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Daniel

Daniel 1

Daniel 1:1

बेबीलोन का राजा नबूकदनेस्सर यरूशलेम पर चढ़ाई करने कब आया?

नबूकदनेस्सर,यहूदा के राजा यहोयाकीम के राज्य के तीसरे वर्ष में यरूशलेम आया।

Daniel 1:2

किसने नबूकदनेस्सर को यहूदा के राजा यहोयाकीम पर विजय दिलाई?

परमेश्वर ने नबूकदनेस्सर को यहूदा के राजा यहोयाकीम पर विजय दिलाई।

Daniel 1:3

राजा ने अश्पनज को क्या आदेश दिया?

राजा ने अश्पनज से कहा कि वह इस्राएली राजपुत्रों और प्रतिष्ठित पुरुषों में से कुछ जवानों को लाए।

Daniel 1:4

राजा किस प्रकार के जवानों को बेबीलोन लाना चाहता था?

राजा ऐसे जवान पुरुषों को चाहता था जो निर्दोष, सुन्दर और सब प्रकार की बुद्धि में प्रवीण, और ज्ञान में निपुण और विद्वान और राजभवन में सेवा करने के योग्य हों।

Daniel 1:5

इन युवा पुरुषों को क्या खिलाया जाना था?

उन्हें राजा के भोजन और पीने के दाखमधु में से प्रतिदिन खाने पीने को दिए जाने की आज्ञा थी।

Daniel 1:6

इस्राएल के इन युवा पुरुषों में से कुछ के क्या नाम थे और खोजों के प्रधान ने उनके क्या नाम रखे?

इन में से कुछ युवा पुरुषों के नाम और खोजों के प्रधान द्वारा दिए गए नाम इस प्रकार थे: दानिय्येल का नाम उसने बेलतशस्सर, हनन्याह का शद्रक, मीशाएल का मेशक, और अजर्याह का अबेदनगो रखा।

Daniel 1:7

जब मुखिए ने उनकी विनती मान ली और दस दिन के बाद उसने दानिय्येल, हनन्याह, मीशाएल, और अजर्याह की अन्य जवानों से तुलना की तो क्या पाया?

मुखिए ने देखा कि दानिय्येल, हनन्याह, मीशाएल, और अजर्याह के मुंह राजा के भोजन खानेवाले सब जवानों से अधिक अच्छे और चिकने दिखाई पड़ रहे थे।

Daniel 1:8-9

दानिय्येल ने अपने मन में क्या ठान लिया था?

दानिय्येल ने अपने मन में ठान लिया कि वह राजा का भोजन खाकर और उसके पीने का दाखमधु पीकर स्वयं को अपवित्र न करेगा।

Daniel 1:10

जब दानिय्येल ने खोजों के प्रधान से विनती करी कि वह राजा के भोजन और दाखमधु से स्वयं को अपवित्र न करे तो उसने क्या प्रतिक्रिया की?

खोजों के प्रधान ने दानिय्येल से कहा कि वह राजा से डरता है, और राजा ने ही दानिय्येल का खाना -पीना ठहराया है, और उसका मुंह उसके संग के जवानों से उतरा हुआ और उदास देखा तो राजा उसका सिर भी कटवा सकता है।

Daniel 1:11

दानिय्येल ने उस मुखिए से जिसे दानिय्येल, हनन्याह, मीशाएल, और अजर्याह के ऊपर देखभाल करने के लिए नियुक्त किया गया था, उससे क्या पूछा?

दानिय्येल ने उस से विनती करी कि वह उनको दस दिन तक जाँच, उनके खाने के लिए सागपात और पीने के लिए पानी ही दे। फिर दस दिन के बाद उनके मुंह और जो जवान राजा का भोजन खाते हैं उनके मुंह को देखे; और जैसा उसे दिख पड़े उसी के अनुसार उनसे व्यवहार करे।

Daniel 1:12

दानिय्येल ने उस मुखिए से जिसे दानिय्येल, हनन्याह, मीशाएल, और अजर्याह के ऊपर देखभाल करने के लिए नियुक्त किया गया था, उससे क्या पूछा?

दानिय्येल ने उस से विनती करी कि वह उनको दस दिन तक जाँच, उनके खाने के लिए सागपात और पीने के लिए पानी ही दे। फिर दस दिन के बाद उनके मुंह और जो जवान राजा का भोजन खाते हैं उनके मुंह को देखे; और जैसा उसे दिख पड़े उसी के अनुसार उनसे व्यवहार करे।

Daniel 1:13

दानिय्येल ने उस मुखिए से जिसे दानिय्येल, हनन्याह, मीशाएल, और अजर्याह के ऊपर देखभाल करने के लिए नियुक्त किया गया था, उससे क्या पूछा?

दानिय्येल ने उस से विनती करी कि वह उनको दस दिन तक जाँच, उनके खाने के लिए सागपात और पीने के लिए पानी ही दे। फिर दस दिन के बाद उनके मुंह और जो जवान राजा का भोजन खाते हैं उनके मुंह को देखे; और जैसा उसे दिख पड़े उसी के अनुसार उनसे व्यवहार करे।

Daniel 1:14-16

जब मुखिए ने उनकी विनती मान ली और दस दिन के बाद उसने दानिय्येल, हनन्याह, मीशाएल, और अजर्याह की अन्य जवानों से तुलना की तो क्या पाया?

मुखिए ने देखा कि दानिय्येल, हनन्याह, मीशाएल, और अजर्याह के मुंह राजा के भोजन खानेवाले सब जवानों से अधिक अच्छे और चिकने दिखाई पड़ रहे थे।

Daniel 1:17-18

परमेश्वर ने दानिय्येल, हनन्याह, मीशाएल और अजर्याह को क्या दिया?

परमेश्वर ने उन्हें सब प्रकार की विद्याओं में बुद्धिमानी और प्रवीणता दी और दानिय्येल सब प्रकार के दर्शन और स्वप्न को समझ सकता था।

Daniel 1:19

जब राजा ने जवानों के सम्पूर्ण समूह से बातचीत की तो क्या पाया?

जब राजा ने उनसे बातचीत की तो पाया कि दानिय्येल, हनन्याह, मीशाएल और अजर्याह के तुल्य उन सब में कोई नहीं था। बुद्धि और हर प्रकार की समझ के विषय में जो कुछ भी राजा उनसे पूछता था उस में वे राज्य भर के सब ज्योतिषियों और तंत्रियों से दसगुणे निपुण ठहरते थे।

Daniel 1:20

जब राजा ने जवानों के सम्पूर्ण समूह से बातचीत की तो क्या पाया?

जब राजा ने उनसे बातचीत की तो पाया कि दानिय्येल, हनन्याह, मीशाएल और अजर्याह के तुल्य उन सब में कोई नहीं था। बुद्धि और हर प्रकार की समझ के विषय में जो कुछ भी राजा उनसे पूछता था उस में वे राज्य भर के सब ज्योतिषियों और तंत्रियों से दसगुणे निपुण ठहरते थे।

Daniel 1:21

दानिय्येल बेबीलोन में कब तक रहा?

वह कुस्रू राजा के पहले वर्ष तक बेबीलोन में रहा।

Daniel 2

Daniel 2:1

नबूकदनेस्सर ने कब ऐसा स्वप्न देखा कि उसका मन इतना व्याकुल हो गया कि उसे नींद न आई?

उसके राज्य के दूसरे वर्ष में ऐसा हुआ।

Daniel 2:2-4

राजा ने ज्योतिषी, तांत्रिक, टोंन्हे और कसदी बुलाए जाने की आज्ञा क्यों दी?

राजा चाहता था कि वे उसे उसके स्वप्न के विषय में बताएं।

Daniel 2:5

राजा कसदियों से विशेष रूप से क्या चाहता था?

राजा चाहता था कि वे उसे उसका स्वप्न और उसका अर्थ बताएं।

राजा ने क्या कहा कि कसदियों का क्या होगा यदि वे अर्थ समेत स्वप्न बताने में असफल रहे?

राजा ने कहा कि यदि वे असफल रहे तो उनके टुकड़े-टुकड़े कर दिए जाएंगे और उनके घर फुंकवा दिए जाएंगे।

Daniel 2:6-9

राजा ने क्या कहा कि अर्थ समेत स्वप्न बताने वाले व्यक्ति या लोगों को क्या दिया जाएगा?

राजा ने कहा कि वह उस व्यक्ति को भाँति-भाँति के दान और भारी प्रतिष्ठा देगा।

Daniel 2:10

कसदियों ने राजा से क्या कहा कि कौन उसकी इच्छा के अनुसार उसके स्वप्न के विषय में बता सकता है?

कसदियों ने कहा कि पृथ्वी भर में ऐसा कोई मनुष्य नहीं जो राजा के मन की बात बता सके, केवल देवता ही ऐसा कर सकते हैं।

Daniel 2:11-12

कसदियों ने राजा से क्या कहा कि कौन उसकी इच्छा के अनुसार उसके स्वप्न के विषय में बता सकता है?

कसदियों ने कहा कि पृथ्वी भर में ऐसा कोई मनुष्य नहीं जो राजा के मन की बात बता सके, केवल देवता ही ऐसा कर सकते हैं।

Daniel 2:13

कसदियों का उत्तर सुनकर राजा नबूकदनेस्सर ने क्या आज्ञा दी?

राजा ने सभी पण्डितों को घात करने की आज्ञा दी।

Daniel 2:14

अर्योक कौन था?

वह राजा के अंगरक्षकों का प्रधान था, जिसकी नियुक्ति राजा ने पण्डितों को घात करने के लिए की थी।

जब अर्योक दानिय्येल के पास आया तो दानिय्येल ने उससे कैसे बात की?

दानिय्येल ने अर्योक से सोच विचारकर और बुद्धिमानी के साथ बात करी। उसने अर्योक से पूछा कि राजा ने ये आज्ञा इतनी उतावली के साथ क्यों निकाली?

