2 Chronicles
2 Chronicles 1
2 Chronicles 1:1
दाऊद का पुत्र सुलैमान राज्य में क्यों स्थिर हो गया?
सुलैमान अपने शासन में स्थिर था क्योंकि यहोवा उसके साथ था और उसने उसे बहुत शक्तिशाली बना दिया था।
2 Chronicles 1:2
सुलैमान जब गिबोन में यहोवा की वेदी पर गया तब वहां आराधना के लिए क्या-क्या साधन थे?
मूसा ने जंगल में जो मिलापवाला तम्बू बनवाया था वह वही पर था और बसलेल के द्वारा बनाई गई पीतल की वेदी भी वहीं यहोवा के निवास स्थान के सामने थी। परन्तु यहोवा की वाचा का सन्दूक दाऊद किर्यत्यारीम से उस स्थान पर ले आया था और यरूशलेम में एक तम्बू खड़ा किया था उसमें उसे रख दिया था।
2 Chronicles 1:3
सुलैमान जब गिबोन में यहोवा की वेदी पर गया तब वहां आराधना के लिए क्या-क्या साधन थे?
मूसा ने जंगल में जो मिलापवाला तम्बू बनवाया था वह वही पर था और बसलेल के द्वारा बनाई गई पीतल की वेदी भी वहीं यहोवा के निवास स्थान के सामने थी। परन्तु यहोवा की वाचा का सन्दूक दाऊद किर्यत्यारीम से उस स्थान पर ले आया था और यरूशलेम में एक तम्बू खड़ा किया था उसमें उसे रख दिया था।
2 Chronicles 1:4
सुलैमान जब गिबोन में यहोवा की वेदी पर गया तब वहां आराधना के लिए क्या-क्या साधन थे?
मूसा ने जंगल में जो मिलापवाला तम्बू बनवाया था वह वही पर था और बसलेल के द्वारा बनाई गई पीतल की वेदी भी वहीं यहोवा के निवास स्थान के सामने थी। परन्तु यहोवा की वाचा का सन्दूक दाऊद किर्यत्यारीम से उस स्थान पर ले आया था और यरूशलेम में एक तम्बू खड़ा किया था उसमें उसे रख दिया था।
2 Chronicles 1:5
सुलैमान जब गिबोन में यहोवा की वेदी पर गया तब वहां आराधना के लिए क्या-क्या साधन थे?
मूसा ने जंगल में जो मिलापवाला तम्बू बनवाया था वह वही पर था और बसलेल के द्वारा बनाई गई पीतल की वेदी भी वहीं यहोवा के निवास स्थान के सामने थी। परन्तु यहोवा की वाचा का सन्दूक दाऊद किर्यत्यारीम से उस स्थान पर ले आया था और यरूशलेम में एक तम्बू खड़ा किया था उसमें उसे रख दिया था।
2 Chronicles 1:6
यहोवा के सवाल पूछने से पहले कि "मैं तुझे क्या दूँ", सुलैमान ने क्या किया?
सुलैमान ने पीतल की वेदी पर एक हजार होमबलि चढ़ाकर यहोवा की उपासना की।
2 Chronicles 1:7
यहोवा के सवाल पूछने से पहले कि "मैं तुझे क्या दूँ", सुलैमान ने क्या किया?
सुलैमान ने पीतल की वेदी पर एक हजार होमबलि चढ़ाकर यहोवा की उपासना की।
2 Chronicles 1:8
सुलैमान ने यहोवा से बुद्धि और ज्ञान देने के लिए क्यों कहा?
सुलैमान ने यहोवा से उसे बुद्धि और ज्ञान देने के लिए इसलिए कहा ताकि वह इस्राएल के लोगों का न्याय कर सके जो बहुत थे।
2 Chronicles 1:9
सुलैमान ने यहोवा से बुद्धि और ज्ञान देने के लिए क्यों कहा?
सुलैमान ने यहोवा से उसे बुद्धि और ज्ञान देने के लिए इसलिए कहा ताकि वह इस्राएल के लोगों का न्याय कर सके जो बहुत थे।
2 Chronicles 1:10
सुलैमान ने यहोवा से बुद्धि और ज्ञान देने के लिए क्यों कहा?
सुलैमान ने यहोवा से उसे बुद्धि और ज्ञान देने के लिए इसलिए कहा ताकि वह इस्राएल के लोगों का न्याय कर सके जो बहुत थे।
2 Chronicles 1:11
परमेश्वर ने सुलैमान को बुद्धि और ज्ञान क्यों दी?
परमेश्वर ने सुलैमान को बुद्धि और ज्ञान इसलिए दी क्योंकि उसने धन, शोहरत, सम्मान और उन लोगों की मौत की मांग नहीं की जो नफरत करते थे और न ही अपने लिए लम्बी आयु, बल्कि अपने लोगों का न्याय करने के लिए परमेश्वर से मदद मांगी।
2 Chronicles 1:12-13
यहोवा ने बुद्धि और ज्ञान के साथ सुलैमान को और क्या दिया?
परमेश्वर ने सुलैमान को वो भी दिया जो उसने नहीं मांगा: धन, शोहरत और सम्मान जो उससे पहले किसी भी राजा को नहीं मिला।
2 Chronicles 1:14
सुलैमान की संपत्ति किस तरह से देखी गई थी?
सुलैमान के पास 1,400 रथ और बारह हजार घुड़सवार थे, चांदी और सोना पत्थर के समान ही थे, और देवदार की लकड़ी निचले इलाकों में सिमकोर पेड़ों के समान ही आम थी।
2 Chronicles 1:15-17
सुलैमान की संपत्ति किस तरह से देखी गई थी?
सुलैमान के पास 1,400 रथ और बारह हजार घुड़सवार थे, चांदी और सोना पत्थर के समान ही थे, और देवदार की लकड़ी निचले इलाकों में सिमकोर पेड़ों के समान ही आम थी।
2 Chronicles 2
2 Chronicles 2:1
सुलैमान ने हीराम से अपने पिता दाऊद के लिए देवदार की लकड़ी भेजने के लिए क्यों कहा?
सुलैमान ने हीराम से उसे देवदार की लकड़ी भेजने के लिए कहा ताकि वह उसे यहोवा के नाम का भवन और अपने राजभवन के काम में लेना चाहता था।
2 Chronicles 2:2
सुलैमान ने हीराम से अपने पिता दाऊद के लिए देवदार की लकड़ी भेजने के लिए क्यों कहा?
सुलैमान ने हीराम से उसे देवदार की लकड़ी भेजने के लिए कहा ताकि वह उसे यहोवा के नाम का भवन और अपने राजभवन के काम में लेना चाहता था।
2 Chronicles 2:3
सुलैमान ने हीराम से अपने पिता दाऊद के लिए देवदार की लकड़ी भेजने के लिए क्यों कहा?
सुलैमान ने हीराम से उसे देवदार की लकड़ी भेजने के लिए कहा ताकि वह उसे यहोवा के नाम का भवन और अपने राजभवन के काम में लेना चाहता था।
2 Chronicles 2:4
सुलैमान ने यहोवा के नाम के लिए एक घर बनाने की योजना क्यों बनाई जो बहुत महान होगा?
सुलैमान ने यहोवा के नाम के लिए एक बड़ा घर बनाने की योजना बनाई क्योंकि उसका परमेश्वर अन्य सभी देवताओं से महान था।
2 Chronicles 2:5-6
सुलैमान ने यहोवा के नाम के लिए एक घर बनाने की योजना क्यों बनाई जो बहुत महान होगा?
सुलैमान ने यहोवा के नाम के लिए एक बड़ा घर बनाने की योजना बनाई क्योंकि उसका परमेश्वर अन्य सभी देवताओं से महान था।
2 Chronicles 2:7
यहोवा की महानता को प्रकट करने के लिए भवन बनवाने में सुलैमान को किसकी आवश्यकता थी?
सुलैमान को सोने, चांदी, पीतल, लोहे, बैजनी, लाल और नीले कपड़े की कारीगरी में निपुण एवं नक्काशी करने वाले की आवश्यकता थी।
2 Chronicles 2:8
सुलैमान ने हीराम को लबानोन से देवदार, सनोवर और चंदन के पेड़ भेजने के लिए क्यों कहा?
सुलैमान चाहता था कि हीराम इन पेड़ों को उसके पास भेज दे ताकि वह घर जिसे वह यहोवा के नाम के लिए बनाए वह महान और अद्भुत हो।
2 Chronicles 2:9-10
सुलैमान ने हीराम को लबानोन से देवदार, सनोवर और चंदन के पेड़ भेजने के लिए क्यों कहा?
सुलैमान चाहता था कि हीराम इन पेड़ों को उसके पास भेज दे ताकि वह घर जिसे वह यहोवा के नाम के लिए बनाए वह महान और अद्भुत हो।
2 Chronicles 2:11
हीराम के अनुसार, यहोवा ने सुलैमान को इस्राएल के लोगों पर राजा क्यों बनाया?
हीराम के अनुसार, यहोवा ने सुलैमान को इसलिये राजा बनाया क्योंकि यहोवा अपने लोगों से प्यार करता था और सुलैमान को बुद्धि और समझदारी का उपहार मिला हुआ था।
2 Chronicles 2:12
हीराम के अनुसार, यहोवा ने सुलैमान को इस्राएल के लोगों पर राजा क्यों बनाया?
हीराम के अनुसार, यहोवा ने सुलैमान को इसलिये राजा बनाया क्योंकि यहोवा अपने लोगों से प्यार करता था और सुलैमान को बुद्धि और समझदारी का उपहार मिला हुआ था।
2 Chronicles 2:13
हीराम ने सुलैमान को हूराम-अबी क्यों भेजा?
हीराम ने हूराम-अबी को भेजा क्योंकि वह सोने, चांदी, पीतल, लोहे, पत्थर, लकड़ी, बैंगनी और लाल और नीले और सूक्ष्म सन के कपड़े का काम और सब प्रकार की नक्काशी जानता था।
2 Chronicles 2:14-15
हीराम ने सुलैमान को हूराम-अबी क्यों भेजा?
हीराम ने हूराम-अबी को भेजा क्योंकि वह सोने, चांदी, पीतल, लोहे, पत्थर, लकड़ी, बैंगनी और लाल और नीले और सूक्ष्म सन के कपड़े का काम और सब प्रकार की नक्काशी जानता था।
2 Chronicles 2:16-18
लबानोन से इस्राएल लकड़ी कैसे लेकर जाया जा सकता है?
लबानोन की लकड़ी को इस्राएल तक समुद्र से बेडे के द्वारा समद्रु के मार्ग से याफा और फिर यरूशलेम ले जाया गया।
2 Chronicles 3
2 Chronicles 3:1
सुलैमान ने मोरिय्याह पर्वत पर यबूसी ओर्नान के खलिहान पर यहोवा के भवन का निर्माण करना क्यों शुरू किया?
सुलैमान ने वहां यहोवा के भवन का निर्माण करना शुरू किया क्योंकि वही पर यहोवा उसके पिता दाऊद के सामने प्रकट हुआ था।
2 Chronicles 3:2
सुलैमान ने मोरिय्याह पर्वत पर यबूसी ओर्नान के खलिहान पर यहोवा के भवन का निर्माण करना क्यों शुरू किया?
सुलैमान ने वहां यहोवा के भवन का निर्माण करना शुरू किया क्योंकि वही पर यहोवा उसके पिता दाऊद के सामने प्रकट हुआ था।
2 Chronicles 3:3
सुलैमान ने परमेश्वर के भवन के लिए जो नींव डाली उसके आयाम क्या थे?
पुराने शैली के नाप के अनसुार का उपयोग कर, परमेश्वर के घर के लिए नींव के आयाम साठ हाथ लंबा और बीस हाथ चौड़ा था।
2 Chronicles 3:4-7
घर के सामने कि ओसारे कितनी ऊंचाई थी?
ओसारे कि ऊंचाई बीस हाथ थी।
2 Chronicles 3:8
सबसे पवित्र स्थान को मढ़वाने के लिए क्या इस्तेमाल किया गया था?
सबसे पवित्र स्थान को शुद्ध सोने से मढ़वाया गया था।
2 Chronicles 3:9-14
सबसे पवित्र स्थान को मढ़वाने के लिए क्या इस्तेमाल किया गया था?
सबसे पवित्र स्थान को शुद्ध सोने से मढ़वाया गया था।
2 Chronicles 3:15
सुलैमान ने परमेश्वर के भवन के सामने दो स्तंभों पर क्या रखा?
सुलैमान ने एक सौ अनार को बनाकर उन को ज़ंज़ीर में लगा कर उन्हें खंभे के ऊपर लगाया।
2 Chronicles 3:16
सुलैमान ने परमेश्वर के भवन के सामने दो स्तंभों पर क्या रखा?
सुलैमान ने एक सौ अनार को बनाकर उन को ज़ंज़ीर में लगा कर उन्हें खंभे के ऊपर लगाया।
2 Chronicles 3:17
सुलैमान ने परमेश्वर के भवन के सामने दो स्तंभों पर क्या रखा?
सुलैमान ने एक सौ अनार को बनाकर उन को ज़ंज़ीर में लगा कर उन्हें खंभे के ऊपर लगाया।
2 Chronicles 4
2 Chronicles 4:1
पीतल की वेदी के आयाम क्या थे?
पीतल की वेदी बीस हाथ लंबी, बीस हाथ चौड़ी, और दस हाथ ऊंची थी।
2 Chronicles 4:2-5
ढाले गए हौद कितना बड़ा था?
हौद एक किनारे से दूसरे किनारे तक दस हाथ तक चौड़ा था, उसका आकार गोल था। उसकी ऊँचाई पाँच हाथ की थी, और उसके चारों ओर का घेर तीस हाथ के नाप का था।
2 Chronicles 4:6
सुलैमान ने जो हौदी मंदिर के लिए बनाई उसका उद्देश्य क्या था?
हौदी याजकों के धोने के लिए था।
2 Chronicles 4:7-11
सुलैमान को कैसे पता चला कि उसको सोने के दस दीवट कैसे बनाने हैं?
सुलैमान ने सोने के दस दीवट अपनी विधि के अनुसार बनाए।
2 Chronicles 4:12
हूराम ने परमेश्वर के भवन में राजा सुलैमान के लिए क्या काम किया था?
हूरम ने दो खम्भे, कटोरे, सजावटी जाली, और चार सौ अनारों पर काम पूरा किया।
2 Chronicles 4:13
हूराम ने परमेश्वर के भवन में राजा सुलैमान के लिए क्या काम किया था?
हूरम ने दो खम्भे, कटोरे, सजावटी जाली, और चार सौ अनारों पर काम पूरा किया।
2 Chronicles 4:14
राजा सुलैमान ने यहोवा के भवन के लिए हूराम-अबी ने झलकाए हुए पीतल से क्या बनाया?
हूराम-अबी ने कुर्सियां और कुर्सियों पर की हौदियाँ और उनके नीचे के बारह बैल बनाए और कई औजार बनाये।
2 Chronicles 4:15
राजा सुलैमान ने यहोवा के भवन के लिए हूराम-अबी ने झलकाए हुए पीतल से क्या बनाया?
हूराम-अबी ने कुर्सियां और कुर्सियों पर की हौदियाँ और उनके नीचे के बारह बैल बनाए और कई औजार बनाये।
2 Chronicles 4:16-17
राजा सुलैमान ने यहोवा के भवन के लिए हूराम-अबी ने झलकाए हुए पीतल से क्या बनाया?
हूराम-अबी ने कुर्सियां और कुर्सियों पर की हौदियाँ और उनके नीचे के बारह बैल बनाए और कई औजार बनाये।
2 Chronicles 4:18-19
कांस्य के सभी सामानों का क्या वजन था जो सुलैमान ने बनाये थे ?
कांस्य के सभी सामानों का वजन जो सुलैमान ने बनाये थे ज्ञात नहीं था?
2 Chronicles 4:20-22
दीवटों समेत दीपक, जो विधि के अनसुार भीतरी कोठरी के सामने जला करती थी वह किसकी बनी थी?
दीपकों समेत शुद्ध सोने की दीवटें, जो विधि के अनुसार भीतरी कोठरी के सामने जला करती थीं।
2 Chronicles 5
2 Chronicles 5:1
सुलैमान ने उन चीज़ों को कहां रखा जिन्हें दाऊद ने परमेश्वर को समर्पित किया था?
सुलैमान ने चांदी, सोने और सभी सामानों सहित सभी चीजों को परमेश्वर के भवन के भंडारों में रखा।
2 Chronicles 5:2
सुलैमान ने उसके बाद क्या करने का फैसला किया?
सुलैमान ने इस्राएल के प्रधानों को दाऊद के नगर से यहोवा के वाचा का सन्दूक लाने के लिए इकट्ठा किया।
2 Chronicles 5:3
सुलैमान ने उसके बाद क्या करने का फैसला किया?
सुलैमान ने इस्राएल के प्रधानों को दाऊद के नगर से यहोवा के वाचा का सन्दूक लाने के लिए इकट्ठा किया।
2 Chronicles 5:4
राजा सुलैमान और इस्राएल की सारी सभा ने क्या किया जब लेवियों ने वाचा के सन्दूक को लाये?
राजा सुलैमान और इस्राएल की सारी सभाएं एक साथ कई भेड़ और बैल चढ़ाने आये।
2 Chronicles 5:5
राजा सुलैमान और इस्राएल की सारी सभा ने क्या किया जब लेवियों ने वाचा के सन्दूक को लाये?
राजा सुलैमान और इस्राएल की सारी सभाएं एक साथ कई भेड़ और बैल चढ़ाने आये।
2 Chronicles 5:6
राजा सुलैमान और इस्राएल की सारी सभा ने क्या किया जब लेवियों ने वाचा के सन्दूक को लाये?
राजा सुलैमान और इस्राएल की सारी सभाएं एक साथ कई भेड़ और बैल चढ़ाने आये।
2 Chronicles 5:7
याजकों ने यहोवा के वाचा के सन्दूक को कहां रखा?
याजकों ने सबसे पवित्र स्थान में यहोवा के वाचा के सन्दूक को करूबों के पंखों के नीचे रखा।
2 Chronicles 5:8
याजकों ने यहोवा के वाचा के सन्दूक को कहां रखा?
याजकों ने सबसे पवित्र स्थान में यहोवा के वाचा के सन्दूक को करूबों के पंखों के नीचे रखा।
2 Chronicles 5:9
वाचा के सन्दूक में कौन सी चीजें थीं?
वाचा के सन्दूक में कुछ भी नहीं था सिवाय पत्थर की उन दो पटियों के जो मूसा ने होरेब में रखी थीं।
2 Chronicles 5:10
वाचा के सन्दूक में कौन सी चीजें थीं?
वाचा के सन्दूक में कुछ भी नहीं था सिवाय पत्थर की उन दो पटियों के जो मूसा ने होरेब में रखी थीं।
2 Chronicles 5:11
याजक के पवित्र स्थान से निकलने के बाद सभी लेवियों ने क्या किया?
लेवीय, जो सुन्दर सन के वस्त्र पहने हुए थे, वेदी के पूर्व छोर पर खड़े होकर झाँझ, वीणा बजाते और गीत गाते थे।
2 Chronicles 5:12
याजक के पवित्र स्थान से निकलने के बाद सभी लेवियों ने क्या किया?
लेवीय, जो सुन्दर सन के वस्त्र पहने हुए थे, वेदी के पूर्व छोर पर खड़े होकर झाँझ, वीणा बजाते और गीत गाते थे।
2 Chronicles 5:13
तुरहियां बजाने वाले और गायक यहोवा की स्तुति कैसे करते थे?
तुरहियां बजाने वाले और गायक एक स्वर से संगीत गाते,“वह भला है और उसकी करुणा सदा की है ।"
2 Chronicles 5:14
याजक लोग सेवा करने के लिए खड़े क्यों नहीं हो पा रहे थे?
याजक लोग खड़े नहीं पा रहे थे क्योंकि बादल ने, जो यहोवा की महिमा थी, यहोवा के भवन को भर दिया था।
2 Chronicles 6
2 Chronicles 6:1
सुलैमान ने उस स्थान को कैसे सुधारा जहां यहोवा को रहना था?
यहोवा ने कहा था कि वह घने अंधेरे में रहेंगे, लेकिन सुलैमान के लिए एक ऊंचा निवास बनाएंगे जिसमें वह हमेशा के लिए रहेगा।
2 Chronicles 6:2-3
सुलैमान ने उस स्थान को कैसे सुधारा जहां यहोवा को रहना था?
यहोवा ने कहा था कि वह घने अंधेरे में रहेंगे, लेकिन सुलैमान के लिए एक ऊंचा निवास बनाएंगे जिसमें वह हमेशा के लिए रहेगा।
2 Chronicles 6:4
यहोवा ने अन्तत: कहां रहने का निर्णय लिया और इस्राएल पर राज करने के लिए किसे चुना?
यहोवा ने अपना भवन बनाने के लिए न तो किसी नगर को चुना था और न ही इस्राएल के लिए किसी को राजा चुना था परन्तु अन्त में उसने अपने निवास के लिए यरूशलेम और इस्राएल का राजा होने के लिए दाऊद का चुनाव किया।
2 Chronicles 6:5
यहोवा ने अन्तत: कहां रहने का निर्णय लिया और इस्राएल पर राज करने के लिए किसे चुना?
यहोवा ने अपना भवन बनाने के लिए न तो किसी नगर को चुना था और न ही इस्राएल के लिए किसी को राजा चुना था परन्तु अन्त में उसने अपने निवास के लिए यरूशलेम और इस्राएल का राजा होने के लिए दाऊद का चुनाव किया।
2 Chronicles 6:6
यहोवा ने अन्तत: कहां रहने का निर्णय लिया और इस्राएल पर राज करने के लिए किसे चुना?
यहोवा ने अपना भवन बनाने के लिए न तो किसी नगर को चुना था और न ही इस्राएल के लिए किसी को राजा चुना था परन्तु अन्त में उसने अपने निवास के लिए यरूशलेम और इस्राएल का राजा होने के लिए दाऊद का चुनाव किया।
2 Chronicles 6:7
यहोवा ने दाऊद को उसकी मनोकामना से रोकने के लिए क्या कहा था?
यहोवा ने दाऊद से कहा था, "‘तेरी जो इच्छा है कि यहोवा के नाम का एक भवन बनाए, लेकिन इसके बजाय इसे तेरा पुत्र बनाएगा।"
2 Chronicles 6:8
यहोवा ने दाऊद को उसकी मनोकामना से रोकने के लिए क्या कहा था?
यहोवा ने दाऊद से कहा था, "‘तेरी जो इच्छा है कि यहोवा के नाम का एक भवन बनाए, लेकिन इसके बजाय इसे तेरा पुत्र बनाएगा।"
2 Chronicles 6:9
यहोवा ने दाऊद को उसकी मनोकामना से रोकने के लिए क्या कहा था?
यहोवा ने दाऊद से कहा था, "‘तेरी जो इच्छा है कि यहोवा के नाम का एक भवन बनाए, लेकिन इसके बजाय इसे तेरा पुत्र बनाएगा।"
2 Chronicles 6:10
यहोवा ने उस वचन को कैसे निभाया जो उसने कहा था?
