हिन्दी, हिंदी (Hindi): translationQuestions

Updated ? hours ago # views See on DCS Draft Material

Ephesians

Ephesians 1

Ephesians 1:1-2

पौलुस इस पत्र में जिन लोगों को लिख रहा है, उनका वर्णन कैसे करता है?

पौलुस अपने पत्र के प्राप्तिकर्ताओं को मसीह के लिए पवित्र किए गए और निष्ठापूर्वक मसीह यीशु में विश्वास करनेवाले कहता है।

Ephesians 1:3

पिता परमेश्वर ने विश्वासियों को किस से आशिष दी है?

पिता परमेश्वर ने विश्वासियों को मसीह में स्वर्गीय स्थानों में सब प्रकार की आत्मिक आशीष दी है।

Ephesians 1:4

पिता परमेश्वर ने मसीह में विश्वास करनेवालों को कब चुन लिया था?

परमेश्वर ने मसीह में विश्वास करनेवालों को जगत की उत्पत्ति से पहले ही चुन लिया था।

पिता परमेश्वर ने विश्वासियों को किस उद्देश्य के निमित्त चुन लिया था?

पिता परमेश्वर ने विश्वासियों को चुन लिया था कि वे उसकी दृष्टि में पवित्र और निर्दोष हों।

Ephesians 1:5

परमेश्वर ने विश्वासियों को लेपालक सन्तान होने के लिए पहले से क्यों ठहराया था?

परमेश्वर ने विश्वासियों को अपनी इच्छा के भले अभिप्राय के निमित्त पहले से ठहराया है।

Ephesians 1:6

परमेश्वर ने विश्वासियों को लेपालक होने के लिए पहले से ही क्यों ठहरा दिया था?

परमेश्वर ने विश्वासियों को लेपालक होने के लिए पहले से ही ठहरा दिया था कि वह अपने महिमामय अनुग्रह के लिए स्तुति का पात्र ठहरे।

Ephesians 1:7-9

परमेश्वर के प्रिय मसीह के लहू के द्वारा विश्वासियों को क्या प्राप्त है?

विश्वासी मसीह के लहू के द्वारा छुटकारा अर्थात पापों की क्षमा पाते हैं।

Ephesians 1:10-12

परमेश्वर अपनी योजना के पूरा होने पर क्या करेगा?

परमेश्वर स्वर्ग और पृथ्वी पर जो कुछ है, सब कुछ मसीह में एकत्र कर देगा।

Ephesians 1:13

सत्य का वचन सुनने पर विश्वासियों पर कैसी छाप लगी थी?

विश्वासियों पर प्रतिज्ञा के पवित्र आत्मा की छाप लगी थी।

Ephesians 1:14-17

आत्मा किसका ब्याना है?

आत्मा विश्वासियों के उत्तराधिकार का ब्याना है।

Ephesians 1:18-19

पौलुस इफिसुस की कलीसिया के लिए किस बात को समझने के ज्ञान हेतु प्रार्थना करता है?

पौलुस प्रार्थना करता है कि इफिसुस की कलीसिया अपनी बुलाहट की आशा और पवित्र लोगों में उसकी मीरास की महिमा के धन को समझ पाएँ।

Ephesians 1:20-21

विश्वासियों में जो सामर्थ्य क्रियाशील है उसने मसीह में क्या किया?

उसकी इसी सामर्थ्य के प्रभाव से मसीह मृतकों में से जिलाया गया और स्वर्गीय स्थानों में परमेश्वर की दाहिनी ओर बैठाया गया।

Ephesians 1:22

परमेश्वर ने मसीह के पांवों तले क्या कर दिया है?

परमेश्वर ने सब कुछ मसीह के पांवों तले कर दिया है।

कलीसिया में मसीह के अधिकार का स्थान क्या है?

मसीह कलीसिया में सब बातों पर शिरोमणि है।

Ephesians 1:23

कलीसिया क्या है?