Daniel 2:15

जब अर्योक दानिय्येल के पास आया तो दानिय्येल ने उससे कैसे बात की?

दानिय्येल ने अर्योक से सोच विचारकर और बुद्धिमानी के साथ बात करी। उसने अर्योक से पूछा कि राजा ने ये आज्ञा इतनी उतावली के साथ क्यों निकाली?

Daniel 2:16-18

अर्योक से बात करने के बाद दानिय्येल ने क्या विनती की?

दानिय्येल ने भीतर जाकर राजा से विनती की, कि उसके लिए कोई समय ठहराया जाए ताकि वह राजा को उसके स्वप्न का अर्थ बता सके।

Daniel 2:19-22

भेद प्रगट होने पर दानिय्येल ने क्या किया?

दानिय्येल ने स्वर्ग के परमेश्वर का धन्यवाद किया।

Daniel 2:23

दानिय्येल ने अपने पूर्वजों के परमेश्वर को किस बात के लिए धन्यवाद दिया?

दानिय्येल ने अपने पूर्वजों के परमेश्वर का धन्यवाद उसको दी गयी बुद्धि और शक्ति के लिए किया।

Daniel 2:24-27

स्वप्न का अर्थ प्रगट होने पर दानिय्येल किसके पास गया?

दानिय्येल अर्योक के पास गया।

दानिय्येल ने अर्योक को क्या कहा?

दानिय्येल ने अर्योक से कहा कि वह बाबेल के पंडितों का नाश न करे। दानिय्येल ने अर्योक से कहा कि वह उसे राजा के सम्मुख भीतर ले जाये ताकि वह राजा को उसके स्वप्न का अर्थ बता सके।

Daniel 2:28-29

जब दानिय्येल को राजा के सम्मुख ले जाया गया तो उसने क्या कहा कि कौन राजा के स्वप्न का भेद खोल सकता है?

दानिय्येल ने कहा भेदों का प्रकट करने वाला परमेश्वर स्वर्ग में है।

सरल रूप में दानिय्येल ने क्या कहा कि राजा का स्वप्न किस विषय में था?

दानिय्येल ने बताया कि स्वप्न आने वाले दिनों में होने वाली बातों के विषय में था।

Daniel 2:30

दानिय्येल पर स्वप्न का भेद क्यों प्रगट हुआ?

दानिय्येल पर स्वप्न का भेद इसलिए प्रगट हुआ ताकि राजा उसके अर्थ को समझ सके, और अपने मन के विचारों को जान सके।

Daniel 2:31

राजा द्वारा स्वप्न में देखी गयी मूर्ति किस के सामान थी?

मूर्ति विशाल थी और उसका सिर सोने का था, छाती और भुजाएं चांदी की थी, पेट और जांघे पीतल की थीं, टांगें लोहे की थीं और उसके पाँव कुछ तो लोहे के थे और कुछ मिट्टी के।

Daniel 2:32-33

राजा द्वारा स्वप्न में देखी गयी मूर्ति किस के सामान थी?

मूर्ति विशाल थी और उसका सिर सोने का था, छाती और भुजाएं चांदी की थी, पेट और जांघे पीतल की थीं, टांगें लोहे की थीं और उसके पाँव कुछ तो लोहे के थे और कुछ मिट्टी के।

Daniel 2:34

राजा के द्वारा स्वप्न में देखी गई मूर्ति के साथ क्या हुआ?

राजा ने एक पत्थर देखा जो किसी मनुष्य के बिना खोदा गया। पत्थर मूर्ति के पाँवों पर लगा और उसको चूर-चूर कर डाला, जो भूसे के समान हवा में उड़ गए।

Daniel 2:35-37

राजा के द्वारा स्वप्न में देखी गई मूर्ति के साथ क्या हुआ?

राजा ने एक पत्थर देखा जो किसी मनुष्य के बिना खोदा गया। पत्थर मूर्ति के पाँवों पर लगा और उसको चूर-चूर कर डाला, जो भूसे के समान हवा में उड़ गए।

मूर्ति के साथ टकराने वाले पत्थर के साथ क्या हुआ?

जो पत्थर मूर्ति पर लगा था वह बड़ा पहाड़ बन कर सारी पृथ्वी में फ़ैल गया।

Daniel 2:38-43

सोने का सिर कौन था?

राजा नबूकदनेस्सर सोने का सिर था।

Daniel 2:44-45

स्वर्ग का परमेश्वर उन राज्यों के समय में, जो कुछ लोहे के और कुछ मिट्टी के हैं, क्या करेगा?

परमेश्वर उन दिनों में एक ऐसे राज्य का उदय करेगा जो अनन्तकाल तक न टूटेगा, और न ही किसी दूसरी जाति के हाथ में किया जाएगा।

Daniel 2:46

दानिय्येल के स्वप्न और उसका अर्थ बताने के बाद राजा नबूकदनेस्सर ने उसके विषय में क्या आदेश दिया?

राजा ने आज्ञा दी कि दानिय्येल को भेंट चढाई जाये और उसके सामने सुगन्ध वस्तु जलाई जाए।

Daniel 2:47-48

नबूकदनेस्सर ने दानिय्येल के परमेश्वर के विषय में क्या कहा?

उसने कहा कि दानिय्येल का परमेश्वर, सब ईश्वरों का परमेश्वर, राजाओं का राजा, और भेदों का खोलनेवाला है।

Daniel 2:49

दानिय्येल के विनती करने के पश्चात् नबूकदनेस्सर राजा ने क्या किया?

राजा ने शद्रक, मेशक, और अबेदनगो को बाबेल के प्रान्त के कार्य के ऊपर नियुक्त कर दिया।

Daniel 3

Daniel 3:1-2

जिस सोने की मूर्ति को नबूकदनेस्सर ने दूरा नामक मैदान में खड़ा कराया उसका माप क्या था?

उस मूर्ति की ऊँचाई साठ हाथ और चौड़ाई छ: हाथ की थी।

Daniel 3:3

नबूकदनेस्सर के द्वारा बनाई गई मूर्ति की प्रतिष्ठा में कौन-कौन आया?

अधिपति, हाकिम, राज्यपाल,सलाहकार, खजांची, न्यायी, शास्त्री आदि प्रान्त-प्रान्त के सब अधिकारी नबूकदनेस्सर की खड़ी कराई मूर्ति की प्रतिष्ठा में आए।

Daniel 3:4

प्रतिष्ठा में उपस्थित लोगों से नबूकदनेस्सर क्या चाहता था?

वह चाहता था कि वहां उपस्थित लोग जिस समय नरसिंगे, बांसुरी, वीणा, सारंगी, सितार, शहनाई आदि साज़ों का शब्द सुनें तब उसी समय गिरकर उस सोने की मूर्ति को दण्डवत करें।

Daniel 3:5

प्रतिष्ठा में उपस्थित लोगों से नबूकदनेस्सर क्या चाहता था?

वह चाहता था कि वहां उपस्थित लोग जिस समय नरसिंगे, बांसुरी, वीणा, सारंगी, सितार, शहनाई आदि साज़ों का शब्द सुनें तब उसी समय गिरकर उस सोने की मूर्ति को दण्डवत करें।

Daniel 3:6-7

सब साज़ और संगीत की आवाज़ पर जो कोई गिर कर मूर्ति को दण्डवत नहीं करेगा उसके लिए राजा ने क्या दण्ड देने की आज्ञा दी?

राजा ने कहा कि जो कोई गिर कर मूर्ति को दण्डवत नहीं करेगा उसे उसी घड़ी धधकते हुए भट्ठे के बीच में डाल दिया जाएगा ।

Daniel 3:8-11

शद्रक, मेशक और अबेदनगो के विरुद्ध किसने आरोप लगाया?

कई एक कसदी पुरुष राजा के पास गए और उनके विरुद्ध चुगली की।

Daniel 3:12-16

किन्होनें मूर्ति के आगे गिरकर दण्डवत नहीं किया?

कुछ यहूदी जिनका नाम शद्रक, मेशक और अबेदनगो था, उन्होंने न तो दण्डवत किया और न ही मूर्ति की उपासना की।

Daniel 3:17

शद्रक, मेशक और अबेदनगो ने क्या उत्तर दिया जब राजा ने मूर्ति को दण्डवत और उसकी उपासना करने की आज्ञा को दोहराया, और राजा की आज्ञा का पालन न करने पर मिलने वाले दण्ड को बताया?

शद्रक, मेशक और अबेदनगो ने कहा कि हमारा परमेश्वर हम को उस धधकते हुए भट्ठे की आग से बचाने की शक्ति रखता है और ऐसा करेगा भी। परन्तु यदि नहीं, तो भी वे न तो नबूकदनेस्सर की मूर्ति को दण्डवत करेंगे और न ही उसकी उपासना करेंगे।

Daniel 3:18

शद्रक, मेशक और अबेदनगो ने क्या उत्तर दिया जब राजा ने मूर्ति को दण्डवत और उसकी उपासना करने की आज्ञा को दोहराया, और राजा की आज्ञा का पालन न करने पर मिलने वाले दण्ड को बताया?

शद्रक, मेशक और अबेदनगो ने कहा कि हमारा परमेश्वर हम को उस धधकते हुए भट्ठे की आग से बचाने की शक्ति रखता है और ऐसा करेगा भी। परन्तु यदि नहीं, तो भी वे न तो नबूकदनेस्सर की मूर्ति को दण्डवत करेंगे और न ही उसकी उपासना करेंगे।

Daniel 3:19

नबूकदनेस्सर ने शद्रक, मेशक और अबेदनगो के लिए क्या आज्ञा दी?

