2 Peter
2 Peter 1
2 Peter 1:1-2
दूसरा पतरस किसने लिखा था?
शमौन पतरस ने, जो मसीह का दास और प्रेरित था।
पतरस ने किस को लिखा था?
पतरस ने उन लोगों को लिखा था जिन्होंने उसी बहुमूल्य विश्वास को ग्रहण किया था।
2 Peter 1:3
पतरस और उस विश्वास को ग्रहण करने वालों को जीवन और भक्ति के लिए ईश्वरीय सामर्थ्य की सारी बातें कैसी प्रदान की गई थीं?
वे उनको परमेश्वर के ज्ञान के माध्यम से प्रदान की गई थीं।
परमेश्वर ने पतरस और उस विश्वास को ग्रहण करने वालों को जीवन और भक्ति के लिए ईश्वरीय सामर्थ्य की सारी बातें, महान और बहुमूल्य प्रतिज्ञाओं के साथ क्यों प्रदान की थीं?
उसने ऐसा इसलिए किया ताकि वे भी ईश्वरीय स्वभाव में सहभागी हो जाएँ।
2 Peter 1:4
परमेश्वर ने पतरस और उस विश्वास को ग्रहण करने वालों को जीवन और भक्ति के लिए ईश्वरीय सामर्थ्य की सारी बातें, महान और बहुमूल्य प्रतिज्ञाओं के साथ क्यों प्रदान की थीं?
उसने ऐसा इसलिए किया ताकि वे भी ईश्वरीय स्वभाव में सहभागी हो जाएँ।
2 Peter 1:5
उस विश्वास को ग्रहण करने वाले अपने विश्वास के माध्यम से अन्ततः क्या प्राप्त करने वाले थे?
वे अपने विश्वास के माध्यम से अन्ततः प्रेम को प्राप्त करने वाले थे।
2 Peter 1:6
उस विश्वास को ग्रहण करने वाले अपने विश्वास के माध्यम से अन्ततः क्या प्राप्त करने वाले थे?
वे अपने विश्वास के माध्यम से अन्ततः प्रेम को प्राप्त करने वाले थे।
2 Peter 1:7-8
उस विश्वास को ग्रहण करने वाले अपने विश्वास के माध्यम से अन्ततः क्या प्राप्त करने वाले थे?
वे अपने विश्वास के माध्यम से अन्ततः प्रेम को प्राप्त करने वाले थे।
2 Peter 1:9
आत्मिक रूप से अंधा व्यक्ति किस बात को भूल गया है?
वह उसे उसके पुराने पापों से शुद्ध किए जाने को भूल गया है।
2 Peter 1:10
यदि भाइयों ने अपनी बुलाहट और चुने जाने को निश्चित करने के लिए अपना सर्वोत्तम प्रयास किया, तो क्या होगा?
वे ठोकर नहीं खाएँगे, तथा उनके प्रभु और उद्धारकर्ता यीशु मसीह के अनन्त राज्य में उनके प्रवेश को स्वीकृति प्रदान की जाएगी।
2 Peter 1:11
यदि भाइयों ने अपनी बुलाहट और चुने जाने को निश्चित करने के लिए अपना सर्वोत्तम प्रयास किया, तो क्या होगा?
वे ठोकर नहीं खाएँगे, तथा उनके प्रभु और उद्धारकर्ता यीशु मसीह के अनन्त राज्य में उनके प्रवेश को स्वीकृति प्रदान की जाएगी।
2 Peter 1:12
पतरस ने ऐसा क्यों सोचा कि भाइयों को इन बातों का स्मरण करवाना उसके लिए सही था?
क्योंकि उनके प्रभु यीशु मसीह ने उस पर प्रकट किया था कि वह उसके तम्बू को शीघ्र ही गिरा देगा।
2 Peter 1:13
पतरस ने ऐसा क्यों सोचा कि भाइयों को इन बातों का स्मरण करवाना उसके लिए सही था?
क्योंकि उनके प्रभु यीशु मसीह ने उस पर प्रकट किया था कि वह उसके तम्बू को शीघ्र ही गिरा देगा।
2 Peter 1:14-15
पतरस ने ऐसा क्यों सोचा कि भाइयों को इन बातों का स्मरण करवाना उसके लिए सही था?