यहोवा ने सुलैमान को दाऊद के सिंहासन पर बैठाकर, यहोवा के नाम पर घर बनाने और उसके भीतर सन्दूक रखकर निभाया था।
2 Chronicles 6:11
यहोवा ने उस वचन को कैसे निभाया जो उसने कहा था?
यहोवा ने सुलैमान को दाऊद के सिंहासन पर बैठाकर, यहोवा के नाम पर घर बनाने और उसके भीतर सन्दूक रखकर निभाया था।
2 Chronicles 6:12
सुलैमान यहोवा की वेदी के सामने कैसे खड़ा था?
सुलैमान एक पीतल के मंच पर खड़ा हो कर, इस्राएल की सारी सभा के सामने घुटने टेक कर, स्वर्ग की तरफ हाथ फैलाए खड़ा था।
2 Chronicles 6:13
सुलैमान यहोवा की वेदी के सामने कैसे खड़ा था?
सुलैमान एक पीतल के मंच पर खड़ा हो कर, इस्राएल की सारी सभा के सामने घुटने टेक कर, स्वर्ग की तरफ हाथ फैलाए खड़ा था।
2 Chronicles 6:14
यहोवा उन सेवकों के लिए क्या करता है जो उसके सामने अपने पूरे मन से चलते हैं?
यहोवा अपने सेवकों के साथ वाचा बांधते और वाचा पूरी करते है जो उसके सामने अपने पूरे मन से चलते है।
2 Chronicles 6:15
यहोवा उन सेवकों के लिए क्या करता है जो उसके सामने अपने पूरे मन से चलते हैं?
यहोवा अपने सेवकों के साथ वाचा बांधते और वाचा पूरी करते है जो उसके सामने अपने पूरे मन से चलते है।
2 Chronicles 6:16
यहोवा ने अपने दास दाऊद को क्या वचन दिया है?
यहोवा ने दाऊद से कहा कि यदि वह अपने वंशजों को यहोवा के नियमों पर चलने के लिए सावधान ना रखे तो वह अपने जनजाति में से एक व्यक्ति को इस्राएल के सिंहासन पर बैठाने में नाकाम रहेगा।
2 Chronicles 6:17-18
यहोवा ने अपने दास दाऊद को क्या वचन दिया है?
यहोवा ने दाऊद से कहा कि यदि वह अपने वंशजों को यहोवा के नियमों पर चलने के लिए सावधान ना रखे तो वह अपने जनजाति में से एक व्यक्ति को इस्राएल के सिंहासन पर बैठाने में नाकाम रहेगा।
2 Chronicles 6:19
सुलैमान ने यहोवा से क्या बुनियादी अनुरोध किया था?
सुलैमान ने अनुरोध किया कि यहोवा उसका रोना और प्रार्थना सुनें ताकि उसकी आंखें दिन-रात मंदिर पर खुली रहें ।
2 Chronicles 6:20
सुलैमान ने यहोवा से क्या बुनियादी अनुरोध किया था?
सुलैमान ने अनुरोध किया कि यहोवा उसका रोना और प्रार्थना सुनें ताकि उसकी आंखें दिन-रात मंदिर पर खुली रहें ।
2 Chronicles 6:21
सुलैमान क्या चाहता था कि यहोवा, इस्राएल का परमेश्वर सुलैमान और लोगों के अनुरोधों को सुनकर क्या करे?
सुलैमान चाहता था कि यहोवा क्षमा करे।
2 Chronicles 6:22
एक धर्मी व्यक्ति को निर्दोष कैसे घोषित किया जा सकता है यदि उसके ऊपर उसके पड़ोसी के खिलाफ पाप करने का आरोप लगाया गया हो तो?
यहोवा के भवन में वेदी के सामने शपथ ग्रहण करके एक धर्मी व्यक्ति को निर्दोष घोषित किया जा सकता था।
2 Chronicles 6:23
एक धर्मी व्यक्ति को निर्दोष कैसे घोषित किया जा सकता है यदि उसके ऊपर उसके पड़ोसी के खिलाफ पाप करने का आरोप लगाया गया हो तो?
यहोवा के भवन में वेदी के सामने शपथ ग्रहण करके एक धर्मी व्यक्ति को निर्दोष घोषित किया जा सकता था।
2 Chronicles 6:24
जब इस्राएल के लोगों ने यहोवा के विरूद्ध पाप किया और वे एक दुश्मन द्वारा पराजित हो गए थे तब उनको क्या करना चाहिए था?
इस्राएल के लोगों को मंदिर में यहोवा की ओर लौटने और उसके नाम को मानने, प्रार्थना करने और क्षमा की प्रार्थना करने कि ज़रूरत थी।
2 Chronicles 6:25
जब इस्राएल के लोगों ने यहोवा के विरूद्ध पाप किया और वे एक दुश्मन द्वारा पराजित हो गए थे तब उनको क्या करना चाहिए था?
इस्राएल के लोगों को मंदिर में यहोवा की ओर लौटने और उसके नाम को मानने, प्रार्थना करने और क्षमा की प्रार्थना करने कि ज़रूरत थी।
2 Chronicles 6:26
यदि इस्राएली पाप करें और आकाश बन्द होकर वर्षा न दे तो इस्राएली क्या करें?
इस्राएल के लोगों को मंदिर की ओर प्रार्थना करनी चाहिए और यहोवा के नाम का अंगीकार करें और पापों से मन फिराएं कि उनके देश में वर्षा हो।
2 Chronicles 6:27
यदि इस्राएली पाप करें और आकाश बन्द होकर वर्षा न दे तो इस्राएली क्या करें?
इस्राएल के लोगों को मंदिर की ओर प्रार्थना करनी चाहिए और यहोवा के नाम का अंगीकार करें और पापों से मन फिराएं कि उनके देश में वर्षा हो।
2 Chronicles 6:28
ऐसी कुछ परिस्थितियां क्या थीं जहां यहोवा इस्राएल के लोगों की प्रार्थना को सुने और उन्हें उनके पापों से क्षमा करे?
जब इस्राएल में आकाल और कोई पीड़ा या बीमारी , मरी या झलुस हो, डिड्डियां या कीड़े लगे, शहर के द्वार पर हमला हो तब इस्राएल के लोग चाहते थे की यहोवा उनकी प्रार्थनाओं को सुने।
2 Chronicles 6:29
ऐसी कुछ परिस्थितियां क्या थीं जहां यहोवा इस्राएल के लोगों की प्रार्थना को सुने और उन्हें उनके पापों से क्षमा करे?
जब इस्राएल में आकाल और कोई पीड़ा या बीमारी , मरी या झलुस हो, डिड्डियां या कीड़े लगे, शहर के द्वार पर हमला हो तब इस्राएल के लोग चाहते थे की यहोवा उनकी प्रार्थनाओं को सुने।
2 Chronicles 6:30
ऐसी कुछ परिस्थितियां क्या थीं जहां यहोवा इस्राएल के लोगों की प्रार्थना को सुने और उन्हें उनके पापों से क्षमा करे?
जब इस्राएल में आकाल और कोई पीड़ा या बीमारी , मरी या झलुस हो, डिड्डियां या कीड़े लगे, शहर के द्वार पर हमला हो तब इस्राएल के लोग चाहते थे की यहोवा उनकी प्रार्थनाओं को सुने।
2 Chronicles 6:31
ऐसी कुछ परिस्थितियां क्या थीं जहां यहोवा इस्राएल के लोगों की प्रार्थना को सुने और उन्हें उनके पापों से क्षमा करे?
जब इस्राएल में आकाल और कोई पीड़ा या बीमारी , मरी या झलुस हो, डिड्डियां या कीड़े लगे, शहर के द्वार पर हमला हो तब इस्राएल के लोग चाहते थे की यहोवा उनकी प्रार्थनाओं को सुने।
2 Chronicles 6:32
यदि कोई परदेशी यहोवा के भवन की ओर मुख करके प्रार्थना करे तो यहोवा उसकी प्रार्थना स्वीकार क्यों करे?
यहोवा उसकी प्रार्थना सुन ले कि पृथ्वी की सब जातियां यहोवा को जानें, उसका भय माने और जान लें कि वह भवन यहोवा ही का है।
2 Chronicles 6:33-35
यदि कोई परदेशी यहोवा के भवन की ओर मुख करके प्रार्थना करे तो यहोवा उसकी प्रार्थना स्वीकार क्यों करे?
यहोवा उसकी प्रार्थना सुन ले कि पृथ्वी की सब जातियां यहोवा को जानें, उसका भय माने और जान लें कि वह भवन यहोवा ही का है।
2 Chronicles 6:36
सुलैमान ने यहोवा से क्या अनुरोध किया?
सुलैमान ने यहोवा से अनुरोध किया कि जब इस्राएल के लोग पाप करें और जब उन्हें उनके दुश्मन अपनी भूमि पर उन्हें बंदी बना कर ले जाये, और फिर वे अपने पापों से पश्चाताप करें तो यहोवा इस्राएल के लोगों के पश्चाताप को सुनें और उनके पापों को क्षमा करें।
2 Chronicles 6:37
सुलैमान ने यहोवा से क्या अनुरोध किया?
सुलैमान ने यहोवा से अनुरोध किया कि जब इस्राएल के लोग पाप करें और जब उन्हें उनके दुश्मन अपनी भूमि पर उन्हें बंदी बना कर ले जाये, और फिर वे अपने पापों से पश्चाताप करें तो यहोवा इस्राएल के लोगों के पश्चाताप को सुनें और उनके पापों को क्षमा करें।
2 Chronicles 6:38
सुलैमान ने यहोवा से क्या अनुरोध किया?
सुलैमान ने यहोवा से अनुरोध किया कि जब इस्राएल के लोग पाप करें और जब उन्हें उनके दुश्मन अपनी भूमि पर उन्हें बंदी बना कर ले जाये, और फिर वे अपने पापों से पश्चाताप करें तो यहोवा इस्राएल के लोगों के पश्चाताप को सुनें और उनके पापों को क्षमा करें।
2 Chronicles 6:39
सुलैमान ने यहोवा से क्या अनुरोध किया?
सुलैमान ने यहोवा से अनुरोध किया कि जब इस्राएल के लोग पाप करें और जब उन्हें उनके दुश्मन अपनी भूमि पर उन्हें बंदी बना कर ले जाये, और फिर वे अपने पापों से पश्चाताप करें तो यहोवा इस्राएल के लोगों के पश्चाताप को सुनें और उनके पापों को क्षमा करें।
2 Chronicles 6:40
सुलैमान क्या चाहता था के यहोवा करें?
सुलैमान चाहता था कि यहोवा लोगों की प्रार्थनाओं पर चौकस रहें और उसके याजक उद्धाररूपी वस्त्र पहने और भक्त लोग यहोवा की भलाई के कारण आनन्द करते रहें।
2 Chronicles 6:41
सुलैमान क्या चाहता था के यहोवा करें?
सुलैमान चाहता था कि यहोवा लोगों की प्रार्थनाओं पर चौकस रहें और उसके याजक उद्धाररूपी वस्त्र पहने और भक्त लोग यहोवा की भलाई के कारण आनन्द करते रहें।
2 Chronicles 6:42
सुलैमान क्या चाहता था के यहोवा करें?
सुलैमान चाहता था कि यहोवा लोगों की प्रार्थनाओं पर चौकस रहें और उसके याजक उद्धाररूपी वस्त्र पहने और भक्त लोग यहोवा की भलाई के कारण आनन्द करते रहें।
2 Chronicles 7
2 Chronicles 7:1-2
क्या हुआ जब सुलैमान ने यहोवा से प्रार्थना पूरी की?
जब सुलैमान ने अपनी प्रार्थना पूरी की, तो होमबलि और बलि को भस्म करने के लिए स्वर्ग से आग नीचे आई, और यहोवा की महिमा ने घर भर दिया।
2 Chronicles 7:3
जब आग निचे उतरी और यहोवा की महिमा ने घर भर दिया, तो इस्राएल के लोगों की क्या प्रतिक्रिया थी?
इस्राएल के लोगों ने जमीन पर अपने चेहरे झुकाए, आराधना की, और यहोवा का धन्यवाद किया।
2 Chronicles 7:4
राजा सुलैमान और सभी लोग यहोवा को बलिदान क्यों देते थे?
राजा सुलैमान और लोगों ने यहोवा के भवन को समर्पित करने के लिए यहोवा को बलिदान चढ़ाया।
2 Chronicles 7:5-6
राजा सुलैमान और सभी लोग यहोवा को बलिदान क्यों देते थे?
राजा सुलैमान और लोगों ने यहोवा के भवन को समर्पित करने के लिए यहोवा को बलिदान चढ़ाया।
2 Chronicles 7:7
सुलैमान ने होमबलि और मेलबलि की चर्बी आंगन के बीच में क्यों चढ़ाई?
होमबलि और मेलबलि की चर्बी को सुलैमान ने आंगन के बीच में चढ़ाया था क्योंकि उसने जो पीतल की वेदी बनाई थी वह होमबलि, अन्नबलि और चबी के लिए छोटी थी।
2 Chronicles 7:8
त्यौहार के बाद इस्राएल के लोगों को सुलैमान ने अपने अपने घरों में ख़ुशी और खुशहाल दिल से क्यों भेजा?
यहोवा ने जो भलाई दाऊद, सुलैमान और उसके लोगों पर दिखाई उसके कारण इस्राएल के लोगों को सुलैमान ने अपने घरों में ख़ुशी और खुशहाल दिल से भेजा ।
2 Chronicles 7:9
त्यौहार के बाद इस्राएल के लोगों को सुलैमान ने अपने अपने घरों में ख़ुशी और खुशहाल दिल से क्यों भेजा?
यहोवा ने जो भलाई दाऊद, सुलैमान और उसके लोगों पर दिखाई उसके कारण इस्राएल के लोगों को सुलैमान ने अपने घरों में ख़ुशी और खुशहाल दिल से भेजा ।
2 Chronicles 7:10
त्यौहार के बाद इस्राएल के लोगों को सुलैमान ने अपने अपने घरों में ख़ुशी और खुशहाल दिल से क्यों भेजा?
यहोवा ने जो भलाई दाऊद, सुलैमान और उसके लोगों पर दिखाई उसके कारण इस्राएल के लोगों को सुलैमान ने अपने घरों में ख़ुशी और खुशहाल दिल से भेजा ।
2 Chronicles 7:11-13
सुलैमान ने यहोवा के भवन में और सुलैमान ने अपने घर में क्या किया?
सुलैमान ने यहोवा के भवन में और सुलैमान ने अपने घर में जो कुछ बनाना चाहा था उसमें उसका मनोरथ पूरा हुआ था।
2 Chronicles 7:14-15
इस्राएल के लोगों को क्या करने की ज़रूरत है की यहोवा उनकी प्रार्थना सुने, उनके पापों को क्षमा करें और उनकी भूमि को ठीक कर दे?
जिन लोगों को यहोवा के नाम से बुलाया गया था, उनको खुद को विनम्र करने, प्रार्थना करने, यहोवा के चेहरे की तलाश करने और अपनी बुरी चाल से फिरने की ज़रूरत थी।
2 Chronicles 7:16
यहोवा ने अपने घर को क्यों अपनाया और पवित्र किया?
यहोवा ने अपने घर को अपनाया और पवित्र किया ताकि उसका नाम हमेशा के लिए बना रहे।
2 Chronicles 7:17
दाऊद के कुल में से हमेशा उसके वंशज राज्य के सिंहासन पर बने रहने के लिए इस्राएल के लोगों से यहोवा ने क्या शर्तें रखी थीं?
यहोवा ने कहा कि इस्राएल के लोगों को उन सभी आज्ञाओं का पालन करना होगा जिन्हें उसने उन्हें दी थी और उसकी विधियों और नियमों को मानना होगा।
2 Chronicles 7:18
दाऊद के कुल में से हमेशा उसके वंशज राज्य के सिंहासन पर बने रहने के लिए इस्राएल के लोगों से यहोवा ने क्या शर्तें रखी थीं?
यहोवा ने कहा कि इस्राएल के लोगों को उन सभी आज्ञाओं का पालन करना होगा जिन्हें उसने उन्हें दी थी और उसकी विधियों और नियमों को मानना होगा।
2 Chronicles 7:19
क्या होगा यदि इस्राएल के लोग यहोवा के नियमों और आज्ञाओं का पालन नहीं करेंगे और अन्य देवताओं की पूजा करेंगे?
यदि इस्राएल के लोग यहोवा की विधियों और नियमों का पालन नहीं करेंगे और अन्य देवताओं की पूजा करेंगे, तो वह उन्हें उस जमीन से उखाड़ फेंक देगा जो उन्होंने उन्हें दिया था और वह घर जिसे उन्होंने पवित्र किया था और उन्हें सभी लोगों के बीच मजाक बना देगा।
2 Chronicles 7:20
क्या होगा यदि इस्राएल के लोग यहोवा के नियमों और आज्ञाओं का पालन नहीं करेंगे और अन्य देवताओं की पूजा करेंगे?
यदि इस्राएल के लोग यहोवा की विधियों और नियमों का पालन नहीं करेंगे और अन्य देवताओं की पूजा करेंगे, तो वह उन्हें उस जमीन से उखाड़ फेंक देगा जो उन्होंने उन्हें दिया था और वह घर जिसे उन्होंने पवित्र किया था और उन्हें सभी लोगों के बीच मजाक बना देगा।
2 Chronicles 7:21
मंदिर के आस पास से आने-जाने वाले लोगों की क्या प्रतिक्रिया थी और वे चकित होंगे की यहोवा ने भूमि और उसके घर के साथ ऐसा क्यों किया?
तब जवाब यह होगा यहोवा ने इस सारी विपत्ति को उस भूमि पर और उस भवन पर डाल दिया क्योंकि उन लोगों ने उसकी आज्ञा को न माना और त्याग कर पराये देवताओं को ग्रहण किया, और उन्हें दण्डवत किया और उनकी उपासना की।
2 Chronicles 7:22
मंदिर के आस पास से आने-जाने वाले लोगों की क्या प्रतिक्रिया थी और वे चकित होंगे की यहोवा ने भूमि और उसके घर के साथ ऐसा क्यों किया?
तब जवाब यह होगा यहोवा ने इस सारी विपत्ति को उस भूमि पर और उस भवन पर डाल दिया क्योंकि उन लोगों ने उसकी आज्ञा को न माना और त्याग कर पराये देवताओं को ग्रहण किया, और उन्हें दण्डवत किया और उनकी उपासना की।
2 Chronicles 8
2 Chronicles 8:1
सुलैमान ने तब क्या किया जब वह यहोवा के घर को और अपने घर को बना रहा था?
सुलैमान जब यहोवा के घर को और अपने घर को बना रहा था तब वह उन नगरों का भी पुनर्निर्माण कर रहा था जो हीराम ने उसे दिए थे और उसऩे इस्राएल के लोगों को वहां बसाया।
2 Chronicles 8:2-5
सुलैमान ने तब क्या किया जब वह यहोवा के घर को और अपने घर को बना रहा था?
सुलैमान जब यहोवा के घर को और अपने घर को बना रहा था तब वह उन नगरों का भी पुनर्निर्माण कर रहा था जो हीराम ने उसे दिए थे और उसऩे इस्राएल के लोगों को वहां बसाया।
2 Chronicles 8:6
आम तौर पर सुलैमान ने कहाँ और किस उद्देश्य के लिए निर्माण किया?
सुलैमान ने यरूशलेम, लबानोन और अपने शासन के समय सभी देशों में अपनी खुशी के लिए निर्माण किया।
2 Chronicles 8:7
उन देश के लोगों के साथ क्या हुआ जो इस्राएल के नहीं थे?
जो लोग इस्राएली नहीं थे उन्हें सुलैमान ने बेगार में रखा।
2 Chronicles 8:8
उन देश के लोगों के साथ क्या हुआ जो इस्राएल के नहीं थे?
जो लोग इस्राएली नहीं थे उन्हें सुलैमान ने बेगार में रखा।
2 Chronicles 8:9
सुलैमान ने इस्राएलियों को क्या नौकरियां दीं?
सुलैमान ने इस्राएल के लोगों को उसके सैनिक, उसके हाकिम, उसके सरदार और उसके रथों और सवारों के प्रधान बनाये।
2 Chronicles 8:10
सुलैमान ने इस्राएलियों को क्या नौकरियां दीं?
सुलैमान ने इस्राएल के लोगों को उसके सैनिक, उसके हाकिम, उसके सरदार और उसके रथों और सवारों के प्रधान बनाये।
2 Chronicles 8:11
सुलैमान फिरौन कि बेटी को दाऊद के नगर से बहार एक घर में क्यों लाया जो उसने उसके लिए बनाया था?
सुलैमान फ़िरौन की बेटी को दाऊद के नगर से बाहर एक घर में लाया, क्योंकि यहोवा का सन्दूक शहर के अंदर था और इसलिए वह एक पवित्र स्थान था।
2 Chronicles 8:12
सुलैमान ने ओसारे के सामने बनाई गई वेदी पर यहोवा को होमबलि कैसे चढ़ाया था?
मूसा के आदेश में दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए सुलैमान ने प्रति-दिन के नियम के अनुसार यहोवा को होमबलि चढ़ाया।
2 Chronicles 8:13
सुलैमान ने ओसारे के सामने बनाई गई वेदी पर यहोवा को होमबलि कैसे चढ़ाया था?
मूसा के आदेश में दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए सुलैमान ने प्रति-दिन के नियम के अनुसार यहोवा को होमबलि चढ़ाया।
2 Chronicles 8:14
याजक और लेवियों की उत्तरदायित्व क्या था?
याजक और लेवियों को सुलैमान ने परमेश्वर की स्तुति करने और याजकों के सामने प्रति-दिन के नियम के अनुसार सेवा करने के लिए नियुक्त किया था।
द्वारपाल अपने उत्तरदायित्व को पूरा करने में कैसी निष्ठा से करते थे?
द्वारपाल राजा के याजक और लेवियों से संबंधित किसी भी मामले के आदेशों को मानते थे।
2 Chronicles 8:15
द्वारपाल अपने उत्तरदायित्व को पूरा करने में कैसी निष्ठा से करते थे?
द्वारपाल राजा के याजक और लेवियों से संबंधित किसी भी मामले के आदेशों को मानते थे।
2 Chronicles 8:16-18
यह चिन्ह क्या था कि यहोवा के भवन में सुलैमान का काम पूरा हो गया था?
यहोवा के घर का काम पूरी तरह से खत्म हो गया और उपयोग में लाया गया।
2 Chronicles 9
2 Chronicles 9:1
शेबा की रानी यरूशलेम क्यों आई?
शेबा की रानी यरूशलेम में आई क्योंकि उसने सुलैमान की प्रसिद्धि के बारे में सुना था और उसे कठिन प्रश्नों के साथ परीक्षण करना चाहती थी।
सुलैमान ने शेबा की रानी के मन में जितने भी सवाल थे उन सब का जवाब कैसे दिया?
सुलैमान ने उन सभी सवालों के जवाब दिए जिन्हें शेबा की रानी ने उससे पूछा था।
2 Chronicles 9:2
सुलैमान ने शेबा की रानी के मन में जितने भी सवाल थे उन सब का जवाब कैसे दिया?