नबूकदनेस्सर ने आज्ञा दी कि भट्ठे को सात गुणा अधिक धधका दो और शद्रक, मेशक और अबेदनगो को बांधकर भट्ठे में डाल दो।

Daniel 3:20-21

नबूकदनेस्सर ने शद्रक, मेशक और अबेदनगो के लिए क्या आज्ञा दी?

नबूकदनेस्सर ने आज्ञा दी कि भट्ठे को सात गुणा अधिक धधका दो और शद्रक, मेशक और अबेदनगो को बांधकर भट्ठे में डाल दो।

Daniel 3:22

शद्रक, मेशक, अबेदनगो और उन पुरुषों का क्या हुआ जो उन्हें भट्ठे में डालने के लिए ले गए थे?

जो पुरुष शद्रक, मेशक और अबेदनगो को ले गए थे, वे आग की आंच से ही जल मरे और शद्रक, मेशक और अबेदनगो भट्टे में गिर पड़े।

Daniel 3:23-24

शद्रक, मेशक, अबेदनगो और उन पुरुषों का क्या हुआ जो उन्हें भट्ठे में डालने के लिए ले गए थे?

जो पुरुष शद्रक, मेशक और अबेदनगो को ले गए थे, वे आग की आंच से ही जल मरे और शद्रक, मेशक और अबेदनगो भट्टे में गिर पड़े।

Daniel 3:25-26

नबूकदनेस्सर किस कारण अचम्भित हुआ और घबराकर उठ खड़ा हुआ?

वह अचम्भित इसलिए हुआ क्योंकि उसने आग में खुले हुए चार पुरुषों को टहलते देखा और उन्हें कुछ भी हानि नहीं पहुंची थी और चौथे पुरुष का स्वरुप ईश्वर के पुत्र के सदृश था।|

Daniel 3:27-28

वहां उपस्थित लोगों ने शद्रक, मेशक और अबेदनगो के आग से बाहर आने के बाद उनके विषय में क्या देखा?

वहां उपस्थित लोगों ने देखा कि उनकी देह में आग का कुछ भी प्रभाव नहीं था; उनके सिर का एक बाल भी न झुलसा; न उनके कपड़े कुछ बिगड़े; और न उनमें जलने की कुछ गंध पाई गई।

Daniel 3:29

नबूकदनेस्सर ने शद्रक, मेशक और अबेदनगो के आग में से बचने वाली घटना के बाद क्या आज्ञा दी?

उसने आज्ञा दी कि यदि कोई भी शद्रक, मेशक और अबेदनगो के परमेश्वर की कुछ निन्दा करेगा, वह टुकड़े-टुकड़े किया जाएगा और उसका घर घूरा बनाया जाएगा क्योंकि ऐसा कोई और देवता नहीं जो इस रीति से बचा सके।

Daniel 3:30

राजा ने शद्रक, मेशक और अबेदनगो के लिए क्या किया?

राजा नबूकदनेस्सर ने, बाबेल प्रान्त में शद्रक, मेशक और अबेदनगो का पद और ऊंचा किया।

Daniel 4

Daniel 4:1

नबूकदनेस्सर ने किन्हें वचन भेजा?

नबूकदनेस्सर ने देश-देश और जाति-जाति के लोगों और भिन्न-भिन्न भाषा बोलने वाले जो पृथ्वी पर रहते हैं उन सबको वचन भेजा।

Daniel 4:2

नबूकदनेस्सर ने वचन क्यों भेजा?

नबूकदनेस्सर ने वचन इसलिए भेजा ताकि परमप्रधान परमेश्वर ने जो जो चिन्ह और चमत्कार उसे दिखाए हैं उन्हें प्रगट करे।

Daniel 4:3-4

नबूकदनेस्सर ने परमप्रधान परमेश्वर के विषय में क्या कहा?

नबूकदनेस्सर ने परमप्रधान परमेश्वर के बारे में कहा, “उसके चिन्ह कितने महान हैं, और उनके आश्चर्य कितने शक्तिशाली हैं! उनका राज्य तो सदा का, और उनकी प्रभुता पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है।”

Daniel 4:5

नबूकदनेस्सर किस कारण से डर गया?

उसने एक ऐसा स्वप्न देखा जिसके कारण वह डर गया।

Daniel 4:6-7

नबूकदनेस्सर ने बाबेल के सभी पण्डितों को हाज़िर करने की आज्ञा क्यों दी?

नबूकदनेस्सर चाहता था कि बाबेल के सभी पण्डित उसके स्वप्न का अर्थ उसे बताएं।

Daniel 4:8

दानिय्येल का बाबेलियां में क्या नाम था और नबूकदनेस्सर के राज्य में उसका क्या पद था?

दानिय्येल का बाबेलियां नाम बेलतशस्सर था और वह “ज्योतिषियों के प्रधान” के पद पर रहा।

नबूकदनेस्सर ने अपने स्वप्न के अर्थ को बताने के लिए किस पर विश्वास किया?

नबूकदनेस्सर का विश्वास ​​था कि दानिय्येल उसके स्वप्न का अर्थ बता सकता है, क्योंकि नबूकदनेस्सर ने दानिय्येल के विषय में कहा था, “ पवित्र ईश्वरों की आत्मा तुझ में है और तेरे लिए कोई भेद मुश्किल नहीं है।”

Daniel 4:9

दानिय्येल का बाबेलियां में क्या नाम था और नबूकदनेस्सर के राज्य में उसका क्या पद था?

दानिय्येल का बाबेलियां नाम बेलतशस्सर था और वह “ज्योतिषियों के प्रधान” के पद पर रहा।

नबूकदनेस्सर ने अपने स्वप्न के अर्थ को बताने के लिए किस पर विश्वास किया?

नबूकदनेस्सर का विश्वास ​​था कि दानिय्येल उसके स्वप्न का अर्थ बता सकता है, क्योंकि नबूकदनेस्सर ने दानिय्येल के विषय में कहा था, “ पवित्र ईश्वरों की आत्मा तुझ में है और तेरे लिए कोई भेद मुश्किल नहीं है।”

Daniel 4:10

नबूकदनेस्सर ने अपने स्वप्न के पहले भाग में क्या देखा?

नबूकदनेस्सर ने देखा कि पृथ्वी के बीचों-बीच एक वृक्ष लगा है, जो बहुत विशाल, मज़बूत, और सुन्दर है और उसकी ऊंचाई स्वर्ग तक पहुंची। उसमें सब पशुओं को छाया मिलती थी और डालियों में सब चिड़ियाँ बसेरा करती थीं। उसमें सब प्राणियों के लिए भोजन था।

Daniel 4:11

नबूकदनेस्सर ने अपने स्वप्न के पहले भाग में क्या देखा?

नबूकदनेस्सर ने देखा कि पृथ्वी के बीचों-बीच एक वृक्ष लगा है, जो बहुत विशाल, मज़बूत, और सुन्दर है और उसकी ऊंचाई स्वर्ग तक पहुंची। उसमें सब पशुओं को छाया मिलती थी और डालियों में सब चिड़ियाँ बसेरा करती थीं। उसमें सब प्राणियों के लिए भोजन था।

Daniel 4:12

नबूकदनेस्सर ने अपने स्वप्न के पहले भाग में क्या देखा?

नबूकदनेस्सर ने देखा कि पृथ्वी के बीचों-बीच एक वृक्ष लगा है, जो बहुत विशाल, मज़बूत, और सुन्दर है और उसकी ऊंचाई स्वर्ग तक पहुंची। उसमें सब पशुओं को छाया मिलती थी और डालियों में सब चिड़ियाँ बसेरा करती थीं। उसमें सब प्राणियों के लिए भोजन था।

Daniel 4:13

स्वर्ग से आए पवित्र दूत ने वृक्ष के विषय में क्या कहा?

पवित्र दूत ने कहा कि वृक्ष को काट डालो, उसकी डालियों को छांट दो, पत्ते झाड़ दो और उसके फल बिखरा दो।

Daniel 4:14

स्वर्ग से आए पवित्र दूत ने वृक्ष के विषय में क्या कहा?

पवित्र दूत ने कहा कि वृक्ष को काट डालो, उसकी डालियों को छांट दो, पत्ते झाड़ दो और उसके फल बिखरा दो।

Daniel 4:15

वृक्ष के ठूँठ के साथ क्या किया जाना था?

वृक्ष के ठूँठे को जड़ समेत भूमि में लोहे और पीतल के बन्धन से बाँधकर छोड़ना था। उसे ओस से भीगने दो। उसे पशुओं के संग भागी होने दो। सात साल तक उसका मन मनुष्य का न रहे परन्तु पशु का सा बन जाए।

Daniel 4:16

वृक्ष के ठूँठ के साथ क्या किया जाना था?

वृक्ष के ठूँठे को जड़ समेत भूमि में लोहे और पीतल के बन्धन से बाँधकर छोड़ना था। उसे ओस से भीगने दो। उसे पशुओं के संग भागी होने दो। सात साल तक उसका मन मनुष्य का न रहे परन्तु पशु का सा बन जाए।

Daniel 4:17-21

नबूकदनेस्सर के स्वप्न में दिखे पेड़ के साथ ऐसा करने का क्या कारण था?

उसका उद्देश्य यह था कि जो जीवित हैं वे यह जान लें कि परमप्रधान परमेश्वर मनुष्यों के राज्य में प्रभुता करता है और जिसे चाहे उसे दे देता है।

Daniel 4:22

दानिय्येल ने क्या बताया कि नबूकदनेस्सर के स्वप्न का वृक्ष कौन था?

दानिय्येल ने कहा कि वह वृक्ष नबूकदनेस्सर ही था।

Daniel 4:23-26

जब तक नबूकदनेस्सर यह न जान ले कि मनुष्यों के राज्य में प्रभुता परमप्रधान ही करता है और जिसे चाहे उसे दे देता है, तब तक क्या होना था?