कलीसिया मसीह की देह है।

Ephesians 2

Ephesians 2:1

अविश्वासियों की आत्मिक दशा कैसी हैं?

अविश्वासी सब अपने अपराधों और पापों में मरे हुए हैं।

Ephesians 2:2

आज्ञा न माननेवालों में कौन काम करता है?

आकाश के अधिकार के हाकिम का आत्मा आज्ञा न माननेवालों में काम करता है।

Ephesians 2:3

अविश्वासी स्वभाव से क्या हैं?

अविश्वासी स्वभाव ही से क्रोध की सन्तान हैं।

Ephesians 2:4

परमेश्वर विश्वासियों के प्रति दया का धनी क्यों है?

परमेश्वर अपने महान प्रेम के कारण दया का धनी है।

Ephesians 2:5

विश्वासियों के उद्धार का कारण क्या है?

विश्वासियों का उद्धार परमेश्वर के अनुग्रह के द्वारा है।

Ephesians 2:6

विश्वासी कहाँ बैठाए गए हैं?

विश्वासी मसीह यीशु के साथ स्वर्गीय स्थानों में मसीह के साथ बैठाए गए हैं।

Ephesians 2:7

परमेश्वर ने विश्वासियों का उद्धार करके उन्हे क्यों उठाया?

परमेश्वर ने विश्वासियों का उद्धार करके उठाया कि आनेवाले समयों में अपने अनुग्रह का असीम धन दिखाए।

Ephesians 2:8

हमारा उद्धार कैसे हुआ है?

हम विश्वास के द्वारा अनुग्रह से उद्धार प्राप्त करते हैं जो परमेश्वर का वरदान है।

Ephesians 2:9

विश्वासियों को घमण्ड करने की आवश्यकता क्यों नहीं है?

किसी भी विश्वासी को घमण्ड नहीं करना है क्योंकि उसका उद्धार उसके अपने कर्मों से नहीं है।

Ephesians 2:10-11

परमेश्वर ने विश्वासियों को किस उद्देश्य के निमित्त मसीह में सृजा है?

मसीह के सब विश्वासियों के लिए परमेश्वर का उद्देश्य है कि वे भले काम करें।

Ephesians 2:12

अविश्वासी अन्यजातियों की आत्मिक दशा कैसी है?

अविश्वासी अन्यजातियाँ मसीह से अलग हैं, इस्राएल के लिए परदेसी और वाचाओं के प्रति अनजान हैं तथा आशा से रहित और परमेश्वर रहित हैं।

Ephesians 2:13

अविश्वासी अन्यजातियों में से कुछ लोगों को परमेश्वर के निकट लानेवाली बात क्या है?

कुछ अन्यजाति अविश्वासी मसीह के लहू के द्वारा परमेश्वर के निकट लाए गए हैं।

Ephesians 2:14

अन्यजातियों और यहूदियों के संबन्धों में मसीह परिवर्तन कैसे लाया?

मसीह ने अन्यजातियों और यहूदियों को जो एक समुदाय में विश्वास करते हैं, विभाजन करने वाले बैरभाव को समाप्त करके मेल करा दिया।

Ephesians 2:15-17

यहूदियों और अन्यजातियों में मेल कराने के लिए मसीह ने क्या निरस्त कर दिया है?

मसीह ने आज्ञाओं और विधियों की व्यवस्था को निरस्त कर दिया कि यहूदियों और अन्यजातियों में मेल हो।

Ephesians 2:18-19

सब विश्वासियों के लिए पिता परमेश्वर की निकटता में आने का साधन क्या है?

सब विश्वासियों को पवित्र आत्मा के द्वारा परमेश्वर की निकटता प्राप्त है।

Ephesians 2:20

परमेश्वर का परिवार किस नींव पर निर्मित है?

