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1 Thessalonians

1 Thessalonians 1

1 Thessalonians 1:3-4

थिस्सलुनीकियों के विषय में परमेश्वर के सम्मुख पौलुस सर्वदा क्या स्मरण करता है?

पौलुस उनके विश्वास के काम, उनके प्रेम के परिश्रम, और उनकी आशा के धीरज को स्मरण करता है।

1 Thessalonians 1:5

किन चार तरीकों से थिस्सलुनीकियों के पास सुसमाचार पहुँचा?

थिस्सलुनीकियों के पास वचन में, सामर्थ्य में, पवित्र आत्मा में, और बड़े निश्चय में सुसमाचार पहुँचा।

1 Thessalonians 1:6-7

जब थिस्सलुनीकियों ने सुसमाचार के वचन को ग्रहण किया तो उनके साथ क्या घटित हो रहा था?

थिस्सलुनीकियों ने बड़े क्लेश में वचन को ग्रहण किया।

जब थिस्सलुनीकियों ने सुसमाचार के वचन को ग्रहण किया तो उनका व्यवहार कैसा था?

थिस्सलुनीकियों ने पवित्र आत्मा के आनन्द के साथ वचन को ग्रहण किया।

1 Thessalonians 1:8

थिस्सलुनीकियों के इसे ग्रहण कर लेने के पश्चात प्रभु के वचन के साथ क्या घटित हुआ था?

जहाँ-जहाँ उनका विश्वास गया, वहाँ-वहाँ प्रत्येक स्थान में प्रभु का वचन फैल गया।

1 Thessalonians 1:9

सच्चे परमेश्वर पर विश्वास करने वाले बनने से पहले थिस्सलुनीके के लोग किसकी उपासना कर रहे थे?

सच्चे परमेश्वर पर विश्वास करने वाले बनने से पहले थिस्सलुनीके के लोग मूर्तियों की उपासना कर रहे थे।

1 Thessalonians 1:10

पौलुस और थिस्सलुनीके के लोग किसकी प्रतीक्षा कर रहे थे?

पौलुस और थिस्सलुनीके के लोग यीशु के स्वर्ग से आने की प्रतीक्षा कर रहे थे।

यीशु हमें किससे बचाता है?

यीशु हमें आने वाले प्रकोप से बचाता है।

1 Thessalonians 2

1 Thessalonians 2:2-3

थिस्सलुनीकियों के पास आने से पहले पौलुस और उसके साथियों के साथ कैसा बर्ताव किया गया था?

पौलुस और उसके साथियों को पीड़ित किया गया और उनके साथ लज्जापूर्ण बर्ताव किया गया था।

1 Thessalonians 2:4

सुसमाचार प्रचार करने के द्वारा पौलुस किसे प्रसन्न करने की इच्छा रखता है?

सुसमाचार प्रचार करने के द्वारा पौलुस परमेश्वर को प्रसन्न करने की इच्छा रखता है।

1 Thessalonians 2:5

सुसमाचार प्रचार करने में पौलुस ने क्या नहीं किया था?

पौलुस ने चापलूसी का उपयोग नहीं किया, और न ही उसने लोगों के द्वारा आदर पाना चाहा।

1 Thessalonians 2:6

सुसमाचार प्रचार करने में पौलुस ने क्या नहीं किया था?

पौलुस ने चापलूसी का उपयोग नहीं किया, और न ही उसने लोगों के द्वारा आदर पाना चाहा।

1 Thessalonians 2:7

जिस समय पौलुस थिस्सलुनीकियों के मध्य में था तो उसने उनके साथ कैसा बर्ताव किया?

पौलुस ने थिस्सलुनीकियों के साथ ऐसा कोमल व्यवहार किया, जैसे कोई माता या पिता अपनी सन्तान के साथ करते हैं।

1 Thessalonians 2:8

जिस समय पौलुस थिस्सलुनीकियों के मध्य में था तो उसने उनके साथ कैसा बर्ताव किया?

पौलुस ने थिस्सलुनीकियों के साथ ऐसा कोमल व्यवहार किया, जैसे कोई माता या पिता अपनी सन्तान के साथ करते हैं।

1 Thessalonians 2:9-10

पौलुस और उसके साथियों ने क्या किया था जिससे कि वे थिस्सलुनीकियों पर बोझ न बनें?

