचान नहीं पाया था क्योंकि आयु के कारण उसकी दोनों आंखें देखने में असक्षम थीं।
Genesis 48:10-13
इस्राएल यूसुफ के दोनों पुत्रों को पहचान क्यों नहीं पाया था?
इस्राएल यूसुफ के दोनों पुत्रों को पहचान नहीं पाया था क्योंकि आयु के कारण उसकी दोनों आंखें देखने में असक्षम थीं।
Genesis 48:14-16
यूसुफ के पुत्रों में पहिलौठा कौन था?
मनश्शे यूसुफ का पहिलौठा था।
इस्राएल ने अपना दाहिना हाथ किस पर रखा और बायां हाथ किस पर रखा?
इस्राएल ने अपना दाहिना हाथ एप्रैम पर रखा और बायां हाथ मनश्शे पर रखा था।
Genesis 48:17
यूसुफ ने इस्राएल के हाथों को बदलना क्यों चाहा था?
यूसुफ ने इस्राएल के दाहिने हाथ को मनश्शे पर रखना चाहा क्योंकि वह पहिलौठा था।
Genesis 48:18
यूसुफ ने इस्राएल के हाथों को बदलना क्यों चाहा था?
यूसुफ ने इस्राएल के दाहिने हाथ को मनश्शे पर रखना चाहा क्योंकि वह पहिलौठा था।
Genesis 48:19
इस्राएल ने यूसुफ के पुत्रों पर से अपने हाथ हटाने से क्यों इंकार कर दिया था?
इस्राएल ने इंकार इसलिए किया था कि छोटा पुत्र पहिलौठे से अधिक महान होना था।
Genesis 48:20
इस्राएल ने भविष्य में इस्राएलियों द्वारा कैसे आशीर्वादक की चर्चा की थी?
इस्राएल ने कहा कि भविष्य में इस्राएल की प्रजा किसी को आशीर्वाद देते समय कहेगी,"परमेश्वर तुझे एप्रैम और मनश्शे के समान बना दे।"
Genesis 48:21-22
इस्राएल ने यूसुफ के लिए क्या कहा कि उसके साथ होगा?
इस्राएल ने कहा कि यूसुफ अपने पितरों के देश में लौटाया जायेगा।
Genesis 49
Genesis 49:1-2
याकूब ने अपने पुत्रों को किस कारण से एकत्र किया था?
याकूब ने अपने पुत्रों को एकत्र किया कि उन्हें उनके और उनके वंशजों के भविष्य के बारे में बताये।
Genesis 49:3
रूबेन में कौन से प्रामाणिक गुण थे?
रूबेन मर्यादा और शक्ति में बेजोड़ था।
Genesis 49:4-6
पहिलौठे होने के उपरान्त भी रूबेन का स्थान महत्वपूर्ण नहीं होगा?
रूबेन का स्थान महत्व से वंचित रहेगा क्योंकि उसने अपने पिता की खाट को अशुद्ध किया था।
Genesis 49:7
याकूब ने शमौन और लेवी को किस कारण श्राप दिया था?
याकूब ने शमौन और लेवी के क्रोध को श्राप दिया था।
Genesis 49:8-9
याकूब ने अपने पुत्रों के लिए क्या कहा कि वे यहूदा के समक्ष करेंगे?
याकूब ने कहा कि उसके पुत्र यहूदा को दण्डवत् करेंगे।
Genesis 49:10-12
यहूदा के लिए भावी प्रतिज्ञायें क्या थी?
यहूदा से प्रतिज्ञा की गई थी कि जब तक शीलो न आये यहूदा के वंश से राजदण्ड कभी नहीं हटेगा और सब जातियां उसका आज्ञापालन करेंगी।
Genesis 49:13-16
याकूब क्या कहता है कि जबूलून के वंशज कहाँ रहेंगे?
याकूब ने जबूलून के वंशजों के लिए भविष्यद्वाणी की कि वे समुद्र के तट पर वास करेंगे।
Genesis 49:17-19
याकूब ने दान को किस पशु के सदृश्य कहा था?
याकूब ने कहा कि दान एक विषैले सर्प की नाईं होगा।
Genesis 49:20-21
याकूब ने आशेर को किस बात के लिए प्रसिद्ध होने की भविष्यद्वाणी की थी?
याकूब ने कहा कि आशेर राजा के लिए स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध करायेगा।
Genesis 49:22-23
याकूब ने युसूफ को कैसा पौधा कहा था?
याकूब ने कहा कि यूसुफ एक फलवन्त मुख्य शाखा होगा जिसकी डालियां भीत पर से चढ़कर फैल जायेंगी।
Genesis 49:24-30
कौन यूसुफ के धनुष को दृढ़ और हाथों को फुर्तीला बनाएगा ऐसा याकूब कहता है?
याकूब कहता है कि याकूब का सर्वशक्तिमान परमेश्वर की भुजा, जो इस्राएल का चट्टान है वो यूसुफ के धनुष को दृढ़ और हाथों को फुर्तीला बनाएगा।
Genesis 49:31-32
जहां याकूब मरणोपरान्त दफन होना चाहता था, वहां पहले से कौन दफन था?
अब्राहम, सारा, इसहाक, रिबका और लिआ: वहां दफन किये जा चुके थे।
Genesis 49:33
अपने पुत्रों को आशीर्वाद और निर्देशन देने के बाद याकूब ने क्या किया?