परमेश्वर का परिवार प्रेरितों और भविष्यद्वक्ताओं की नींव पर निर्मित है जिसके कोने का पत्थर मसीह है।

Ephesians 2:21

विश्वासी कैसा भवन बन रहे है?

वे प्रभु के लिए एक पवित्र मंदिर बन रहे हैं।

Ephesians 2:22

परमेश्वर आत्मा द्वारा कहाँ वास करता है?

परमेश्वर आत्मा द्वारा विश्वासी के भीतर वास करता है।

Ephesians 3

Ephesians 3:2

परमेश्वर ने किस के लाभ के निमित्त पौलुस को यह दान दिया था?

परमेश्वर ने अन्यजातियों के लाभ के लिए पौलुस को यह दान दिया है।

Ephesians 3:3-4

पौलुस पर क्या प्रकट किया गया था?

पौलुस पर भेद का प्रकाशन प्रकट किया गया था।

Ephesians 3:5

परमेश्वर ने जो बात किसी भी पीढ़ी को कभी नहीं बताई अब किस पर प्रकट की है?

परमेश्वर ने मसीह का गुप्त सत्य उसके प्रेरितों और भविष्यद्वक्ताओं पर प्रकट किया था।

Ephesians 3:6

वह गुप्त सत्य क्या है जो अब प्रकट किया गया?

गुप्त सत्य यह था कि अन्यजाति देह के संगी वारिस और साथी सदस्य हैं, और मसीह यीशु में प्रतिज्ञा के साझी हैं।

Ephesians 3:7-8

पौलुस को क्या दान दिया गया था?

परमेश्वर के अनुग्रह का दान पौलुस को दिया गया था।

Ephesians 3:9

अन्यजातियों को समझने में सहायता देने के लिए पौलुस को किस बात के लिए भेजा गया था?

पौलुस को अन्यजातियों को उस रहस्य के प्रशासन को समझने में सहायता देने के लिए भेजा गया था जो परमेश्वर में युगों से छिपा हुआ था।

Ephesians 3:10-11

परमेश्वर का जटिल ज्ञान किस के द्वारा प्रकाशित किया जाएगा?

परमेश्वर का जटिल ज्ञान कलीसिया के द्वारा प्रकाशित किया जाएगा।

Ephesians 3:12-14

पौलुस के अनुसार विश्वासियों को मसीह में विश्वास के कारण क्या अधिकार है?

पौलुस कहता है कि विश्वासियों में मसीह में विश्वास के कारण परमेश्वर के निकट आने का साहस और आत्मविश्वास है।

Ephesians 3:15

पिता परमेश्वर पर किस का नाम रखा जाता एवं रचना की जाती है?

स्वर्ग और पृथ्वी पर हर एक घराने का नाम पिता परमेश्वर पर रखा जाता है और वह रचा जाता है।

Ephesians 3:16-17

पौलुस विश्वासियों के सशक्त करने के लिए कैसी प्रार्थना करता है?

पौलुस प्रार्थना करता है कि विश्वासी परमेश्वर के आत्मा के सामर्थ्य द्वारा बल पाएं।

Ephesians 3:18-20

विश्वासियों को समझने के लिए पौलुस क्या प्रार्थना करता है?

पौलुस प्रार्थना करता है कि विश्वासी मसीह के प्रेम की लम्बाई चौड़ाई, ऊँचाई और गहराई को समझें।

Ephesians 3:21

पौलुस प्रार्थना करता है कि पीढ़ी से पीढ़ी तक पिता के लिए क्या होता रहे?

पौलुस प्रार्थना करता है कि कलीसिया में और मसीह यीशु में उसकी महिमा पीढ़ी से पीढ़ी तक युगानयुग होती रहे।

Ephesians 4

Ephesians 4:1-6

पौलुस विश्वासियों से कैसे जीवन का आग्रह करता है?