पौलुस और उसके साथियों ने रात और दिन काम किया था जिससे कि वे थिस्सलुनीकियों पर बोझ नहीं बने।

1 Thessalonians 2:11

जिस समय पौलुस थिस्सलुनीकियों के मध्य में था तो उसने उनके साथ कैसा बर्ताव किया?

पौलुस ने थिस्सलुनीकियों के साथ ऐसा कोमल व्यवहार किया, जैसे कोई माता या पिता अपनी सन्तान के साथ करते हैं।

1 Thessalonians 2:12

पौलुस ने थिस्सलुनीकियों से क्या कहा कि उनको कैसी चाल चलनी चाहिए?

पौलुस ने थिस्सलुनीकियों से कहा कि उनको इस ढंग से चाल चलनी चाहिए जो परमेश्वर के योग्य हो जो उनको अपने राज्य और महिमा में बुलाता है।

1 Thessalonians 2:13

जब पौलुस ने थिस्सलुनीकियों पर प्रचार किया तो उन्होंने उस सन्देश को किस प्रकार के वचन के रूप में ग्रहण किया था?

थिस्सलुनीकियों ने उस सन्देश को परमेश्वर के वचन के रूप में ग्रहण किया था, न कि मनुष्य की बात के रूप में।

1 Thessalonians 2:14

अविश्वासी यहूदियों ने ऐसा क्या किया था जिससे परमेश्वर अप्रसन्न था?

उन अविश्वासी यहूदियों ने यहूदिया में स्थित कलीसियाओं को प्रताड़ित किया, यीशु को और भविष्यद्वक्ताओं को मार डाला, पौलुस को निकाल बाहर किया, और पौलुस को अन्यजातियों से बात करने से मना कर दिया।

1 Thessalonians 2:15

अविश्वासी यहूदियों ने ऐसा क्या किया था जिससे परमेश्वर अप्रसन्न था?

उन अविश्वासी यहूदियों ने यहूदिया में स्थित कलीसियाओं को प्रताड़ित किया, यीशु को और भविष्यद्वक्ताओं को मार डाला, पौलुस को निकाल बाहर किया, और पौलुस को अन्यजातियों से बात करने से मना कर दिया।

1 Thessalonians 2:16

अविश्वासी यहूदियों ने ऐसा क्या किया था जिससे परमेश्वर अप्रसन्न था?

उन अविश्वासी यहूदियों ने यहूदिया में स्थित कलीसियाओं को प्रताड़ित किया, यीशु को और भविष्यद्वक्ताओं को मार डाला, पौलुस को निकाल बाहर किया, और पौलुस को अन्यजातियों से बात करने से मना कर दिया।

1 Thessalonians 2:17

पौलुस थिस्सलुनीकियों के पास क्यों नहीं आ सका जबकि उसकी यही इच्छा थी?

पौलुस थिस्सलुनीकियों के पास इसलिए नहीं आ सका क्योंकि शैतान ने उसे रोका था।

1 Thessalonians 2:18

पौलुस थिस्सलुनीकियों के पास क्यों नहीं आ सका जबकि उसकी यही इच्छा थी?

पौलुस थिस्सलुनीकियों के पास इसलिए नहीं आ सका क्योंकि शैतान ने उसे रोका था।

1 Thessalonians 2:19

प्रभु के आगमन पर थिस्सलुनीके के लोग पौलुस के लिए क्या हो जाएँगे?

प्रभु के आगमन पर थिस्सलुनीके के लोग पौलुस की आशा, आनन्द, और घमण्ड का मुकुट हो जाएँगे।

1 Thessalonians 2:20

प्रभु के आगमन पर थिस्सलुनीके के लोग पौलुस के लिए क्या हो जाएँगे?

प्रभु के आगमन पर थिस्सलुनीके के लोग पौलुस की आशा, आनन्द, और घमण्ड का मुकुट हो जाएँगे।

1 Thessalonians 3

1 Thessalonians 3:1

भले ही पौलुस एथेंस में पीछे छूट गया, तौभी उसने क्या किया?

पौलुस ने थिस्सलुनीके में पाए जाने वाले विश्वासियों को दृढ़ करने और सांत्वना देने के लिए तीमुथियुस को भेजा।

1 Thessalonians 3:2

भले ही पौलुस एथेंस में पीछे छूट गया, तौभी उसने क्या किया?