सुलैमान ने उन सभी सवालों के जवाब दिए जिन्हें शेबा की रानी ने उससे पूछा था।
2 Chronicles 9:3
सुलैमान की बुद्धि और ईमारतों, भोजन, वस्त्र और उसके सेवकों को देखकर शीबा की रानी की प्रतिक्रिया कैसी थी?
जब शेबा की रानी ने सुलैमान की सारी संपत्ति देखी, तो वह चकित हो गई।
2 Chronicles 9:4-5
सुलैमान की बुद्धि और ईमारतों, भोजन, वस्त्र और उसके सेवकों को देखकर शीबा की रानी की प्रतिक्रिया कैसी थी?
जब शेबा की रानी ने सुलैमान की सारी संपत्ति देखी, तो वह चकित हो गई।
2 Chronicles 9:6-7
शेबा की रानी ने मूल्यांकन करके राजा सुलैमान से क्या कहा?
शेबा की रानी ने राजा सुलैमान से कहा की उसकी बुद्धि और ऐश्वर्य के बारे में उसने जो सुना था वह वास्तव में उससे कहीं अधिक थी।
2 Chronicles 9:8-11
शेबा की रानी ने सुलैमान को याद दिलाने के लिए क्या कहा की कैसे वह इस्राएल के सिंहासन पर उनके राजा के रूप में आया था?
शेबा की रानी ने सुलैमान को याद दिलाया कि यहोवा ने उसे इस्राएल पर राजा बनाया है और उसे सिंहासन पर रखा है क्योंकि यहोवा इस्राएल से प्यार करता था और इसे हमेशा के लिए स्थापित करना चाहता था।
2 Chronicles 9:12
राजा सुलैमान को देखने के लिए शेबा रानी की यात्रा का नतीजा क्या निकला?
राजा सुलैमान ने शेबा की रानी ने जो कुछ भी माँगा वो दिया, जो कि उससे अधिक था जो वह के लिए लायी थी और फिर वह वापस अपने देश को लौट गई।
2 Chronicles 9:13
एक वर्ष में सुलैमान के पास कितना सोना आया?
एक वर्ष में सुलैमान के पास जो सोना आया उसका वजन 666 किक्कार था।
2 Chronicles 9:14-15
सुलैमान के पास सोना कौन लाये?
सौदागर और व्यापारी, अरब के सभी राजा और देश के राज्यपाल सुलैमान के पास सोना लाते।
2 Chronicles 9:16
सुलैमान ने कितने सोने की ढाल बनाई?
राजा सुलैमान ने सोना गढाकर पांच सौ ढाल बनाई।
2 Chronicles 9:17-19
राजा सुलैमान का सिंहासन किस का बना था?
राजा सुलैमान का सिंहासन हाथीदांत का बनाया गया था जिसे शुद्ध सोने से मढाया गया था।
2 Chronicles 9:20-21
राजा सुलैमान के पीने के पात्र चांदी से क्यों नहीं बने थे?
राजा सुलैमान के पीने के पात्र चांदी से नहीं बने थे क्योंकि सुलैमान के दिनों में चांदी को मूल्यवान नहीं माना जाता था।
2 Chronicles 9:22
सारी धरती सुलैमान की उपस्थिति को क्यों तलाश कर रही थी?
सारी धरती उसकी संपत्ति के कारण और बुद्धि की बातें सुनने को जो परमेश्वर ने उसके मन में उपजाई थी सुलैमान की उपस्थिति तलाश कर रही थी।
2 Chronicles 9:23-25
सारी धरती सुलैमान की उपस्थिति को क्यों तलाश कर रही थी?
सारी धरती उसकी संपत्ति के कारण और बुद्धि की बातें सुनने को जो परमेश्वर ने उसके मन में उपजाई थी सुलैमान की उपस्थिति तलाश कर रही थी।
2 Chronicles 9:26-28
सुलैमान ने किन राजाओं पर शासन किया?
राजा सुलैमान ने फरात नदी से पलिश्तियों के देश तक सभी राजाओं पर और मिस्र की सीमा तक शासन किया।
2 Chronicles 9:29
सुलैमान ने यरूशलेम में पूरे इस्राएल पर राजा के रूप में कब तक शासन किया?
सुलैमान ने यरूशलेम में पूरे इस्राएल पर राजा के रूप में चालीस वर्षों तक शासन किया।
2 Chronicles 9:30-31
सुलैमान ने यरूशलेम में पूरे इस्राएल पर राजा के रूप में कब तक शासन किया?
सुलैमान ने यरूशलेम में पूरे इस्राएल पर राजा के रूप में चालीस वर्षों तक शासन किया।
2 Chronicles 10
2 Chronicles 10:1
पूरा इस्राएल शकेम क्यों आ रहा था?
रहूबियाम को अपना राजा बनाने के लिए सब इस्राएली शकेम आ रहे थे।
2 Chronicles 10:2
रहूबियाम के इस्राएल के राजा बनने के मार्ग में कौन खड़ा था?
मिस्र में निर्वासन से आये यारोबाम की वापसी रहूबियाम के इस्राएलियों का राजा बनने के मार्ग में खड़ा था।
2 Chronicles 10:3
यरोबाम और सारे इस्राएल ने रहूबियाम से क्या अनुरोध किया?
यरोबाम और समस्त इस्राएल ने रहूबियाम से कहा कि राजा सुलैमान ने उन पर जो भारी जुआ डाल रखा है उसको हल्का कर दे।
2 Chronicles 10:4-5
यरोबाम और सारे इस्राएल ने रहूबियाम से क्या अनुरोध किया?
यरोबाम और समस्त इस्राएल ने रहूबियाम से कहा कि राजा सुलैमान ने उन पर जो भारी जुआ डाल रखा है उसको हल्का कर दे।
2 Chronicles 10:6
बूढ़े आदमी, जो सुलैमान के जीवित रहने के समय पर उसके सामने उपस्तिथ रहा करते थे, राजा रहूबियाम को क्या करने कि सलाह दी?
बूढ़े लोगों ने राजा रहूबियाम को सलाह दी की वह लोगों से अच्छा बर्ताव करके उन्हें प्रसन्न करे और उनसे मधुर बातें कहे,तो वे सदा तेरे अधीन बने रहेंगे।
2 Chronicles 10:7
बूढ़े आदमी, जो सुलैमान के जीवित रहने के समय पर उसके सामने उपस्तिथ रहा करते थे, राजा रहूबियाम को क्या करने कि सलाह दी?
बूढ़े लोगों ने राजा रहूबियाम को सलाह दी की वह लोगों से अच्छा बर्ताव करके उन्हें प्रसन्न करे और उनसे मधुर बातें कहे,तो वे सदा तेरे अधीन बने रहेंगे।
2 Chronicles 10:8
बूढ़े लोगों की सलाह को जब रहूबियाम ने ठुकरा दिया तब उसने क्या किया?
रहूबियाम ने उन युवाओं से सलाह किया जो उसके साथ बड़े हुए थे, उनसे पूछकर कि उन्हें लोगों के भार को हल्का करने के अनुरोध का कैसे जवाब देना चाहिए।
2 Chronicles 10:9
बूढ़े लोगों की सलाह को जब रहूबियाम ने ठुकरा दिया तब उसने क्या किया?
रहूबियाम ने उन युवाओं से सलाह किया जो उसके साथ बड़े हुए थे, उनसे पूछकर कि उन्हें लोगों के भार को हल्का करने के अनुरोध का कैसे जवाब देना चाहिए।
2 Chronicles 10:10
रहूबियाम के साथ बड़े होने वाले युवा लोगों ने उसे क्या सलाह दी कि उसे लोगों के भार को हल्का करने के लिए क्या करना चाहिए?
युवा पुरुषों ने रहूबियाम को लोगों को यह बताने की सलाह दी कि यद्यपि मेरे पिता ने आप पर भारी जूआ रखा था, मैं आपका जूआ और भी भारी करूँगा।
2 Chronicles 10:11
रहूबियाम के साथ बड़े होने वाले युवा लोगों ने उसे क्या सलाह दी कि उसे लोगों के भार को हल्का करने के लिए क्या करना चाहिए?
युवा पुरुषों ने रहूबियाम को लोगों को यह बताने की सलाह दी कि यद्यपि मेरे पिता ने आप पर भारी जूआ रखा था, मैं आपका जूआ और भी भारी करूँगा।
2 Chronicles 10:12
क्या हुआ जब यारोबाम और इस्राएल के सब लोग तीसरे दिन रहूबियाम के पास आए?
राजा रहूबियाम ने बुजुर्गों के परामर्श को तुच्छ समझ कर प्रजा को कठोर उत्तर दिया जो युवकों का परामर्श था।
2 Chronicles 10:13
क्या हुआ जब यारोबाम और इस्राएल के सब लोग तीसरे दिन रहूबियाम के पास आए?
राजा रहूबियाम ने बुजुर्गों के परामर्श को तुच्छ समझ कर प्रजा को कठोर उत्तर दिया जो युवकों का परामर्श था।
2 Chronicles 10:14
क्या हुआ जब यारोबाम और इस्राएल के सब लोग तीसरे दिन रहूबियाम के पास आए?
राजा रहूबियाम ने बुजुर्गों के परामर्श को तुच्छ समझ कर प्रजा को कठोर उत्तर दिया जो युवकों का परामर्श था।
2 Chronicles 10:15
राजा रहूबियाम ने इस्राएल के लोगों कि क्यों नहीं सुनी?
राजा का फैसला इस्राएलियों के लोगों को न सुनना, इसका कारण यहोवा ने जो वचन अहिय्याह के द्वारा यारोबाम से कहा था वह पूरा हो ।
2 Chronicles 10:16-17
राजा रहूबियाम के बयान पर इस्राएल की क्या प्रतिक्रिया थी कि जब उसने कहा कि वह अपना जुआ और भारी कर देगा?
जब इस्राएल ने राजा रहूबियाम से सुना, तो इस्राएल के लोगों ने कहा कि उनका दाऊद में कोई हिस्सा नहीं है, उन्होंने इस्राएलियों को अपने तंबू में वापस जाने के लिए कहा, और रहूबियाम को अपने घर कि चिंता करने को कहा।
2 Chronicles 10:18-19
राजा रहूबियाम ने जब हदोराम को भेजा, जो सब बेगारों पर अधिकारी था, तब इस्राएल के लोगों ने क्या जवाब दिया?
इस्राएलियों ने हदोराम को पथराव कर के मार डाला और राजा रहूबियाम अपने रथ से यरूशलेम को भाग गया।
2 Chronicles 11
2 Chronicles 11:1
जब रहबाम यरूशलेम में आया तो उसने यहूदा और बिन्यामीन के घराने को इस्राएल के विरुद्ध लड़ने के लिए क्यों इकट्ठा किया ?
रहबाम ने राज्य को अपने वश में करने के लिए यहूदा और बिन्यामीन के घराने को इकट्ठा किया।
2 Chronicles 11:2
यहोवा कि तरफ से शमायाह ने रहबाम को और सारे इस्राएल को क्या संदेश दिया?
यहोवा का संदेश यह था कि उन्हें अपने भाइयों के खिलाफ हमला करना या लड़ना नहीं चाहिए।
2 Chronicles 11:3
यहोवा कि तरफ से शमायाह ने रहबाम को और सारे इस्राएल को क्या संदेश दिया?
यहोवा का संदेश यह था कि उन्हें अपने भाइयों के खिलाफ हमला करना या लड़ना नहीं चाहिए।
2 Chronicles 11:4
यहोवा की तरफ से शमायाह ने रहबाम को और सारे इस्राएल को क्या संदेश दिया?
यहोवा का संदेश यह था कि उन्हें अपने भाइयों के खिलाफ हमला करना या लड़ना नहीं चाहिए।
2 Chronicles 11:5
रहबाम ने यहूदा में नगरों को क्यों बनाया?
रहबाम सुरक्षा के लिए यहूदा के कुछ नगरों को दृढ़ किया।
2 Chronicles 11:6
रहबाम ने यहूदा में नगरों को क्यों बनाया?
रहबाम सुरक्षा के लिए यहूदा के कुछ नगरों को दृढ़ किया।
2 Chronicles 11:7
रहबाम ने यहूदा में नगरों को क्यों बनाया?
रहबाम सुरक्षा के लिए यहूदा के कुछ नगरों को दृढ़ किया।
2 Chronicles 11:8
रहबाम ने यहूदा में नगरों को क्यों बनाया?
रहबाम सुरक्षा के लिए यहूदा के कुछ नगरों को दृढ़ किया।
2 Chronicles 11:9
रहबाम ने यहूदा में नगरों को क्यों बनाया?
रहबाम सुरक्षा के लिए यहूदा के कुछ नगरों को दृढ़ किया।
2 Chronicles 11:10
रहबाम ने यहूदा में नगरों को क्यों बनाया?
रहबाम सुरक्षा के लिए यहूदा के कुछ नगरों को दृढ़ किया।
2 Chronicles 11:11
रहबाम की कुछ उपलब्धियां क्या थीं?
रहबाम ने किले को मजबूत किया, उनमें प्रधानों को रखा, और हर शहर में ढाल और भाले रखे।
2 Chronicles 11:12
रहबाम की कुछ उपलब्धियां क्या थीं?
रहबाम ने किले को मजबूत किया, उनमें प्रधानों को रखा, और हर शहर में ढाल और भाले रखे।
2 Chronicles 11:13
लेवियों ने यहूदा और यरूशलेम आने के लिए अपने चराइयों और संपत्ति क्यों छोड़ी?
लेवियों ने अपनी चरागाह और संपत्ति को छोड़ दिया क्योंकि यारोबाम और उसके पुत्रों ने उन्हें दूर कर दिया था, ताकि वे अब यहोवा के लिए याजकीय कर्तव्यों का पालन न कर सकें।
2 Chronicles 11:14
लेवियों ने यहूदा और यरूशलेम आने के लिए अपने चराइयों और संपत्ति क्यों छोड़ी?
लेवियों ने अपनी चरागाह और संपत्ति को छोड़ दिया क्योंकि यारोबाम और उसके पुत्रों ने उन्हें दूर कर दिया था, ताकि वे अब यहोवा के लिए याजकीय कर्तव्यों का पालन न कर सकें।
यारोबाम ने याजकों और लेवियों को कैसे बदला जो यहूदा चले गए थे?
यारोबाम ने अपने मंदिरों के लिए और बछड़ों की मूर्तियों के लिए और बकरियों के लिए जो उसने बनाये थे याजकों को नियुक्त किया था।
2 Chronicles 11:15
यारोबाम ने याजकों और लेवियों को कैसे बदला जो यहूदा चले गए थे?
यारोबाम ने अपने मंदिरों के लिए और बछड़ों की मूर्तियों के लिए और बकरियों के लिए जो उसने बनाये थे याजकों को नियुक्त किया था।
2 Chronicles 11:16
इस्राएल के गोत्रों के लोगों ने रहबाम और यहूदा के राज्य को मजबूत करने के लिए क्या किया?
जिन लोगों ने यहोवा को ढूंढ़ने के लिए अपने मन को लगाया, इस्राएल के सभी गोत्रों से यरूशलेम में यहोवा को बलिदान चढाने के लिए आए।
2 Chronicles 11:17-21
इस्राएल के गोत्रों के लोगों ने रहबाम और यहूदा के राज्य को मजबूत करने के लिए क्या किया?
जिन लोगों ने यहोवा को ढूंढ़ने के लिए अपने मन को लगाया, इस्राएल के सभी गोत्रों से यरूशलेम में यहोवा को बलिदान चढाने के लिए आए।
2 Chronicles 11:22
वो एक तरीका क्या था जिससे रहबाम बुद्धिमानी से शासन करता था?
रहबाम ने अपने सभी पुत्रों को यहूदा और बिन्यामीन की सारी भूमि में हर गढवाले नगरों में बिखराकर बुद्धिमानी से शासन किया।
2 Chronicles 11:23
वो एक तरीका क्या था जिससे रहबाम बुद्धिमानी से शासन करता था?
रहबाम ने अपने सभी पुत्रों को यहूदा और बिन्यामीन की सारी भूमि में हर गढवाले नगरों में बिखराकर बुद्धिमानी से शासन किया।
2 Chronicles 12
2 Chronicles 12:1
जब रहबाम का राज्य दृढ हो गया तब उसने क्या गलती करी?
रहबाम और सारे इस्राएल ने यहोवा के नियम को त्याग दिया।
2 Chronicles 12:2-4
मिस्र के राजा शीशक यरूशलेम के विरुद्ध क्यों आया ?
शीशक यरूशलेम के विरुद्ध आया क्योंकि लोगों ने यहोवा से विश्वासघात किया।
2 Chronicles 12:5
रहबाम और यहूदा के नेताओं की क्या प्रतिक्रिया थी जब शमायाह भविष्यद्वक्ता ने कहा था कि उन्हें शीशक के हाथ में कर दिया गया है क्योंकि उन्होंने यहोवा को त्याग दिया था?
रहबाम और यहूदा के नेताओं ने नम्र होकर घोषणा की कि यहोवा धर्मी है।
2 Chronicles 12:6
रहबाम और यहूदा के नेताओं की क्या प्रतिक्रिया थी जब शमायाह भविष्यद्वक्ता ने कहा था कि उन्हें शीशक के हाथ में कर दिया गया है क्योंकि उन्होंने यहोवा को त्याग दिया था?
रहबाम और यहूदा के नेताओं ने नम्र होकर घोषणा की कि यहोवा धर्मी है।
2 Chronicles 12:7
यहोवा ने तब क्या जवाब दिया जब उसने देखा कि रहबाम और यहूदा के नेताओं ने खुद को नम्र किया है?
यहोवा ने उन्हें कुछ हद तक बचाया, लेकिन फिर भी उन्हें शिशक के अधीन नौकर बनने की अनुमति दी।
2 Chronicles 12:8
यहोवा ने यहूदा के नेताओं को शीशक के दास बनने की इजाजत क्यों दी?
यहोवा ने उन्हें शीशक के सेवक बनने की अनुमति दी ताकि वे समझ सकें कि उसकी सेवा करना और अन्य देशों के शासकों की सेवा करना कैसा होता है।
2 Chronicles 12:9-11
शीशक यरूशलेम से क्या ले गया?
शीशक यहोवा के भवन और राजा के घर में से खजाना और साथ ही साथ सुलैमान की सोने की ढालें भी ले गया।
2 Chronicles 12:12
रहबाम पर से यहोवा का क्रोध क्यों उतर गया?
यहोवा का क्रोध उतर गया क्योंकि रहबाम ने खुद को नम्र किया और जिसकी वजह से यहूदा में अब भी कुछ अच्छाई बची थी।
2 Chronicles 12:13
यह क्यों कहा गया की ""राजा रहबाम ने जो किया बुरा किया"?
ऐसा कहा गया की रहबाम ने बुरा किया था क्योंकि उसने अपने मन को यहोवा की खोज में नहीं लगाया था।
2 Chronicles 12:14-15
यह क्यों कहा गया की ""राजा रहबाम ने जो किया बुरा किया"?
ऐसा कहा गया की रहबाम ने बुरा किया था क्योंकि उसने अपने मन को यहोवा की खोज में नहीं लगाया था।
2 Chronicles 12:16
रहबाम की मृत्यु के बाद और उसे यरूशलेम में दफनाने के बाद क्या हुआ?
उसका पुत्र अबिय्याह राजा बन गया।
2 Chronicles 13
2 Chronicles 13:2-3
अबिय्याह किसके विरुद्ध लड़ा?
अबिय्याह यारोबाम के विरुद्ध लड़ा।
2 Chronicles 13:4-6
समारैम पहाड़ कहां पर है?
समारैम पहाड़ एप्रैम के पहाड़ी देश में है।
2 Chronicles 13:7
यारोबाम में कौन इकट्ठा हुए?
बेकार के लोग, ओछे लोग, यारोबाम में इकट्ठे हुए।
2 Chronicles 13:8-9
अबिय्याह के अनुसार, किसने कहा कि वह यहोवा की शक्ति का सामना कर सकता है?
अबिय्याह के अनुसार, यारोबाम ने कहा कि वह यहोवा की शक्ति का सामना कर सकता है।
2 Chronicles 13:10-11
यहोवा को किसने नहीं त्यागा?
अबिय्याह के राष्ट्र, यहूदा ने उसे नहीं त्यागा था।
2 Chronicles 13:12
कौन अगर यहोवा के विरूद्ध लड़े तो सफल नहीं होंगे?
यदि इस्राएल के लोग यहोवा के विरूद्ध लड़े तो सफल नहीं होंगे।
2 Chronicles 13:13-17
युद्ध के लिए यारोबाम की योजना क्या थी?
यारोबाम ने घातकों को उनके पीछे भेजा; उनकी सेना यहूदा के सामने थी, और घातक उनके पीछे थे।
2 Chronicles 13:18-19
यहूदा के लोग क्यों जीत गए?
यहूदा के लोग जीते क्योंकि उन्होंने यहोवा पर भरोसा किया था।
2 Chronicles 13:20-22
यारोबाम कैसे मरा?
यहोवा ने उसे मारा, और वह मर गया।
2 Chronicles 14
2 Chronicles 14:2
आसा ने यहोवा की दृष्टि में उचित काम किए थे, इसका प्रमाण क्या है?
आसा ने पराई वेदीयों को और ऊँचे स्थानों को दूर किया, और लाठों को तुड़वा डाला, और अशेरा कि मूर्तों को तोड़ डाला।
2 Chronicles 14:3-4
आसा ने यहोवा की दृष्टि में उचित काम किए थे, इसका प्रमाण क्या है?
आसा ने पराई वेदीयों को और ऊँचे स्थानों को दूर किया, और लाठों को तुड़वा डाला, और अशेरा कि मूर्तों को तोड़ डाला।
2 Chronicles 14:5
भूमि शांत क्यों थी और आसा के शासनकाल में कोई युद्ध क्यों नहीं हुआ?
भूमि शांत थी और आसा के शासनकाल में कोई युद्ध इसलिये नहीं हुआ था क्योंकि यहोवा ने उसे शांति दी थी।
2 Chronicles 14:6
भूमि शांत क्यों थी और आसा के शासनकाल में कोई युद्ध क्यों नहीं हुआ?
भूमि शांत थी और आसा के शासनकाल में कोई युद्ध इसलिये नहीं हुआ था क्योंकि यहोवा ने उसे शांति दी थी।
2 Chronicles 14:7-8
आसा ने दीवारों वाले शहरों का निर्माण करने की योजना क्यों बनाई?
आसा ने दीवारों वाले शहरों का निर्माण करने की योजना इसलिये बनाई क्योंकि यहोवा ने उन्हें जमीन के साथ हर तरफ से विश्राम दिया था।
2 Chronicles 14:9
जेरह नामक कूशी ने जब एक विशाल सेना लेकर यहूदा पर आक्रमण किया तब आसा की प्रक्रिया कैसी थी?
आसा ने यहोवा को उसकी मदद के लिए यह कह कर पुकारा वह और उसकी सेना यहोवा के नाम में जेरह की विशाल सेना के विरुद्ध आ रही हैं।
2 Chronicles 14:10
जेरह नामक कूशी ने जब एक विशाल सेना लेकर यहूदा पर आक्रमण किया तब आसा की प्रक्रिया कैसी थी?