नबूकदनेस्सर को मनुष्यों के बीच से निकाल दिया जाना था। वह मैदान के पशुओं के संग रहेगा, बैलों के समान घास चरेगा और आकाश की ओस से भीगा करेगा।

कितने समय बाद नबूकदनेस्सर यह जान लेगा कि मनुष्यों के राज्य में प्रभुता परमप्रधान ही करता है और जिसे चाहे उसे दे देता है?

सात युग (साल) उस पर बीतेंगे जब तक वह यह न जान ले कि मनुष्यों के राज्य में प्रभुता परमप्रधान ही करता है और जिसे चाहे उसे दे देता है।

Daniel 4:27

नबूकदनेस्सर के स्वप्न का अर्थ बताने के बाद दानिय्येल ने उसे क्या सलाह दी?

दानिय्येल ने उसे कहा कि वह पाप छोड़ कर धार्मिकता करने लगे। उसने नबूकदनेस्सर से यह भी कहा की वह अधर्म छोड़कर दीन-हीनो पर दया करने लगे।

Daniel 4:28-33

नबूकदनेस्सर के स्वप्न के उस पर घट जाने में कितना समय लगा?

उसके स्वप्न के बारह महीने बीतने पर यह सब कुछ घटने लगा।

Daniel 4:34-35

सातवें वर्ष के बीतने पर नबूकदनेस्सर के साथ क्या हुआ?

नबूकदनेस्सर की बुद्धि ज्यों की त्यों हो गई।

नबूकदनेस्सर ने अपनी बुद्धि ज्यों की त्यों होने के बाद क्या किया?

नबूकदनेस्सर ने परमप्रधान, जिसकी प्रभुता सदा की है स्तुति और महिमा की।

Daniel 4:36

नबूकदनेस्सर के राज्य का क्या हुआ?

उसका राज्य उसे वापिस दे दिया गया।

Daniel 4:37

स्वर्ग के राजा के विषय में नबूकदनेस्सर ने अन्तिम बात क्या कही?

उसका बयान था: “अब मैं, नबूकदनेस्सर, स्वर्ग के राजा की स्तुति, प्रशंसा और सम्मान करता हूं, क्योंकि उसके सभी काम सही हैं, और उसके व्यवहार न्याय के हैं। वह उन लोगों को विनम्र कर सकता है जो अपने गर्व में चलते हैं।”

Daniel 5

Daniel 5:1

राजा बेलशस्सर ने किनके लिए बड़ा भोज किया?

उसने अपने हज़ार प्रधानों के लिए बड़ा भोज किया।

Daniel 5:2

बेलशस्सर कौन था?

वह नबूकदनेस्सर का पुत्र था।

Daniel 5:3

दाखमधु पीने के लिए उन्होंने किन पात्रों का प्रयोग किया?

उन्होंने जो सोने के पात्र यरूशलेम के मन्दिर, परमेश्वर के भवन, में से निकाले थे, उनका प्रयोग किया।

Daniel 5:4

भोज पर आए लोग दाखमधु पीकर क्या करने लगे?

वे दाखमधु पीकर अपने सोने, चांदी, पीतल, लोहे, काठ और पत्थर के देवताओं की स्तुति करने लगे।

Daniel 5:5

दाखमधु पीकर जब वे अपने देवताओं की स्तुति कर ही रहे थे तो क्या हुआ?

मनुष्य के हाथ की सी कई उंगलियाँ निकलकर दीवट के सामने राजमन्दिर की दीवार के चूने पर कुछ लिखने लगी।

Daniel 5:6

हाथ को देखते ही राजा ने क्या प्रतिक्रिया की?

राजा भयभीत हो गया और मन ही मन घबरा गया, उसके जोड़ ढीले पड़ गए और उसके घुटने एक-दूसरे से टकराने लगे।

Daniel 5:7-12

राजा ने लिखा हुआ पढ़ कर उसका अर्थ बतानेवाले को क्या वायदा किया?

राजा ने कहा कि लिखा हुआ पढ़ कर उसका अर्थ बतानेवाले को बैंगनी रंग का वस्त्र दिया जाएगा, उसके गले में सोने की कंठमाला पहनाई जाएगी और राज्य में तीसरा वही प्रभुता करेगा।

Daniel 5:13-16

राजा के अनुसार दानिय्येल के किन गुणों के बारे में उसने सुना था?

दानिय्येल को राजा ने बताया की उसने सुना है कि दानिय्येल के पास ईश्वरों की आत्मा और प्रकाश, प्रवीणता और उत्तम बुद्धि भी है।

Daniel 5:17-19

लिखा हुआ पढ़ कर उसका अर्थ समझाने वाले के लिए दिए जाने वाले दान को सुन कर दानिय्येल की क्या प्रतिक्रिया थी?

दानिय्येल ने राजा से कहा, “अपने उपहार अपने पास रख, और अपने पुरस्कार किसी अन्य व्यक्ति को दे दे। फिर भी, मैं वह लिखी हुए बात राजा को पढ़ सुनाऊंगा, और उसका अर्थ भी तुझे बताऊंगा।”

Daniel 5:20-21

नबूकदनेस्सर को उसके राजसिंहासन से क्यों उतारा गया और उसकी प्रतिष्ठा क्यों भंग की गई?

नबूकदनेस्सर को उसके राजसिंहासन से इसलिए उतारा गया और उसकी प्रतिष्ठा इसलिए भंग की गई क्योंकि उसका मन फूल उठा था, और उसकी आत्मा कठोर हो गई थी और वह अभिमान करने लगा था।

Daniel 5:22

दानिय्येल ने बेलशस्सर पर क्या आरोप लगाए?

दानिय्येल ने कहा कि बेलशस्सर का मन नम्र नहीं हुआ उसने स्वर्ग के प्रभु के विरुद्ध सिर उठाया परन्तु परमेश्वर जिसके हाथ में उसका प्राण है और जिसके वश में उसका सब चलना फिरना है उसका सम्मान उसने नहीं किया।

Daniel 5:23-25

दानिय्येल ने बेलशस्सर पर क्या आरोप लगाए?

दानिय्येल ने कहा कि बेलशस्सर का मन नम्र नहीं हुआ उसने स्वर्ग के प्रभु के विरुद्ध सिर उठाया परन्तु परमेश्वर जिसके हाथ में उसका प्राण है और जिसके वश में उसका सब चलना फिरना है उसका सम्मान उसने नहीं किया।

Daniel 5:26

दीवार के चूने पर लिखे हुए का क्या अर्थ था?

उसका अर्थ इस प्रकार था: परमेश्वर ने बेलशस्सर के राज्य के दिन गिनकर उनका अन्त कर दिया है। बेलशस्सर मानो तराजू में तौला गया और हल्का पाया गया। बेलशस्सर का राज्य बांटकर मादियों और फारसियों को दिया गया है।

Daniel 5:27

दीवार के चूने पर लिखे हुए का क्या अर्थ था?

उसका अर्थ इस प्रकार था: परमेश्वर ने बेलशस्सर के राज्य के दिन गिनकर उनका अन्त कर दिया है। बेलशस्सर मानो तराजू में तौला गया और हल्का पाया गया। बेलशस्सर का राज्य बांटकर मादियों और फारसियों को दिया गया है।

Daniel 5:28-29

दीवार के चूने पर लिखे हुए का क्या अर्थ था?

उसका अर्थ इस प्रकार था: परमेश्वर ने बेलशस्सर के राज्य के दिन गिनकर उनका अन्त कर दिया है। बेलशस्सर मानो तराजू में तौला गया और हल्का पाया गया। बेलशस्सर का राज्य बांटकर मादियों और फारसियों को दिया गया है।

Daniel 5:30

जिस रात दानिय्येल ने लिखे हुए का अर्थ बेलशस्सर को बताया उस रात क्या हुआ?

उस रात बेलशस्सर मार डाला गया और मादी राजा, दारा, राजगद्दी पर विराजमान हुआ।

Daniel 5:31

जिस रात दानिय्येल ने लिखे हुए का अर्थ बेलशस्सर को बताया उस रात क्या हुआ?

उस रात बेलशस्सर मार डाला गया और मादी राजा, दारा, राजगद्दी पर विराजमान हुआ।

मादी राजा दारा, कितने वर्ष का था जब वह राजा बना?

मादी दारा, कोई बासठ वर्ष का था जब वह राजगद्दी पर बैठा।

Daniel 6

Daniel 6:1

दारा ने अपने राज्य के ऊपर किन्हें नियुक्त किया?

उसने अपने राज्य के ऊपर 120 अधिपति और उनके ऊपर तीन अध्यक्ष ठहराए।

Daniel 6:2

दारा ने अपने राज्य के ऊपर किन्हें नियुक्त किया?

उसने अपने राज्य के ऊपर 120 अधिपति और उनके ऊपर तीन अध्यक्ष ठहराए।

तीन अध्यक्षों में से एक कौन था?

दानिय्येल, तीन अध्यक्षों में से एक था।

तीन अध्यक्ष क्यों ठहराए गए?

वे इसलिए ठहराए गए कि वे उन अधिपतियों से लेखा लिया करें ताकि राजा को कुछ हानि न होने पाए।

Daniel 6:3

राजा किसे सारे राज्य के ऊपर ठहराने के विषय में सोच रहा था?

राजा दानिय्येल को सारे राज्य के ऊपर ठहराने के विषय में सोच रहा था।

Daniel 6:4

अन्य अध्यक्ष और अधिपति दानिय्येल के काम में कोई भूल, कमी, दोष या लापरवाही, क्यों नहीं निकाल पाए?

वे इनमे से कोई भी बात इसलिए नहीं ढूँढ पाए क्योंकि दानिय्येल विश्वासयोग्य था।

Daniel 6:5-6

वह कौन सा एकलौता विषय था जिसके विषय में अध्यक्ष और अधिपतियों ने सोचा कि वह दानिय्येल पर दोष लगा सकते थे?