याकूब ने अंतिम सांस ली और अपने लोगों में चला गया।
Genesis 50
Genesis 50:2
इस्राएल के मरने के बाद यूसुफ ने क्या किया?
यूसुफ ने इस्राएल के शव में सुगंधित द्रव्य मरवाये।
Genesis 50:3
इस्राएल के मरने के बाद यूसुफ ने क्या किया?
यूसुफ ने इस्राएल के शव में सुगंधित द्रव्य मरवाये।
Genesis 50:4
अपने पिता के दफन के संबंध में यूसुफ ने फिरौन से क्या निवेदन किया और ऐसा निवेदन क्यों किया?
यूसुफ ने फिरौन से निवेदन किया कि पिता के दफन हेतु उसे कनान जाने की अनुमति दी जाये क्योंकि उसके पिता ने उसे शपथ खिलाई थी।
Genesis 50:5
अपने पिता के दफन के संबंध में यूसुफ ने फिरौन से क्या निवेदन किया और ऐसा निवेदन क्यों किया?
यूसुफ ने फिरौन से निवेदन किया कि पिता के दफन हेतु उसे कनान जाने की अनुमति दी जाये क्योंकि उसके पिता ने उसे शपथ खिलाई थी।
Genesis 50:6
अपने पिता के दफन के संबंध में यूसुफ ने फिरौन से क्या निवेदन किया और ऐसा निवेदन क्यों किया?
यूसुफ ने फिरौन से निवेदन किया कि पिता के दफन हेतु उसे कनान जाने की अनुमति दी जाये क्योंकि उसके पिता ने उसे शपथ खिलाई थी।
Genesis 50:7
इस्राएल को दफन करने के लिए यूसुफ के साथ कौन गए थे?
फिरौन के सब अधिकारी, उसके भवन के पुरनिये, मिस्र देश के सब पुरनिये, यूसुफ के घर के सब लोग, यूसुफ के भाई, उसके पिता का परिवार तथा रथ और सवार सब गये थे।
Genesis 50:8
इस्राएल को दफन करने के लिए यूसुफ के साथ कौन गए थे?
फिरौन के सब अधिकारी, उसके भवन के पुरनिये, मिस्र देश के सब पुरनिये, यूसुफ के घर के सब लोग, यूसुफ के भाई, उसके पिता का परिवार तथा रथ और सवार सब गये थे।
Genesis 50:9-10
इस्राएल को दफन करने के लिए यूसुफ के साथ कौन गए थे?
फिरौन के सब अधिकारी, उसके भवन के पुरनिये, मिस्र देश के सब पुरनिये, यूसुफ के घर के सब लोग, यूसुफ के भाई, उसके पिता का परिवार तथा रथ और सवार सब गये थे।
Genesis 50:11-13
यूसुफ और उसके साथ के लोगों को देखकर कनानियों ने क्या कहा?
कनानियों ने कहा कि वह मिस्रियों का कोई भारी विलाप था।
Genesis 50:14
पिता को दफन करके यूसुफ और उसके भाई कहां गए?
यूसुफ और उसके भाई मिस्र लौट आये।
Genesis 50:15-16
इस्राएल की मृत्यु के बाद यूसुफ के भाइयों को क्या चिन्ता हुई?
उन्हें चिन्ता हो गई कि अब यूसुफ उसके साथ की गई का बदला उनसे लेगा।
Genesis 50:17
भाइयों ने यूसुफ के साथ किये गये अनाचार के लिए यूसुफ से क्या कहा?
यूसुफ के भाइयों ने उसके साथ किये गये संपूर्ण अनाचार की क्षमा मांगी।
Genesis 50:18-19
यूसुफ के भाइयों ने उसे आते देखा तो क्या योजना बनाई?
यूसुफ के भाइयों ने उसके पास आकर गिर पड़े।
Genesis 50:20-21
यूसुफ ने अपने भाइयों के बुरे कामों से परमेश्वर की कौन सी भलाई का उत्पन्न होना कहा?
यूसुफ ने कहा कि परमेश्वर ने अनेकों के जीवन की भलाई उत्पन्न की है।
Genesis 50:22-23
यूसुफ कितने वर्ष जीवित रहा?
यूसुफ एक सौ दस वर्ष जीवित रहा।
Genesis 50:24
यूसुफ ने क्या कहा कि उसके साथ होने वाला है?
यूसुफ ने कहा कि वह मरने वाला है।
यूसुफ ने इस्राएल के वंशजों के लिए परमेश्वर की किस प्रतिज्ञा की पूर्ति की चर्चा की थी?
यूसुफ ने कहा कि परमेश्वर उन लोगों के पास आयेगा और उन्हें अब्राहम, इसहाक और याकूब से की गई प्रतिज्ञा के देश में ले जायेगा।
Genesis 50:25
यूसुफ ने इस्राएल के लोगों से क्या प्रतिज्ञा करवाई थी?
यूसुफ ने उनसे प्रतिज्ञा करवाई कि वे यूसुफ की अस्थियों को अपने साथ ले जायेंगे जब वे मिस्र से पलायन करेंगे।
Genesis 50:26
मरणोपरान्त यूसुफ के शव का क्या हुआ?
यूसुफ की देह में सुगंधित द्रव्य भर कर मिस्र ही में कफन में रख दिया गया।