3 John
3 John 1
3 John 1:1
इस पत्र में लेखक यूहन्ना अपना परिचय किस नाम से देता है?
यूहन्ना अपना परिचय एक प्राचीन के रूप में देता है।
इस पत्र के प्राप्तकर्ता गयुस से यूहन्ना का संबन्ध कैसा था?
यूहन्ना गयुस से सच्चा प्रेम करता था।
3 John 1:2-3
गयुस के लिए यूहन्ना क्या प्रार्थना करता हैं?
यूहन्ना प्रार्थना करता है कि गयुस जिस प्रकार आत्मिक उन्नति कर रहा है उसी प्रकार वह सब बातों में उन्नति करे और भला चंगा रहे।
3 John 1:4
यूहन्ना का सबसे बड़ा आनन्द क्या है?
यूहन्ना का सबसे बड़ा आनन्द है कि उसके बच्चे सत्य पर चलते हैं।
3 John 1:5
गयुस किसके लिए काम करता था?
गयुस ने प्रचारकों के लिए काम किया, भले ही वे अजनबी थे।
3 John 1:6
गयुस ने अपनी यात्रा के दौरान प्रचारकों को किस तरीके से भेजा?
उसने उन्हें परमेश्वर के योग्य तरीके से बाहर भेजा।
3 John 1:7
प्रचारकों को अपनी यात्रा पर भेजने के लिए विश्वासियों से सहायता की आवश्यकता क्यों पड़ी?
उन्हें सहायता की आवश्यकता थी क्योंकि उन्हें अन्यजातियों से प्राप्त नहीं हुआ था।
3 John 1:8
यूहन्ना क्यों कहता है कि विश्वासियों को ऐसे प्रचारकों का स्वागत करना चाहिए?
यूहन्ना कहता है कि विश्वासियों को ऐसे लोगों का स्वागत करना चाहिए कि वे भी सत्य के पक्ष में उनके सहकर्मी हो जाएं।
3 John 1:9
दियुत्रिफेस को क्या अच्छा लगता था?
दियुत्रिफेस सभा में बड़ा बनना चाहता था।
दियुत्रिफेस का व्यवहार यूहन्ना के प्रति कैसा था?
वह यूहन्ना को भी ग्रहण नहीं करता था।
3 John 1:10
यूहन्ना गयुस के पास उस कलीसिया में जाएगा तब क्या करेगा?
यूहन्ना जब वहाँ जाएगा तब उसके बुरे कामों की उसे सुधि दिलाएगा।
जो भाई मसीह के नाम के लिए निकले थे उनके साथ दियुत्रिफेस का व्यवहार कैसा था?
दियुत्रिफेस प्रचारकों को भी ग्रहण नहीं करता था।
दियुत्रिफेस उनके साथ क्या करता था जो प्रचारकों को ग्रहण करते थे?
जो प्रचारकों को ग्रहण करते थे दियुत्रिफेस उन्हे कलीसिया से बाहर निकाल देता था।
3 John 1:11-13
यूहन्ना गयुस को किसका अनुयायी होने के लिए कहता है?
यूहन्ना गयुस से कहता है कि वह भलाई का अनुयायी हों।
3 John 1:14-15
यूहन्ना भविष्य में क्या करने की आशा रखता था?
यूहन्ना गयुस से आमने सामने बातें करने की आशा रखता था।