पौलुस ने थिस्सलुनीके में पाए जाने वाले विश्वासियों को दृढ़ करने और सांत्वना देने के लिए तीमुथियुस को भेजा।

1 Thessalonians 3:3-4

पौलुस ने क्या कहा कि उसे किस बात के लिए नियुक्त किया गया था?

पौलुस ने कहा कि उसे क्लेशों के लिए नियुक्त किया गया था।

1 Thessalonians 3:5

थिस्सलुनीकियों के लिए पौलुस किस विषय में चिन्तित था?

पौलुस चिन्तित था कि परीक्षा करने वाले ने किसी भी तरह से उनकी परीक्षा ली हो और इस कारण से उसका परिश्रम व्यर्थ हो गया हो।

1 Thessalonians 3:6

जब तीमुथियुस थिस्सलुनीके से वापस लौटा तो किस बात ने पौलुस को शान्ति प्रदान की?

थिस्सलुनीकियों के विश्वास और प्रेम का शुभ सन्देश सुनकर, और यह कि वे उसे देखने की लालसा रखते थे, पौलुस को शान्ति मिली।

1 Thessalonians 3:7

जब तीमुथियुस थिस्सलुनीके से वापस लौटा तो किस बात ने पौलुस को शान्ति प्रदान की?

थिस्सलुनीके के लोगों के विश्वास और प्रेम का शुभ सन्देश सुनकर, और यह कि वे उसे देखने की लालसा रखते थे, पौलुस को शान्ति मिली।

1 Thessalonians 3:8-9

पौलुस क्या कहता है कि यदि थिस्सलुनीकियों ने ऐसा किया तो वह जीवित रहेगा?

पौलुस कहता है कि यदि थिस्सलुनीके के लोग प्रभु में दृढ़ बने रहे तो वह जीवित रहेगा?

1 Thessalonians 3:10-11

पौलुस रात और दिन किस बात के लिए प्रार्थना करता है?

पौलुस रात और दिन इस बात के लिए प्रार्थना करता है कि वह थिस्सलुनीकियों को देख सके और वह उपलब्ध करवाए जिसकी उनके विश्वास में कमी है।

1 Thessalonians 3:12

पौलुस किस बात में थिस्सलुनीकियों के बढ़ने और उन्नति करने की इच्छा करता है?

पौलुस चाहता है कि थिस्सलुनीके को लोग एक दूसरे के प्रति और सभी लोगों के प्रति प्रेम बढ़ें और उन्नति करें।

1 Thessalonians 3:13

किस समय के लिए पौलुस चाहता है कि थिस्सलुनीके के लोग अपने हृदयों को पवित्रता में निर्दोष रखकर तैयार रहें?

पौलुस चाहता है कि थिस्सलुनीके के लोग प्रभु यीशु के अपने सभी पवित्र लोगों के साथ आने के समय लिए तैयार रहें।

1 Thessalonians 4

1 Thessalonians 4:1

पौलुस क्या चाहता था कि थिस्सलुनीके के लोग उन निर्देशों के साथ करें जो उसने उन्हें इस विषय में दिए थे कि उन्हें कैसी चाल चलनी चाहिए और परमेश्वर को प्रसन्न करना चाहिए?

पौलुस चाहता था कि थिस्सलुनीके के लोग योग्य चाल चलते रहें और परमेश्वर को प्रसन्न करते रहें, तथा उससे भी अधिक करें।

1 Thessalonians 4:2

पौलुस क्या चाहता था कि थिस्सलुनीके के लोग उन निर्देशों के साथ करें जो उसने उन्हें इस विषय में दिए थे कि उन्हें कैसी चाल चलनी चाहिए और परमेश्वर को प्रसन्न करना चाहिए?

पौलुस चाहता था कि थिस्सलुनीके के लोग योग्य चाल चलते रहें और परमेश्वर को प्रसन्न करते रहें, तथा उससे भी अधिक करें।

1 Thessalonians 4:3

पौलुस ने क्या कहा जो थिस्सलुनीकियों के लिए परमेश्वर की इच्छा थी?

पौलुस ने कहा कि थिस्सलुनीकियों का पवित्रीकरण उनके लिए परमेश्वर की इच्छा थी।

1 Thessalonians 4:4-5

पतियों को अपनी पत्नियों के साथ कैसा बर्ताव करना था?