क्योंकि उनके प्रभु यीशु मसीह ने उस पर प्रकट किया था कि वह उसके तम्बू को शीघ्र ही गिरा देगा।
2 Peter 1:16
जो लोग यीशु के प्रताप के प्रत्यक्षदर्शी थे उन्होंने क्या देखा था?
उन्होंने देखा कि उसने परमेश्वर पिता की ओर से आदर और महिमा को प्राप्त किया।
2 Peter 1:17-18
जो लोग यीशु के प्रताप के प्रत्यक्षदर्शी थे उन्होंने क्या देखा था?
उन्होंने देखा कि उसने परमेश्वर पिता की ओर से आदर और महिमा को प्राप्त किया।
2 Peter 1:19
हम किस प्रकार से मान सकते हैं कि भविष्यसूचक वचन निश्चित है?
क्योंकि लिखी हुई भविष्यद्वाणी किसी भविष्यद्वक्ता के तर्क से उत्पन्न नहीं होती है, और न ही कोई भी भविष्यद्वाणी मनुष्य की इच्छा से होती है, परन्तु उन मनुष्यों के माध्यम से पवित्र आत्मा के द्वारा उभारे जाने पर आती है जो परमेश्वर की ओर से बोलते हैं।
2 Peter 1:20
हम किस प्रकार से मान सकते हैं कि भविष्यसूचक वचन निश्चित है?
क्योंकि लिखी हुई भविष्यद्वाणी किसी भविष्यद्वक्ता के तर्क से उत्पन्न नहीं होती है, और न ही कोई भी भविष्यद्वाणी मनुष्य की इच्छा से होती है, परन्तु उन मनुष्यों के माध्यम से पवित्र आत्मा के द्वारा उभारे जाने पर आती है जो परमेश्वर की ओर से बोलते हैं।
2 Peter 1:21
हम किस प्रकार से मान सकते हैं कि भविष्यसूचक वचन निश्चित है?
क्योंकि लिखी हुई भविष्यद्वाणी किसी भविष्यद्वक्ता के तर्क से उत्पन्न नहीं होती है, और न ही कोई भी भविष्यद्वाणी मनुष्य की इच्छा से होती है, परन्तु उन मनुष्यों के माध्यम से पवित्र आत्मा के द्वारा उभारे जाने पर आती है जो परमेश्वर की ओर से बोलते हैं।
2 Peter 2
2 Peter 2:1
झूठे शिक्षक गुप्त रूप से विश्वासियों के पास क्या लेकर आएँगे?
झूठे शिक्षक नाश करने वाले विधर्म को लेकर आएँगे और उस स्वामी का इन्कार करेंगे जिसने उनको खरीद लिया है।
झूठे शिक्षकों पर क्या आ पड़ेगा?
झूठे शिक्षकों पर शीघ्र विनाश और दण्ड आ पड़ेगा।
झूठे शिक्षक कपटी बातों से क्या करेंगे?
झूठे शिक्षक लालची होकर भाइयों का लाभ उठाएँगे।
2 Peter 2:2
झूठे शिक्षक कपटी बातों से क्या करेंगे?
झूठे शिक्षक लालची होकर भाइयों का लाभ उठाएँगे।
2 Peter 2:3
झूठे शिक्षक कपटी बातों से क्या करेंगे?
झूठे शिक्षक लालची होकर भाइयों का लाभ उठाएँगे।
2 Peter 2:4
परमेश्वर ने किसे नहीं बचाया?
परमेश्वर ने उन स्वर्गदूतों को जिन्होंने पाप किया था, प्राचीन संसार को, तथा सदोम और अमोरा के नगरों को नहीं बचाया।
2 Peter 2:5
परमेश्वर ने किसे नहीं बचाया?
परमेश्वर ने उन स्वर्गदूतों को जिन्होंने पाप किया था, प्राचीन संसार को, तथा सदोम और अमोरा के नगरों को नहीं बचाया।
परमेश्वर ने जलप्रलय में किसे सुरक्षित रखा?
परमेश्वर ने सात अन्य लोगों के साथ नूह को सुरक्षित रखा।
2 Peter 2:6-8
परमेश्वर ने किसे नहीं बचाया?