आसा ने यहोवा को उसकी मदद के लिए यह कह कर पुकारा वह और उसकी सेना यहोवा के नाम में जेरह की विशाल सेना के विरुद्ध आ रही हैं।
2 Chronicles 14:11
जेरह नामक कूशी ने जब एक विशाल सेना लेकर यहूदा पर आक्रमण किया तब आसा की प्रक्रिया कैसी थी?
आसा ने यहोवा को उसकी मदद के लिए यह कह कर पुकारा वह और उसकी सेना यहोवा के नाम में जेरह की विशाल सेना के विरुद्ध आ रही हैं।
2 Chronicles 14:12-13
आसा और यहूदा के सामने कूशियों को किसने मारा?
यहोवा ने कूशियों को आसा और यहूदा के सामने मारा?
2 Chronicles 14:14-15
सेना ने गरार के आसपास के गांवों में क्या किया?
सेना ने गरार के चारों ओर के गांवों को नष्ट कर किया और लूट लिया।
2 Chronicles 15
2 Chronicles 15:1
अजर्याह के द्वारा राजा आसा को परमेश्वर ने क्या संदेश दिया?
संदेश यह था कि यहोवा आसा के साथ है, जब तक आसा यहोवा के साथ है, परन्तु यदि आसा ने यहोवा को छोड़ दिया, तो यहोवा भी आसा को छोड़ देगा।
2 Chronicles 15:2
अजर्याह के द्वारा राजा आसा को परमेश्वर ने क्या संदेश दिया?
संदेश यह था कि यहोवा आसा के साथ है, जब तक आसा यहोवा के साथ है, परन्तु यदि आसा ने यहोवा को छोड़ दिया, तो यहोवा भी आसा को छोड़ देगा।
2 Chronicles 15:3-4
लंबे समय तक इस्राएल किस के बिना रहा?
इस्राएल सच्चे परमेश्वर के, एक सिखानेवाल याजक, और लंबे समय तक व्यवस्था के बिना रहा।
2 Chronicles 15:5
उस समय, भूमि के सभी निवासियों पर क्या था?
उस समय, भूमि के सभी निवासियों पर बड़ी परेशानी थी।
2 Chronicles 15:6-7
परमेश्वर ने भूमि के निवासियों को कैसे परेशान किया?
परमेश्वर ने सभी प्रकार के कष्ट देकर भूमि के निवासियों को परेशान किया।
2 Chronicles 15:8
आसा ने जब भविष्यवक्ता के संदेश को सुना तो उसने क्या पुनर्निर्माण करवाया?
आसा ने जब भविष्यवक्ता के संदेश को सुना तो उसने यहोवा की वेदी का पुनर्निर्माण करवाया।
2 Chronicles 15:9-11
एप्रैम, मनश्शे और शिमोन से बड़ी संख्या में लोग राजा आसा के पास क्यों आए?
वे आए क्योंकि उन्होंने देखा कि यहोवा राजा आसा के साथ था।
2 Chronicles 15:12
लोगों ने क्या करने के लिए वाचा बाँधी?
लोगों ने अपने पूरे दिल से और अपनी आत्मा से यहोवा की खोज करने के लिए वाचा बाँधी।
2 Chronicles 15:13-14
जो व्यक्ति यहोवा की खोज करने से मना कर दे तो ऐसे व्यक्ति के साथ क्या होगा ?
जो कोई भी यहोवा की खोज करने से मना करेगा उसे मार डाला जाएगा।
2 Chronicles 15:15-16
यहोवा ने लोगों को क्या दिया जब वे अपने पूरे दिल से शपथ ले चुके?
यहोवा ने लोगों को उनके चारों ओर से विश्राम दिया।
2 Chronicles 15:17-18
राजा आसा के दिल की हालत कैसी थी?
आसा का मन जीवन भर यहोवा के लिए समर्पित रहा।
2 Chronicles 15:19
आसा के शासनकाल के पेतीसवें वर्ष तक क्या नहीं हुआ?
आसा के शासनकाल के पेतीसवें वर्ष तक कोई युद्ध नहीं हुआ।
2 Chronicles 16
2 Chronicles 16:1
इस्राएल के राजा बाशा ने यहूदा के विरुद्ध चढाई करके रामाह को क्यों दृढ़ किया?
इस्राएल के राजा बाशा ने यहूदा के विरुद्ध चढाई करके रामाह को दृढ़ किया ताकि वह किसी को भी आसा की भूमि में जाने या प्रवेश करने की अनुमति न दे।
2 Chronicles 16:2
आसा ने भवन और राजभवन में से सोना-चाँदी निकाल कर उसे क्यों अराम के राजा बेन्हदद को भेजा?
आसा ने इस उद्देश्य से अराम के राजा बेनहदद को सोना-चांदी भेजा कि वह इस्राएल के राजा बाशा से संधि तोड़कर आसा के साथ संधि कर ले।
2 Chronicles 16:3
आसा ने भवन और राजभवन में से सोना-चाँदी निकाल कर उसे क्यों अराम के राजा बेन्हदद को भेजा?
आसा ने इस उद्देश्य से अराम के राजा बेनहदद को सोना-चांदी भेजा कि वह इस्राएल के राजा बाशा से संधि तोड़कर आसा के साथ संधि कर ले।
आसा क्यों चाहता था की बेन्हदद बाशा के साथ अपनी संधि तोड़ दे?
आसा चाहता था की बेन्हदद अपनी संधि तोड़ दे ताकि बाशा आसा को अकेला छोड़ दे।
2 Chronicles 16:4
क्या हुआ जब बाशा ने बेन्हदद के हमलों के कारण रामाह का निर्माण बंद कर दिया?
आसा और सारे यहूदावासी ने पत्थरों और लकड़ी को उठा ले गये जो बाशा रामाह बनाने के लिए इस्तेमाल कर रहा था और उन्हें गेवा और मिस्पा बनाने के लिए इस्तेमाल किया।
2 Chronicles 16:5
क्या हुआ जब बाशा ने बेन्हदद के हमलों के कारण रामाह का निर्माण बंद कर दिया?
आसा और सारे यहूदावासी ने पत्थरों और लकड़ी को उठा ले गये जो बाशा रामाह बनाने के लिए इस्तेमाल कर रहा था और उन्हें गेबा और मिस्पा बनाने के लिए इस्तेमाल किया।
2 Chronicles 16:6
क्या हुआ जब बाशा ने बेन्हदद के हमलों के कारण रामाह का निर्माण बंद कर दिया?
आसा और सारे यहूदावासी ने पत्थरों और लकड़ी को उठा ले गये जो बाशा रामाह बनाने के लिए इस्तेमाल कर रहा था और उन्हें गेबा और मिस्पा बनाने के लिए इस्तेमाल किया।
2 Chronicles 16:7
हनानी दर्शी ने आसा को क्यों फटकारा?
हनानी दर्शी ने आसा को फटकारा क्योंकि उसने अराम के राजा पर भरोसा किया न की यहोवा पर जैसे उसने कूशियों से युद्ध के समय किया था।
2 Chronicles 16:8
हनानी दर्शी ने आसा को क्यों फटकारा?
हनानी दर्शी ने आसा को फटकारा क्योंकि उसने अराम के राजा पर भरोसा किया न की यहोवा पर जैसे उसने कूशियों से युद्ध के समय किया था।
2 Chronicles 16:9
यहोवा की आंखें पूरी दुनिया में हर जगह क्यों फिरती रहती हैं?
यहोवा की आंखें हर जगह इसलिये फिरती हैं ताकि जिनका मन उसकी ओर निष्कपट रहता है, उनकी सहायता में वह अपनी सामर्थ्य दिखाए।
2 Chronicles 16:10-11
हनानी की फटकार पर आसा की क्या प्रतिक्रिया थी?
आसा हनानी से क्रोद्ध था और उसऩे उसे जेल में डाल दिया।
2 Chronicles 16:12-13
आसा की अपने पैरों की गंभीर बीमारी पर क्या प्रतिक्रिया थी?
आसा ने यहोवा की नहीं वैद्यों ही की शरण ली।
2 Chronicles 16:14
आसा को उसकी मृत्यु के बाद कैसे सम्मानित किया गया था?
लोगों ने आसा को विभिन्न मसालों से भरे एक बिछौने पर लेटा दिया और बहुत से सुगन्ध-द्रव्य उसके लिये जलाया गया।
2 Chronicles 17
2 Chronicles 17:2
यहोशापात ने अपना बल कहां लगाया था?
यहोशापात ने यहूदा के सभी गढ़वाले शहरों में बलों को लगाया था।
2 Chronicles 17:3
यहोशापात के साथ यहोवा क्यों था?
यहोवा यहोशापात के साथ था क्योंकि वह अपने पिता दाऊद की प्राचीन चाल का अनुसरण करता था।
2 Chronicles 17:4-5
यहोशापात किसके पीछे नहीं चला करता था, क्योंकि वह परमेश्वर के आदेशों पर चलता था?
वह परमेश्वर के आदेशों पर चलता था, इसलिए वह इस्राएलियों के से काम नहीं करता था।
2 Chronicles 17:6-8
यहोशापात का दिल किसमें मगन था?
यहोशापात का दिल यहोवा के मार्गों में मगन था।
2 Chronicles 17:9
जब उन्होंने यहूदा में पढ़ाया तो अधिकारियों और लेवियों और याजकों के पास कौन सी किताब थी?
उन्होंने यहूदा में यहोवा की व्यवस्था की पुस्तक में से सिखाया।
2 Chronicles 17:10-11
यहूदा के चारों ओर के राज्यों ने ऐसा क्या नहीं किया की यहोवा का भय उन पर गिरे?
यहूदा के चारों ओर जो थे उन पर यहोवा का भय ना गिर जाये, इसलिये उन्होंने यहोशापात के विरुद्ध कोई युद्ध नहीं किया।
2 Chronicles 17:12-15
यहोशापात ने यहूदा में क्या दो चीज़े का निर्माण किया?
यहोशापात ने यहूदा में किले और भण्डार के नगर का निर्माण किया।
2 Chronicles 17:16
जिक्री के पुत्र अमस्याह ने स्वेच्छा से क्या पेशकश की?
अमस्याह ने स्वेच्छा से यहोवा की सेवा करने की पेशकश की।
2 Chronicles 17:17-19
बिन्यामीन में से एल्यादा किस तरह का आदमी था?
एल्यादा एक शूरवीर आदमी था।
2 Chronicles 18
2 Chronicles 18:1-3
यहोशापात ने खुद अहाब के साथ क्या सम्बन्ध स्थापित किया?
यहोशापात ने अपने परिवार में से अपनी एक बेटी कि अहाब से शादी करा के सम्बन्ध स्थापित किया।
2 Chronicles 18:4-6
यहोशापात ने इस्राएल के राजा को उसका जवाब खोजने के लिए क्या करने को कहा?
यहोशापात ने इस्राएल के राजा से कहा, "कृपया अपने उत्तर के लिए यहोवा के वचन की खोज करें।"
2 Chronicles 18:7-10
इस्राएल का राजा यिम्ला के पुत्र मीकायाह से क्यों नफरत करता था?
इस्राएल का राजा मीकायाह से इसलिये नफरत करता था क्योंकि उसने कभी राजा के बारे में कुछ भी अच्छी भविष्यवाणी नहीं की, बल्कि केवल हानि की भविष्यवाणी करी।
2 Chronicles 18:11
भविष्यवक्ताओं ने कहा के कौन रामोत गिलाद को राजा के हाथ में दे देगा?
उन सभी ने भविष्यवाणी की कि यहोवा रामोत गिलाद को राजा के हाथ में दे देगा।
2 Chronicles 18:12-15
दूत ने मीकायाह को क्या कहा जो भविष्यवक्ताओं के द्वारा राजा पर घोषणा हुई?
दूत ने मीकायाह से कहा कि भविष्यवक्ताओं के शब्दों ने एक ही मुंह से राजा पर अच्छी चीज़ों की घोषणा की।
2 Chronicles 18:16-17
जब मीकायाह ने इस्राएलियों को पहाड़ों पर बिखरे हुए देखा तो उसने उनकी तुलना किस से की?
मीकायाह ने कहा कि उसने सभी इस्राएलियों को पहाड़ पर भेड़ों की तरह बिखरे हुए देखा जिनका कोई चरवाहा नहीं है।
2 Chronicles 18:18
मीकायाह ने जब यहोवा को अपने सिंहासन पर देखा, स्वर्ग की सारी सेना कहाँ थी?
मीकायाह ने यहोवा को अपने सिंहासन पर बैठे देखा, और स्वर्ग की सारी सेना उसके दाईं ओर और बाईं ओर खड़ी थी।
2 Chronicles 18:19-20
जब अहाब रामोत गिलाद गया तब यहोवा क्या करना चाह रहा था?
यहोवा किसी को इस्राएल के राजा अहाब को लुभाने के लिए कह रहा था, ताकि वह गिलाद के रामोत पर चढाई करे।
2 Chronicles 18:21
आत्मा किसके लिए झूठ बोलने वाली आत्मा बनने जा रही थी?
आत्मा ने कहा की मैं जाकर सब नबियों में बैठ के उनसे झूठ बुलवाऊँगी।
2 Chronicles 18:22-25
मीकायाह ने क्या कहा था कि यहोवा ने इस्राएल के राजा के लिए क्या फैसला सुनाया था?
मीकायाह ने कहा कि यहोवा ने उसके लिए हानि की बात कही थी।
2 Chronicles 18:26
इस्राएल का राजा जब तक सुरक्षित रूप से वापस नहीं लौटा तब तक मीकायाह कहाँ था?
राजा ने कहा मीकायाह को जेल में डाल दो जब तक वह सुरक्षित रूप से वापस नहीं आ जाये।
2 Chronicles 18:27-29
यदि राजा सुरक्षित रूप से लौट आया, तो मीकायाह के शब्दों के बारे में क्या अर्थ निकाला जाये?
मीकायाह ने कहा कि यदि राजा सुरक्षित रूप से लौट आए, तो यहोवा ने उस के द्वारा बात नहीं की थी।
2 Chronicles 18:30-31
अराम के राजा ने प्रधानों को किस पर हमला करने के लिए कहा था?
अराम के राजा ने अपने रथों के कप्तानों को सैनिकों पर हमला न करने के लिए कहा, बल्कि इसके बजाय, केवल इस्राएल के राजा पर हमला करे।
2 Chronicles 18:32-33
कप्तानों ने क्या किया जब उन्हें एहसास हुआ कि यहोशापात इस्राएल का राजा नहीं हैं?
जब कप्तान ने देखा कि वह इस्राएल का राजा नहीं है, तो वे उसका पीछा छोडकर लौट गए।
2 Chronicles 18:34
अहाब की मृत्यु कब हुई थी?
जब सूर्य ढल रहा था, अहाब की मृत्यु हुई।
2 Chronicles 19
2 Chronicles 19:3-4
यहोशापात के दिल में क्या अच्छा पाया गया?
यहोशापात में कुछ अच्छा पाया गया, कि उसने मन को परमेश्वर की खोज में लगाया।
2 Chronicles 19:5
यहोशापात ने न्यायाधीशों को कहाँ रखा?
यहोशापात ने यहूदा के सभी गढवाले शहरों में न्यायाधीशों को रखा।
2 Chronicles 19:6-8
यहोशापात ने क्या कहा कि जब न्यायाधीश न्याय करेंगे तब यहोवा कहाँ होगा ?
उसने न्यायाधीशों से कहा कि यहोवा न्याय करते समय तुम्हारे साथ था।
2 Chronicles 19:9
यहोशापात ने यरूशलेम में न्यायाधीशों को किस तरह के दिल से यहोवा के प्रति सम्मान होना चाहिए?
यहोशापात ने उन्हें निर्देश दिया कि यहोवा के प्रति आदर से, और एक परिपूर्ण दिल से ईमानदारी से न्याय करें।
2 Chronicles 19:10
यदि लोग यहोवा के विरुद्ध पाप नहीं करेंगे तो उन पर क्या नहीं आएगा?
लोगों को यहोवा के खिलाफ पाप न करने के लिए कहा गया था, ताकि उसका क्रोध उन पर न आए।
2 Chronicles 19:11
यहोशापात ने किससे प्रार्थना की कि यहोवा किन के साथ बना रहे?
यहोशापात ने यहोवा से प्रार्थना की कि वह अच्छे लोगों के साथ बना रहे।
2 Chronicles 20
2 Chronicles 20:1-3
मोआब, अम्मोनियों और मूनियों के लोग यहोशापात के विरुद्ध किस कारण से आए?
वे यहोशापात के खिलाफ युद्ध करने के लिए आए थे।
2 Chronicles 20:4
यहूदा के लोग यहोवा से कहां से मिलने आए थे?
लोग यहूदा के सभी नगरों से यहोवा की खोज करने आए थे।
2 Chronicles 20:5-8
यहोशापात लोगों की सभा में कहाँ खड़ा था?
यहोशापात भवन के नए आंगन में यहोवा के सामने खड़ा था।
2 Chronicles 20:9
यहोवा के किस वादे को यहोशापात ने दोहराया जब लोगों ने अपने दुःख में उस से अपनी दुहाई दी?
यहोशापात ने कहा कि जब लोग अपने दुःख में यहोवा को पुकारते हैं, तो वह उसे सुनकर उन्हें बचाएगा।
2 Chronicles 20:10-12
यहोवा ने इस्राएल को अम्मोन, मोआब और सेईर पर्वत के लोगों के साथ क्या नहीं करने दिया जब वे मिस्र से निकल आए?
यहोवा ने इस्राएल को उन पर चढाई करने न दिया जब वे मिस्र से निकल आए।
2 Chronicles 20:13-14
यहूदावासियों का कौन सा भाग यहोवा के समक्ष खड़ा था?
सभी यहूदा के लोग यहोवा के सामने अपने बाल-बच्चों, स्त्रियों और पुत्रों के साथ खड़े हुए।
2 Chronicles 20:15-16
यहोवा ने क्यों कहा की उन के विरुद्ध बड़ी सेना से वे न डरे और न निराश हो?
यहोवा ने उनसे कहा की उन के विरुद्ध बड़ी सेना से वे न डरे और न निराश हो क्योंकि युद्ध उनका नहीं बल्कि परमेश्वर का है।
2 Chronicles 20:17
यहोवा ने क्या कहा की जब लोग अपने जगह पर खड़े होंगे तब लोग क्या देखेंगे?
यहोवा ने उन्हें अपने जगह पर खड़े होने के लिए कहा, और यहोवा की ओर से अपना बचाव देखने के लिए कहा।
2 Chronicles 20:18-20
यहूदा और यरूशलेम के निवासियों ने यहोवा के सामने आराधना में क्या किया?
सभी यहूदा और यरूशलेम के निवासियों ने यहोवा की आराधना करते हुए यहोवा के सामने गिरकर यहोवा को दण्डवत किया।
2 Chronicles 20:21
जैसे ही सेना निकल गई, यहोशापात ने यहोवा का धन्यवाद क्यों किया?
जब वे सेना के आगे निकल गए, तो यहोशापात ने उनसे कहा, "यहोवा का धन्यवाद करो, क्योंकी उसकी करुणा सदा की है।"
2 Chronicles 20:22-23
यहोवा ने क्या किया जब यहूदा के लोग गीत गाने और प्रशंसा करने लगे?
जब उन्होंने गीत गाना और प्रशंसा करना शुरू किया, तो यहोवा ने उनके दुश्मनों के खिलाफ घातकों को बैठा दिया।
2 Chronicles 20:24
यहूदा के लोगों की आँखों ने क्या देखा जब उन्हें दुश्मन की सेना दिखी?
उन्हें दुश्मन की सेना दिखी, तो वे मर गए थे, और जमीन पर पड़े थे।
2 Chronicles 20:25-26
लोगों ने सेना से लूट को लूटने में कितना समय लगा?
लोगों ने लूट को लूटने में तीन दिन लगाए, क्योंकि वहां बहुत कुछ था।
2 Chronicles 20:27-29
यहोशापात और उसके लोग यरूशलेम में आनन्द के साथ क्यों लौट आए?
वे यरूशलेम लौट आए, क्योंकि यहोवा ने उन्हें अपने शत्रुओं पर आनन्दित किया था।
2 Chronicles 20:30-31
परमेश्वर ने यहोशापात को क्या दिया जिस से उसके राज्य को शांति मिली?
यहोशापात का राज्य शांत था, क्योंकि उसके परमेश्वर ने उसे उसके चारों ओर शांति दी थी।
2 Chronicles 20:32-36
यहोशापात ने यहोवा की दृष्टि में क्या किया?
यहोशापात ने यहोवा की दृष्टि में जो सही था वही किया था।
2 Chronicles 20:37
यहोशापात के विरुद्ध क्या भविष्यवाणी की गयी, क्योंकि उसने अहज्याह के साथ मेल किया था?
क्योंकि यहोशापात ने अहज्याह के साथ मेल किया था, इसलिए यहोवा ने अपनी योजनाओं को नष्ट कर दिया।
2 Chronicles 21
2 Chronicles 21:3
यहोशापात ने यहोराम को सिंहासन क्यों दिया?
यहोशापात ने यहोराम को सिंहासन दिया क्योंकि यहोराम उसका पहला पुत्र था।
2 Chronicles 21:4-6
राजा के रूप में स्थापित होने के बाद यहोराम ने अपने भाइयों के साथ क्या किया?
जब यहोराम ने दृढ़ता से अपने आप को राजा के रूप में स्थापित कर लिया, तब उसने तलवार से अपने सभी भाइयों को मार डाला।
2 Chronicles 21:7-9
यहोवा दाऊद के घर को क्यों नष्ट नहीं करना चाहता था?
यहोवा दाऊद के साथ किए गए वाचा के कारण दाऊद के घर को नष्ट नहीं करना चाहता था।
2 Chronicles 21:10
लिब्ना ने यहूदा की शक्ति का विद्रोह क्यों किया?
उन्होंने यहूदा की शक्ति का विद्रोह किया, क्योंकि यहोराम ने यहोवा को त्याग दिया था।
2 Chronicles 21:11-14
यहोराम ने यहूदा के पहाड़ों में क्या बनाया?
यहोराम ने यहूदा के पहाड़ों में भी ऊँचे स्थान बनाए।
2 Chronicles 21:15-16
एलिय्याह ने यहोराम की बीमारी के समय में उसकी आंतों के विषय में क्या कहा की क्या होगा ?
यहोराम रोग से बहुत पीड़ित हो जाएगा यहाँ तक कि प्रति दिन उसकी आंतें निकलती जाएँगी।
2 Chronicles 21:17-18
पलिश्ति और अरबी राजा के घर से क्या ले गए?
वे राजा के घर की सारी संपत्ति को ले गए।
2 Chronicles 21:19-20
यहोराम के लोग उसके लिए क्या नहीं करते थे जो कि उन्होंने अपने पूर्वजों के लिए किया था?
उसके लोगों ने उसके सम्मान में कोई सुगन्धित-द्रव्य नहीं जलाया जैसा उन्होंने उनके पुरखाओं के लिए जलाया था।
2 Chronicles 22
2 Chronicles 22:3
अहज्याह अपनी मां की सलाह पर किस की सी चाल चल रहा था?
अहज्याह अहाब के घराने की सी चाल चल रहा था, क्योंकि उसकी मां दुष्ट काम करने में उसकी सलाहकार थी।
2 Chronicles 22:4-5
अहज्याह ने यहोवा की दृष्टि में कैसे काम किये, जैसा अहाब का घर कर रहा था?