पतियों को अपनी पत्नियों से पवित्रता और आदर के साथ बर्ताव करना था।

1 Thessalonians 4:6-7

उस भाई के साथ क्या घटित होगा जिसने यौन अनैतिकता के मामले में पाप किया हो?

प्रभु उस भाई के प्रति पलटा लेने वाला होगा जिसने यौन अनैतिकता के मामले में पाप किया हो।

1 Thessalonians 4:8

जो व्यक्ति पवित्रता की बुलाहट को अस्वीकार करता है तो वह किसे अस्वीकार करता है?

जो व्यक्ति पवित्रता की बुलाहट को अस्वीकार करता है, वह परमेश्वर को अस्वीकार करता है।

1 Thessalonians 4:9

थिस्सलुनीके के लोग ऐसा क्या कर रहे थे जिसे पौलुस चाहता था कि वे और भी अधिक करें?

पौलुस चाहता था कि थिस्सलुनीके के लोग और भी अधिक एक दूसरे से प्रेम करें।

1 Thessalonians 4:10

थिस्सलुनीके के लोग ऐसा क्या कर रहे थे जिसे पौलुस चाहता था कि वे और भी अधिक करें?

पौलुस चाहता था कि थिस्सलुनीके के लोग और भी अधिक एक दूसरे से प्रेम करें।

1 Thessalonians 4:11

थिस्सलुनीकियों को ऐसा क्या करना था ताकि वे अविश्वासियों के सामने सही चाल चलें और उन्हें किसी वस्तु की आवश्यकता न पड़े?

थिस्सलुनीकियों को शान्त रहना था, अपने काम पर ध्यान देना था, और अपने हाथों से काम करना था।

1 Thessalonians 4:12

थिस्सलुनीकियों को ऐसा क्या करना था ताकि वे अविश्वासियों के सामने सही चाल चलें और उन्हें किसी वस्तु की आवश्यकता न पड़े?

थिस्सलुनीकियों को शान्त रहना था, अपने काम पर ध्यान देना था, और अपने हाथों से काम करना था।

1 Thessalonians 4:13

थिस्सलुनीकियों को सम्भवतः किस विषय के बारे में गलतफहमी थी?

थिस्सलुनीकियों को सम्भवतः इस विषय में गलतफहमी थी कि जो लोग सो गए थे उनके साथ क्या हुआ है।

1 Thessalonians 4:14-15

जो लोग यीशु में सो गए हैं उनके लिए परमेश्वर क्या करेगा?

जो लोग मसीह में सो गए हैं परमेश्वर उनको यीशु के साथ ले आएगा।

1 Thessalonians 4:16

प्रभु स्वर्ग से कैसे उतरेगा?

प्रभु स्वर्ग से ललकार के साथ और परमेश्वर की तुरही के साथ उतरेगा।

सबसे पहले कौन जी उठेंगे, और उसके पश्चात उनके साथ किनको उठा लिए जाएगा?

जो मसीह में मरे हुए हैं वे सबसे पहले जी उठेंगे, उसके पश्चात जो अभी भी जीवित हैं वे उनके साथ उठा लिए जाएँगे।

1 Thessalonians 4:17

सबसे पहले कौन जी उठेंगे, और उसके पश्चात उनके साथ किनको उठा लिए जाएगा?

जो मसीह में मरे हुए हैं वे सबसे पहले जी उठेंगे, उसके पश्चात जो अभी भी जीवित हैं वे उनके साथ उठा लिए जाएँगे।

जो जी उठे हैं वे किससे मिलेंगे, और कितने समय तक?

जो जी उठे हैं वे हवा में प्रभु से मिलेंगे, और उसके पश्चात सर्वदा प्रभु के साथ रहेंगे।

1 Thessalonians 4:18

जो सो गए थे उनके विषय में अपनी शिक्षा के साथ पौलुस ने थिस्सलुनीकियों से क्या करने के लिए कहा?

पौलुस ने थिस्सलुनीकियों से कहा कि वे उसके वचनों से एक दूसरे को सांत्वना दें।

1 Thessalonians 5

1 Thessalonians 5:2

पौलुस क्या कहता है कि प्रभु का दिन कैसे आएगा?

पौलुस कहता है कि प्रभु का दिन रात में चोर के समान आएगा।

1 Thessalonians 5:3

जब एकाएक उन पर विनाश आ पड़ेगा तो कुछ लोग क्या कह रहे होंगे?