पौलुस विश्वासियों से आग्रह करता है कि वे अपनी बुलाहट के योग्य आचरण रखें।

Ephesians 4:7-10

मसीह ने स्वर्गारोहण के बाद प्रत्येक विश्वासी को क्या दिया हैं?

मसीह ने प्रत्येक विश्वासी को मसीह के दान के परिमाण के अनुसार अनुग्रह दिया है।

Ephesians 4:11

पौलुस कलीसिया को दिए गए कौन से पाँच प्रकार के सेवकों का उल्लेख करता है?

मसीह ने कलीसिया में प्रेरितों, भविष्यद्वक्ताओं, सुसमाचार सुनानेवालों और रखवालों और उपदेशकों को नियुक्त करके दे दिया है।

Ephesians 4:12-13

इन पाँच प्रकार के सेवकों से कलीसिया में कैसी सेवा की अपेक्षा की गई है?

इन पांच प्रकार के सेवकों से अपेक्षा की जाती है कि वे सेवा कार्य हेतु देह के विकास के लिए विश्वासियों को तैयार करें।

Ephesians 4:14-15

पौलुस विश्वासियों को बालकों की नाई कैसे बताता हैं?

विश्वासी आगे को बालक न रहें जो मनुष्यों की ठग विद्या और चतुराई से इधर उधर उछाले और घुमाए जाते हैं।

Ephesians 4:16

पौलुस विश्वासियों की देह की रचना का वर्णन कैसे करता हैं?

विश्वासियों की देह प्रत्येक के विकास के निमित्त प्रेम में गठी, हर एक जोड़ के द्वारा संयोजित होती है और देह के प्रत्येक अंग को विकास में इक्ट्ठा रखती है।

Ephesians 4:17

पौलुस अन्यजातियों के आचरण का वर्णन कैसे करता है?

अन्यजातियाँ अपने मन की व्यर्थता में आचरण करती हैं।

Ephesians 4:18

पौलुस क्या कहता है कि अन्यजातियों की समझ को क्या हो गया है?

अन्यजातियों की समझ अँधी हो गई है।

Ephesians 4:19-21

अन्यजातियों ने अपने आप को किसके अधीन कर दिया है?

अन्यजातियों ने अपने आप को कामुकता के अधीन कर दिया है कि हर एक प्रकार की अशुद्धता करें।

Ephesians 4:22-23

पौलुस की कथनानुसार विश्वासियों को क्या त्यागना है?

विश्वासियों के लिए आवश्यक है कि वे पुराने मनुष्यत्व की बातों को त्याग दें।

Ephesians 4:24-26

पौलुस के कथनानुसार विश्वासियों को क्या धारण करना आवश्यक है?

विश्वासियों के लिए आवश्यक है कि वे नए मनुष्यत्व को धारण कर लें।

Ephesians 4:27

आवश्यक है कि विश्वासी किसे कभी अवसर न दे?

एक विश्वासी के लिए आवश्यक है कि वह शैतान को कभी अवसर न दे।

Ephesians 4:28

विश्वासियों को चोरी करने की अपेक्षा क्या करना चाहिए?

विश्वासियों के लिए आवश्यक है कि परिश्रम करें जिससे कि किसी आवश्यक्ता में पड़े हुए मनुष्य के साथ बाँटने के लिए योग्य हो सकें।

Ephesians 4:29

पौलुस के कथनानुसार विश्वासी के मुँह से क्या निकलना चाहिए?

विश्वासियों के मुँह से अभद्र बातें न निकलें परन्तु वही निकले जो अन्यों की उन्नति के लिए हो।

Ephesians 4:30-31

विश्वासी किसे दुःखी न करें?

विश्वासी पवित्र आत्मा को दुःखी न करें।

Ephesians 4:32

विश्वासी को परमेश्वर ने मसीह में क्षमा किया है इसलिए उसे क्या करना चाहिए?