उन्होंने सोचा कि वे दानिय्येल के विरुद्ध उसके परमेश्वर की व्यवस्था के विषय में कोई दोष ढूँढ सकेंगे।

Daniel 6:7-9

अन्य अध्यक्षों और अधिपतियों ने राजा दारा को क्या करने की सलाह दी?

उन्होंने दारा को ऐसी कड़ी आज्ञा निकालने की सलाह दी कि तीस दिन तक जो कोई दारा को छोड़ कर किसी और मनुष्य या देवता से विनती करे उसे सिहों की माँद में डाल दिया जाए।

Daniel 6:10-12

जब दानिय्येल को मालूम हुआ ऐसी आज्ञा निकाली गई है और उस पत्र पर हस्ताक्षर किया गया है तो उसने क्या किया?

तब दानिय्येल अपने घर गया और जैसा वह दिन में तीन बार करता था परमेश्वर के सामने घुटने टेक कर प्रार्थना और धन्यवाद करता था वैसे ही किया।

Daniel 6:13

जिन लोगों ने दानिय्येल के विरूद्ध युक्ति रची थी उन्होंने जब दानिय्येल को प्रार्थना करते देखा तो क्या किया?

वे लोग राजा के पास गए और उससे कहा कि दानिय्येल ने तेरे हस्ताक्षर किए आज्ञापत्र की ओर कोई ध्यान नहीं दिया है और वह दिन में तीन बार परमेश्वर से प्रार्थना करता है।

Daniel 6:14-16

जब राजा ने सुना कि दानिय्येल ने आज्ञापत्र की अवहेलना की है तो उसने क्या किया?

राजा बहुत उदास हुआ और उसे बचाने के उपाए सोचने लगा।

Daniel 6:17

दानिय्येल को सिंहों की माँद में डालने के बाद राजा ने क्या किया?

राजा ने उस माँद के मुहं पर लगे पत्थर पर अपनी अंगूठी से मुहर लगा दी। तब राजा अपने महल में चला गया और उस रात को बिना भोजन पड़ा रहा और उसे नींद भी नहीं आई।

Daniel 6:18-19

दानिय्येल को सिंहों की माँद में डालने के बाद राजा ने क्या किया?

राजा ने उस माँद के मुहं पर लगे पत्थर पर अपनी अंगूठी से मुहर लगा दी। तब राजा अपने महल में चला गया और उस रात को बिना भोजन पड़ा रहा और उसे नींद भी नहीं आई।

Daniel 6:20

अगले दिन जब राजा दानिय्येल को सिंह की माँद में देखने गया उसने उससे क्या पूछा?

राजा ने दानिय्येल से पूछा "क्या तेरा परमेश्वर जिसकी तू नित्य उपासना करता है, तुझे सिंहों से बचा सका है?"।

Daniel 6:21

दानिय्येल ने राजा को कैसे उत्तर दिया?

दानिय्येल ने राजा से कहा, “हे राजा, तू युग-युग जीवित रहे! मेरे परमेश्वर ने अपना दूत भेजकर सिंहों के मुंह को ऐसा बंद रखा कि उन्होंने मेरी कुछ भी हानि नहीं की। क्योंकि मैं उसके सामने और राजा तेरे सामने निर्दोष पाया गया था और मैंने तेरा भी कोई नुकसान नहीं किया है।”

Daniel 6:22

दानिय्येल ने राजा को कैसे उत्तर दिया?

दानिय्येल ने राजा से कहा, “हे राजा, तू युग-युग जीवित रहे! मेरे परमेश्वर ने अपना दूत भेजकर सिंहों के मुंह को ऐसा बंद रखा कि उन्होंने मेरी कुछ भी हानि नहीं की। क्योंकि मैं उसके सामने और राजा तेरे सामने निर्दोष पाया गया था और मैंने तेरा भी कोई नुकसान नहीं किया है।”

Daniel 6:23

दानिय्येल को सिंहों की माँद में सुरक्षित पाने के बाद राजा ने सबसे पहले क्या आज्ञा दी?

दानिय्येल को सिंहों की माँद में सुरक्षित पाने के बाद राजा ने सबसे पहले दानिय्येल को माँद से निकालने की आज्ञा दी।

Daniel 6:24-25

दानिय्येल को सिंहों की माँद में सुरक्षित पाने के बाद राजा ने दूसरी कौन सी आज्ञा दी?

राजा ने दूसरी आज्ञा यह दी कि जिन पुरुषों ने दानिय्येल की चुगली खाई थी वे अपने बाल-बच्चों और स्त्रियों समेत लाकर सिंहों के गढ़हे में डाल दिए जाएं।

Daniel 6:26

दारा ने अपनी आज्ञा में दानिय्येल के परमेश्वर के विषय में क्या कहा?

दारा ने दानिय्येल के परमेश्वर के बारे में कहा “वह जीवित परमेश्वर है और युगानयुग तक रहने वाला है, और उसका राज्य अविनाशी और उसकी प्रभुता सदा स्थिर रहेगी। वही बचाने और छुड़ाने वाला है, स्वर्ग में और पृथ्वी पर चमत्कारों और चिन्हों का प्रगट करनेवाला है ; उसने दानिय्येल को सिंहों से बचाया है।

Daniel 6:27

दारा ने अपनी आज्ञा में दानिय्येल के परमेश्वर के विषय में क्या कहा?

दारा ने दानिय्येल के परमेश्वर के बारे में कहा “वह जीवित परमेश्वर है और युगानयुग तक रहने वाला है, और उसका राज्य अविनाशी और उसकी प्रभुता सदा स्थिर रहेगी। वही बचाने और छुड़ाने वाला है, स्वर्ग में और पृथ्वी पर चमत्कारों और चिन्हों का प्रगट करनेवाला है ; उसने दानिय्येल को सिंहों से बचाया है।

Daniel 6:28

किसके राज्य में दानिय्येल सुख-चैन से रहा?

दानिय्येल, दारा और कुस्रू फ़ारसी दोनों के राज्य के दिनों में सुख-चैन से रहा।

Daniel 7

Daniel 7:1

दानिय्येल ने स्वप्न और दर्शन कब देखे?

बाबेल के राजा बेलशेस्सर के पहले वर्ष में, दानिय्येल ने पलंग पर लेटे हुए स्वप्न और दर्शन देखे।

Daniel 7:2

दानिय्येल के दर्शन में महासागर को क्या हिला रहा था?

महासागर को चोमुखी आंधी हिला रही थी।

Daniel 7:3

समुद्र में से क्या निकला?

समुद्र में से चार बड़े-बड़े जन्तु, जो एक दूसरे से भिन्न थे, निकल आए।

Daniel 7:4

सिंह के समान दिखने वाले जन्तु को क्या दिया गया?

उसको मनुष्य का हृदय दिया गया।

Daniel 7:5

रीछ के समान दिखने वाले जन्तु को क्या करने के लिए कहा गया?

उसे उठकर बहुत मांस खाने के लिए कहा गया।

Daniel 7:6

चीते के समान जन्तु को क्या दिया गया?

उसको राज करने के लिए अधिकार दिया गया।

Daniel 7:7

चौथे जन्तु ने क्या किया?

चौथे जन्तु ने सब कुछ खा और चूर-चूर कर डाला और जो बच गया उसे पैरों से रौंद डाला।

Daniel 7:8

जब दानिय्येल चौथे जन्तु के सींग को गौर से देख रहा था तो उसने उसके साथ क्या होते देखा?

उसने उसके दस सींगो के बीच एक और छोटा सा सींग निकलते हुए देखा। उन पहले सींगो में से तीन जड़ से उखाड़े गए। दानिय्येल ने देखा कि उस छोटे सींग में मनुष्य की सी आँखें, और बड़े बोल बोलने वाला मुंह भी था।

Daniel 7:9

रखे गए सिंहासन पर कौन विराजमान हुआ?

उस पर कोई अति प्राचीन विराजमान हुआ।

Daniel 7:10

उस प्राचीन के द्वारा क्या किया जा रहा था?

उसके सम्मुख न्यायी बैठ गए और पुस्तकें खोलीं गईं।

Daniel 7:11

चार जंतुओं का क्या हुआ?

बड़ा बोल बोलने वाले सींग वाला जंतु घात किया गया, उसका शरीर धधकती हुई आग में भस्म किया गया। शेष तीन जन्तुओं का अधिकार ले लिया गया परन्तु उनका प्राण कुछ समय के लिए बचाया गया।

Daniel 7:12

चार जंतुओं का क्या हुआ?

बड़ा बोल बोलने वाले सींग वाला जंतु घात किया गया, उसका शरीर धधकती हुई आग में भस्म किया गया। शेष तीन जन्तुओं का अधिकार ले लिया गया परन्तु उनका प्राण कुछ समय के लिए बचाया गया।

Daniel 7:13

दानिय्येल के दर्शन में उस अति प्राचीन के समीप किसे लाया गया?

मनुष्य के सन्तान का सा कोई जो आकाश के बादलों समेत आ रहा था उसे अति प्राचीन के समीप लाया गया।

Daniel 7:14-16

इस व्यक्ति को, जो “मनुष्य के पुत्र की तरह” था क्या दिया गया था?

शासन करने के लिए अनन्त अधिकार, एक साम्राज्य जो कभी नष्ट नहीं होगा, और इस व्यक्ति को जो “मनुष्य के पुत्र के समान” था, महिमा और राजकीय अधिकार दिया गया ।

Daniel 7:17

दानिय्येल को क्या बताया गया कि चार जन्तु किसको दर्शा रहे थे?

दानिय्येल को बताया गया कि वे चार जन्तु चार राजा हैं जो पृथ्वी पर उदय होंगे।

Daniel 7:18-22

युगानयुग के लिए राज्य कौन पाएगा?

