Haggai
Haggai 1
Haggai 1:1
यहोवा का वचन भविष्यद्वक्ता हाग्गै के द्वारा कब आया था?
वचन राजा दारा के दूसरे वर्ष के छठे महीने के पहले दिन आया।
यहोवा का वचन किसके पास पहुंचा?
वचन जरुब्बाबेल जो अधिपति था और यहोशू महायाजक के पास पहुंचा।
Haggai 1:2-3
यहोवा के अनुसार लोगों ने क्या कहा?
उसने कहा कि उन्होंने कहा उनके आने या यहोवा का भवन बनाने का समय नहीं आया है।
Haggai 1:4-5
यहोवा के भवन की क्या स्थिति थी जबकि लोग अपने पूरी तरह बने हुए घरों में रहते थे?
यहोवा का भवन उजाड़ पड़ा था।
Haggai 1:6-7
चाहे लोगों ने बहुत बोया और अधिक की आशा की, यहोवा ने क्यों उनके परिश्रम की कमाई पर अकाल भेजा?
यहोवा ने उसको उड़ा दिया और अकाल भेजा क्योंकि जब यहोवा का भवन उजाड़ पड़ा था, उन में से प्रत्येक अपने घर में आनन्द मनाता था।
Haggai 1:8-11
यहोवा ने लोगों को क्या करने की आज्ञा दी?
यहोवा ने उन्हें उसका भवन बनाने की आज्ञा दी ताकि वह प्रसन्न हो और उसकी महिमा हो।
Haggai 1:12
जरुब्बाबेल अधिपति, यहोशू महायाजक और बाकी बचे सभी लोगों ने परमेश्वर की आज्ञा पर और भविष्यद्वक्ता हाग्गै के शब्दों पर कैसी प्रतिक्रिया की जिसे यहोवा ने भेजा था?
उन्होंने यहोवा का वचन और हाग्गै की बात मानी और यहोवा का भय माना।
Haggai 1:13
यहोवा ने लोगों के आज्ञापालन पर क्या प्रतिक्रिया की?
उसने अपने दूत हाग्गै के द्वारा उन्हें सन्देश भेजा, "मैं तुम्हारे संग हूँ!"
Haggai 1:14
यहोवा ने जरुब्बाबेल अधिपति, महायाजक यहोशू और बाकी बचे सभी लोगों की आत्माओं को कब अपने परमेश्वर, सेनाओं के यहोवा के भवन को बनाने के लिए उत्साह से भरा था?
उसने उन्हें दारा राजा के दूसरे वर्ष के छठवें महीने के चौबीसवें दिन उत्साह से भर दिया।
Haggai 1:15
यहोवा ने जरुब्बाबेल अधिपति, महायाजक यहोशू और बाकी बचे सभी लोगों की आत्माओं को कब अपने परमेश्वर, सेनाओं के यहोवा के भवन को बनाने के लिए उत्साह से भरा था?
उसने उन्हें दारा राजा के दूसरे वर्ष के छठवें महीने के चौबीसवें दिन उत्साह से भर दिया।
Haggai 2
Haggai 2:1-2
यहोवा का वचन भविष्यद्वक्ता हाग्गै के द्वारा कब आया था?
सातवें महीने के इक्कीसवें दिन को यहोवा का वचन पहुंचा।
Haggai 2:3
चाहे उन लोगों की दृष्टि में जिन्होंने इस भवन की पहली महिमा देखी थी यह कुछ भी अच्छा नहीं था, यहोवा ने क्यों जरूब्बाबेल अधिपति, महायाजक यहोशू और सब लोगों को हियाव बांधकर काम करने के लिए कहा?
यहोवा ने कहा कि उन्हें हियाव बांध कर काम करना चाहिए क्योंकि वह उनके संग था।
Haggai 2:4
चाहे उन लोगों की दृष्टि में जिन्होंने इस भवन की पहली महिमा देखी थी यह कुछ भी अच्छा नहीं था, यहोवा ने क्यों जरूब्बाबेल अधिपति, महायाजक यहोशू और सब लोगों को हियाव बांधकर काम करने के लिए कहा?
यहोवा ने कहा कि उन्हें हियाव बांध कर काम करना चाहिए क्योंकि वह उनके संग था।
Haggai 2:5
यहोवा के साथ बांधी वाचा के अनुसार, जरूब्बाबेल, यहोशू और बाकी सभी लोगों को क्या करने से मना किया?
उन्हें न डरने के लिए कहा गया।
Haggai 2:6
जब यहोवा ने आकाश, पृथ्वी, समुन्द्र और स्थल सब को कम्पित किया और वे अपनी सभी मनभावनी वस्तुएं उसके पास ले कर आए तो यहोवा क्या करेगा?
वह भवन को अपनी महिमा से भर देगा और उस स्थान में शान्ति देगा।
Haggai 2:7-10
जब यहोवा ने आकाश, पृथ्वी, समुन्द्र और स्थल सब को कम्पित किया और वे अपनी सभी मनभावनी वस्तुएं उसके पास ले कर आए तो यहोवा क्या करेगा?
वह भवन को अपनी महिमा से भर देगा और उस स्थान में शान्ति देगा।
Haggai 2:11
याजकों के अनुसार, यदि कोई अपने वस्त्र के आंचल में पवित्र मांस बांधकर किसी और प्रकार के भोजन को छुए तो क्या वह भोजन पवित्र ठहरेगा?