कुछ लोग “शान्ति और सुरक्षा” कह रहे होंगे।

1 Thessalonians 5:4

पौलुस क्यों कहता है कि प्रभु का दिन विश्वास करने वालों पर चोर के समान हावी नहीं होना चाहिए?

क्योंकि विश्वास करने वाले अन्धकार में नहीं हैं, परन्तु ज्योति के पुत्र हैं, इसलिए प्रभु का दिन उन पर चोर के समान हावी नहीं होना चाहिए।

1 Thessalonians 5:5

पौलुस क्यों कहता है कि प्रभु का दिन विश्वास करने वालों पर चोर के समान हावी नहीं होना चाहिए?

क्योंकि विश्वास करने वाले अन्धकार में नहीं हैं, परन्तु ज्योति के पुत्र हैं, इसलिए प्रभु का दिन उन पर चोर के समान हावी नहीं होना चाहिए।

1 Thessalonians 5:6-8

प्रभु के आगमन के दिन के विषय में पौलुस विश्वास करने वालों से क्या करने के लिए कहता है?

पौलुस विश्वास करने वालों से जागते रहने और सचेत रहने के लिए कहता है।

1 Thessalonians 5:9-11

विश्वास करने वालों को परमेश्वर के द्वारा किस बात के लिए नियुक्त किया गया है?

विश्वास करने वालों को परमेश्वर के द्वारा यीशु मसीह के माध्यम से उद्धार पाने के लिए नियुक्त किया गया है।

1 Thessalonians 5:12

पौलुस क्या कहता है कि विश्वास करने वालों को उन लोगों के प्रति किस प्रकार का रवैया रखना चाहिए जो प्रभु में उनके अगुवे हैं?

पौलुस कहता है कि उन्हें ऐसों को स्वीकार करना चाहिए और प्रेम से उनका अत्यन्त आदर करना चाहिए।

1 Thessalonians 5:13-14

पौलुस क्या कहता है कि विश्वास करने वालों को उन लोगों के प्रति किस प्रकार का रवैया रखना चाहिए जो प्रभु में उनके अगुवे हैं?

पौलुस कहता है कि उन्हें ऐसों को स्वीकार करना चाहिए और प्रेम से उनका अत्यन्त आदर करना चाहिए।

1 Thessalonians 5:15-17

पौलुस क्या कहता है कि जब उनके साथ बुरा किया जाए तो किसी भी जन को ऐसा नहीं करना चाहिए?

पौलुस कहता है कि जब उनके साथ बुरा किया जाए तो किसी भी जन को बदले में बुराई नहीं करनी चाहिए।

1 Thessalonians 5:18-19

पौलुस क्या कहता है जिसे विश्वास करने वालों को सब बातों में करना चाहिए, और क्यों?

पौलुस कहता है कि विश्वास करने वालों को सब बातों में धन्यवाद करना चाहिए, क्योंकि उनके लिए परमेश्वर की यही इच्छा है।

1 Thessalonians 5:20

भविष्यद्वाणियों के विषय में पौलुस विश्वास करने वालों को क्या निर्देश देता है?

पौलुस विश्वास करने वालों को भविष्यद्वाणियों को तुच्छ न समझने का, और सब बातों को परखने का, और जो बातें अच्छी हैं उनको पकड़ लेने का निर्देश देता है।

1 Thessalonians 5:21-22

भविष्यद्वाणियों के विषय में पौलुस विश्वास करने वालों को क्या निर्देश देता है?

पौलुस विश्वास करने वालों को भविष्यद्वाणियों को तुच्छ न समझने का, और सब बातों को परखने का, और जो बातें अच्छी हैं उनको पकड़ लेने का निर्देश देता है।

1 Thessalonians 5:23-27

पौलुस क्या प्रार्थना करता है जिसे परमेश्वर विश्वास करने वालों के लिए करेगा?

पौलुस प्रार्थना करता है कि परमेश्वर विश्वास करने वालों को आत्मा, प्राण, और शरीर में पूरी रीति से पवित्र करेगा।

1 Thessalonians 5:28

विश्वास करने वालों के साथ क्या होने के लिए पौलुस प्रार्थना करता है?

पौलुस प्रार्थना करता है कि विश्वास करने वालों के साथ प्रभु यीशु मसीह का अनुग्रह बना रहे।