परमप्रधान के पवित्र लोग राज्य को पाएंगे और युगानयुग उसके अधिकारी बने रहेंगे।

Daniel 7:23

जब दानिय्येल ने वहां खड़े लोगों में से एक से चौथे जन्तु के विषय में पूछा तो उसने क्या बताया कि वह कौन था और पृथ्वी के साथ क्या करेगा?

उसने कहा, उस चौथे जन्तु का अर्थ एक चौथा राज्य है जो सारी पृथ्वी का नाश करेगा और दाँवकर चूर-चूर करेगा।

Daniel 7:24

वहां खड़े व्यक्ति ने दस सींगों के विषय में क्या बताया?

वहां खड़े व्यक्ति ने कहा कि उन दस सींगों का अर्थ यह है कि उस चौथे राज्य में से दस राजा उठेंगे।

Daniel 7:25

वह जो परमप्रधान के विरुद्ध बातें कहेगा, क्या करेगा और उसका अंत कैसा होगा?

वह परमप्रधान के पवित्र लोगों को पीस डालेगा। वह समयों और व्यवस्था को बदलने की आशा करेगा। साढ़े तीन काल तक वे सब उसके वश में कर दिए जाएंगे फिर उसकी प्रभुता छीन कर मिटाई और नष्ट की जाएगी यहाँ तक कि उसका अन्त हो जाएगा।

Daniel 7:26

वह जो परमप्रधान के विरुद्ध बातें कहेगा, क्या करेगा और उसका अंत कैसा होगा?

वह परमप्रधान के पवित्र लोगों को पीस डालेगा। वह समयों और व्यवस्था को बदलने की आशा करेगा। साढ़े तीन काल तक वे सब उसके वश में कर दिए जाएंगे फिर उसकी प्रभुता छीन कर मिटाई और नष्ट की जाएगी यहाँ तक कि उसका अन्त हो जाएगा।

Daniel 7:27

धरती पर का राज्य और प्रभुता किसे दी जाएगी?

वह परमप्रधान की प्रजा अर्थात् उसके पवित्र लोगों को दी जाएगी।

Daniel 7:28

इस दर्शन पर दानिय्येल ने क्या प्रतिक्रिया की?

दानिय्येल के मन में बड़ी घबराहट बनी रही और वह भयभीत हो गया लेकिन उसने इस दर्शन को अपने मन ही में रखा।

Daniel 8

Daniel 8:1

दानिय्येल ने दूसरा दर्शन कब पाया?

बेलशस्सर राजा के राज्य के तीसरे वर्ष में दानिय्येल ने दूसरा दर्शन देखा।

Daniel 8:2

दानिय्येल अपने दर्शन में कहाँ था?

दानिय्येल एलाम नामक प्रान्त में , शूशन नामक राजगढ़ में ऊलै नदी के किनारे पर था।

Daniel 8:3

जिन दो जन्तुओं को दानिय्येल ने अपने दर्शन में देखा, वे क्या थे?

दानिय्येल ने एक मेढ़ा और एक बकरा देखा।

मेढ़े के दोनों सींग कैसे थे?

दोनों सींगो में से एक दूसरे से बड़ा था और जो बड़ा है वह दूसरे के बाद निकला।

Daniel 8:4

मेढ़ा कितना बलशाली था?

कोई जन्तु उसके सामने खड़ा नहीं रह सकता था। उसके हाथ से किसी को बचाया न जा सकता था। वह अपनी ही इच्छा के अनुसार काम करके बढ़ता जाता था।

Daniel 8:5-6

बकरे के सींग किस प्रकार के थे?

बकरे की आँखों के बीच केवल एक बड़ा सींग था।

Daniel 8:7

बकरे ने मेढ़े के साथ क्या किया?

बकरे ने मेढ़े को मारकर उसके दोनों सींगो को तोड़ दिया फिर उसे भूमि पर गिराकर रौंद डाला।

Daniel 8:8

जब बकरे का बड़ा सींग टूटा तो उसके स्थान पर क्या उगा?

टूटे हुए सींग के बदले देखने योग्य चार सींग निकलकर चारों दिशाओं की ओर बढ़ने लगे।

Daniel 8:9

बकरे के चारों में से एक सींग का क्या हुआ?

इन में से एक छोटा सींग और निकला जो दक्षिण, पूरब और शिरोमणि देश की ओर बहुत ही बढ़ गया।

Daniel 8:10-11

जब यह सींग बहुत बढ़ गया तो इसने क्या किया?

वह इतना बढ़ गया कि उसने स्वर्ग की सेना के साथ युद्ध किया।

Daniel 8:12-13

बकरे के हाथ में होमबलि और सेना क्यों कर दी गई?

लोगों के अपराध के कारण ।

Daniel 8:14-15

यह होमबलि का दर्शन, उजड़वाने वाला अपराध, पवित्र स्थान और सेना दोनों का रौंदा जाना कब तक होता रहेगा?

जब तक यह सांझ और सवेरा 2,300 बार न हों।

2,300 सांझ और सवेरों के बाद क्या होगा?

तब पवित्रस्थान शुद्ध किया जाएगा।

Daniel 8:16-18

दानिय्येल को दर्शन समझने में सहायता करने के लिए किसे कहा गया था?

गब्रिएल को दानिय्येल को दर्शन समझाने के लिए कहा गया था।

Daniel 8:19

वह दर्शन कब के लिए था? किस समय के लिए था?

दर्शन क्रोध भड़कने के दिनों के लिए। वह अन्त के ठहराए हुए समय के लिए था।

Daniel 8:20

दानिय्येल के दर्शन में दिखा दो सींग वाला मेढ़ा और बकरा किसको दर्शा रहे थे?

दो सींग वाला मेढ़ा मादि और फारसी राजाओं को दर्शा रहे थे। बकरा यूनान के राजा को दर्शा रहा था।

Daniel 8:21

दानिय्येल के दर्शन में दिखा दो सींग वाला मेढ़ा और बकरा किसको दर्शा रहे थे?

दो सींग वाला मेढ़ा मादि और फारसी राजाओं को दर्शा रहे थे। बकरा यूनान के राजा को दर्शा रहा था।

Daniel 8:22-23

टूटे हुए सींग के बदले जो चार सींग निकले है वे किसको दर्शा रहे थे?

ये चार सींग जो टूटे हुए सींग के बदले निकले वे उन चार राज्य को दर्शा रहे हैं जो उस जाति से उदय होंगे।

Daniel 8:24

क्रूर दृष्टिवाला और पहेली बूझनेवाला एक राजा क्या करेगा?

वह अद्भुत रीति से लोगों को नाश करेगा और सफ़ल हो कर काम करता जाएगा। वह सामर्थी और पवित्र लोगों के समुदाय को नष्ट करेगा। वह छल को अपने हाथ के नीचे बढ़ावा देगा। वह राजाओं के राजा के विरुद्ध भी खड़ा होगा।

Daniel 8:25-26

क्रूर दृष्टिवाला और पहेली बूझनेवाला एक राजा क्या करेगा?

वह अद्भुत रीति से लोगों को नाश करेगा और सफ़ल हो कर काम करता जाएगा। वह सामर्थी और पवित्र लोगों के समुदाय को नष्ट करेगा। वह छल को अपने हाथ के नीचे बढ़ावा देगा। वह राजाओं के राजा के विरुद्ध भी खड़ा होगा।

अन्त में इस चतुर और क्रूर दृष्टिवाले राजा का क्या होगा?

अन्त में वह किसी के हाथ से बिना मार खाए टूट जाएगा।

Daniel 8:27

इस दर्शन का दानिय्येल पर क्या प्रभाव पड़ा?

दानिय्येल का बल जाता रहा और वह कुछ दिन तक बीमार पड़ा रहा।

Daniel 9

Daniel 9:1

क्षयर्ष किस राज्य का राजा था?

वह कसदियों के देश पर राजा ठहराया गया था।

Daniel 9:2

दानिय्येल ने यहोवा के उस वचन के अनुसार जो यिर्मयाह नबी के पास पहुंचा था क्या समझा?

उसने समझा कि यरूशलेम की उजड़ी हुई दशा सत्तर वर्षों के बाद अंत हो जाएगी।

Daniel 9:3

दानिय्येल ने किस प्रकार प्रभु को खोजा?

दानिय्येल ने प्रार्थना कर, उपवास कर, टाट पहन कर और राख में बैठ कर परमेश्वर यहोवा को पुकारा।

Daniel 9:4-5

प्रार्थना में दानिय्येल ने सबसे पहले क्या किया?

दानिय्येल में इस्राएल के पापों का अंगीकार किया।

Daniel 9:6-7

नबी किन लोगों से परमेश्वर के नाम से बातें करते थे?

नबी राजाओं, हाकिमों, पूर्वजों और सब साधारण लोगों से परमेश्वर के नाम से बातें करते थे।

Daniel 9:8-10

इस्राएलियों को क्यों लज्जित होना पड़ा?

क्योंकि उन्होंने यहोवा के विरुद्ध पाप किया था।

Daniel 9:11

इस्राएलियों पर उनके पाप के कारण क्या घटा?

जिस श्राप और वाचा की चर्चा परमेश्वर के दास मूसा की व्यवस्था में लिखी हुई है वह उन पर डाला गया।

Daniel 9:12

यहोवा ने इस्राएल और इसके न्यायियों के विषय में जो वचन कहे थे उन्हें किस प्रकार पूरा किया?

यहोवा ने इस्राएलियों और उनके शासकों पर बड़ी विपत्ति डालकर अपने वचनों को पूरा किया।

Daniel 9:13-15

दानिय्येल ने क्या कहा कि इस्राएल ने परमेश्वर की दया पाने के लिए क्या नहीं किया?

दानिय्येल ने कहा कि वे न तो अपने परमेश्वर को मनाने के लिए अधर्म के कामों से फिरे और न उसकी सत्य बातों पर ध्यान दिया।

Daniel 9:16-20

दानिय्येल ने क्या कहा कि क्यों प्रभु परमेश्वर को इस्राएल को क्षमा कर देना चाहिए?