विश्वासी अन्यों को क्षमा करें क्योंकि परमेश्वर ने मसीह में उन्हे क्षमा किया है।

Ephesians 5

Ephesians 5:1

विश्वासियों को किसका अनुकरण करना चाहिए?

विश्वासियों को सन्तान होने के कारण परमेश्वर का अनुकरण करना चाहिए।

Ephesians 5:2

मसीह ने ऐसा क्या किया जो परमेश्वर के लिए सुखदायक सुगन्ध ठहरा?

मसीह ने विश्वासियों के लिए स्वयं को परमेश्वर के आगे भेंट करके बलिदान कर दिया।

Ephesians 5:3

विश्वासियों के मध्य क्या नहीं होना चाहिए?

व्यभिचार और किसी प्रकार के अशुद्ध काम या लोभ की चर्चा तक विश्वासियों में नाममात्र के लिए भी न हो।

Ephesians 5:4

विश्वासियों का आचरण कैसा दिखाई देना चाहिए?

इसकी अपेक्षा विश्वासियों में धन्यवादी स्वभाव होना चाहिए।

Ephesians 5:5

मसीह और परमेश्वर के राज्य में किस की मीरास नहीं हैं?

व्यभिचारी, अशुद्ध जन और लोभी मनुष्य के लिए मसीह और परमेश्वर के राज्य में मीरास नहीं है।

Ephesians 5:6-8

अवज्ञाकारी की सन्तान पर क्या भड़कने वाला हैं?

अवज्ञाकारी की सन्तान पर परमेश्वर का क्रोध भड़कने वाला है।

Ephesians 5:9-10

प्रभु को ज्योति का कैसा फल ग्रहण योग्य है?

ज्योति का फल सब प्रकार की भलाई, और धार्मिकता और सत्य है जो परमेश्वर को ग्रहण योग्य है।

Ephesians 5:11-12

अन्धकार के कामों के प्रति विश्वासियों को क्या करना चाहिए?

विश्वासियों को अन्धकार के कामों में सहभागी नहीं होना है वरन् उन्हें उनका उजागर करना चाहिए।

Ephesians 5:13-15

ज्योति क्या प्रकट करती है?

ज्योति हर एक बात को प्रकट करती है।

Ephesians 5:16-17

क्योंकि दिन बुरे हैं इसलिए विश्वासियों को क्या करना चाहिए?

विश्वासियों को अवसर को बहुमूल्य समझना चाहिए क्योंकि दिन बुरे हैं।

Ephesians 5:18

लुचपन किससे होता हैं?

दाखरस से मतवाले बनने से लुचपन होता है।

Ephesians 5:19-21

विश्वासी आपस में कैसी बातें करें?

विश्वासी आपस में भजन और स्तुतिगान और आत्मिक गीत गाया करें।

Ephesians 5:22

पत्नियाँ किस प्रकार अपने अपने पति के अधीन रहें?

पत्नियाँ इस प्रकार अपने अपने पति के अधीन रहें जैसे प्रभु के।

Ephesians 5:23-25

पति किसका सिर है और मसीह किसका सिर है?

पति पत्नी का सिर है और मसीह कलीसिया का सिर है।

Ephesians 5:26-27

मसीह कलीसिया को पवित्र कैसे बनाता है?

मसीह कलीसिया को वचन के द्वारा जल के स्नान से शुद्ध करके पवित्र बनाता है।

Ephesians 5:28

पति अपनी पत्नी से कैसा प्रेम करें?

पति पत्नी को अपनी देह के जैसा प्रेम करें।

Ephesians 5:29-30

मनुष्य अपनी देह के साथ कैसा व्यवहार करता है?

मनुष्य अपनी देह का पोषण करके उससे प्रेम करता है।

Ephesians 5:31

पति जब अपनी पत्नी के साथ जुड़ता है तब क्या होता है?