अहज्याह ने यहोवा की दृष्टि में जो बुरा है वहीं काम किये, जैसा अहाब का घर कर रहा था।
2 Chronicles 22:6
अहज्याह अहाब के पुत्र यहोराम को देखने क्यों गया?
अहज्याह यिज्रेल गया ताकि वह उसे देख सके क्योंकि यहोराम घायल हो गया था।
2 Chronicles 22:7-8
अहज्याह यहोराम से भेंट करने गया तो यहोवा ने उसे इसका क्या बदला दिया?
अहज्याह के विनाश को परमेश्वर यहोराम की भेंट के द्वारा लाया था।
2 Chronicles 22:9
येहू को अहज्याह के पिता की क्या बात याद आयी?
येहू ने कहा कि अहज्याह यहोशापात का पुत्र था, जिसने अपने पूरे दिल से यहोवा की खोज की थी।
2 Chronicles 22:10-11
अहज्याह की मां ने क्या किया जब उसने देखा कि वह मर चुका है?
जब उसने देखा कि उसका बेटा मर चुका है, तो उसने उठकर यहूदा के घर के सभी शाही बच्चों को मार डाला।
2 Chronicles 22:12
योआश ने परमेश्वर के भवन में कितने समय तक छुपा रहा, जबकि अतल्याह राज्य करती रही?
योआश छः वर्षों तक परमेश्वर के भवन में छिपा हुआ था, जबकि अतल्याह देश पर राज्य करती रही।
2 Chronicles 23
2 Chronicles 23:3
यहोयादा को बोलने के लिए साहस कहाँ से मिला के राजा का पुत्र शासन करेगा?
यहोयादा ने कहा कि राजा का पुत्र शासन करेगा, जैसा कि यहोवा ने दाऊद के वंशजों के विषय में कहा था।
2 Chronicles 23:4-6
सब्त के दिन सेवा करने वाले याजक और लेवियों को क्या काम सौंपा गया था?
जो लोग सब्त के दिन सेवा करने आएंगे वे दरवाजे पर द्वारपाल होंगे।
2 Chronicles 23:7
लेवियों को राजा के साथ रहने के लिए कब कहा गया था?
उन्हें राजा के साथ रहने के लिए कहा गया जब वह अंदर आये और जब वह बाहर जाये।
2 Chronicles 23:8-10
लेवियों और सारे यहूदा ने यहोयादा के आदेश का पालन कैसे किया?
उन्होंने हर तरह से सेवा की जिस तरह यहोयादा याजक ने उन्हें आज्ञा दी थी।
2 Chronicles 23:11
जब उन्होंने मुकुट लगाया तो उन्होंने राजा के बेटे को क्या दिया?
वह राजा के पुत्र को बाहर लाए, उस पर मुकुट लगाया, और उसे साक्षीपत्र दिया।
2 Chronicles 23:12
अतल्याह ने यहोवा के भवन में लोगों के पास क्या शोर किया?
जब उसने सुना के लोग आनन्द कर रहे हैं और राजा की स्तुति कर रहे हैं, तो लोगों के पास वह यहोवा के भवन में आई।
2 Chronicles 23:13
अतल्याह ने "राज-द्रोह" चिल्लाने के दौरान क्या किया?
उसने अपने कपड़े फाड़े और चिल्लाई, "राज-द्रोह!"
2 Chronicles 23:14-15
यहोयादा ने अतल्याह के पीछे चलने वालों के साथ क्या किया?
यहोयादा ने कहा कि जो कोई उसके पीछे चले, वह तालवार से मार डाला जाए।
2 Chronicles 23:16-18
यहोयादा ने अपने, लोगों के और राजा के बीच क्या वाचा बँधाई?
यहोयादा ने खुद के, सभी लोगों के और राजा के बीच यहोवा की प्रजा होने की वाचा बँधाई।
2 Chronicles 23:19
यहोयादा ने यहोवा के भवन फाटकों पर द्वारपालों को रखकर यहोवा के भवन में प्रवेश करने से किसे रोका?
यहोयादा ने यहोवा के भवन के फाटकों पर द्वारपालों को रखा, ताकि कोई भी अशुद्ध अंदर न जा सके।
2 Chronicles 23:20-21
ऊँचे फाटक से होकर यहोयादा और लोगों ने राजा को कहाँ रखा?
लोग ऊँचे फाटक से होकर राजा के घर आए और राजा को राजगद्दी पर बैठाया।
2 Chronicles 24
2 Chronicles 24:2-4
योआश ने कब तक वह काम किया जो यहोवा की दृष्टि में ठीक था?
जब तक यहोयादा याजक जीवित रहा, तब तक योआश वह काम करता रहा जो यहोवा की दृष्टि में ठीक था।
2 Chronicles 24:5-6
योआश ने याजकों और लेवियों को किस काम के लिए इस्राएलियों से धन इकट्ठा करने के लिए भेजा था?
योआश ने उन्हें परमेश्वर के घर की मरम्मत के लिए सभी इस्राएल से धन इकट्ठा करने के लिए भेजा था।
2 Chronicles 24:7
अतल्याह के पुत्रों ने यहोवा के भवन से क्या लिया और बाल देवता को दिया?
उन्होंने यहोवा के भवन की सब पवित्र की हुई वस्तुएं बाल देवता को दी।
2 Chronicles 24:8-9
राजा का सन्दूक कहां रखा गया था?
राजा ने आज्ञा दी, और उन्होंने एक सन्दूक बनाया और उसे यहोवा के भवन के द्वार पर बाहर रखा।
2 Chronicles 24:10
किन लोगों ने आनंद मनाया और सन्दूक में पैसा डालने के लिए लाये?
सभी हाकिम और सभी लोग खुश हुए और सन्दूक में डालने के लिए पैसे लाए।
2 Chronicles 24:11-12
जैसे ही अधिकारी प्रतिदिन सन्दूक को खाली करते तो क्या पाया कि उन्होंने क्या इकट्ठा किया?
उन्होंने प्रतिदिन सन्दूक को खाली किया और बड़ी मात्रा में धन इकट्ठा किया।
2 Chronicles 24:13-15
जब कारीगरों ने परमेश्वर के घर की मरम्मत की तब उसकी उन्होंने स्थापना कैसे की?
कारीगरों ने परमेश्वर के भवन को सुधार कर उसका मूलरूप प्रदान किया और उसे दृढ़ कर दिया।
2 Chronicles 24:16-18
यहोयादा को दाऊद के नगर में राजाओं के बीच क्यों दफनाया गया था?
उन्होंने उसे राजाओं के बीच दाऊद के शहर में दफनाया, क्योंकि उसने इस्राएल में, परमेश्वर के लिए और परमेश्वर के घर में अच्छा काम किया था।
2 Chronicles 24:19
जब यहोवा ने भविष्यद्वक्ताओं को लोगों को यहोवा के पास फेर लाने के लिए भेजा तो लोगों ने क्या किया?
यहोवा ने उन भविष्यद्वक्ताओं को लोगों को यहोवा के पास फेर लाने के लिए भेजा, लेकिन उन्होंने उनकी ना सुनी।
2 Chronicles 24:20-21
जकर्याह ने उन लोगों को क्यों बताया कि यहोवा ने उन्हें त्याग दिया था?
जकर्याह ने लोगों को बताया चूंकि उन्होंने यहोवा को त्याग दिया था, इसलिए यहोवा ने उन्हें त्याग दिया था।
2 Chronicles 24:22-23
जकर्याह के पिता ने राजा योआश पर जो दयालुता दिखाई थी उसको उसने कैसे अनदेखा किया?
इस तरह, राजा योआश ने दयालुता को अनदेखा किया जो कि जकर्याह के पिता यहोयादा ने उससे किया था। इसके बजाय, उसने यहोयादा के पुत्र को मार डाला।
2 Chronicles 24:24
क्योंकि यहूदा ने उसे त्याग दिया था यहोवा ने अरामियों की छोटी सेना को क्या दिया ?
अरामियों एक छोटी सेना के साथ आए थे, लेकिन यहोवा ने उन्हें एक महान सेना पर विजय दी, क्योंकि यहूदा ने यहोवा को त्याग दिया था।
2 Chronicles 24:25-27
योआश के कर्मचारियों ने उसके खिलाफ क्यों साजिश रची?
यहोयादा, याजक के पुत्रों की हत्या के कारण योआश के अपने कर्मचारियों ने उसके खिलाफ साज़िश रची थी।
2 Chronicles 25
2 Chronicles 25:1
जब अमस्याह शासन करने लगा तो वह कितने वर्ष का था और उसने कितने समय तक शासन किया?
अमस्याह ने जब शासन करना शुरू किया तब वह पच्चीस वर्ष का था और उसने उनतीस वर्ष तक राज्य किया।
2 Chronicles 25:2
अमस्याह के दिल की हालत अवस्था कैसी थी?
अमस्याह का दिल पूरी तरह से यहोवा को समर्पित नहीं था।
2 Chronicles 25:3
अमस्याह ने उन नौकरों के बच्चों को क्यों नहीं मार डाला जिन्होंने उसके पिता, राजा को मार डाला था?
अमस्याह ने उन नौकरों के बच्चों को नहीं मार डाला जिन्होंने उसके पिता, राजा को मार डाला था क्योंकि मूसा की पुस्तक में नियमों के द्वारा बच्चों को पिता के बदले नहीं मरना चाहिए, बल्कि हर व्यक्ति को अपने पाप के लिए खुद मरना चाहिए।
2 Chronicles 25:4
अमस्याह ने उन नौकरों के बच्चों को क्यों नहीं मार डाला जिन्होंने उसके पिता, राजा को मार डाला था?
अमस्याह ने उन नौकरों के बच्चों को नहीं मार डाला जिन्होंने उसके पिता, राजा को मार डाला था क्योंकि मूसा की पुस्तक में नियमों के द्वारा बच्चों को पिता के बदले नहीं मरना चाहिए, बल्कि हर व्यक्ति को अपने पाप के लिए खुद मरना चाहिए।
2 Chronicles 25:5
अमस्याह ने यहूदा और बिन्यामीन के 300,000 चुने हुए लोगों को कैसे इकट्ठा किया जो उनके पूर्वजों के घरानों के अनुसार थे?
अमस्याह ने इस्राएल से 100,000 से लड़ने वाले लोगों को यहूदा के 300,00 चुने हुए लोगों में जुड़ने के लिए काम पर रखा।
2 Chronicles 25:6
अमस्याह ने यहूदा और बिन्यामीन के 300,000 चुने हुए लोगों को कैसे इकट्ठा किया जो उनके पूर्वजों के घरानों के अनुसार थे?
अमस्याह ने इस्राएल से 100,000 से लड़ने वाले लोगों को यहूदा के 300,00 चुने हुए लोगों में जुड़ने के लिए काम पर रखा।
2 Chronicles 25:7
परमेश्वर के जन ने राजा को क्यों बताया कि उसे इस्राएल की सेना को उसके साथ नहीं जाना चाहिए?
परमेश्वर के जन ने राजा से कहा कि इस्राएल की सेना को उसके साथ नहीं जाना चाहिए क्योंकि यहोवा इस्राएल के साथ नहीं था।
2 Chronicles 25:8
परमेश्वर के जन ने क्या कहा के क्या होगा, भले ही अमस्याह युद्ध में साहसी और शक्तिशाली था?
परमेश्वर के जन ने कहा कि परमेश्वर उसे दुश्मन के सामने फेंक देगा।
2 Chronicles 25:9
परमेश्वर के जन ने अमस्याह के सवाल का कैसे जवाब दिया जब उसने पूछा कि इस्राएल की सेना को एक सौ किक्कार चाँदी दिया है उसके बारे में क्या करना है?
परमेश्वर के जन ने अमस्याह से कहा कि यहोवा उसे उससे अधिक देने में सक्षम है।
2 Chronicles 25:10
एप्रैम कि सेना का क्रोध यहूदा के विरुद्ध क्यों था?
उनका क्रोध यहूदा के विरूद्ध भडक उठा, क्योंकि अमस्याह ने सेना को अलग कर दिया और उन्हें घर भेज दिया।
2 Chronicles 25:11
सेईर के दस हजार लोगों के साथ क्या हुआ जब अमस्याह ने अपने लोगों को नमक की घाटी में ले गया ?
अमस्याह ने अपने लोगों को नमक की घाटी में ले गया और उसने सेईर के दस हजार लोगों को पराजित किया।
2 Chronicles 25:12
यहूदा की सेना ने सेईर के अतिरिक्त दस हजार लोगों के साथ क्या किया जिनको वे अपने साथ जीवित लाये थे?
यहूदा की सेना ने सेईर के लोगों को चट्टान के ऊपर से नीचे फेंक दिया।
2 Chronicles 25:13
इस्राएल की सेना ने सामरिया से बेथोरोन तक यहूदा के नगरों के साथ क्या किया?
इस्राएल की सेना ने शहरों पर हमला किया, तीन हजार लोगों को मार डाला और बहुत लूट ले ली।
2 Chronicles 25:14
अमस्याह ने उन देवताओं के साथ क्या किया जो वह सेईर के लोगों से लाया था?
अमस्याह ने उन देवताओं को अपने देवताओं के रूप में स्थापित किया, उनके सामने झुका, और उनके लिए धूप जलाने लगा।
2 Chronicles 25:15
यहोवा ने जो भविष्यद्वक्ता भेजा था, उसने अमस्याह से सेईर के लोगों के देवताओं के बारे में क्या पूछा?
भविष्यद्वक्ता ने अमस्याह से पूछा कि उसने उन लोगों के देवताओं की खोज क्यों की, जिनके देवताओं ने अपने लोगों को भी अमस्याह के हाथ से भी बचाया नहीं।
2 Chronicles 25:16
अमस्याह को नाश करने के परमेश्वर के फैसले के लिए भविष्यवक्ता ने क्या कहा था?
अमस्याह को नष्ट करने का फैसला करने का कारण यह था कि अमस्याह ने यह काम किया था और भविष्यवक्ता की सलाह नहीं सुनी थी।
2 Chronicles 25:17
इस्राएल के राजा यहोआश को अमस्याह ने क्या संदेश भेजा था?
अमस्याह ने यहोआश को अमस्याह के साथ युद्ध में सामना करने के लिए संदेश भेजा।
2 Chronicles 25:18
योआश के दूत ने अमस्याह को क्यों कहा कि उसे घर पर रहना चाहिए?
योआश के दूतों ने अमस्याह को घर पर रहने के लिए कहा क्योंकि अमस्याह और यहूदा दोनों का पतन हो जायेगा।
2 Chronicles 25:19
योआश के दूत ने अमस्याह को क्यों कहा कि उसे घर पर रहना चाहिए?
योआश के दूतों ने अमस्याह को घर पर रहने के लिए कहा क्योंकि अमस्याह और यहूदा दोनों का पतन हो जायेगा।
2 Chronicles 25:20
परमेश्वर ने यहूदा के लोगों को उनके दुश्मनों के हाथों में क्यों सौंप दिया?
परमेश्वर उन्हें उनके दुश्मनों को सौंप देगा क्योंकि उन्होंने अदोम के देवताओं से सलाह मांगी।
2 Chronicles 25:21
नतीजा क्या हुआ जब इस्राएल के राजा योआश और यहूदा के राजा अमस्याह ने बेतशेमेश में एक दूसरे से मुकाबला किया?
नतीजा यह हुआ कि यहूदा इस्राएल से पहले मारा गया और हर आदमी घर को भाग गए।
2 Chronicles 25:22
नतीजा क्या हुआ जब इस्राएल के राजा योआश और यहूदा के राजा अमस्याह ने बेतशेमेश में एक दूसरे से मुकाबला किया?
नतीजा यह हुआ कि यहूदा इस्राएल से पहले मारा गया और हर आदमी घर को भाग गए।
2 Chronicles 25:23
यरूशलेम की दीवार को तोड़ने के बाद योआश ने किस स्थान पर वापसी की और बंधुओं के साथ साथ मंदिर और महल से कई मूल्यवान वस्तुएं लीं?
यरूशलेम की दीवार को तोड़ने के बाद योआश सामरिया लौट आया और सभी क़ीमती सामान और बंधक ले गया।
2 Chronicles 25:24
यरूशलेम की दीवार को तोड़ने के बाद योआश ने किस स्थान पर वापसी की और बंधुओं के साथ साथ मंदिर और महल से कई मूल्यवान वस्तुएं लीं?
यरूशलेम की दीवार को तोड़ने के बाद योआश सामरिया लौट आया और सभी क़ीमती सामान और बंधक ले गया।
2 Chronicles 25:25
यहूदा का राजा अमस्याह इस्राएल के राजा योआश की मृत्यु के बाद कितने सालों तक जीवित रहा?
अमस्याह योआश की मृत्यु के पंद्रह साल बाद तक जीवित रहा।
2 Chronicles 25:26
अमस्याह के विषय में अन्य बातें कहां लिखी गयी हैं?
अमस्याह के विषय में अन्य मामले यहूदा और इस्राएल के राजाओं की पुस्तक में लिखे गए हैं।
2 Chronicles 25:27
जब अमस्याह ने यहोवा के पीछे चलना छोड़ा तब उसके विरुद्ध क्या शुरू हुआ?
जब अमस्याह ने यहोवा के पीछे चलना छोड़ा तब उसके विरुद्ध एक षड्यंत्र शुरू हो गया।
लाकीश में मारे जाने के बाद अमस्याह को कहाँ दफनाया गया था?
अमस्याह को यहूदा के नगर में अपने पूर्वजों के साथ दफनाया गया था।
2 Chronicles 25:28
लाकीश में मारे जाने के बाद अमस्याह को कहाँ दफनाया गया था?
अमस्याह को यहूदा के नगर में अपने पूर्वजों के साथ दफनाया गया था।
2 Chronicles 26
2 Chronicles 26:1
उज्जिय्याह को अपने पिता अमस्याह की मृत्यु के बाद राजा किसने बनाया?
यहूदा के लोगों ने उज्जिय्याह को लिया और अपने पिता अमस्याह के स्थान पर राजा बना दिया।
2 Chronicles 26:2-3
उज्जिय्याह ने राजा बनने के बाद एलोत शहर में क्या किया?
उज्जिय्याह ने एलोत को दुबारा बनाकर यहूदा में फिर मिला लिया।
2 Chronicles 26:4
उज्जिय्याह ने अपने पिता के समान यहोवा के साथ अपने संबंधों का कैसे पालन किया?
उज्जिय्याह ने यहोवा की दृष्टि में सही किया और खुद को परमेश्वर की तलाश करने के लिए तैयार किया।
2 Chronicles 26:5
उज्जिय्याह ने अपने पिता के समान यहोवा के साथ अपने संबंधों का कैसे पालन किया?
उज्जिय्याह ने यहोवा की दृष्टि में सही किया और खुद को परमेश्वर की तलाश करने के लिए तैयार किया।
उज्जिय्याह के साथ क्या हुआ जब तक कि उसने यहोवा की खोज करता रहा?
जब तक उज्जिय्याह ने यहोवा की खोज की, तब तक परमेश्वर ने उसे समृद्ध बनाया।
2 Chronicles 26:6
परमेश्वर का उज्जिय्याह की मदद करने का नतीजा क्या हुआ क्योंकि वह उसके दुश्मनों के खिलाफ लड़ा था?
परमेश्वर ने उज्जिय्याह को अपने दुश्मनों के खिलाफ लड़ने में मदद की, और उनकी प्रसिद्धि अन्य देशों में फैल गई, और वह बहुत शक्तिशाली हो गया।
2 Chronicles 26:7
परमेश्वर का उज्जिय्याह की मदद करने का नतीजा क्या हुआ क्योंकि वह उसके दुश्मनों के खिलाफ लड़ा था?
परमेश्वर ने उज्जिय्याह को अपने दुश्मनों के खिलाफ लड़ने में मदद की, और उनकी प्रसिद्धि अन्य देशों में फैल गई, और वह बहुत शक्तिशाली हो गया।
2 Chronicles 26:8
परमेश्वर का उज्जिय्याह की मदद करने का नतीजा क्या हुआ क्योंकि वह उसके दुश्मनों के खिलाफ लड़ा था?
परमेश्वर ने उज्जिय्याह को अपने दुश्मनों के खिलाफ लड़ने में मदद की, और उनकी प्रसिद्धि अन्य देशों में फैल गई, और वह बहुत शक्तिशाली हो गया।
2 Chronicles 26:9
उज्जिय्याह ने यरूशलेम में और जंगल में फाटकों पर क्या बनाया?
उज्जिय्याह ने यरूशलेम के कोने के फाटक और मोड़ की दीवार पर गुम्मट बनवाया। उन्होंने जंगल में गुम्मट भी बनाया।
2 Chronicles 26:10
उज्जिय्याह ने यरूशलेम में और जंगल में फाटकों पर क्या बनाया?
उज्जिय्याह ने यरूशलेम के कोने के फाटक और मोड़ की दीवार पर गुम्मट बनवाया। उन्होंने जंगल में गुम्मट भी बनाया।
उज्जिय्याह ने गुम्मट को क्यों बनाया, और उसने जंगल में हौद क्यों खुदवाए?
उज्जिय्याह ने जंगल में गुम्मट और हौद का निर्माण किया क्योंकि उनके पास मवेशी और खेती करने वाले लोग थे और उसे खेती पसंद थी।
2 Chronicles 26:11-12
उज्जिय्याह की सेना युद्ध कैसे करती थी?
उज्जिय्याह की सेना ने राजा के दुश्मन के खिलाफ राजा की मदद करने के लिए शक्ति के साथ युद्ध करती थी।
2 Chronicles 26:13
उज्जिय्याह की सेना युद्ध कैसे करती थी?
उज्जिय्याह की सेना ने राजा के दुश्मन के खिलाफ राजा की मदद करने के लिए शक्ति के साथ युद्ध करती थी।
2 Chronicles 26:14
यरूशलेम में कुशल पुरुषों ने क्या बनाया था जिससे कि उज्जिय्याह ने अपनी सेना को सुसज्जित किया था?
यरूशलेम में, उज्जिय्याह ने ऐसे यन्त्र बनाए जिनका कुशल पुरुषों ने आविष्कार किया था।
2 Chronicles 26:15
यरूशलेम में कुशल पुरुषों ने क्या बनाया था जिससे कि उज्जिय्याह ने अपनी सेना को सुसज्जित किया था?
यरूशलेम में, उज्जिय्याह ने ऐसे यन्त्र बनाए जिनका कुशल पुरुषों ने आविष्कार किया था।
उज्जिय्याह की कीर्ति कहाँ तक फैल गई जब तक यहोवा ने उसकी बहुत मदद की, जब तक की वह बहुत शक्तिशाली नहीं हो गया,?
उज्जिय्याह की कीर्ति दूर-दूर तक फ़ैल गई।
2 Chronicles 26:16
जब उज्जिय्याह शक्तिशाली हो गया, तब उसऩे अपने परमेश्वर यहोवा के विरूद्ध कैसे विश्वासघात किया?
उज्जिय्याह ने यहोवा के विरूद्ध विश्वासघात किया जब वह वेदी पर धूप जलाने के लिए यहोवा के भवन में गया।
2 Chronicles 26:17
उज्जिय्याह के बाद अजर्याह और अस्सी याजक अंदर क्यों गए, और अजर्याह ने क्यों कहा कि उज्जिय्याह ने पवित्रस्थान में धूप जलाए जाने पर विश्वासघात किया था?
