Jonah
Jonah 1
Jonah 1:2
यहोवा ने योना को कहाँ जाने और क्या करने की आज्ञा दी थी?
यहोवा ने योना को नीनवे में जाने और उनके विरुद्ध प्रचार करने की आज्ञा दी थी।
Jonah 1:3
यहोवा की आज्ञा सुनने के बाद योना ने क्या किया?
योना, तर्शीश जाने के लिए यहोवा के सम्मुख से भाग गया।
Jonah 1:4
योना जिस जहाज पर चढ़ा था, उस जहाज पर यहोवा ने क्या किया?
यहोवा ने समुद्र में एक प्रचण्ड आँधी चलाई, और ऐसा लगा कि जैसे जहाज टूट जाएगा।
Jonah 1:5-6
आँधी के बीच मल्लाह किसकी दुहाई देने लगे?
मल्लाह लोग डर गए और हर एक अपने-अपने देवता की दुहाई देने लगा।
Jonah 1:7-9
मल्लाहों ने कैसे निर्धारित किया कि विपत्ति का कारण कौन था, और इसका क्या परिणाम निकला?
मल्लाहों ने चिट्ठी डालकर यह निर्धारित किया कि विपत्ति का कौन कारण था, और चिट्ठी योना के नाम की निकली।
Jonah 1:10-11
योना ने क्या कहा, उन पर आई विपत्ति का कारण कौन था?
योना ने पुरुषों से कहा कि वह यहोवा के सम्मुख से भाग रहा था।
Jonah 1:12-13
योना ने भारी आँधी को रोकने के लिए पुरुषों को क्या करने के लिए कहा?
योना ने भारी आँधी को रोकने के लिए पुरुषों से उसे समुद्र में फेंकने के लिए कहा।
Jonah 1:14
मल्लाहों ने यहोवा से कौन सी दो विनती की?
उन्होंने यहोवा से कहा कि वह उन्हें नाश न होने दे, और योना की मृत्यु के लिए उन्हें दोषी न ठहराएं।
Jonah 1:15-16
क्या हुआ जब मल्लाहों ने योना को समुद्र में फेंक दिया?
जब उन्होंने योना को समुद्र में फेंक दिया, तब समुद्र की भयानक लहरें थम गईं।
Jonah 1:17
जब उन्होंने योना को समुद्र में फेंक दिया, तब उसके साथ क्या हुआ।
एक महा मच्छ ने योना को निगल लिया, और वह तीन दिन और तीन रात महा मच्छ के पेट में पड़ा रहा।
Jonah 2
Jonah 2:1-3
योना ने महा मच्छ के पेट से क्या किया?
योना ने यहोवा से सहायता के लिए प्रार्थना की।
Jonah 2:4-5
योना को क्या उम्मीद थी कि वह फिर से क्या कर पाएगा?
योना को उम्मीद थी कि शायद वह फिर से यहोवा के पवित्र मन्दिर की ओर ताक सकेगा।
Jonah 2:6-7
यहोवा योना के प्राण को कहाँ से लाया?
यहोवा ने योना के प्राण को गड्ढे से निकाला।
Jonah 2:8
जो लोग धोखे की व्यर्थ वस्तुओं पर ध्यान लगाते हैं उनके साथ क्या होता है?
जो लोग धोखे की व्यर्थ वस्तुओं पर ध्यान लगाते हैं, वे यहोवा की करुणा को छोड़ देते हैं।
Jonah 2:9
योना ने महा मच्छ के पेट से क्या वादा किया था?
योना ने जो मन्नत मानी थी उसको पूरी करने का वादा किया था।
योना ने क्या कहा कि उद्धार किससे मिलता है?
योना ने कहा कि उद्धार यहोवा से मिलता है?
Jonah 2:10
यहोवा ने महा मच्छ के क्या करने के लिए कहा?
यहोवा ने महा मच्छ से कहा कि वह योना को स्थल पर उगल दे।
Jonah 3
Jonah 3:2
यहोवा ने योना को दूसरी बार क्या आज्ञा दी?
यहोवा ने योना को नीनवे में जाने और यहोवा का संदेश सुनाने की आज्ञा दी।
Jonah 3:3
योना ने यहोवा की आज्ञा के बाद इस बार प्रतिउत्तर में क्या किया?
योना ने आज्ञा का पालन किया और नीनवे गया।
Jonah 3:4-7
नीनवे में योना ने क्या प्रचार किया?
योना ने कहा कि चालीस दिनों में नीनवे उलट दिया जाएगा।
Jonah 3:8
योना के द्वारा यहोवा के संदेश के प्रचार का जवाब नीनवे के मनुष्यों ने कैसे दिया?
नीनवे के मनुष्यों ने टाट ओढ़ें, परमेश्वर की दुहाई चिल्ला चिल्लाकर दिया, और अपने कुमार्ग से फिरें।
Jonah 3:9
नीनवे के राजा को अब भी लोगों और शहर के लिए क्या आशा थी?
नीनवे के राजा को अब भी उम्मीद था कि परमेश्वर का भड़का हुआ कोप शान्त हो जाएगा।
Jonah 3:10
परमेश्वर ने नीनवे के मनुष्यों के पश्चाताप का जवाब कैसे दिया?
परमेश्वर ने अपनी इच्छा बदल दी, और उनकी जो हानि करने की ठानी थी, उसको न किया।
Jonah 4
Jonah 4:1
योना इतना क्रोधित क्यों था?
योना को यह बुरा लग रहा था कि यहोवा ने नीनवे को दंडित नहीं किया।
Jonah 4:2
योना ने यह क्यों कहा कि उसने तर्शीश को भाग जाने कोशिश की थी?
योना ने कहा कि वह जानता था कि यहोवा अनुग्रहकारी, दयालु, विलम्ब से कोप करनेवाला, करुणानिधान और दुःख देने से प्रसन्न नहीं होता है।
Jonah 4:3
योना क्या चाहता था कि यहोवा उसके लिए करे?
योना चाहता था कि यहोवा उसकी जान ले ले।
Jonah 4:4
यहोवा ने योना से क्या प्रश्न किया?
यहोवा ने योना से कहा कि क्या उसका क्रोधित होना उचित है?
Jonah 4:5
योना नगर से बाहर जाकर क्यों बैठ गया?
योना देखना चाहता था कि नगर का क्या होगा।
Jonah 4:6
यहोवा ने योना के लिए क्या किया जब वह नगर के बाहर बैठा था?
यहोवा ने योना को छाया देने के लिए एक पेड़ लगाया।
Jonah 4:7-8
यहोवा ने उस पेड़ का क्या किया जो योना को छाया देता था?
यहोवा ने एक कीड़े को भेजा कि वह कीड़ा उस पेड़ को काटकर सुखा सके।
Jonah 4:9
तब यहोवा ने योना से क्या प्रश्न किया?
यहोवा ने योना से पूछा कि क्या पेड़ के कारण भड़का हुआ क्रोध उचित है।
Jonah 4:10
योना ने उस पेड़ के बारे में कैसा महसूस किया जिसने उसे छाया दी थी?
योना को उस पेड़ के लिए करुणा थी।
Jonah 4:11
यहोवा ने किसके लिए करुणा की थी?
यहोवा को नीनवे के मनुष्यों और जानवरों दोनों पर करुणा थी।