पति जब अपनी पत्नी के साथ जुड़ जाता है तब वे एक देह हो जाते हैं।

Ephesians 5:32-33

पुरुष और उसकी पत्नी के संबन्ध से कौन सा बड़ा भेद प्रकट होता है?

मसीह और उसकी कलीसिया के बारे में एक बड़ा भेद पति पत्नी के संबन्ध से प्रकट होता है।

Ephesians 6

Ephesians 6:1-3

मसीही सन्तानों को अपने माता पिता के साथ कैसा व्यवहार करना आवश्यक है?

मसीही सन्तानों को अपने माता पिता की आज्ञा मानना है।

Ephesians 6:4

मसीही पिता अपनी सन्तानों के साथ कैसा व्यवहार करें?

मसीही पिता अपनी सन्तान का पालन पोषण प्रभु के अनुशासन और निर्देशों में करें।

Ephesians 6:5-7

मसीही दास किस मानसिकता से अपने स्वामी की सेवा करें?

मसीही दास मन की सत्यनिष्ठा में अपने स्वामियों की आज्ञा माने जैसे प्रभु की।

Ephesians 6:8

विश्वासी अपने भले कामों के बारे में क्या स्मरण रखे?

विश्वासी को स्मरण रखना है कि वह जो भले काम करता है उनका प्रतिफल प्रभु उसे देगा।

Ephesians 6:9-10

एक मसीही स्वामी को अपने स्वामी के बारे में क्या स्मरण रखना है?

एक मसीही स्वामी को स्मरण रखना है कि उसका और उसके दास का स्वामी स्वर्ग में है और वह किसी भी प्रकार का पक्षपात नहीं करता है।

Ephesians 6:11

विश्वासी को परमेश्वर के सब हथियार बांधने की आवश्यक्ता क्यों हैं?

एक विश्वासी को परमेश्वर के सब हथियार बांधना आवश्यक है कि वह शैतान की दुष्ट युक्तियों के सामने खड़ा रहे।

Ephesians 6:12

विश्वासी का युद्ध किसके साथ है?

विश्वासी दुष्टता के अन्धकार के राज्य के प्रधानों से और आत्मिक अधिकारीयों से और हाकिमों युद्ध करता है।

Ephesians 6:13-15

विश्वासी को परमेश्वर के सब हथियार बाँधने की आवश्यक्ता क्यों हैं?

एक विश्वासी को परमेश्वर के सब हथियार बाँधना आवश्यक है कि वह शैतान की दुष्ट युक्तियों के सामने खड़ा रहे।

Ephesians 6:16

परमेश्वर का कौन सा हथियार दुष्ट के अग्निबाण बुझाता है?

विश्वास की ढाल दुष्ट के अग्निबाणों को बुझा देती है।

Ephesians 6:17

आत्मा की तलवार क्या है?

आत्मा की तलवार परमेश्वर का वचन है।

Ephesians 6:18

विश्वासियों में प्रार्थना की मानसिकता कैसी हो?

विश्वासियों को परमेश्वर का उत्तर पाने के लिए यत्न के साथ प्रतीक्षारत सदैव प्रार्थना करते रहना है।

Ephesians 6:19

पौलुस इफिसुस के विश्वासियों की कलीसिया की प्रार्थना में अपने लिए क्या अपेक्षा करता है?

पौलुस प्रचार में साहसपूर्वक सुसमाचार सुनाने हेतु वचन की कामना करता है।

Ephesians 6:20-22

इस पत्र को लिखते समय पौलुस कहाँ है?

इस पत्र को लिखते समय पौलुस बन्दीगृह में जंजीरों से जकड़ा हुआ है।

Ephesians 6:23-24

पौलुस प्रार्थना में पिता परमेश्वर और प्रभु यीशु मसीह से उन विश्वासियों के लिए क्या मांगता है?

पौलुस प्रार्थना करता है कि परमेश्वर उन को विश्वास के साथ शान्ति और आपसी प्रेम प्रदान करे।