याजक ने उज्जिय्याह से कहा कि केवल याजक जो हारून के पुत्र हैं, जिन्हें पवित्र स्थान में धूप जलाने के लिए पवित्र किया गया है, जब उज्जिय्याह ने यहोवा को धूप जलाया तब उसने विश्वासघात किया ।
2 Chronicles 26:18
उज्जिय्याह के बाद अजर्याह और अस्सी याजक अंदर क्यों गए, और अजर्याह ने क्यों कहा कि उज्जिय्याह ने पवित्रस्थान में धूप जलाए जाने पर विश्वासघात किया था?
याजक ने उज्जिय्याह से कहा कि केवल याजक जो हारून के पुत्र हैं, जिन्हें पवित्र स्थान में धूप जलाने के लिए पवित्र किया गया है, जब उज्जिय्याह ने यहोवा को धूप जलाया तब उसने विश्वासघात किया ।
2 Chronicles 26:19
उज्जिय्याह के साथ क्या हुआ जब उसने धूप जलाने के लिए अपने हाथ में एक धूपदान पकड़ रखा था, और जब वह याजकों से नाराज था?
जब उज्जिय्याह ने एक धूपदान पकड़ रखा था, और जब वह याजकों से नाराज हो गया, तो उसके माथे पर कुष्ठ रोग प्रगट हुआ।
2 Chronicles 26:20
उज्जिय्याह के माथे पर कुष्ठ रोग क्यों प्रगट हुआ?
उज्जिय्याह के माथे पर कुष्ठरोग प्रगट हुआ क्योंकि यहोवा ने उसे कोढी कर दिया था।
2 Chronicles 26:21-22
उज्जिय्याह को अपनी मृत्यु के दिन तक एक अलग घर में क्यों रहना पड़ा?
उज्जिय्याह को एक अलग घर में रहना पड़ा क्योंकि वह कुष्ठरोगी था और उसे यहोवा के भवन से अलग किया गया था।
2 Chronicles 26:23
उज्जिय्याह की मृत्यु के बाद कौन राजा बना और उसे अपने पूर्वजों के साथ दफनाया गया?
उज्जिय्याह का पुत्र योताम, उसके स्थान पर राजा बना।
2 Chronicles 27
2 Chronicles 27:1
यहूदा का राजा बनने के समय योताम कितने वर्ष का था और उसने कब तक शासन किया?
जब वह राजा बना तो योताम पच्चीस वर्ष का था और उसने यरूशलेम पर सोलह वर्ष तक राज्य किया।
2 Chronicles 27:2
यहूदा के लोग कैसे काम करते थे, भले ही योताम ने यहोवा की दृष्टि में जो सही था वही किया?
यहूदा के लोग अभी भी बुरे तरीकों से व्यवहार करते थे, जबकि योताम ने यहोवा की दृष्टि में जो सही था वही किया था।
2 Chronicles 27:3
योताम ने यरूशलेम में क्या बनाया?
योताम ने यहोवा के भवन के ऊपरवाले फाटक को बनाया, और ओपेल की शहरपनाह पर बहुत कुछ बनवाया।
2 Chronicles 27:4
योताम ने पहाड़ी देश और यहूदा के जंगलों में क्या बनाया?
योताम ने पहाड़ी देश में शहरों का निर्माण किया, और यहूदा के जंगलों में महलों और गढ और गुम्मट का निर्माण किया।
2 Chronicles 27:5
अम्मोनियों ने योताम को चांदी, गेहूं और जौ क्यों दिया?
अम्मोनियों ने योताम को चांदी, गेहूं और जौ दिया क्योंकि वह उनके साथ लड़ा था और उन्हें पराजित कर दिया था।
2 Chronicles 27:6-8
योताम शक्तिशाली क्यों हो गया?
योताम शक्तिशाली हो गया क्योंकि वह दृढ़ता से अपने परमेश्वर यहोवा के सामने सीधी चाल चलता था।
2 Chronicles 27:9
जब योताम की मृत्यु हो गई तो उसे कहाँ दफनाया गया?
योताम को दाऊद के शहर में दफनाया गया था।
योताम की मृत्यु के बाद कौन यहूदा का राजा बना?
योताम का पुत्र आहाज, उसके स्थान पर राजा बना।
2 Chronicles 28
2 Chronicles 28:1
आहाज ने अपने पूर्वज दाऊद के समान क्या नहीं किया?
आहाज ने जो यहोवा की दृष्टि में सही था वैसा नहीं किया, जैसा की उसके पूर्वजों ने किया था।
2 Chronicles 28:2
आहाज ने इस्राएल के राजाओं के मार्गों पर चलते हुए क्या किया?
आहाज ने बाल की मूर्तियां ढालकर बनवाईं।
2 Chronicles 28:3-4
आहाज ने बाल कि मूर्तियाँ बनाने, धूप चढ़ाने और इस्राएल के लोगों के घिनौने कामों के अनुसार जब यहोवा ने उन्हें इस्राइलियों के सामने देश से निकल दिया था उसके बाद उसने अपने बच्चों के साथ क्या किया?
आहाज ने अपने बच्चों को होमबलि के रूप में चढ़ा दिया।
2 Chronicles 28:5
अरामियों के हाथों से और इस्राएल के राजा के हाथों से आहाज की हार का क्या कारण था?
अहाज अरामियों और इस्राएल के राजा के हाथों पराजित हुआ क्योंकि वह और उसके लोगों ने अपने पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा को त्याग दिया था।
2 Chronicles 28:6-7
अरामियों के हाथों से और इस्राएल के राजा के हाथों से आहाज की हार का क्या कारण था?
अहाज अरामियों और इस्राएल के राजा के हाथों पराजित हुआ क्योंकि वह और उसके लोगों ने अपने पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा को त्याग दिया था।
2 Chronicles 28:8
इस्राएल की सेना सामरिया में क्या लेकर आये ?
इस्राएल की सेना ने अपने भाइयों में से लोगों को बंदी बनाया, और उन्होंने बहुत लूट भी छीनकर सामरिया वापस ले गए।
2 Chronicles 28:9
शोमरोन में आने वाली सेना से मिलने के लिए कौन बाहर गया?
यहोवा के एक भविष्यवक्ता ओबेद सेना से मिलने आए।
ओदेद के सेना के खिलाफ लगाय गए आरोप क्या थे?
ओदेद ने सेना पर यहूदा के लोगों को क्रोध से मारने का आरोप लगाया जिसकी चिल्लाहट स्वर्ग तक पहुंचने वाली है।
2 Chronicles 28:10
ओदेद ने इस्राएलियों को यरूशलेम से लाये गए दासों के रूप में कैदियों के साथ क्या करने के लिए कहा था?
ओदेद ने सेना को कैदियों को वापस भेजने के लिए कहा, क्योंकि यहोवा का क्रोध उन पर था।
2 Chronicles 28:11-12
ओदेद ने इस्राएलियों को यरूशलेम से लाये गए दासों के रूप में कैदियों के साथ क्या करने के लिए कहा था?
ओदेद ने सेना को कैदियों को वापस भेजने के लिए कहा, क्योंकि यहोवा का क्रोध उन पर था।
2 Chronicles 28:13
एप्रैम के लोगों के प्रधानों ने क्या कहा था कि वे कैदियों को सामरिया में किस वजह से नहीं लाएंगे?
प्रधानों ने कहा कि यहोवा के खिलाफ हमारा पाप बढ जाएगा और यहोवा का इस्राएल पर बहुत क्रोध भड़केगा।
2 Chronicles 28:14
प्रधानों ने कैदियों के साथ क्या किया जब हथियारबंद पुरुषों ने कैदियों को उनके सामने छोड़ दिया?
प्रधानों ने उन्हें कपडे पहनाये, उन्हें जूतियाँ पहनाईं, उन्हें खाने के लिए और खाना और पानी दिया, उनके घावों का इलाज किया, निर्बल लोगों को गदहों पर चढाया और उन्हें वापस यरीहो में अपने परिवारों में वापस पहुँचा दिया।
2 Chronicles 28:15
प्रधानों ने कैदियों के साथ क्या किया जब हथियारबंद पुरुषों ने कैदियों को उनके सामने छोड़ दिया?
प्रधानों ने उन्हें कपडे पहनाये, उन्हें जूतियाँ पहनाईं, उन्हें खाने के लिए और खाना और पानी दिया, उनके घावों का इलाज किया, निर्बल लोगों को गदहों पर चढाया और उन्हें वापस यरीहो में अपने परिवारों में वापस पहुँचा दिया।
2 Chronicles 28:16
राजा आहाज को अश्शूर के राजाओं को दूत भेज कर मदद मांगने की क्या आवयश्कता पड़ी?
आहाज के लिए अश्शूर के राजाओं से मदद मांगने की आवयश्कता पड़ी क्योंकि एदोमियों ने यहूदा पर हमला किया था और पलिश्तियों ने निचले इलाकों और यहूदा के नेगेव के नगरों पर हमला किया था।
2 Chronicles 28:17
राजा आहाज को अश्शूर के राजाओं को दूत भेज कर मदद मांगने की क्या आवयश्कता पड़ी?
आहाज के लिए अश्शूर के राजाओं से मदद मांगने की आवयश्कता पड़ी क्योंकि एदोमियों ने यहूदा पर हमला किया था और पलिश्तियों ने निचले इलाकों और यहूदा के नेगेव के नगरों पर हमला किया था।
2 Chronicles 28:18
राजा आहाज को अश्शूर के राजाओं को दूत भेज कर मदद मांगने की क्या आवयश्कता पड़ी?
आहाज के लिए अश्शूर के राजाओं से मदद मांगने की आवयश्कता पड़ी क्योंकि एदोमियों ने यहूदा पर हमला किया था और पलिश्तियों ने निचले इलाकों और यहूदा के नेगेव के नगरों पर हमला किया था।
2 Chronicles 28:19-20
आहाज ने क्या किया जिससे यहोवा ने यहूदा को दबा दिया?
यहूदा को दबा दिया गया क्योंकि आहाज ने बुरा काम किया था और यहोवा के खिलाफ बहुत पाप किया था।
2 Chronicles 28:21
आहाज ने यहोवा के भवन और राजा के घरों और हकीमों को क्यों लूटा?
आहाज ने अश्शूर के राजाओं को बहुमूल्य वस्तुएं देने के लिए यहोवा के भवन और राजा के घरों और हकीमों को लूटा।
2 Chronicles 28:22
किस चीज़ ने आहाज और सारे इस्राएल को विनाश कर दिया?
आहाज ने यहोवा के विरूद्ध पाप किया और दमिश्क के देवताओं को बलिदान चढाया।
2 Chronicles 28:23
किस चीज़ ने आहाज और सारे इस्राएल को विनाश कर दिया?
आहाज ने यहोवा के विरूद्ध पाप किया और दमिश्क के देवताओं को बलिदान चढाया।
2 Chronicles 28:24
आहाज ने परमेश्वर के भवन के सामानों के साथ क्या किया?
आहाज ने सामानों को तोड़ डाला और यहोवा के भवन के द्वारों को बंद कर दिए।
आहाज ने यरूशलेम के हर कोने में अपने लिए वेदियों को बनवाया और यहूदा के हर शहर में अन्य देवताओं के लिए बलि चढ़ाने के लिए मंदिर बनवाया इसका क्या नतीजा निकला?
आहाज के कर्मों का नतीजा यह निकला कि उसने अपने पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा के क्रोध को और भड़का दिया ।
2 Chronicles 28:25
आहाज ने यरूशलेम के हर कोने में अपने लिए वेदियों को बनवाया और यहूदा के हर शहर में अन्य देवताओं के लिए बलि चढ़ाने के लिए मंदिर बनवाया इसका क्या नतीजा निकला?
आहाज के कर्मों का नतीजा यह निकला कि उसने अपने पूर्वजों के परमेश्वर यहोवा के क्रोध को और भड़का दिया ।
2 Chronicles 28:26
आहाज के और कामों का वर्णन कहां किया गया है?
आहाज के और कामों का वर्णन इस्राएल और यहूदा के राजाओं के इतिहास की पुस्तक में किया गया है।
2 Chronicles 28:27
आहाज की मृत्यु और उसे यरूशलेम में दफनाने के बाद कौन राजा बना ?
आहाज का पुत्र हिजकिय्याह उसके स्थान पर राजा बना।
2 Chronicles 29
2 Chronicles 29:1
हिजकिय्याह ने पच्चीस वर्ष की उम्र में शासन करने के समय पर लिए किस उदाहरण का पालन किया?
हिजकिय्याह ने अपने पूर्वजों दाऊद के उदाहरण का पालन किया और यहोवा की दृष्टि में वही किया जो सही था।
2 Chronicles 29:2
हिजकिय्याह ने पच्चीस वर्ष की उम्र में शासन करने के समय पर लिए किस उदाहरण का पालन किया?
हिजकिय्याह ने अपने पूर्वजों दाऊद के उदाहरण का पालन किया और यहोवा की दृष्टि में वही किया जो सही था।
2 Chronicles 29:3
हिजकिय्याह ने लेवियों को यहोवा के भवन के द्वार खोलने और उन्हें मरम्मत करने के बाद क्या करने के लिए कहा ?
हिजकिय्याह ने लेवियों से खुद को पवित्र करने, यहोवा के भवन को पवित्र करने और पवित्र स्थान से अशुद्धता को दूर करने के लिए कहा।
2 Chronicles 29:4
हिजकिय्याह ने लेवियों को यहोवा के भवन के द्वार खोलने और उन्हें मरम्मत करने के बाद क्या करने के लिए कहा ?
हिजकिय्याह ने लेवियों से खुद को पवित्र करने, यहोवा के भवन को पवित्र करने और पवित्र स्थान से अशुद्धता को दूर करने के लिए कहा।
2 Chronicles 29:5
हिजकिय्याह ने लेवियों को यहोवा के भवन के द्वार खोलने और उन्हें मरम्मत करने के बाद क्या करने के लिए कहा ?
हिजकिय्याह ने लेवियों से खुद को पवित्र करने, यहोवा के भवन को पवित्र करने और पवित्र स्थान से अशुद्धता को दूर करने के लिए कहा।
2 Chronicles 29:6
हिजकिय्याह ने क्या कहा था जो कि उनके पूर्वजों ने यहोवा की दृष्टि में किया था?
हिजकिय्याह ने कहा कि उनके पूर्वजों ने विश्वासघात किया और जो वह किया जो उनके परमेश्वर यहोवा की दृष्टि में बुरा था।
उनके पूर्वजों ने उस स्थान पर क्या नहीं किया जहां यहोवा रहता था?
उनके पूर्वजों ने इस्राएल के परमेश्वर के लिए पवित्र स्थान में धूप नहीं जलाया और ना होमबलि चढ़ाया।
2 Chronicles 29:7
उनके पूर्वजों ने उस स्थान पर क्या नहीं किया जहां यहोवा रहता था?
उनके पूर्वजों ने इस्राएल के परमेश्वर के लिए पवित्र स्थान में धूप नहीं जलाया और ना होमबलि चढ़ाया।
2 Chronicles 29:8
यहूदा और यरूशलेम पर यहोवा के क्रोध का नतीजा क्या हुआ?
यहोवा ने यहूदा और यरूशलेम को आतंक, डरावनी और घृणित वस्तुओं का विषय बना दिया।
2 Chronicles 29:9
यहोवा के क्रोध के कारण उनके पूर्वजों, बेटों, बेटियों और पत्नियों के साथ क्या हुआ?
उनके पिता तलवार से मारे गए और उनके बेटे-बेटियाँ और पत्नियों को यहोवा के क्रोध के कारण बँधुआई में चली गई।
2 Chronicles 29:10-14
हिजकिय्याह ने क्या करने का प्रस्ताव दिया ताकि यहोवा का क्रोध उनसे दूर हो जाए?
हिजकिय्याह ने प्रस्ताव दिया कि वे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा के साथ एक वाचा बांधे।
2 Chronicles 29:15
लेवियों ने अपने भाइयों को इकट्ठा करने के बाद क्या किया?
लेवियों और उनके भाइयों ने खुद को यहोवा के लिए समर्पित किया, और यहोवा के भवन को शुद्ध करने के लिए चले गए।
2 Chronicles 29:16
याजकों ने यहोवा के मन्दिर को साफ़ करते समय जो अशुद्ध वस्तुएं पायी, उसके साथ उन्होंने क्या किया?
याजकों ने सारी गंदगी ली और उसे किद्रोन नदी के नाले में पहुँचा दिया।
2 Chronicles 29:17
याजकों को यहोवा के भवन को पवित्र करने में कितना समय लगा?
याजकों ने पहले महीने के पहले दिन पर शुरू किया और पहले महीने के सोलहवें दिन पर खत्म किया।
2 Chronicles 29:18
याजक ने हिजकिय्याह को क्या कहा, जब उन्होंने यहोवा के सारे घर को शुद्ध करने के अलावा ठीक किया और पवित्र किया था?
यहोवा के सभी घरों को शुद्ध करने के अलावा, याजकों ने उन सभी उपकरणों को ठीक किया और पवित्र किया जिन्हें राजा आहाज ने अपने शासनकाल के दौरान विश्वासघात करके फैंक दिए थे।
2 Chronicles 29:19
याजक ने हिजकिय्याह को क्या कहा, जब उन्होंने यहोवा के सारे घर को शुद्ध करने के अलावा ठीक किया और पवित्र किया था?
यहोवा के सभी घरों को शुद्ध करने के अलावा, याजकों ने उन सभी उपकरणों को ठीक किया और पवित्र किया जिन्हें राजा आहाज ने अपने शासनकाल के दौरान विश्वासघात करके फैंक दिए थे।
2 Chronicles 29:20
हिजकिय्याह ने याजकों को यहूदा के पापबलि के रूप में लाए गए जानवरों के साथ क्या करने का आदेश दिया?
हिजकिय्याह ने याजकों को यहोवा की वेदी पर जानवरों को चढ़ाने के लिए कहा।
2 Chronicles 29:21
हिजकिय्याह ने याजकों को यहूदा के पापबलि के रूप में लाए गए जानवरों के साथ क्या करने का आदेश दिया?
हिजकिय्याह ने याजकों को यहोवा की वेदी पर जानवरों को चढ़ाने के लिए कहा।
2 Chronicles 29:22
याजकों ने जानवरों को क्यों मार डाला और वेदी पर उनका लहू क्यों छिड़क दिया?
याजकों ने जानवरों को मार डाला और वेदी पर उनके लहू को सभी इस्राएलियों के प्रायश्चित के लिए छिड़क दिया। पूरे इस्राएलियों के लिए होमबलि और पापबलि चढ़ाया जाना था।
2 Chronicles 29:23
याजकों ने जानवरों को क्यों मार डाला और वेदी पर उनका लहू क्यों छिड़क दिया?
याजकों ने जानवरों को मार डाला और वेदी पर उनके लहू को सभी इस्राएलियों के प्रायश्चित के लिए छिड़क दिया। पूरे इस्राएलियों के लिए होमबलि और पापबलि चढ़ाया जाना था।
2 Chronicles 29:24
याजकों ने जानवरों को क्यों मार डाला और वेदी पर उनका लहू क्यों छिड़क दिया?
याजकों ने जानवरों को मार डाला और वेदी पर उनके लहू को सभी इस्राएलियों के प्रायश्चित के लिए छिड़क दिया। पूरे इस्राएलियों के लिए होमबलि और पापबलि चढ़ाया जाना था।
2 Chronicles 29:25-26
यहोवा के भवन में लेवियों और उनके उपकरणों की व्यवस्था करने के लिए आदेश किससे आया?
आदेश उनके भविष्यद्वक्ताओं के माध्यम से यहोवा से आया था।
2 Chronicles 29:27
सभी सभाओं की आराधना करने और होमबलि के दौरान गायन और संगीत कितना समय तक चलता रहा?
जब तक होमबलि समाप्त नहीं हुआ तब तक गायन और संगीत चलता रहा।
2 Chronicles 29:28-29
सभी सभाओं की आराधना करने और होमबलि के दौरान गायन और संगीत कितना समय तक चलता रहा?
जब तक होमबलि समाप्त नहीं हुआ तब तक गायन और संगीत चलता रहा।
2 Chronicles 29:30
लेवियों का रवैया क्या था जब उन्होंने दाऊद और आसाप के शब्दों का इस्तेमाल करके यहोवा की स्तुति की थी?
लेवियों ने खुशी के साथ स्तुति की और उन्होंने सर झुकाकर दंडवत किया।
2 Chronicles 29:31
सभा यहोवा के भवन में क्या लाई?
सभा ने मेलबलि और धन्यवाद-बलि चढ़ाया, और जिनके मन की इच्छा थी, उन्होंने होमबलि चढ़या।
2 Chronicles 29:32
होमबलि के रूप में सभा किस तरह के जानवरों को लाये?
सभा बैल, मेढ़े, भेड़ के बच्चे, बैल और भेड़ों को होमबलि के लिए लाये।
2 Chronicles 29:33
होमबलि के रूप में सभा किस तरह के जानवरों को लाये?
सभा बैल, मेढ़े, भेड़ के बच्चे, बैल और भेड़ों को होमबलि के लिए लाये।
2 Chronicles 29:34
याजकों ने होमबलि की त्वचा को उतारने के लिए लेवियों से मदद क्यों मांगी?
याजकों ने होमबलि की त्वचा को उतारने के लिए लेवियों से मदद इसलिये मांगी क्योंकि स्वयं काम करने के लिए बहुत कम याजक थे।
2 Chronicles 29:35
हिजकिय्याह और सब लोग क्या करते जब यहोवा के भवन की सेवा की व्यवस्था ठीक की जाती थी?
हिजकिय्याह और सब लोग आनन्दित हुए।
2 Chronicles 29:36
हिजकिय्याह और सब लोग क्या करते जब यहोवा के भवन की सेवा की व्यवस्था ठीक की जाती थी?
हिजकिय्याह और सब लोग आनन्दित हुए।
2 Chronicles 30
2 Chronicles 30:1
हिजकिय्याह ने दूतों को कहां भेजा और किसको पत्र लिखा?
हिजकिय्याह ने सभी इस्राएल और यहूदा के लिए दूत भेजे, और एप्रैम और मनश्शे को पत्र लिखे।
हिजकिय्याह के संदेश ने उन्हें क्या बताया?
संदेश ने उन्हें बताया कि उन्हें फसह मनाने के लिए यरूशलेम में यहोवा के भवन में आना चाहिए।
2 Chronicles 30:2
दूसरे महीने में फसह मनाने के लिए, किन्होंने आपस में सम्मति करी?
वे राजा, उसके नेता और यरूशलेम में की सभी सभाएं थीं।
2 Chronicles 30:3
वे तुरंत फसह का जश्न क्यों नहीं मना सकते थे?
वे तुरंत फसह का जश्न मना नहीं सकते थे, क्योंकि वहां पर्याप्त संख्या में पवित्र याजक नहीं थे, न ही लोग यरूशलेम में इकट्ठे हुए थे।
2 Chronicles 30:4
यह योजना राजा और सारी सभा को कैसी लगी ?
यह योजना उनकी आंखों में सही लगी।
2 Chronicles 30:5
राजा और सारी सभा ने क्या ठहराया और क्या किया ?