दानिय्येल ने कहा कि परमेश्वर अपने धार्मिकता के कामों के कारण इस्राएल को क्षमा करना चाहिए।

Daniel 9:21

गब्रिएल दानिय्येल के पास कब आया?

गब्रिएल सांझ के अन्नबलि के समय दानिय्येल के पास आया जब वह प्रार्थना कर रहा था।

Daniel 9:22-23

गब्रिएल दानिय्येल के पास क्यों आया?

गब्रिएल दानिय्येल को बुद्धि और प्रवीणता देने आया।

Daniel 9:24

दानिय्येल के लोगों और पवित्र नगर के लिए सत्तर सप्ताह क्यों ठहराए गए?

ताकि उनके अन्त तक अपराध होना बंद हो, और पापों का अन्त और अधर्म का प्रायश्चित किया जाए और युग-युग की धार्मिकता प्रगट हो और दर्शन की बात पर और भविष्यवाणी पर छाप दी जाए और परमपवित्र स्थान का अभिषेक किया जाए।

Daniel 9:25

यरूशलेम के फिर बसाने की आज्ञा के निकलने से लेकर अभिषिक्त प्रधान के समय तक कितना समय बीतेगा?

दोनों घटनाओं के बीच पहले सात सप्ताह फिर बासठ सप्ताह बीतेंगे।

Daniel 9:26

अभिषिक्त पुरुष कब काटा जाएगा?

उन बासठ सप्ताहों के बीतने पर वह अभिषिक्त पुरुष काटा जाएगा।

Daniel 9:27

आनेवाला प्रधान क्या करेगा?

वह प्रधान एक सप्ताह के लिए बहुतों के संग दृढ़ वाचा बांधेगा। परन्तु आधा सप्ताह ही बीतने पर वह मेलबलि और अन्नबलि को बंद कर देगा।

उजाड़ने वाले का क्या होगा?

परमेश्वर का क्रोध और विनाश उस उजाड़ने वाले पर पड़ा रहेगा।

Daniel 10

Daniel 10:1-4

फारस देश के राजा कुस्रू के राज्य के तीसरे वर्ष में दानिय्येल पर क्या बात प्रगट हुई?

वह बात एक बड़े युद्ध के विषय में थी।

दानिय्येल को वह बात किस प्रकार समझ में आई?

दानिय्येल को वह सन्देश दर्शन में दिखी बात के द्वारा समझ आया।

Daniel 10:5

दानिय्येल ने अपने दर्शन में किसे देखा?

उसने देखा कि सन का वस्त्र पहिने हुए और सोने से कमर बांधे हुए एक पुरुष खड़ा है।

Daniel 10:6-7

दानिय्येल के दर्शन में दिखा पुरुष कैसा था?

उसका शरीर फीरोजा के समान, मुख बिजली के समान, आँखे जलते हुए दीपक की सी, बाहें और पाँव चमकाए हुए पीतल के से और उसके वचनों का शब्द भीड़ों के शब्द का सा था।

Daniel 10:8

दानिय्येल ने उस अद्भुत दर्शन को देख कर और पुरुष के वचनों का शब्द सुन कर क्या प्रतिक्रिया जताई?

उसका बल जाता रहा और वह भयातुर हो गया। वह अपने मुंह के बल गिर पड़ा और गहरी नींद में भूमि पर औंधे मुंह पड़ा रहा।

Daniel 10:9-11

दानिय्येल ने उस अद्भुत दर्शन को देख कर और पुरुष के वचनों का शब्द सुन कर क्या प्रतिक्रिया जताई?

उसका बल जाता रहा और वह भयातुर हो गया। वह अपने मुंह के बल गिर पड़ा और गहरी नींद में भूमि पर औंधे मुंह पड़ा रहा।

Daniel 10:12

दानिय्येल के पास स्वर्गदूत को कब भेजा गया?

स्वर्गदूत को पहले ही दिन भेजा गया था जब दानिय्येल ने समझने-बूझने और अपने मन को परमेश्वर के सम्मुख दीन किया था।

Daniel 10:13

स्वर्गदूत को दानिय्येल के पास आने में इक्कीस दिन क्यों लगे?

फारस के राज्य का प्रधान इक्कीस दिन तक स्वर्गदूत का सामना किए रहा।

Daniel 10:14-15

दर्शन में देखी गई घटनाएं कब पूरी होंगी?

दर्शन अंतिम दिनों, जो दिन आने वाले हैं उनके विषय में था।

Daniel 10:16

दानिय्येल ने क्या कहा कि दर्शन ने उसके साथ किया?

दानिय्येल ने कहा कि दर्शन की बातों के कारण उस पर पीड़ा उठी, और उसमे न तो कुछ बल रहा, और न कुछ साँस रही।

Daniel 10:17

दानिय्येल ने क्या कहा कि दर्शन ने उसके साथ किया?

दानिय्येल ने कहा कि दर्शन की बातों के कारण उस पर पीड़ा उठी, और उसमे न तो कुछ बल रहा, और न कुछ साँस रही।

Daniel 10:18-19

मनुष्य के समान किसी ने दानिय्येल को बल प्रदान करने के लिए क्या किया?

उसने दानिय्येल छूकर उसको बल दिया।

Daniel 10:20

मनुष्य के समान दिखने वाले ने क्या बताया कि दानिय्येल के पास से जाकर वह क्या करने वाला था?

उसने बताया कि अब वह फारस के प्रधान से लड़ने लौटेगा।

Daniel 10:21

मनुष्य के समान दिखने वाले ने क्या कहा कि वह दानिय्येल को क्या बताने जा रहा है?

उसने कहा जो सच्ची बातों से भरी हुई पुस्तक में लिखा है वह उसे बताएगा।

Daniel 11

Daniel 11:2-3

चौथा राजा फारस में किस प्रकार सामर्थ्य पाएगा?

वह धन के कारण सामर्थी होगा।

फारस का चौथा राजा किस राज्य के विरुद्ध सबको उभारेगा?

वह सब लोगों को यूनान के राज्य के विरुद्ध उभारेगा।

Daniel 11:4

सामर्थी राजा का राज्य किसे प्राप्त नहीं होगा?

उसके वंश को उसका राज्य प्राप्त नहीं होगा।

Daniel 11:5

कौन आपस में मिलेंगे?

दक्षिण देश का राजा और उसका एक हाकिम जो उससे अधिक बल पकड़कर प्रभुता करेगा आपस में मिलेंगे।

Daniel 11:6

कौन आपस में मिलेंगे?

दक्षिण देश का राजा और उसका एक हाकिम जो उससे अधिक बल पकड़कर प्रभुता करेगा आपस में मिलेंगे।

दक्षिण और उत्तर के राजा के बीच वाचा बाँधने कौन आएगा?

दक्षिण देश के राजा की बेटी उत्तर देश के राजा के पास शांति की वाचा बाँधने आएगी।

Daniel 11:7-9

दक्षिण देश के राजा की बेटी जड़ों में से एक डाल उत्पन्न होकर उत्तर के राजा के साथ क्या करेगी?

वह सेना समेत उत्तर के राजा के गढ़ में प्रवेश करेगा और उनसे युद्ध करके प्रबल होगा।

Daniel 11:10

उत्तर के राजा के पुत्र क्या करेंगे?

उसके पुत्र झगड़ा मचाकर बहुत से बड़े-बड़े दल इकट्ठे करेंगे। वे उमंडने वाली नदी के समान आकर देश के बीच होकर जाएंगे और फिर लौटते हुए दक्षिण के राजा के गढ़ तक झगड़ा मचाते हुए जाएंगे।

Daniel 11:11

दक्षिण देश का राजा उत्तर देश के राजा के पुत्रों के आक्रमण के उत्तर में क्या करेगा?

तब दक्षिण देश का राजा चिढेगा और निकलकर उत्तर देश के उस राजा से युद्ध करेगा।

उत्तर दक्षिण के इस युद्ध में कौन जीता?

दक्षिण देश के राजा ने युद्ध जीता।

Daniel 11:12

उत्तर दक्षिण के इस युद्ध में कौन जीता?

दक्षिण देश के राजा ने युद्ध जीता।

Daniel 11:13

कुछ वर्षों के बीतने पर, उत्तर का राजा क्या करेगा?

वह निश्चय ही एक बड़ी भीड़ इक्कठी कर एक बड़ी सेना और सम्पत्ति लिए हुए आएगा।

Daniel 11:14

उन दिनों में दक्षिण के राजा के विरुद्ध और कौन उठेगा?

उन दिनों में बहुत से लोग दक्षिण देश के राजा के विरुद्ध उठेंगे वरन दानिय्येल के लोगों में से भी उपद्रवी लोग उठ खड़े होंगे।

Daniel 11:15

इस बार जब उत्तर का राजा दक्षिण के राजा पर घेराबंदी करेगा तो क्या होगा?

दक्षिण देश के राजा में उसके विरुद्ध खड़े रहने का बल नहीं रहेगा। उत्तर का राजा दक्षिण के राजा के विरुद्ध अपनी इच्छा पूरी करेगा।

Daniel 11:16

इस बार जब उत्तर का राजा दक्षिण के राजा पर घेराबंदी करेगा तो क्या होगा?

दक्षिण देश के राजा में उसके विरुद्ध खड़े रहने का बल नहीं रहेगा। उत्तर का राजा दक्षिण के राजा के विरुद्ध अपनी इच्छा पूरी करेगा।

Daniel 11:17

उत्तर का राजा दक्षिण के राजा को विवाह के लिए एक स्त्री क्यों देगा?

वह उसको एक स्त्री इसलिए देगा ताकि उसका राज्य बिगाड़ा जाए।

Daniel 11:18

इस उत्तर के राजा को क्या होगा?