परमेश्वर ने उन स्वर्गदूतों को जिन्होंने पाप किया था, प्राचीन संसार को, तथा सदोम और अमोरा के नगरों को नहीं बचाया।
2 Peter 2:9
कुछ को नहीं बचाने और अन्य लोगों को सुरक्षित रखने के द्वारा परमेश्वर ने क्या प्रदर्शित किया?
परमेश्वर के कार्यों ने प्रदर्शित किया कि प्रभु जानता है कि भक्त मनुष्यों को कैसे बचाना है और अधर्मी मनुष्यों को कैसे बन्दीगृह में रखना है।
2 Peter 2:10
वे महिमाप्राप्त जन कौन थे जिनकी निन्दा करने से भक्तिहीन मनुष्य डरते नहीं थे?
वे महिमाप्राप्त जन स्वर्गदूत थे, जो प्रभु के सम्मुख मनुष्यों के विरुद्ध अपमानजनक दण्ड नहीं लाते।
2 Peter 2:11-13
वे महिमाप्राप्त जन कौन थे जिनकी निन्दा करने से भक्तिहीन मनुष्य डरते नहीं थे?
वे महिमाप्राप्त जन स्वर्गदूत थे, जो प्रभु के सम्मुख मनुष्यों के विरुद्ध अपमानजनक दण्ड नहीं लाते।
2 Peter 2:14
झूठे शिक्षक किन को लुभाते हैं?
झूठे शिक्षक अस्थिर आत्माओं को लुभाते हैं।
2 Peter 2:15
बिलाम भविष्यद्वक्ता के बावलेपन को किसने रोका था?
एक गूँगी गदही ने मनुष्य की वाणी में बोल कर बिलाम को रोका था।
2 Peter 2:16-18
बिलाम भविष्यद्वक्ता के बावलेपन को किसने रोका था?
एक गूँगी गदही ने मनुष्य की वाणी में बोल कर बिलाम को रोका था।
2 Peter 2:19
मनुष्य किस का दास है?
जो कुछ भी उस पर विजय प्राप्त करता है मनुष्य उसका दास है।
2 Peter 2:20
जो यीशु मसीह के ज्ञान के माध्यम से संसार की दुष्टता से बच जाते हैं और फिर उनके पास लौट जाते हैं, उन लोगों के लिए बेहतर क्या होगा?
उनके लिए इससे बेहतर क्या होगा कि वे धार्मिकता के मार्ग को न जानें।
2 Peter 2:21-22
जो यीशु मसीह के ज्ञान के माध्यम से संसार की दुष्टता से बच जाते हैं और फिर उनके पास लौट जाते हैं, उन लोगों के लिए बेहतर क्या होगा?
उनके लिए इससे बेहतर क्या होगा कि वे धार्मिकता के मार्ग को न जानें।
2 Peter 3
2 Peter 3:1
इस दूसरी पत्री को पतरस ने क्यों लिखा?
उसने इसे इसलिए लिखा ताकि वे प्रिय जन पूर्वकाल में भविष्यद्वक्ताओं द्वारा कही गई बातों को तथा उनके प्रभु और उद्धारकर्ता के आदेशों के विषय में स्मरण कर सकें।
2 Peter 3:2
इस दूसरी पत्री को पतरस ने क्यों लिखा?
उसने इसे इसलिए लिखा ताकि वे प्रिय जन पूर्वकाल में भविष्यद्वक्ताओं द्वारा कही गई बातों को तथा उनके प्रभु और उद्धारकर्ता के आदेशों के विषय में स्मरण कर सकें।
2 Peter 3:3
अन्त के दिनों में ठठ्ठा करने वाले लोग क्या कहेंगे?
ठठ्ठा करने वाले लोग यीशु की वापसी की प्रतिज्ञा पर प्रश्न करेंगे और कहेंगे कि सृष्टि के आरम्भ से सब वस्तुएँ वैसी की वैसी हैं।
2 Peter 3:4
अन्त के दिनों में ठठ्ठा करने वाले लोग क्या कहेंगे?
ठठ्ठा करने वाले लोग यीशु की वापसी की प्रतिज्ञा पर प्रश्न करेंगे और कहेंगे कि सृष्टि के आरम्भ से सब वस्तुएँ वैसी की वैसी हैं।
2 Peter 3:5
आकाश और पृथ्वी की स्थापना कैसे हुई थी, और वे किस प्रकार से आग के लिए और न्याय के दिन और भक्तिहीन मनुष्यों के विनाश के लिए सुरक्षित रखे गए थे?