याजकों के अनुसार यदि कोई अपने वस्त्र के आंचल में पवित्र मांस बांधकर किसी और प्रकार के भोजन को छुए तो वह पवित्र नहीं ठहरेगा।
Haggai 2:12
याजकों के अनुसार, यदि कोई अपने वस्त्र के आंचल में पवित्र मांस बांधकर किसी और प्रकार के भोजन को छुए तो क्या वह भोजन पवित्र ठहरेगा?
याजकों के अनुसार यदि कोई अपने वस्त्र के आंचल में पवित्र मांस बांधकर किसी और प्रकार के भोजन को छुए तो वह पवित्र नहीं ठहरेगा।
Haggai 2:13
याजकों के अनुसार, यदि कोई मनुष्य के शव के कारण अशुद्ध होकर ऐसी किसी खाने की वस्तु को छुए तो क्या वह अशुद्ध ठहरेगी?
याजकों के अनुसार, यदि कोई मनुष्य के शव के कारण अशुद्ध होकर ऐसी किसी खाने की वस्तु को छुए तो वह अशुद्ध ठहरेगी।
Haggai 2:14
यहोवा की दृष्टि में प्रजा और जाति के चढ़ावे कैसे थे?
वे उसी प्रकार अशुद्ध थे जैसे किसी शव के कारण अशुद्ध हुए मनुष्य के छूने से भोजन अशुद्ध होता है।
Haggai 2:15
यहोवा के मन्दिर में जब पत्थर पर पत्थर भी नहीं रखा गया था उससे पहले क्या हुआ था?
उन दिनों में जब कोई अन्न के बीस नपुओं की आशा से जाता तो दस ही पाता था; दाखरस के पचास बर्तनों की आशा से जाता तो बीस ही मिलते, यहोवा ने लोगों और उनके कामों को कष्ट से भर दिया।
Haggai 2:16
यहोवा के मन्दिर में जब पत्थर पर पत्थर भी नहीं रखा गया था उससे पहले क्या हुआ था?
उन दिनों में जब कोई अन्न के बीस नपुओं की आशा से जाता तो दस ही पाता था; दाखरस के पचास बर्तनों की आशा से जाता तो बीस ही मिलते, यहोवा ने लोगों और उनके कामों को कष्ट से भर दिया।
Haggai 2:17
यहोवा के मन्दिर में जब पत्थर पर पत्थर भी नहीं रखा गया था उससे पहले क्या हुआ था?
उन दिनों में जब कोई अन्न के बीस नपुओं की आशा से जाता तो दस ही पाता था; दाखरस के पचास बर्तनों की आशा से जाता तो बीस ही मिलते, यहोवा ने लोगों और उनके कामों को कष्ट से भर दिया। जब यहोवा के मन्दिर में जब पत्थर पर पत्थर भी नहीं रखा गया था और उसने उन्हें कष्टों से मारा, क्या तब लोग उसकी ओर फिरे? नहीं, लोग यहोवा की ओर नहीं फिरे।
Haggai 2:18
लोगों को जिस दिन यहोवा के मन्दिर की नींव डाली गई उस दिन से लेकर नौवें महीने के चौबीसवें दिन तक किस बात पर सोच-विचार करने के लिए कहा गया?
उन्हें विचार करना था कि खत्ते में बिल्कुल बीज नहीं थे, और दाखलता, अंजीर, अनार और जैतून नहीं फले थे।
Haggai 2:19-20
लोगों को जिस दिन यहोवा के मन्दिर की नींव डाली गई उस दिन से लेकर नौवें महीने के चौबीसवें दिन तक किस बात पर सोच-विचार करने के लिए कहा गया?
उन्हें विचार करना था कि खत्ते में बिल्कुल बीज नहीं थे, और दाखलता, अंजीर, अनार और जैतून नहीं फले थे।
यहोवा ने उस दिन से लेकर क्या वचन दिया?
यहोवा ने वचन दिया कि उस दिन से वह उनको आशीष देता रहेगा।
Haggai 2:21
यहोवा ने क्या घोषणा की, कि जब वह आकाश, पृथ्वी को कम्पाएगा और राज्य-राज्य की गद्दी को उलट देगा तो क्या होगा?
रथ उनके सवारों समेत उलट जाएंगे, प्रत्येक अपने भाई की तलवार के कारण और यहोवा जरुब्बाबेल को अपना दास बना कर रख लेगा।
Haggai 2:22
यहोवा ने क्या घोषणा की, कि जब वह आकाश, पृथ्वी को कम्पाएगा और राज्य-राज्य की गद्दी को उलट देगा तो क्या होगा?
रथ उनके सवारों समेत उलट जाएंगे, प्रत्येक अपने भाई की तलवार के कारण और यहोवा जरुब्बाबेल को अपना दास बना कर रख लेगा।
Haggai 2:23
यहोवा जरुब्बाबेल को लेकर मुहर वाली अंगूठी के समान क्यों रखेगा?
यहोवा उसे लेकर मुहर वाली अंगूठी के समान इसलिए रखेगा क्योंकि उसने उसे चुन लिया है।