एक सेनापति उसके अहंकार को मिटाएगा और उसके अहंकार के अनुकूल उसे बदला देगा। वह ठोकर खाकर गिरेगा और कहीं उसका पता न रहेगा।

Daniel 11:19

इस उत्तर के राजा को क्या होगा?

एक सेनापति उसके अहंकार को मिटाएगा और उसके अहंकार के अनुकूल उसे बदला देगा। वह ठोकर खाकर गिरेगा और कहीं उसका पता न रहेगा।

Daniel 11:20

उत्तर के राजा के स्थान पर उठने वाला क्या करेगा?

वह राज्य की महिमा के लिए करों का भुगतान करने के लिए मजबूर करेगा।

करों का भुगतान करने के लिए मजबूर करनेवाले के साथ क्या होगा?

थोड़े ही दिन बीतने पर वह क्रोध या युद्ध किए बिना ही नष्ट हो जाएगा।

Daniel 11:21-22

एक तुच्छ मनुष्य जिसकी राज प्रतिष्ठा पहले न होगी किस प्रकार राज्य को प्राप्त करेगा?

वह चैन के समय आकर चिकनी-चुपड़ी बातों द्वारा राज्य को प्राप्त कर लेगा।

Daniel 11:23-24

यह तुच्छ राजा उसके संग वाचा बाँधने के बाद क्या करेगा?

वह वाचा बाँधने के समय से ही छल करेगा।

Daniel 11:25-26

जब छल करनेवाला राजा दक्षिण के राजा के विरुद्ध युद्ध करेगा तो क्या होगा?

उसके विरुद्ध योजनाओं के कारण दक्षिण देश का राजा, छल करने वाले राजा के समक्ष ठहर न सकेगा।

Daniel 11:27

उत्तर का राजा और दक्षिण का राजा एक ही मेज़ पर बैठे हुए एक-दूसरे से झूठ क्यों बोलेंगे?

वे एक-दूसरे से झूठ इसलिए बोलेंगे क्योंकि उनके मन एक दूसरे के प्रति बुराई करने में लगेंगे।

Daniel 11:28-29

उत्तर के राजा का मन किसके विरुद्ध उभरेगा?

उसका मन पवित्र वाचा के विरुद्ध उभरेगा।

Daniel 11:30-32

उत्तर का राजा पवित्र वाचा के विरुद्ध अपने क्रोध को कैसे प्रगट करेगा?

उत्तर का राजा पवित्र वाचा तोड़ने वालों की सुधि लेकर पवित्र वाचा के विरुद्ध चिढकर अपने क्रोध को प्रगट करेगा।

Daniel 11:33

बुद्धिमान जनों को क्या होगा?

वे बहुत दिन तक तलवार से छिदकर और आग में जलकर और बंधुए होकर और लुटकर बड़े दुःख में पड़े रहेंगे। जब वे दुःख में पड़ेंगे तब थोड़ा बहुत संभलेंगे।

बुद्धिमान उस समय क्या करेंगे?

उस समय बुद्धिमान जन बहुतों को समझाएँगे।

Daniel 11:34

बुद्धिमान जनों को क्या होगा?

वे बहुत दिन तक तलवार से छिदकर और आग में जलकर और बंधुए होकर और लुटकर बड़े दुःख में पड़े रहेंगे। जब वे दुःख में पड़ेंगे तब थोड़ा बहुत संभलेंगे।

Daniel 11:35

बुद्धिमानों में से कुछ क्यों गिरेंगे?

वे इसलिए गिरेंगे कि जांचे जाएं, और निर्मल और उजले किए जाएं। यह दशा अन्त के समय तक बनी रहेगी।

Daniel 11:36

उत्तर का राजा अपने आप को किस से ऊंचा और बड़ा ठहराएगा?

वह अपने आप को सारे देवताओं से ऊंचा और बड़ा ठहराएगा ; जिसमें देवताओं के परमेश्‍वर, पुरखाओं के देवताओं और वह देवता जिससे स्त्रियाँ प्रीति रखती है शामिल है।

Daniel 11:37-38

उत्तर का राजा अपने आप को किस से ऊंचा और बड़ा ठहराएगा?

वह अपने आप को सारे देवताओं से ऊंचा और बड़ा ठहराएगा ; जिसमें देवताओं के परमेश्‍वर, पुरखाओं के देवताओं और वह देवता जिससे स्त्रियाँ प्रीति रखती है शामिल है।

Daniel 11:39-40

उत्तर का धोखा देनेवाला राजा उसे प्रतिष्ठा देने वालों के लिए क्या करेगा?

जो कोई उसे माने वह उसे बड़ी प्रतिष्ठा देगा। ऐसे लोगों को वह बहुतों के ऊपर प्रभुता देगा।

Daniel 11:41

अन्त के समय में जब उत्तर का राजा शिरोमणि देश में प्रवेश करेगा तो क्या होगा?

उस समय लाखों इस्राएली ठोकर खाकर गिरेंगे।

उत्तर के राजा के हाथ से कौन बच निकलेगा?

एदोमी, मोआबी और मुख्य मुख्य अम्मोनी आदि जातियों के देश उसके हाथ से बच जाएंगे।

Daniel 11:42

उत्तर का राजा जिन देशों पर हाथ बढ़ाएगा वे कौन-कौन से हैं?

उत्तर का राजा जिन देशों पर हाथ बढाएगा उनमें मिस्र, लूबी और कूशी भी सम्मिलित होंगे।

Daniel 11:43

उत्तर का राजा जिन देशों पर हाथ बढ़ाएगा वे कौन-कौन से हैं?

उत्तर का राजा जिन देशों पर हाथ बढाएगा उनमें मिस्र, लूबी और कूशी भी सम्मिलित होंगे।

Daniel 11:44

उत्तर देश का राजा क्या करेगा जब वह पूरब और उत्तर दिशाओं से समाचार सुनेगा?

वह बड़े क्रोध में आकर बहुतों का सत्यानाश करने के लिए निकलेगा।

Daniel 11:45

उत्तर का राजा अपना राजकीय तम्बू कहाँ खड़ा कराएगा?

वह दोनों समुन्द्रों के बीच पवित्र शिरोमणि पर्वत के पास अपना तम्बू खड़ा कराएगा।

अन्त में उत्तर के राजा की कौन सहायता करेगा?

उसका अन्त आ जाएगा और कोई उसका सहायक न रहेगा ।

Daniel 12

Daniel 12:1

दानिय्येल के लोगों की कौन रक्षा करेगा?

मीकाएल नामक बड़ा प्रधान दानिय्येल के लोगों की रक्षा करेगा।

यहाँ लिखा संकट का समय कितना बुरा होगा?

यह ऐसा संकट का समय होगा जैसा किसी जाति के उत्पन्न होने के समय से लेकर अब तक कभी न हुआ होगा।

उस समय कौन बच निकलेंगे?

उस समय दानिय्येल के लोगों में से जिनके नाम परमेश्वर की पुस्तक में लिखे हुए हैं वे बच निकलेंगे।

Daniel 12:2

जो भूमि के नीचे सो रहे होंगे उन मे से बहुत से लोगों का क्या होगा?

जो भूमि के नीचे सोए रहेंगे उन में से बहुत से लोग जाग उठेंगे, कितने तो सदा के जीवन के लिए और कितने अपनी नामधराई और सदा तक अत्यंत घिनौने ठहरने के लिए।

Daniel 12:3

जो सिखानेवाले और बुद्धिमान हैं और बहुतों को धर्मी बनाते हैं उनका क्या होगा?

सिखानेवालों की चमक आकाशमंडल की सी होगी और जो बहुतों को धर्मी बनाते हैं वे सर्वदा तारों के समान प्रकाशमान रहेंगे।

Daniel 12:4-6

दानिय्येल को कितने समय के लिए इस पुस्तक पर मुहर करके बन्द रखने के लिए कहा गया?

उसे अन्त समय तक के लिए पुस्तक को मुहर करके बन्द रखने के लिए कहा गया।

Daniel 12:7-8

सन के वस्त्र पहिने हुए पुरुष ने क्या कहा कि यह दशा कब तक रहेगी?

सन के वस्त्र पहिने हुए पुरुष ने कहा कि यह दशा साढ़े तीन काल तक ही रहेगी। जब पवित्र प्रजा की शक्ति टूटते-टूटते समाप्त हो जाएगी, तब ये सब बातें पूरी होंगी।

Daniel 12:9

सन के वस्त्र पहिने हुए पुरुष ने क्या कहा कि दानिय्येल को उसकी कही बातें क्यों समझ नहीं आईं?

सन के वस्त्र पहने हुए आदमी ने दानिय्येल से कहा, “हे दानिय्येल चला जा, क्योंकि ये बातें अंत समय के लिए बंद हैं और इन पर मुहर दी हुई है।

Daniel 12:10

अन्त समय में कौन ये बातें समझेगा और कौन नहीं?

दुष्टों में से कोई ये बातें नहीं समझेगा परन्तु जो बुद्धिमान है वे ही समझेंगे।

Daniel 12:11

जब से नित्य होमबलि उठाई जाएगी और वह घिनौनी वस्तु जो उजाड़ करा देती है, स्थापित की जाएगी, इन घटनाओं के बीच कितना समय होगा?

इन दोनों घटनाओं के बीच बारह सौ नब्बे दिन बीतेंगे।

Daniel 12:12

उस समय सन के वस्त्र पहिने हुए पुरुष के अनुसार कौन धन्य कहलाएंगे?

सन के वस्त्र पहिने हुए पुरुष ने कहा, “धन्य वह है जो 1,335 दिनों के अंत तक इंतजार करेगा।”

Daniel 12:13

सन के वस्त्र पहिने पुरुष के अनुसार दानिय्येल का क्या होगा?

उसने कहा कि दानिय्येल विश्राम करता रहेगा और उन दिनों के अन्त में अपने निज भाग पर खड़ा होगा।