वे परमेश्वर के वचन के द्वारा स्थापित और सुरक्षित किए गए थे।
2 Peter 3:6
आकाश और पृथ्वी की स्थापना कैसे हुई थी, और वे किस प्रकार से आग के लिए और न्याय के दिन और भक्तिहीन मनुष्यों के विनाश के लिए सुरक्षित रखे गए थे?
वे परमेश्वर के वचन के द्वारा स्थापित और सुरक्षित किए गए थे।
2 Peter 3:7-8
आकाश और पृथ्वी की स्थापना कैसे हुई थी, और वे किस प्रकार से आग के लिए और न्याय के दिन और भक्तिहीन मनुष्यों के विनाश के लिए सुरक्षित रखे गए थे?
वे परमेश्वर के वचन के द्वारा स्थापित और सुरक्षित किए गए थे।
2 Peter 3:9
प्रिय जनों के प्रति प्रभु धीरजवन्त क्यों था?
क्योंकि वह चाहता है कि वे नष्ट न हों, परन्तु सब के पास पश्चाताप करने का समय हो।
2 Peter 3:10
प्रभु का दिन कैसे आएगा?
प्रभु का दिन एक चोर के समान आएगा।
2 Peter 3:11
पतरस ने प्रिय जनों से क्यों पूछा कि पवित्र जीवन और भक्ति के सम्बन्ध में उन्हें किस प्रकार के मनुष्य होना चाहिए?
क्योंकि आकाश और पृथ्वी नष्ट हो जाएँगे, और क्योंकि वे नए आकाश और नई पृथ्वी में जीवन व्यतीत करने के लिए धार्मिकता की अपेक्षा करते थे।
2 Peter 3:12
पतरस ने प्रिय जनों से क्यों पूछा कि पवित्र जीवन और भक्ति के सम्बन्ध में उन्हें किस प्रकार के मनुष्य होना चाहिए?
क्योंकि आकाश और पृथ्वी नष्ट हो जाएँगे, और क्योंकि वे नए आकाश और नई पृथ्वी में जीवन व्यतीत करने के लिए धार्मिकता की अपेक्षा करते थे।
2 Peter 3:13-14
पतरस ने प्रिय जनों से क्यों पूछा कि पवित्र जीवन और भक्ति के सम्बन्ध में उन्हें किस प्रकार के मनुष्य होना चाहिए?
क्योंकि आकाश और पृथ्वी नष्ट हो जाएँगे, और क्योंकि वे नए आकाश और नई पृथ्वी में जीवन व्यतीत करने के लिए धार्मिकता की अपेक्षा करते थे।
2 Peter 3:15
उन अनुशासनहीन और अस्थिर मनुष्यों के साथ क्या होगा जो पौलुस को प्रदान की गई बुद्धि को विकृत करते हैं और अन्य पवित्रशास्त्र को भी विकृत करते हैं?
उनके कार्यों का परिणाम उनका स्वयं का विनाश होगा।
2 Peter 3:16
उन अनुशासनहीन और अस्थिर मनुष्यों के साथ क्या होगा जो पौलुस को प्रदान की गई बुद्धि को विकृत करते हैं और अन्य पवित्रशास्त्र को भी विकृत करते हैं?
उनके कार्यों का परिणाम उनका स्वयं का विनाश होगा।
2 Peter 3:17
छल से भटकने और अपनी स्वयं की विश्वासयोग्यता को खोने के बजाए, प्रिय जनों को पतरस ने क्या करने का आदेश दिया?
उसने उनको आदेश दिया कि अपने प्रभु और उद्धारकर्ता यीशु मसीह के अनुग्रह और ज्ञान में उन्नति करो।
2 Peter 3:18
छल से भटकने और अपनी स्वयं की विश्वासयोग्यता को खोने के बजाए, प्रिय जनों को पतरस ने क्या करने का आदेश दिया?
उसने उनको आदेश दिया कि अपने प्रभु और उद्धारकर्ता यीशु मसीह के अनुग्रह और ज्ञान में उन्नति करो।