उन्होंने एक हुक्मनामे की स्थापना की और एक घोषणा की।
घोषणा कहां तक गई?
घोषणा पुरे इस्राएल में, बेर्शेबा से दान तक गई।
घोषणा में क्या कहा गया?
घोषणा में कहा गया है कि लोगों को यरूशलेम में यहोवा के फसह का जश्न मनाने के लिए आना चाहिए।
2 Chronicles 30:6-8
घोषणा किस तरह से हुई?
राजा और उसके हाकिमों से पत्र लेकर पत्र-वाहक संपूर्ण इस्राएल और यहूदा में प्रचार करते फिरे।
2 Chronicles 30:9
अगर लोग यहोवा के पास लौट आए तो घोषणा क्या होगी?
भाइयों और बच्चों को उन लोगों से करुणा मिलेगी जो उन्हें कैदियों के रूप में ले गए हैं, और वे वापस इस्राएल आ जायेंगे ।
2 Chronicles 30:10
पत्र-वाहक कहाँ गए और लोगों कि क्या प्रतिक्रिया थी?
पत्र-वाहक पूरे एप्रैम और मनश्शे से लेकर जबूलून तक शहर शहर जाते थे, लेकिन उन्होंने उनकी हँसी की, और उनका मज़ाक उडाया।
2 Chronicles 30:11
किसने खुद को दीन किया और उन्होंने क्या किया?
आशेर, मनश्शे और जबूलून के कुछ लोगों ने खुद को दीन किया और यरूशलेम आए।
2 Chronicles 30:12
यहोवा के हाथ ने क्या किया और क्या हो गया?
यहोवा ने यहूदा में ऐसा सामर्थी कार्य किया कि वे एक मन होकर आज्ञा मानने को तैयार हुए।
2 Chronicles 30:13
दूसरे महीने में अखमीरी रोटी के त्यौहार का जश्न मनाने के लिए यरूशलेम में कितने लोग इकट्ठे हुए?
यरूशलेम में एक बहुत बड़ी सभा, बहुत से लोग इकट्ठे हुए, ।
2 Chronicles 30:14
यरूशलेम में इकट्ठे हुए लोगों ने क्या किया?
उन्होंने वेदियों और धूप जलाने के सब स्थानों को उठाकर किद्रोन में फैंक दिया। तब उन्होंने दूसरे महीने के चौदहवें दिन फसह के भेड़ के बच्चे को मार डाला।
2 Chronicles 30:15
यरूशलेम में इकट्ठे हुए लोगों ने क्या किया?
उन्होंने वेदियों और धूप जलाने के सब स्थानों को उठाकर किद्रोन में फैंक दिया। तब उन्होंने दूसरे महीने के चौदहवें दिन फसह के भेड़ के बच्चे को मार डाला।
याजक और लेविय किस बात पर लज्जित हुए?
उन्होंने खुद को पवित्र किया और यहोवा के भवन में होमबलि लाये।
2 Chronicles 30:16
वे कैसे खड़े हुए और याजकों ने क्या किया?
वे मूसा की व्यवस्था के अनुसार, अपने-अपने स्थानों पर खडे हुए, और याजकों ने खून छिड़क दिया।
2 Chronicles 30:17
याजकों ने लेवियों से लिए खून को क्यों छिड़क दिया?
क्योंकि बहुतों ने खुद को पवित्र नहीं किया था, और लेविय फसह के भेड़ के बच्चे को मारने का प्रभारी था, और याजकों ने उनसे छिड़कने के लिए लिया था।
2 Chronicles 30:18
हिजकिय्याह ने एप्रैम, मनश्शे, इस्साकार और जबूलून के लोगों के लिए प्रार्थना क्यों की, और उन्होंने क्या प्रार्थना की?
बहुत से लोगों ने खुद को शुद्ध नहीं किया था और लिखित निर्देशों के विरुद्ध फसह का भोजन खाया था। इसलिए हिजकिय्याह ने उन लोगों को क्षमा करने के लिए परमेश्वर से प्रार्थना की जिन्होंने अपने दिल को परमेश्वर की खोज में मन लगाया हुआ है, हालांकि वे पवित्रस्थान की विधि के अनुसार शुद्ध नहीं थे।
2 Chronicles 30:19
हिजकिय्याह ने एप्रैम, मनश्शे, इस्साकार और जबूलून के लोगों के लिए प्रार्थना क्यों की, और उन्होंने क्या प्रार्थना की?
बहुत से लोगों ने खुद को शुद्ध नहीं किया था और लिखित निर्देशों के विरुद्ध फसह का भोजन खाया था। इसलिए हिजकिय्याह ने उन लोगों को क्षमा करने के लिए परमेश्वर से प्रार्थना की जिन्होंने अपने दिल को परमेश्वर की खोज में मन लगाया हुआ है, हालांकि वे पवित्रस्थान की विधि के अनुसार शुद्ध नहीं थे।
2 Chronicles 30:20
प्रार्थना के जवाब में यहोवा ने क्या किया?
यहोवा ने हिजकिय्याह की प्रार्थना सुनी और लोगों को चंगा किया।
2 Chronicles 30:21
इस्त्राएलियों, लेवियों और याजकों ने क्या किया?
लोगों ने बडे आनन्द के साथ सात दिनों तक महोत्सव मनाया। लेवियों और याजकों ने यहोवा को ऊंचे शब्द के वाद्यों के साथ भजन गाते हुए यहोवा की स्तुति की।
2 Chronicles 30:22
हिजकिय्याह ने उन लेवीवंशियों से जो यहोवा की सेवा को समझते थे कैसे वचन कहे, और तब उन्होंने क्या किया?
हिजकिय्याह ने उन्हें प्रोत्साहित किया और उन्होंने पूरे त्यौहार में सातों दिनों तक खाया, मेलबलि चढाया और यहोवा को अंगीकार किया।
2 Chronicles 30:23
सारी सभा ने क्या करने का फैसला किया जब हिजकिय्याह ने सभा को एक हजार बैल और सात हजार भेड़ें दीं, और हकीमों ने एक हजार बैल और दस हजार भेड़ और बकरियां दीं?
पूरी सभा ने सात दिनों तक जश्न मनाने का फैसला किया, और उन्होंने उसे खुशी से किया।
2 Chronicles 30:24
सारी सभा ने क्या करने का फैसला किया जब हिजकिय्याह ने सभा को एक हजार बैल और सात हजार भेड़ें दीं, और हकीमों ने एक हजार बैल और दस हजार भेड़ और बकरियां दीं?
पूरी सभा ने सात दिनों तक जश्न मनाने का फैसला किया, और उन्होंने उसे खुशी से किया।
2 Chronicles 30:25
उत्सव में लोग कौन आनन्दित थे?
यहूदा की सारी सभा, याजक, लेवि और इस्त्राएलियों कि सभा, इस्राएलियों से आए हुए और यहूदा में रहने वाले विदेशी लोग आनन्दित हुए।
2 Chronicles 30:26
उत्सव का वर्णन कैसे किया गया था?
यरूशलेम में बहुत खुशी हुई, और सुलैमान के समय से, यरूशलेम में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था।
2 Chronicles 30:27
उस के बाद उत्सव में याजक और लेवियों क्या किया?
उन्होंने लोगों को आशीर्वाद दिया और उनकी सुनी गई और उनकी प्रार्थना स्वर्ग तक पहुँची।
2 Chronicles 31
2 Chronicles 31:1
अखमीरी रोटी के त्यौहार का जश्न मनाने के बाद इस्राएलियों ने क्या किया?
इस्राएल के लोग यहूदा के नगरों में गए, पवित्र पत्थर के खंभे तोड़ दिए, अशेरा को काट डाला, यहूदा, बिन्यामीन, एप्रैम और मनश्शे में ऊँचे स्थानों और वेदियों को गिराया जब तक कि वे सब नष्ट नहीं हो गए।
इस्राएल के लोग ऐसा करने के बाद कहां गए?
वे अपनी भूमि और शहर को लौट गए।
2 Chronicles 31:2
हिजकिय्याह ने याजकों और लेवियों को उनके विभाजनों के अनुसार संगठित करने के बाद क्या करने के लिए दिया?
हिजकिय्याह ने उन्हें होमबलि चढ़ाने, मेलबलि चढ़ाने, सेवा करने, धन्यवाद देने और यहोवा के मंदिर के द्वारों पर स्तुति करने के लिए नियुक्त किया।
2 Chronicles 31:3
हिजकिय्याह ने किस हिस्से को सौंपा और कब पेश किया जाना था?
राजा की अपनी सम्पत्ति का एक भाग उसने होमबलियों के लिए ठहरा दिया अर्थात सबेरे और सांझ की होमबलि, विश्राम और नये चांद के दिनों और नियत समयों की होमबलि के लिए जैसा कि यहोवा की व्यवस्था में लिखा है।
2 Chronicles 31:4
हिजकिय्याह ने यरूशलेम के लोगों को ऐसा क्या करने के लिए आदेश दिया कि याजक और लेवी यहोवा के नियमों का पालन करने पर ध्यान दे सकें?
लोगों को याजक और लेवियों के लिए एक हिस्सा देना होगा।
2 Chronicles 31:5
जब लोगों के लिए आदेश निकला तो क्या हुआ?
इस्राएल के लोगों ने अन्न, नया दाखमधु, टटका तेल, मधु आदि खेती की सब भाँति की पहली उपज से भरपूर मात्रा में दिया। उन्होंने सभी चीजों का दसवां हिस्सा भी दिया।
2 Chronicles 31:6
यहूदा के नगरों में लोगों ने आदेश के बारे में क्या किया?
यहूदा के नगरों के लोगों ने बैलों और भेड-बकरियों का दशमांश, और उन पवित्र वस्तुओं का दशमांश, जो उनके परमेश्वर यहोवा के निमित पवित्र की गई थी, लाकर ढेर करके डाल दिया।
2 Chronicles 31:7
वे कौन से महीने थे जब लोगों ने ढेर लगाए थे?
लोगों ने तीसरे महीने में ढेर लगाए और सातवें महीने में ढेर खत्म कर दिये।
2 Chronicles 31:8
जब उन्होंने ढेर को देखा तो यहोवा और लोगों को किसने आशीर्वाद दिया?
हिजकिय्याह और हाकिमों ने यहोवा और लोगों को आशीर्वाद दिया।
2 Chronicles 31:9
मुख्य याजक अजर्याह ने हिजकिय्याह को कैसे उत्तर दिया जब उसने याजकों और लेवियों के ढेर के बारे में पूछा?
अजर्याह ने उत्तर दिया कि लोग दशमांश लाए हैं और उन्होंने उसे इन बड़े ढेर में डाल दिया। उसने हिजकिय्याह से कहा कि उन्होंने पेट भर के खा लिया है, और ये ढेर बच गए हैं क्योंकि यहोवा ने लोगों को आशीष दी हैं।
2 Chronicles 31:10
मुख्य याजक अजर्याह ने हिजकिय्याह को कैसे उत्तर दिया जब उसने याजकों और लेवियों के ढेर के बारे में पूछा?
अजर्याह ने उत्तर दिया कि लोग दशमांश लाए हैं और उन्होंने उसे इन बड़े ढेर में डाल दिया। उसने हिजकिय्याह से कहा कि उन्होंने पेट भर के खा लिया है, और ये ढेर बच गए हैं क्योंकि यहोवा ने लोगों को आशीष दी हैं।
2 Chronicles 31:11
हिजकिय्याह ने क्या तैयार करने का आदेश दिया और लोगों ने क्या किया?
हिजकिय्याह ने आदेश दिया कि यहोवा के भवन में कोठरियाँ को तैयार किया जाए। तब लोगों ने उसे तैयार किया और भेंट, दशमांश और पवित्र वस्तुएँ लाये।
2 Chronicles 31:12-15
हिजकिय्याह ने क्या तैयार करने का आदेश दिया और लोगों ने क्या किया?
हिजकिय्याह ने आदेश दिया कि यहोवा के भवन में कोठरियाँ को तैयार किया जाए। तब लोगों ने उसे तैयार किया और भेंट, दशमांश और पवित्र वस्तुएँ लाये।
हिजकिय्याह और अजर्याह ने कोठरियाँ के मुख्य अधिकारी के लिए किसे नियुक्त किया?
हिजकिय्याह और अजर्याह ने कोनन्याह को मुख्य अधिकारी और कनान्याह के भाई शिमी को कोनन्याह के नीचे नियुक्त किया।
2 Chronicles 31:16
कोरे और उसके साथ जितने थे उन्होंने किसको भेंटें को बांटा?
उन्होंने उनको बांटा जो पुरुष तीन वर्ष या उससे अधिक आयु के थे, और अपने-अपने दल के अनुसार अपनी-अपनी सेवा के कार्य के लिए प्रतिदिन के काम के अनुसार यहोवा के भवन में काम किया करते थे।
2 Chronicles 31:17
भेंटों को प्राप्त करने के लिए किनको चुना गया था?
उन्होंने लेवियों को जो बीस वर्ष या उस से ऊपर थे उनको दिया जो अपने-अपने दल के अनुसार, अपने-अपने काम करते थे।
2 Chronicles 31:18
कोरे और उसके साथ के लोगों से लेने से पहले लोगों ने क्या किया?
लोगों ने खुद को अपने सभी छोटे बच्चों, उनकी पत्नियों, और उनके बेटों बेटियों को वितरण से पहले पवित्र किया, जिन्हें उनकी वंशावली में गिना गया था।
2 Chronicles 31:19
याजकों के लिए क्या किया गया था जो लेवियों की वंशावली में से गिने गए थे?
वहां पुरुषों को उन सभी पुरुषों को भाग देने के लिए नियुक्त किया गया था जो गांवों के चराईवाले मैदान में थे जो कि शहर या गांवों के खेतों में रहते थे।
2 Chronicles 31:20
हिजकिय्याह ने यह कहाँ पूरा किया और कैसे किया?
हिजकिय्याह ने पूरे यहूदा में यह पूरा किया और यह यहोवा के सामने अच्छा, सही और विश्वासयोग्य था।
2 Chronicles 31:21
हिजकिय्याह ने प्रत्येक काम को किस तरह से किया, और उसका नतीजा क्या हुआ?
हिजकिय्याह ने इन सभी कामों को अपने पूरे दिल से किया, और वह सफल हुआ।
2 Chronicles 32
2 Chronicles 32:1
अश्शूर के राजा सन्हेरीब ने यहूदा के साथ क्या किया?
उसने यहूदा में प्रवेश किया और शहरों पर हमला किया।
2 Chronicles 32:2
हिजकिय्याह ने अपने हाकिमों को मदद करने के लिए क्या कहा?
उसने उन सभी झरनों और धाराओं को रोकने के लिए कहा ताकि अश्शूर के राजा को पानी न मिल सके।
2 Chronicles 32:3
हिजकिय्याह ने अपने हाकिमों को मदद करने के लिए क्या कहा?
उसने उन सभी झरनों और धाराओं को रोकने के लिए कहा ताकि अश्शूर के राजा को पानी न मिल सके।
2 Chronicles 32:4
हिजकिय्याह ने अपने हाकिमों को मदद करने के लिए क्या कहा?
उसने उन सभी झरनों और धाराओं को रोकने के लिए कहा ताकि अश्शूर के राजा को पानी न मिल सके।
2 Chronicles 32:5
हिजकिय्याह ने दुश्मनों के हमले से बचाने के लिए क्या किया?
उन्होंने शहरपनाह का निर्माण किया और बड़ी मात्रा में हथियारों का निर्माण करवाया।
2 Chronicles 32:6
हिजकिय्याह ने अपने लोगों को उत्साहित करने के लिए क्या कहा?
उसने उन्हें हियाव बाँधने और दृढ रहने साहसी बनने और न डरने के लिए कहा क्योंकि यहोवा, जो उनके दुश्मन से बड़ा है, उन्हें लड़ने में मदद करेगा।
2 Chronicles 32:7
हिजकिय्याह ने अपने लोगों को उत्साहित करने के लिए क्या कहा?
उसने उन्हें हियाव बाँधने और दृढ रहने साहसी बनने और न डरने के लिए कहा क्योंकि यहोवा, जो उनके दुश्मन से बड़ा है, उन्हें लड़ने में मदद करेगा।
2 Chronicles 32:8
हिजकिय्याह ने अपने लोगों को उत्साहित करने के लिए क्या कहा?
उसने उन्हें हियाव बाँधने और दृढ रहने साहसी बनने और न डरने के लिए कहा क्योंकि यहोवा, जो उनके दुश्मन से बड़ा है, उन्हें लड़ने में मदद करेगा।
2 Chronicles 32:9
सन्हेरीब ने अपने कर्मचारियों को यरूशलेम को क्यों भेजा?
वह जानना चाहता था कि हिजकिय्याह को जीत के लिए किस पर भरोसा था।
2 Chronicles 32:10
सन्हेरीब ने अपने कर्मचारियों को यरूशलेम को क्यों भेजा?
वह जानना चाहता था कि हिजकिय्याह को जीत के लिए किस पर भरोसा था।
2 Chronicles 32:11-12
सन्हेरीब ने लोगों को मनाने की कोशिश कैसे की कि हिजकिय्याह उन्हें गुमराह कर रहा था?
उन्होंने कहा कि वे अकाल और प्यास से मर सकते हैं और सवाल यह उठाए कि क्या यहोवा उन्हें बचाएगा।
2 Chronicles 32:13
सन्हेरीब और उसके पूर्वजों ने अन्य लोगों और उनकी भूमि के साथ क्या किया?
क्योंकि उनके देवता उनकी मदद नहीं कर सके, वे पूरी तरह से नष्ट हो गए।
2 Chronicles 32:14
सन्हेरीब और उसके पूर्वजों ने अन्य लोगों और उनकी भूमि के साथ क्या किया?
क्योंकि उनके देवता उनकी मदद नहीं कर सके, वे पूरी तरह से नष्ट हो गए।
सन्हेरीब ने क्यों कहा कि इस्राएलियों को हिजकिय्याह पर विश्वास नहीं करना चाहिए?
सन्हेरीब लोगों को गुमराह कर के यह विश्वास दिलाना चाहता था कि परमेश्वर उन्हें उसके शक्तिशाली हाथ से नहीं बचाएगा।
2 Chronicles 32:15
सन्हेरीब ने क्यों कहा कि इस्राएलियों को हिजकिय्याह पर विश्वास नहीं करना चाहिए?
सन्हेरीब लोगों को गुमराह कर के यह विश्वास दिलाना चाहता था कि परमेश्वर उन्हें उसके शक्तिशाली हाथ से नहीं बचाएगा।
2 Chronicles 32:16
सन्हेरीब ने यहोवा की निन्दा करने के लिए क्या किया?
उसने यहोवा के विरूद्ध बातें कहने के लिए यरूशलेम के लोगों को अतीत की याद दिलाने के लिए पत्र लिखे, कि हिजकिय्याह का परमेश्वर उन्हें नहीं बचाएगा।
2 Chronicles 32:17
सन्हेरीब ने यहोवा की निन्दा करने के लिए क्या किया?
उसने यहोवा के विरूद्ध बातें कहने के लिए यरूशलेम के लोगों को अतीत की याद दिलाने के लिए पत्र लिखे, कि हिजकिय्याह का परमेश्वर उन्हें नहीं बचाएगा।
2 Chronicles 32:18-19
सन्हेरीब के कर्मचारियों ने यरूशलेम के लोगों को यहूदी भाषा में क्यों पुकारा?
कर्मचारी लोगों को डराना चाहते थे ताकि वे शहर को ले लें।
2 Chronicles 32:20
जब हिजकिय्याह और यशायाह ने प्रार्थना की और स्वर्ग ओर दुहाई दी, तो यहोवा ने कैसे जवाब दिया?
उसने एक दूत भेजा, जिसने लड़ रहे पुरुषों और अधिकारियों को मार डाला।
2 Chronicles 32:21
जब हिजकिय्याह और यशायाह ने प्रार्थना की और स्वर्ग ओर दुहाई दी, तो यहोवा ने कैसे जवाब दिया?
उसने एक दूत भेजा, जिसने लड़ रहे पुरुषों और अधिकारियों को मार डाला।
दूत ने जब सन्हेरीब की सेना को मार दिया तो उसके बाद सन्हेरीब को क्या हुआ?
सन्हेरीब अपनी ही भूमि पर शर्मिंदा होकर वापस आया, जहां उसके बच्चों ने उसे मार डाला।
2 Chronicles 32:22
हिजकिय्याह कैसे महान ठहरा?
यहोवा ने हिजकिय्याह को सन्हेरीब और अन्य लोगों से बचाया। यहोवा और हिजकिय्याह के लिए बहुत से उपहार को लाया गया था।
2 Chronicles 32:23
हिजकिय्याह कैसे महान ठहरा?
यहोवा ने हिजकिय्याह को सन्हेरीब और अन्य लोगों से बचाया। यहोवा और हिजकिय्याह के लिए बहुत से उपहार को लाया गया था।
2 Chronicles 32:24
हिजकिय्याह के साथ क्या हुआ जब वह मरने पर था पर उसने यहोवा का धन्यवाद नहीं दिया?
परमेश्वर का क्रोध उस पर, और यहूदा और यरूशलेम पर आया। जब उसने और यरूशलेम के लोगों ने खुद को नम्र किया उस के बाद, यहोवा का क्रोध उन पर हिजकिय्याह के दिनों में न भडका।
2 Chronicles 32:25
हिजकिय्याह के साथ क्या हुआ जब वह मरने पर था पर उसने यहोवा का धन्यवाद नहीं दिया?
परमेश्वर का क्रोध उस पर, और यहूदा और यरूशलेम पर आया। जब उसने और यरूशलेम के लोगों ने खुद को नम्र किया उस के बाद, यहोवा का क्रोध उन पर हिजकिय्याह के दिनों में न भडका।
2 Chronicles 32:26
हिजकिय्याह के साथ क्या हुआ जब वह मरने पर था पर उसने यहोवा का धन्यवाद नहीं दिया?
परमेश्वर का क्रोध उस पर, और यहूदा और यरूशलेम पर आया। जब उसने और यरूशलेम के लोगों ने खुद को नम्र किया उस के बाद, यहोवा का क्रोध उन पर हिजकिय्याह के दिनों में न भडका।
2 Chronicles 32:27
हिजकिय्याह ने जब खुद को नम्र किया उसके बाद परमेश्वर ने उसे क्या दिया?
परमेश्वर ने उसे बहुमूल्य पत्थरों, अधिक फसल, कई जानवरों और शहरों के साथ भरपूर आशीर्वाद दिया।
2 Chronicles 32:28
हिजकिय्याह ने जब खुद को नम्र किया उसके बाद परमेश्वर ने उसे क्या दिया?
परमेश्वर ने उसे बहुमूल्य पत्थरों, अधिक फसल, कई जानवरों और शहरों के साथ भरपूर आशीर्वाद दिया।
2 Chronicles 32:29
हिजकिय्याह ने जब खुद को नम्र किया उसके बाद परमेश्वर ने उसे क्या दिया?
परमेश्वर ने उसे बहुमूल्य पत्थरों, अधिक फसल, कई जानवरों और शहरों के साथ भरपूर आशीर्वाद दिया।
2 Chronicles 32:30
हिजकिय्याह जब अपनी सारी परियोजनाओं में सफल हो गया तब उस के बाद परमेश्वर ने हिजकिय्याह को क्यों छोड़ दिया?
परमेश्वर उसकी परीक्षा लेना चाहते थे और जानना चाहते थे कि उसके दिल में क्या है।
2 Chronicles 32:31
हिजकिय्याह जब अपनी सारी परियोजनाओं में सफल हो गया तब उस के बाद परमेश्वर ने हिजकिय्याह को क्यों छोड़ दिया?
परमेश्वर उसकी परीक्षा लेना चाहते थे और जानना चाहते थे कि उसके दिल में क्या है।
2 Chronicles 32:32-33
हिजकिय्याह के अच्छे काम कहां लिखे हैं?
वे यशायाह की पुस्तक और यहूदा और इस्राएल के राजाओं की पुस्तक में लिखे गए हैं।
2 Chronicles 33
2 Chronicles 33:1
पचपन साल तक मनश्शे किस तरह का राजा था?
उसने यहोवा की दृष्टि में घिनौने कामों को किया, हिजकिय्याह ने जिन मूर्तियों को तोड़ डाला था उनका पुनर्निर्माण किया, और आकाश के सारे गणों को दंडवत किया।
2 Chronicles 33:2
पचपन साल तक मनश्शे किस तरह का राजा था?
उसने यहोवा की दृष्टि में घिनौने कामों को किया, हिजकिय्याह ने जिन मूर्तियों को तोड़ डाला था उनका पुनर्निर्माण किया, और आकाश के सारे गणों को दंडवत किया।
2 Chronicles 33:3-5
पचपन साल तक मनश्शे किस तरह का राजा था?
उसने यहोवा की दृष्टि में घिनौने कामों को किया, हिजकिय्याह ने जिन मूर्तियों को तोड़ डाला था उनका पुनर्निर्माण किया, और आकाश के सारे गणों को दंडवत किया।
2 Chronicles 33:6
उसने परमेश्वर के क्रोध को भड़काने के लिए क्या किया?
मनश्शे ने अपने बच्चों को होमबलि के रूप में चढ़ाया, तंत्र मन्त्र करता, और ओझों और भूतसिद्धीवालों से सम्बन्ध रखता था।
2 Chronicles 33:7-9
मनश्शे ने यहूदा और यरूशलेम के लोगों को बुराई करने के लिए कैसे प्रेरित किया?
उसने नक्काशीदार आकृति को परमेश्वर के घर में रखकर आज्ञाओं को तोडा।
2 Chronicles 33:10
मनश्शे के साथ क्या हुआ जब यहोवा ने उससे और लोगों से बात की?
क्योंकि उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया, यहोवा ने अश्शूर के राजा की सेना को मनश्शे को जंजीरों में जकड ने दिया, और वे उसे बाबुल में ले गए।
2 Chronicles 33:11
मनश्शे के साथ क्या हुआ जब यहोवा ने उससे और लोगों से बात की?
क्योंकि उन्होंने कोई ध्यान नहीं दिया, यहोवा ने अश्शूर के राजा की सेना को मनश्शे को जंजीरों में जकड ने दिया, और वे उसे बाबुल में ले गए।
2 Chronicles 33:12
मनश्शे ने ऐसा क्या किया कि परमेश्वर उसे यरूशलेम वापस ले आये?
उसने खुद को नम्र किया, प्रार्थना की, और परमेश्वर से आग्रह किया।
2 Chronicles 33:13
मनश्शे ने ऐसा क्या किया कि परमेश्वर उसे यरूशलेम वापस ले आये?
उसने खुद को नम्र किया, प्रार्थना की, और परमेश्वर से आग्रह किया।
2 Chronicles 33:14
मनश्शे के प्रार्थना करने के बाद, अपना पश्चाताप दिखाने के लिए उसने क्या किया?
उसने यहूदा के चारों ओर एक ऊंची शहरपनाह बनाई और अन्य देवताओं की मूर्ति को जो उन्होंने परमेश्वर के भवन में रखा था, और उन्होंने जो जितनी भी वेदियां बनाई थीं उन्हें हटा दिया।
2 Chronicles 33:15-16
मनश्शे के प्रार्थना करने के बाद, अपना पश्चाताप दिखाने के लिए उसने क्या किया?
उसने यहूदा के चारों ओर एक ऊंची शहरपनाह बनाई और अन्य देवताओं की मूर्ति को जो उन्होंने परमेश्वर के भवन में रखा था, और उन्होंने जो जितनी भी वेदियां बनाई थीं उन्हें हटा दिया।
2 Chronicles 33:17
लोगों ने ऊँचे स्थानों पर किसके लिए बलि चढ़ाया?
उन्होंने ऊँचे स्थानों पर केवल यहोवा के लिए बलि चढ़ाया।
2 Chronicles 33:18-20
मनश्शे की प्रार्थना और महत्वपूर्ण मामलों को कैसे संरक्षित किया गया?
मनश्शे के महत्वपूर्ण मामले, प्रार्थनाएं और दर्शियों के वचन को इस्राएल के राजाओं के इतिहास में लिखा हुआ है।
2 Chronicles 33:21
दो साल के शासनकाल के दौरान आमोन किस तरह का राजा था?
वह अपने पिता से भी अधिक बुरा था, उसने खोदकर बनवाई गई मूर्तियों की पूजा की, और उसने यहोवा के सामने खुद को नम्र नहीं किया।
2 Chronicles 33:22
दो साल के शासनकाल के दौरान आमोन किस तरह का राजा था?
वह अपने पिता से भी अधिक बुरा था, उसने खोदकर बनवाई गई मूर्तियों की पूजा की, और उसने यहोवा के सामने खुद को नम्र नहीं किया।
2 Chronicles 33:23
दो साल के शासनकाल के दौरान आमोन किस तरह का राजा था?
वह अपने पिता से भी अधिक बुरा था, उसने खोदकर बनवाई गई मूर्तियों की पूजा की, और उसने यहोवा के सामने खुद को नम्र नहीं किया।
2 Chronicles 33:24-25
राजा आमोन के कर्मचारियों ने जब उसे मार डाला उसके बाद, देश के लोगों ने उन लोगों के साथ क्या किया जिन्होंने उसे मार डाला था?
उस देश के लोगों ने आमोन को मार डालने वाले सभी नौकरों को मार डाला।
2 Chronicles 34
2 Chronicles 34:1
यद्यपि राजा योशिय्याह केवल आठ वर्ष की उम्र में राजा बन गया, उसने अपने शासनकाल के दौरान क्या किया जिस से यहोवा प्रसन्न हुए?
वह परमेश्वर की खोज करने लगा, वह यहूदा और यरूशलेम को ऊँचे स्थानों से, खुदी हुई मूर्तियों से शुद्ध करने लगा।
2 Chronicles 34:2
यद्यपि राजा योशिय्याह केवल आठ वर्ष की उम्र में राजा बन गया, उसने अपने शासनकाल के दौरान क्या किया जिस से यहोवा प्रसन्न हुए?
वह परमेश्वर की खोज करने लगा, वह यहूदा और यरूशलेम को ऊँचे स्थानों से, खुदी हुई मूर्तियों से शुद्ध करने लगा।
2 Chronicles 34:3
यद्यपि राजा योशिय्याह केवल आठ वर्ष की उम्र में राजा बन गया, उसने अपने शासनकाल के दौरान क्या किया जिस से यहोवा प्रसन्न हुए?
वह परमेश्वर की खोज करने लगा, वह यहूदा और यरूशलेम को ऊँचे स्थानों से, खुदी हुई मूर्तियों से शुद्ध करने लगा।
2 Chronicles 34:4
योशिय्याह ने यहूदा और यरूशलेम को कैसे शुद्ध किया?
उसने वेदियों को नष्ट कर दिया, अशेरा ध्रुवों, खुदी हुई और ढली हुई मूरतों को और धातु की मूरतों को तोड़ दिया और कब्रों पर धूल बिखेर दी। याजक की हड्डियों को उसने उन्हीं कि वेदियों पर जला दिया।
2 Chronicles 34:5
योशिय्याह ने यहूदा और यरूशलेम को कैसे शुद्ध किया?
उसने वेदियों को नष्ट कर दिया, अशेरा ध्रुवों, खुदी हुई और ढली हुई मूरतों को और धातु की मूरतों को तोड़ दिया और कब्रों पर धूल बिखेर दी। याजक की हड्डियों को उसने उन्हीं कि वेदियों पर जला दिया।
2 Chronicles 34:6
यरूशलेम लौटने से पहले योशिय्याह इस्राएल के देश में क्या करता था?
उसने वही सफाई को दोहराया जो कि उसने यहूदा और यरूशलेम में की थी।
2 Chronicles 34:7
यरूशलेम लौटने से पहले योशिय्याह इस्राएल के देश में क्या करता था?
उसने वही सफाई को दोहराया जो कि उसने यहूदा और यरूशलेम में की थी।
2 Chronicles 34:8
यहोवा के घर की मरम्मत के लिए पैसे कहाँ से आए थे?
पैसा यरूशलेम के लोगों से इकट्ठा किया गया था और महायाजक को सौंपा गया था।
2 Chronicles 34:9
यहोवा के घर की मरम्मत के लिए पैसे कहाँ से आए थे?
पैसा यरूशलेम के लोगों से इकट्ठा किया गया था और महायाजक को सौंपा गया था।
2 Chronicles 34:10
धन किसको दिया गया था और इसका उपयोग किस लिए किया गया था?
बढ़ई और राजमिस्त्रियों ने मंदिर की मरम्मत के लिए पत्थर और लकड़ी खरीदे।
2 Chronicles 34:11
धन किसको दिया गया था और इसका उपयोग किस लिए किया गया था?
बढ़ई और राजमिस्त्रियों ने मंदिर की मरम्मत के लिए पत्थर और लकड़ी खरीदे।
2 Chronicles 34:12
लेवियों ने मंदिर की मरम्मत में क्या भूमिका निभाई?
कुछ पर्यवेक्षक, सचिव, प्रशासक, और द्वारपाल थे; अन्य अच्छे संगीतकार थे और वफादार कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया।
2 Chronicles 34:13
लेवियों ने मंदिर की मरम्मत में क्या भूमिका निभाई?
कुछ पर्यवेक्षक, सचिव, प्रशासक, और द्वारपाल थे; अन्य अच्छे संगीतकार थे और वफादार कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया।
2 Chronicles 34:14-18
जब याजक यहोवा के भवन में रुपये को लाया, तो उसने क्या पाया?
महायाजक को मूसा के द्वारा दी हुई यहोवा की व्यवस्था की पुस्तक मिली।
2 Chronicles 34:19-24
व्यवस्था की बातें सुनकर राजा ने क्या किया?
राजा योशिय्याह ने अपने कपड़े फाड़े।
2 Chronicles 34:25
लोगों पर परमेश्वर का क्रोध क्यों डाला जाएगा और बंद न होगा?
उन्होंने अन्य देवताओं की पूजा करके उसे त्याग दिया जैसा उनके पूर्वजों ने किया था।
2 Chronicles 34:26
क्योंकि योशिय्याह का दिल संवेदनशील था, तब क्या हुआ जब उसने परमेश्वर के वचन सुनने के बाद खुद को नम्र किया?
परमेश्वर ने कहा कि वह उसे शांति देगा, और वह किसी भी आपदा को नहीं देख पाएगा जो कि परमेश्वर लोगों और भूमि पर भेजेगा।
2 Chronicles 34:27
क्योंकि योशिय्याह का दिल संवेदनशील था, तब क्या हुआ जब उसने परमेश्वर के वचन सुनने के बाद खुद को नम्र किया?
परमेश्वर ने कहा कि वह उसे शांति देगा, और वह किसी भी आपदा को नहीं देख पाएगा जो कि परमेश्वर लोगों और भूमि पर भेजेगा।
2 Chronicles 34:28
क्योंकि योशिय्याह का दिल संवेदनशील था, तब क्या हुआ जब उसने परमेश्वर के वचन सुनने के बाद खुद को नम्र किया?
परमेश्वर ने कहा कि वह उसे शांति देगा, और वह किसी भी आपदा को नहीं देख पाएगा जो कि परमेश्वर लोगों और भूमि पर भेजेगा।
2 Chronicles 34:29
योशिय्याह के पास सब लोग बड़े और छोटे क्यों इकट्ठे हुए थे?
योशिय्याह ने वाचा की पुस्तक से उन्हें पढ़ा।
2 Chronicles 34:30
योशिय्याह के पास सब लोग बड़े और छोटे क्यों इकट्ठे हुए थे?
योशिय्याह ने वाचा की पुस्तक से उन्हें पढ़ा।
2 Chronicles 34:31
योशिय्याह ने यहोवा के साथ क्या वाचा बाँधी?
उसने यहोवा के आदेशों को मानने के लिए एक वाचा बान्धी।
2 Chronicles 34:32
योशिय्याह ने यहोवा के साथ क्या वाचा बाँधी?
उसने यहोवा के आदेशों को मानने के लिए एक वाचा बान्धी।
2 Chronicles 34:33
इस्राएल के लोग योशिय्याह का पालन करने के लिए क्या करते थे?
उन्होंने यहोवा की आराधना की और उनको नहीं छोडा।
2 Chronicles 35
2 Chronicles 35:1
योशिय्याह ने यरूशलेम में फसह का पर्व कैसे मनाया?
उसने फसह के भेड़ के बच्चे को मारा और याजकों को यहोवा के भवन में अपने पदों पर रखा।
2 Chronicles 35:2
योशिय्याह ने यरूशलेम में फसह का पर्व कैसे मनाया?
उसने फसह के भेड़ के बच्चे को मारा और याजकों को यहोवा के भवन में अपने पदों पर रखा।
2 Chronicles 35:3-5
योशिय्याह ने लोगों को अपने कंधों पर ले जाने के बजाय पवित्र सन्दूक को रखने के लिए कहा?
उन्हें पवित्र सन्दूक को उस घर में रखने के लिए कहा गया जो सुलैमान ने बनाया था।
2 Chronicles 35:6-10
फसह के लिए लोगों को कैसे तैयार होना था?
लोगों को फसह के भेड़ के बच्चे को मारना था और खुद को परमेश्वर के वचन की आज्ञा अनुसार पवित्र करना था।
2 Chronicles 35:11
इस्राएल के लोग यहोवा को बलिदान कैसे चढ़ाते थे?
उन्होंने फसह के भेड़ के बच्चे को मारा, खून को छिड़का, भेड़ के बच्चे की खाल उतारी, और मूसा की पुस्तक में लिखे अनुसार यहोवा को होमबलि चढ़ाया।
2 Chronicles 35:12-15
इस्राएल के लोग यहोवा को बलिदान कैसे चढ़ाते थे?
उन्होंने फसह के भेड़ के बच्चे को मारा, खून को छिड़का, भेड़ के बच्चे की खाल उतारी, और मूसा की पुस्तक में लिखे अनुसार यहोवा को होमबलि चढ़ाया।
2 Chronicles 35:16
फसह के जश्न के बाद इस्राएल के लोगों ने क्या किया?
उन्होंने सात दिनों तक अखमीरी रोटी का त्यौहार मनाया।
2 Chronicles 35:17
फसह के जश्न के बाद इस्राएल के लोगों ने क्या किया?
उन्होंने सात दिनों तक अखमीरी रोटी का त्यौहार मनाया।
2 Chronicles 35:18-19
फसह का यह उत्सव इतना खास क्यों था?
यह विशेष था क्योंकि यह भविष्यवक्ता शमूएल के दिनों के बाद पहली बार इस्राएल में हुआ था।
2 Chronicles 35:20
मिस्र का राजा योशिय्याह के लिए क्या संदेश लाया?
उसने कहा कि परमेश्वर ने उसे कर्कमीश के खिलाफ लड़ने का आदेश दिया है और उसमे योशिय्याह को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
2 Chronicles 35:21
मिस्र का राजा योशिय्याह के लिए क्या संदेश लाया?
उसने कहा कि परमेश्वर ने उसे कर्कमीश के खिलाफ लड़ने का आदेश दिया है और उसमे योशिय्याह को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।
2 Chronicles 35:22
मिस्र के राजा के द्वारा संदेश पर योशिय्याह की क्या प्रतिक्रिया थी?
उसने राजा के शब्दों को नहीं सुना, बल्कि इसके बजाय, योशिय्याह ने लडने के लिए भेष बदला ताकि वह लड़ सके।
2 Chronicles 35:23
युद्ध के मैदान पर योशिय्याह के साथ क्या हुआ?
उसे तीरंदाजों ने तीरों से मारा और उसके नौकर उसे यरूशलेम ले गए, जहां वह बाद में मर गया।
2 Chronicles 35:24
युद्ध के मैदान पर योशिय्याह के साथ क्या हुआ?
उसे तीरंदाजों ने तीरों से मारा और उसके नौकर उसे यरूशलेम ले गए, जहां वह बाद में मर गया।
2 Chronicles 35:25
विलाप के गीत कौन से हैं जो इस्राएल में प्रथा बन गए हैं?
ये वे गाने हैं जो योशिय्याह के लिए शोक पर गाए गए और आज भी गाए जाते हैं।
2 Chronicles 35:26
योशिय्याह और उसके अच्छे कर्मों के बारे में कहां लिखा गया है?
वे यहूदा और इस्राएल के राजाओं की पुस्तक में लिखे हुए हैं।
2 Chronicles 35:27
योशिय्याह और उसके अच्छे कर्मों के बारे में कहां लिखा गया है?
वे यहूदा और इस्राएल के राजाओं की पुस्तक में लिखे हुए हैं।
2 Chronicles 36
2 Chronicles 36:1
योशिय्याह की मृत्यु के बाद, कौन यरूशलेम का राजा बना?
देश के लोगों ने योशिय्याह के पुत्र यहोआहाज को राजा बनाया और उसने तीन महीने तक राज्य किया।
2 Chronicles 36:2
योशिय्याह की मृत्यु के बाद, कौन यरूशलेम का राजा बना?
देश के लोगों ने योशिय्याह के पुत्र यहोआहाज को राजा बनाया और उसने तीन महीने तक राज्य किया।
2 Chronicles 36:3
एल्याकीम यहूदा और यरूशलेम का राजा कैसे बन गया?
मिस्र के राजा, उसके भाई ने यहोआहाज को तीन महीने बाद हटा दिया और एल्याकीम को राजा बना दिया, और उसके नाम को यहोयाकीम में बदल दिया।
2 Chronicles 36:4
एल्याकीम यहूदा और यरूशलेम का राजा कैसे बन गया?
मिस्र के राजा, उसके भाई ने यहोआहाज को तीन महीने बाद हटा दिया और एल्याकीम को राजा बना दिया, और उसके नाम को यहोयाकीम में बदल दिया।
2 Chronicles 36:5
ग्यारह वर्षों के शासनकाल में यहोयाकीम किस प्रकार का शासक रहा?
यहोयाकीम यहोवा की दृष्टि में बुरा था।
2 Chronicles 36:6
बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर ने यहूदा के राजा के साथ क्या किया?
उसने उस पर हमला किया, उसे जंजीरों से बांध दिया, और उसे बाबुल में ले गया।
2 Chronicles 36:7
नबूकदनेस्सर ने यहोवा के भवन के साथ क्या किया?
वह कुछ वस्तुओं को यहोवा के भवन से बाबुल में ले आया, और उसने उन्हें अपने महल में रख दिया।
2 Chronicles 36:8
यहोयाकीम के बाद राजा कौन बना?
उसका पुत्र, यहोयाकीन, उसके बाद राजा बना।
2 Chronicles 36:9
यहोयाकीन किस तरह का राजा था?
अपने छोटे शासनकाल में, उसने यहोवा की दृष्टि में बुरा काम किया।
2 Chronicles 36:10-11
राजा नबूकदनेस्सर ने इस यहोयाकीन के साथ कैसा व्यवहार किया?
उसने यहोयाकीन को यहोवा के भवन से और अधिक मूल्यवान चीज़ों के साथ बाबुल में मँगवा लिया।
2 Chronicles 36:12
सिदकिय्याह ने यहोवा को कैसे जवाब दिया?
उसने यहोवा की दृष्टि में बुरा काम किया, और उसने यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता के सामने स्वयं को नम्र नहीं किया, जिसने यहोवा की ओर से बातें की थी।
2 Chronicles 36:13-14
सिदकिय्याह ने राजा नबूकदनेस्सर के विरूद्ध विद्रोह कैसे किया?
उसने यहोवा के विरूद्ध अपना मन को कठोर कर दिया और राजा नबूकदनेस्सर से दूर हो गया।
2 Chronicles 36:15
लोगों ने यहोवा की करुणा का जवाब कैसे दिया जो वह उन पर दिखाता?
उन्होंने परमेश्वर के दूतों को उपहास में उड़ाते थे, उसके वचनों को तुच्छ जानते, और उसके नबियों की हँसी करते थे।
2 Chronicles 36:16
लोगों ने यहोवा की करुणा का जवाब कैसे दिया जो वह उन पर दिखाता?
उन्होंने परमेश्वर के दूतों को उपहास में उड़ाते थे, उसके वचनों को तुच्छ जानते, और उसके नबियों की हँसी करते थे।
2 Chronicles 36:17
परमेश्वर ने मजाकियों से कैसे व्यवहार किया?
उसने कसदियों के राजा के द्वारा जवानों को मरवा डाला, और बाकी सभी को राजा के हाथ में कर दिया।
2 Chronicles 36:18
बाबुल के राजा ने यरूशलेम के साथ क्या किया और वह बाबुल क्या ले गया?
उसने परमेश्वर का भवन, यरूशलेम की दीवारें, उसके सभी महलों को और उसमें की खूबसूरत चीजों को नष्ट कर दिया। तब वह सभी सामान और खजाने को बाबुल में ले गया ।
2 Chronicles 36:19
बाबुल के राजा ने यरूशलेम के साथ क्या किया और वह बाबुल क्या ले गया?
उसने परमेश्वर का भवन, यरूशलेम की दीवारें, उसके सभी महलों को और उसमें की खूबसूरत चीजों को नष्ट कर दिया। तब वह सभी सामान और खजाने को बाबुल में ले गया ।
2 Chronicles 36:20
जो तलवार से बच गए उनके साथ क्या हुआ?
वे राजा और उसके पुत्रों के लिए नौकर बन गए, जिन्होंने यिर्मयाह के लिए यहोवा के वचनों को पूरा किया।
2 Chronicles 36:21
जो तलवार से बच गए उनके साथ क्या हुआ?
वे राजा और उसके पुत्रों के लिए नौकर बन गए, जिन्होंने यिर्मयाह के लिए यहोवा के वचनों को पूरा किया।
2 Chronicles 36:22
फारस के राजा कुस्रू ने क्या प्रचार किया और लिखा?
उसने कहा कि यहोवा ने उसे यरूशलेम में परमेश्वर का घर बनाने का आदेश दिया था और जब वे देश में जाएंगे तब परमेश्वर उनके संग रहेगा।
2 Chronicles 36:23
फारस के राजा कुस्रू ने क्या प्रचार किया और लिखा?
उसने कहा कि यहोवा ने उसे यरूशलेम में परमेश्वर का घर बनाने का आदेश दिया था और जब वे देश में जाएंगे तब परमेश्वर उनके संग रहेगा।